आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सिरसा पुलिस द्वारा विशेष चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। इस दौरान जिला पुलिस ने शहर सिरसा के रंगड़ी रोड तथा ऐलनाबाद के डबवाली रोड क्षेत्र से कुल 16 लाख 66 हजार 115 रुपए की राशि बरामद कर आगामी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स सेल,सिरसा पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान रगड़ी रोड सिरसा क्षेत्र से ड्यूटी मजिस्ट्रेट डॉ. संजय कुमार की मौजूदगी में तलाशी के दौरान मोटरसाइकिल सवार दो लोगों के कब्जे से 11 लाख 16 हजार 115 रुपए की राशि बरामद की है। मोटरसाइकिल युवकों की पहचान वीरेंद्र पुत्र राजवीर निवासी गांव फरमाई कला और तुषार पुत्र चंद्र मोहन निवासी हाउस नंबर 416 नजदीक सुभाष चौक सिरसा के रूप में हुई है । बाइक सवार से जब्त हुई 4 लाख की राशि पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि एक अन्य घटना में ऐलनाबाद थाना की पुलिस टीम ने ऐलनाबाद से डबवाली रोड पर चेकिंग के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट संदीप यादव की मौजूदगी में मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति बलजिंदर पुत्र सतनाम निवासी अमृतसर कला के कब्जे से 4 लाख रुपए की राशि तथा स्कॉर्पियो गाड़ी सवार राजेश कुमार पुत्र गुरसेवक निवासी मलोट ,पंजाब के कब्जे से 1 लाख 50 हजार रुपए की राशि बरामद की है। पूछताछ में नहीं दे सके जवाब पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस टीम तथा ड्यूटी मजिस्ट्रेट के द्वारा पूछताछ करने पर उक्त लोग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, इसलिए चुनाव आचार संहिता के चलते नगदी जब्त कर मामला संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि विधानसभा चुनाव के देखते हुए जहां सिरसा पुलिस द्वारा जिला के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है, वहीं जिला के साथ लगती राजस्थान व पंजाब सीमा पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। नाकों पर की जा रही चेकिंग नाकों पर से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहनों को चेक किया जा रहा है तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने आम जन से भी अपील की है कि अगर उनके आसपास किसी प्रकार का अवैध धंधा हो रहा है तो इस संबंध में पुलिस को सूचित करें ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सके।। आगामी 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सिरसा पुलिस द्वारा विशेष चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं। इस दौरान जिला पुलिस ने शहर सिरसा के रंगड़ी रोड तथा ऐलनाबाद के डबवाली रोड क्षेत्र से कुल 16 लाख 66 हजार 115 रुपए की राशि बरामद कर आगामी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि एंटी नारकोटिक्स सेल,सिरसा पुलिस टीम ने चेकिंग के दौरान रगड़ी रोड सिरसा क्षेत्र से ड्यूटी मजिस्ट्रेट डॉ. संजय कुमार की मौजूदगी में तलाशी के दौरान मोटरसाइकिल सवार दो लोगों के कब्जे से 11 लाख 16 हजार 115 रुपए की राशि बरामद की है। मोटरसाइकिल युवकों की पहचान वीरेंद्र पुत्र राजवीर निवासी गांव फरमाई कला और तुषार पुत्र चंद्र मोहन निवासी हाउस नंबर 416 नजदीक सुभाष चौक सिरसा के रूप में हुई है । बाइक सवार से जब्त हुई 4 लाख की राशि पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि एक अन्य घटना में ऐलनाबाद थाना की पुलिस टीम ने ऐलनाबाद से डबवाली रोड पर चेकिंग के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट संदीप यादव की मौजूदगी में मोटरसाइकिल सवार एक व्यक्ति बलजिंदर पुत्र सतनाम निवासी अमृतसर कला के कब्जे से 4 लाख रुपए की राशि तथा स्कॉर्पियो गाड़ी सवार राजेश कुमार पुत्र गुरसेवक निवासी मलोट ,पंजाब के कब्जे से 1 लाख 50 हजार रुपए की राशि बरामद की है। पूछताछ में नहीं दे सके जवाब पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस टीम तथा ड्यूटी मजिस्ट्रेट के द्वारा पूछताछ करने पर उक्त लोग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, इसलिए चुनाव आचार संहिता के चलते नगदी जब्त कर मामला संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि विधानसभा चुनाव के देखते हुए जहां सिरसा पुलिस द्वारा जिला के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है, वहीं जिला के साथ लगती राजस्थान व पंजाब सीमा पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। नाकों पर की जा रही चेकिंग नाकों पर से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहनों को चेक किया जा रहा है तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने आम जन से भी अपील की है कि अगर उनके आसपास किसी प्रकार का अवैध धंधा हो रहा है तो इस संबंध में पुलिस को सूचित करें ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सके।। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुलदीप बिश्नोई के गढ़ आदमपुर की नगर पालिका खत्म:सरकार ने ऑफिशियल लेटर जारी किया, कुलदीप समर्थकों ने जाहिर की खुशी
कुलदीप बिश्नोई के गढ़ आदमपुर की नगर पालिका खत्म:सरकार ने ऑफिशियल लेटर जारी किया, कुलदीप समर्थकों ने जाहिर की खुशी हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के गढ़ माने जाने वाले आदमपुर हलके की नगर पालिको को BJP सरकार ने खत्म कर दिया है। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई और उनके विधायक बेटे भव्य बिश्नोई दोनों ही लंबे समय से इस प्रयास में थे कि आदमपुर नगर पालिका का दर्जा खत्म हो। आखिरकार सरकार ने आज नगर पालिका खत्म होने का ऑफिशियल लेटर जारी कर दिया है। सरकार के इस फैसले से भजनलाल परिवार और उनके समर्थक काफी खुश हैं। कुलदीप बिश्नोई के समर्थक भूप सिंह ने X पर पोस्ट कर लिखा है कि “कुलदीप बिश्नोई जी एवं विधायक भव्य बिश्नोई जी का अपने लोगों से किया वादा पूरा हुआ। आदमपुर नगर पालिका टूटने का ऑफिशियल पत्र सरकार ने जारी कर कर दिया है। पूरी आदमपुर मंडी में खुशी की लहर है। कथनी और करनी में सच्चाई अगर किसी नेता की देखोगे तो भजनलाल परिवार को आगे पाओगे”। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई और भव्य बिश्नोई का आदमपुर मंडी में स्वागत किया गया था और कुलदीप बिश्नोई और भव्य ने रोड शो निकालकर लोगों का अभिवादन किया था। भाजपा ने ही दर्जा दिया था अब सरकार ने ही हटाया
दरअसल, आदमपुर को BJP सरकार ने 29 जून 2021 को नगर पालिका का दर्जा दिया था। इसके बाद से ही लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। करीब 40 दिन तक लगातार धरना-प्रदर्शन चला था। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने धरने पर पहुंचकर आश्वासन दिया था कि वह सरकार से मिलकर नगर पालिका का दर्जा खत्म करवाएंगे। कुलदीप बिश्नोई ने तब के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की थी। मनोहर लाल ने आश्वासन दिया था कि नगर पालिका का दर्जा हटाएंगे। करीब 2 साल पहले सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा था कि आदमपुर गांव को नगर पालिका से हटाया जाएगा। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई ने विधायक बेटे भव्य बिश्नोई के साथ जाकर 6 जून को मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की थी और इस मामले को जल्द हल करने को कहा था। इसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए फाइल आगे बढ़ा दी। सरकार ने 2 साल पहले सिसाय का भी दर्जा खत्म किया था
आपको बता दें कि 2 साल पहले 2022 में सिसाय नगर पालिका का दर्जा भी सर्वे के आधार पर खत्म किया गया था। इस सर्वे में 5011 लोगों के सुझाव लिए गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर लोगों ने सिसाय को फिर से पंचायत बनाने के लिए अपनी राय दी थी। सरकार की ओर से नगर पालिका शुरू करने और खत्म करने दोनों ही मामलों में सर्वे करवाया जाता है, ताकि कोई इसे कोर्ट में चुनौती न दे सके। आदमपुर में भी ऐसा ही सर्वे करवाया गया था। इस सर्वे में भी 5 हजार से ज्यादा लोगों की राय ली गई। इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही आदमपुर नगर पालिका का दर्जा खत्म किया गया है। हरियाणा नगर निगम अधिनियम, 1973 (1973 का 24) की धारा 8 की उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए हरियाणा के राज्यपाल द्वारा इस नगर पालिका को समाप्त किया गया है। आदमपुर में सक्रिय हैं भव्य बिश्नोई, अगला चुनाव लड़ेंगे
वहीं, आदमपुर में उप चुनाव जीतने वाले भव्य बिश्नोई आदमपुर में लगातार सक्रिय हैं। वह लोगों के बीच जा रहे हैं और उनकी समस्याओं को हल कर रहे हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव में रणजीत चौटाला आदमपुर हलके से पीछे रह गए थे। भाजपा प्रत्याशी रहे रणजीत चौटाला को 50 हजार का मार्जिन से जीत की उम्मीद थी। मगर जब नतीजे आए तो आदमपुर से लीड के बजाय 6,384 वोट से रणजीत चौटाला कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश से पीछे रह गए। इस कारण भव्य बिश्नोई और ज्यादा मेहनत कर रहे हैं। इसलिए सरकार देती है नगर पालिका का दर्जा
दरअसल, सरकार सर्वे के आधार पर बड़ी आबादी वाले गांवों को नगर पालिका का दर्जा देती है। नगर पालिका को ग्राम पंचायत से ज्यादा अनुदान मिलता है, जिससे गांव में विकास कार्य होते हैं। गांव में शहरी तर्ज पर सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। नगर पालिका जलापूर्ति, साफ-सफाई, सड़क, रोशनी, बाजार स्थल का निर्माण, गलियों का नामकरण, मकानों की गिनती, जन्म-मृत्यु पंजीकरण और महामारी नियंत्रण जैसे काम करती है। इसके बदले में लोगों से टैक्स वसूला जाता है। सरकार इसी टैक्स के पैसे से इलाके का विकास करती है।
हरियाणा में लालू के दामाद चिरंजीव राव का विरोध:रेवाड़ी में चुनावी जनसभा में पूछे सवाल, कार्यकर्ताओं ने युवकों को धक्के देकर निकाला
हरियाणा में लालू के दामाद चिरंजीव राव का विरोध:रेवाड़ी में चुनावी जनसभा में पूछे सवाल, कार्यकर्ताओं ने युवकों को धक्के देकर निकाला हरियाणा की रेवाड़ी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के दामाद चिरंजीव राव का चुनावी प्रचार के दौरान विरोध हुआ। गिंदोखर गांव में कुछ युवकों ने उन्हें गांव से वापस जाने के नारे लगाए। इतना ही नहीं उनसे विकास कार्यों को लेकर तीखे सवाल भी पूछे। काफी देर हंगामे के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने विरोध करने वाले युवकों को धक्के देकर कार्यक्रम से निकाल दिया। हालांकि इस दौरान कुछ देर के लिए माहौल काफी गहमागहमी वाला हो गया। दरअसल, सोमवार दोपहर को चिरंजीव राव का गिंदोखर गांव के पंचायत घर में कार्यक्रम था। वे चुनाव में खुद को वोट देने की अपील करने के लिए ग्रामीणों के बीच पहुंचे थे। कार्यक्रम में काफी भीड़ भी थी। तभी गांव गिंदोखर के ही रहने वाले अजय यादव, विकास, प्रवीण, देवेंद्र सहित अन्य युवक भी कार्यक्रम में पहुंच गए। चिरंजीव राव जब ग्रामीणों को संबोधित करने लगे तो युवकों ने गांव के विकास कार्यों को लेकर उनसे तीखे सवाल पूछने शुरू कर दिए। इसके बाद माहौल गरमा गया। कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें कार्यक्रम से बाहर निकाल दिया। इस दौरान विरोध करने वाले युवकों ने चिरंजीव को गांव से वापस जाने के लिए नारेबाजी भी की। विरोध करने वाले अजय यादव ने कहा ‘चिरंजीव राव 2019 में विधायक चुने गए थे। इसके बाद पहली बार वह उनके गांव में 26 नवंबर 2023 को आए और गिंदोखर-जाडरा के कच्चे रास्ते का शिलान्यास करके चले गए। विधायक ने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार नहीं है। इसके बावजूद वह अपने विधायक कोटे से 16 लाख रुपए दिलवाकर इस सड़क का निर्माण कार्य करवा रहे हैं। लेकिन 10 महीने बाद भी इस सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ है। विधायक से जब पूछा गया तो बोले-मेरा काम पैसे दिलवाने का था। हमारी सरकार नहीं है। सरकार आएगी तो बनवा भी देंगे।’ अजय के मुताबिक, हमने विधायक से ये भी पूछा कि हमें ये ही बता दीजिए कि जो 16 लाख रुपए आपने विधायक कोटे से दिलवाए आखिर वो किसके पास गए हैं। लेकिन उनके पास कोई जवाब नहीं था। मेरी पत्नी पूनम गांव की पंचायत में पंच हैं। हमें हमारे जनप्रतिनिधि से गांव के विकास से जुड़े मामले में सवाल पूछने का हक है। उसके बावजूद चिरंजीव राव से जुड़े कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमें धक्के देकर कार्यक्रम से बाहर निकाल दिया। 2019 में पहली बार विधायक बने थे चिरंजीव राव बता दें कि चिरंजीव राव के पिता कैप्टन अजय सिंह यादव इसी सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं। 2019 में चिरंजीव राव ने खुद चुनाव लड़ा था। अपने पहले ही चुनाव में चिरंजीव राव ने जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने दूसरी बार चिरंजीव राव को इस बार चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है।
पानीपत में दो बंद मकानों में चोरी:एक महिला अपनी बेटी का एग्जाम दिलवाने गई थी, दूसरी बेटी के घर गई
पानीपत में दो बंद मकानों में चोरी:एक महिला अपनी बेटी का एग्जाम दिलवाने गई थी, दूसरी बेटी के घर गई हरियाणा के पानीपत शहर की दो अलग-अलग कॉलोनियों में दो बंद मकानों के ताले तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। दोनों महिलाएं अपने घरों का ताला लगाकर बाहर गई थी। जब वे वापस लौटी, तो चोरी होने का पता लगा। एक मकान में चोर छत के रास्ते घुसे तो दूसरे मकान के गेट का ताला तोड़कर भीतर आए। दोनों मामलों की शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। पहला केस: बेटी के घर गई थी महिला
चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में सुरिंद्र कौर ने बताया कि वह ट्रक यूनियन की रहने वाली है। 7 अक्टूबर की दोपहर वह अपनी बेटी सतविंद्र कौर के पास गई थी। 9 अक्टूबर को वह अपने घर वापस लौटी। वापस लौटने के बाद देखा की बैडरुम का सारा सामान बिखरा हुआ था। बेडरूम की अलमारी बंद थी, लेकिन उसका सामान बाहर बेड पर पड़ा था। इसके बाद उसने अलमारी को चेक किया। अलमारी से गले का सेट, कानों के झुमके व 70 हजार कैश गायब था। महिला ने बताया कि अज्ञात चोर छत के रास्ते उसके बैडरुम तक पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया। केस दो: बेटी का एग्जाम दिलवाने गई थी महिला
पुराना औद्योगिक थाना पुलिस को दी शिकायत में मधुबाला ने बताया कि वह सैनी कॉलोनी की रहने वाली है। 8 अक्टूबर की शाम को वह अपनी बेटी नेहा का एग्जाम दिलवाने के लिए घर पर ताला लगा कर रुड़की गई थी। 9 अक्टूबर की शाम को वह घर वापस लौटी। यहां लौटने के बाद देखा कि मेन गेट पर लगा ताला टूटा हुआ था। चोरों ने मकान से 4 जोड़ी चांदी की पायजेब, 5 जोड़ी चुटकी, 2 जोड़ी कुंडल, एक चांदी का गले का सेट, सोने के टीके, पंखा व घर का अन्य सामान भी चोरी कर ले गए।