हरियाणा के पानीपत के गढ़ सरनाई गांव में एक युवक की हत्या कर दी गई। दरअसल, युवक रात को खेतों में जाने के लिए घर से निकला और सुबह तक वापस नहीं लौटा। अगले दिन लोगों ने उसके परिजनों को खेतों के पास एक शव पड़ा होने की सूचना दी। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। जहां उन्हें उनका बेटा घायल अवस्था में मृत मिला। पास में ही पड़ोसी की चप्पलें और उसकी बाइक के कुछ टूटे हुए टुकड़े मिले। इससे उस पर हत्या का शक हुआ। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था मृतक सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में धर्मबीर सैनी ने बताया कि वह गांव गढ़ सरनाई का रहने वाला है। वह चार बच्चों का पिता है। जिसमें बड़ा लड़का राहुल है। वह करीब 21 साल का था। वह चारों में तीसरे नंबर पर था। जोकि 10 जुलाई की रात करीब 10 बजे घर से खेत जाने के लिए निकला था। लेकिन सुबह तक वह वापस नहीं आया। न ही उससे फोन पर बातचीत हुई। कुछ देर बाद परिजनों को सूचना मिली कि राहुल का शव सरदारों के खेतों के पास सड़क किनारे पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। जहां पहुंचने के बाद देखा कि राहुल का शव सड़क किनारे पड़ा था। उसको नाक और गले पर चोट लगी हुई थी। पास में एक सिल्वर स्पलेंडर बाइक के टूटे हुए कुछ टुकड़े पड़े हुए थे। इसके अलावा मौके से गांव के ही रहने वाले विनय की चप्पले पड़ी हुई थी। जिससे शक हुआ कि विनय ने ही राहुल की हत्या की है। आरोपी ने तूड़े में छिपाई हुई थी बाइक शक होने के बाद परिजन विनय के घर गए। जहां जाने के बाद उससे पूछा कि उसकी चप्पल कहां है। जिस पर उसने कहा कि घर का कोई सदस्य पहन कर गया होगा। इसके बाद उससे बाइक का पूछा। उसने कहा कि बाइक छोटा भाई स्कूल में ले गया है। परिजन स्कूल गए, तो पता लगा कि उसका भाई बाइक नहीं ले गया है। वापस विनय के घर पहुंचे। उससे सख्ती से पूछा। सभी ने बाइक तलाश की, तो वह तूड़े के भीतर छिपाई हुई मिली। हरियाणा के पानीपत के गढ़ सरनाई गांव में एक युवक की हत्या कर दी गई। दरअसल, युवक रात को खेतों में जाने के लिए घर से निकला और सुबह तक वापस नहीं लौटा। अगले दिन लोगों ने उसके परिजनों को खेतों के पास एक शव पड़ा होने की सूचना दी। सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे। जहां उन्हें उनका बेटा घायल अवस्था में मृत मिला। पास में ही पड़ोसी की चप्पलें और उसकी बाइक के कुछ टूटे हुए टुकड़े मिले। इससे उस पर हत्या का शक हुआ। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था मृतक सेक्टर 13-17 थाना पुलिस को दी शिकायत में धर्मबीर सैनी ने बताया कि वह गांव गढ़ सरनाई का रहने वाला है। वह चार बच्चों का पिता है। जिसमें बड़ा लड़का राहुल है। वह करीब 21 साल का था। वह चारों में तीसरे नंबर पर था। जोकि 10 जुलाई की रात करीब 10 बजे घर से खेत जाने के लिए निकला था। लेकिन सुबह तक वह वापस नहीं आया। न ही उससे फोन पर बातचीत हुई। कुछ देर बाद परिजनों को सूचना मिली कि राहुल का शव सरदारों के खेतों के पास सड़क किनारे पड़ा हुआ है। सूचना मिलते ही परिजन तुरंत मौके पर पहुंचे। जहां पहुंचने के बाद देखा कि राहुल का शव सड़क किनारे पड़ा था। उसको नाक और गले पर चोट लगी हुई थी। पास में एक सिल्वर स्पलेंडर बाइक के टूटे हुए कुछ टुकड़े पड़े हुए थे। इसके अलावा मौके से गांव के ही रहने वाले विनय की चप्पले पड़ी हुई थी। जिससे शक हुआ कि विनय ने ही राहुल की हत्या की है। आरोपी ने तूड़े में छिपाई हुई थी बाइक शक होने के बाद परिजन विनय के घर गए। जहां जाने के बाद उससे पूछा कि उसकी चप्पल कहां है। जिस पर उसने कहा कि घर का कोई सदस्य पहन कर गया होगा। इसके बाद उससे बाइक का पूछा। उसने कहा कि बाइक छोटा भाई स्कूल में ले गया है। परिजन स्कूल गए, तो पता लगा कि उसका भाई बाइक नहीं ले गया है। वापस विनय के घर पहुंचे। उससे सख्ती से पूछा। सभी ने बाइक तलाश की, तो वह तूड़े के भीतर छिपाई हुई मिली। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक के जलघर में मिला शव:संदिग्ध हालात में मौत, घूमने गए लोगों ने देखा, नहीं हुई मृतक की पहचान रोहतक के गांव खेड़ी साध स्थित पानी की डिग्गी (जलघर) में एक व्यक्ति का शव मिला है। जिसकी संदिग्ध हालात में मौत होना पाया गया है। आज सुबह जब लोग घूमने गए तो जलघर के पानी में शव मिला। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच आरंभ कर दी है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। जिसके लिए पुलिस पूछताछ में जुटी है। इधर, मौत के स्पष्ट कारण भी नहीं हो पाए हैं कि वह खुद फिसलकर गिरा है या किसी अन्य कारण से। क्योंकि मृतक सभी कपड़े पहने हुए था। जिससे यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि वह फिसलकर पानी में गिर गया होगा। पुलिस के अनुसार शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले, जिससे मौत होने की बात स्पष्ट हो सके। जांच में जुटी पुलिस
आईएमटी थाना के एसएचओ दिलबाग सिंह ने बताया कि गांव खेड़ी साध के जलघर में एक व्यक्ति का शव मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। इसलिए आसपास से पूछताछ के आधार पर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। मौत के कारण भी स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, ताकि मौत के कारणों का पता लग सके।
जींद BJP कैंडिडेट मिड्ढा के ड्राइवर से मिले 50 लाख:नोएडा से कार में लाए कैश; सोनीपत में SST ने तलाशी में पकड़ा
जींद BJP कैंडिडेट मिड्ढा के ड्राइवर से मिले 50 लाख:नोएडा से कार में लाए कैश; सोनीपत में SST ने तलाशी में पकड़ा हरियाणा के सोनीपत में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक कार से 50 लाख रुपए कैश बरामद किया है। कार में दाे युवक सवार थे, जिनमें से एक जींद के भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा का ड्राइवर हैप्पी है और दूसरा उनका करीबी सुरेंद्र कालू है। दोनों नोएडा से कैश लेकर आ रहे थे। पुलिस के सामने दावा यही किया गया है कि ये 50 लाख रुपए प्लाट की रजिस्ट्री के लिए हैं। आचार संहिता लगने के बाद 50 हजार रुपए से ज्यादा की राशि बिना प्रूफ के ले जाने पर पाबंदी है। पुलिस ने कार से नोटों की 20 गड्डी (बंडल) बरामद की हैं और प्रत्येक गड्डी में 500 रुपए के 500 नोट थे। फिलहाल जांच टीम ने ये रुपए ट्रेजरी में जमा करवा दिए हैं। सोनीपत में ये पहला मौका है जब आचार संहिता लागू होने के बाद एक साथ इतना कैश पकड़ा गया है। शंका है कि इस राशि का प्रयोग चुनाव में होना था। मामले में आगे की जांच इनकम टैक्स विभाग द्वारा की जाएगी। गोहाना बाई पास पर कार को रोका जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस अलर्ट है और जगह जगह नाकाबंदी की गई है। पुलिस की स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) ने गोहाना रोड बाईपास से एक कार की चेकिंग की तो इसमें से नोटों से भरा हुआ बैग निकला। इसके बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट दिलबाग सिंह व सिटी थाना के एएसआई बिजेंद्र ने बैग की तलाशी ली तो इसमें से नोटों की 20 गडि्डयां मिली। 500-500 के नोट हुए बरामद इसके बाद नोटों की गडि्डयों को कार के बोनट पर रखवा का इनकी गिनती की गई तो हर गड्डी में 500 रुपए के 500 नोट बंधे हुए मिले। इस प्रकार कुल 50 लाख रुपए बरामद हुए हैं। कार जींद नंबर की है और इसमें सवार युवक ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के नोएडा से ये कैश लेकर आया है। युवक ने कहा कि उसे प्लाट की रजिस्ट्री करवानी है। इतना बड़ा कैश कहां से निकाला या लिया है, वह इससे जुड़े कोई सबूत नहीं पेश कर सका। इसके बाद पुलिस टीम ने पूरी रकम को जब्त कर लिया। तलाशी के लिए युवक ने की टालमटोल पुलिस ASI बिजेंद्र के मुताबिक वे गोहाना बाइपास चौक पर वाहनों की जांच कर रहे थे। एक कार को रोका तो इसमें सवार युवक तलाशी के नाम पर उनको टालने लगा। उनको शक हुआ और डयूटी मजिस्ट्रेट को मौके पर बुलाया गया। कार में से नोटों से भरा बैग बरामद हुआ है। एसएसटी ने नकदी का कब्जे में लेकर ट्रेजरी में जमा करा दिया है। मामले की सूचना इनकम टैक्स विभाग को भी दी गई है। जींद के निर्वतमान विधायक व कैंडिडेट के करीबी हैं इस बीच पता चला है कि कार मे कैश लेकर आ रहे दोनों युवक जींद के रहने वाले हैं। इनमें से एक युवक भाजपा के जींद के कैंडिडेट कृष्ण मिड्ढा का पर्सनल ड्राइवर है। वहीं इसके साथ कार में सवार दूसरा युवक जींद का सुरेंद्र कालू है। ये भी भाजपा प्रत्याशी का खास है। अब चर्चा शुरू हो गई है कि पकड़े गए 50 लाख रुपए जींद में चुनाव में प्रयोग होने थे। हालांकि इस मामले में अभी भाजपा कैंडिडेट कृष्ण मिड्ढा का पक्ष सामने नहीं आया है।
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी
राव इंद्रजीत की नजर हरियाणा की 7 विधानसभा सीटों पर:बेटी को एडजस्ट करेंगे; अहीरवाल में अपने समर्थकों को टिकट दिलाने की तैयारी हरियाणा में अहीरवाल बेल्ट की राजनीति को अपने हिसाब से चलाने वाले गुरुग्राम से मौजूदा सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह सधी हुई राजनीति के तहत प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। शुक्रवार को वह रेवाड़ी के डहीना पहुंचे। यहां जनसभा में उन्होंने कहा, ‘मैं कई बार MLA और MP बन चुका हूं। महेंद्रगढ़ से भी जीता और गुरुग्राम से भी। अब मैं नई पीढ़ी को आगे लाना चाहते हूं।’ राजनीतिज्ञ बताते हैं कि राव का इशारा उनकी बेटी आरती राव की ओर है। वह इस विधानसभा चुनाव में न सिर्फ बेटी को पूरी तरह राजनीति में एडजस्ट करेंगे, बल्कि अपने समर्थकों को भी अहीरवाल बेल्ट के 3 जिलों रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम में ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने की कोशिश करेंगे, ताकि रामपुरा हाउस का दबदबा बना रहे। गृहमंत्री शाह ओलसोल ठीक कर गए
राव इंद्रजीत इस समय केंद्र सरकार की तारीफ और प्रदेश सरकार की मुखलफ़त करने से नहीं चूक रहे। 16 जुलाई को जब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह महेंद्रगढ़ आए थे तो उन्हीं के मंच से राव ने क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा बढ़ाने वाले फैसले पर हरियाणा सरकार पर कटाक्ष किया। शुक्रवार को भी डहीना के मंच से भी राव ने इसी तरह का तंज फिर से कसा। उन्होंने यहां पर कहा कि 2 सप्ताह पहले अमित शाह जब आए तो यहां जो ओलसोल (गड़बड़) हुई उसे ठीक कर गए। 7 सीटों पर राव की नजर
अहीरवाल में विधानसभा की 11 सीटें है, जिन्हें यादव बाहुल्य कहा जाता है। इनमें गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ की 4-4 और रेवाड़ी जिले की 3 विधानसभा सीटें शामिल हैं। राव की कोशिश है कि महेंद्रगढ़ जिले की अटेली और नारनौल के अलावा, रेवाड़ी की तीनों सीटें बावल, कोसली और रेवाड़ी के साथ गुरुग्राम जिले में बादशाहपुर और पटौदी सीटों पर अपने नेताओं को टिकट दिलाई जाए। इन सीटों पर राव विरोधी नेताओं ने भी पूरा जोर लगाया हुआ है। फिर भी राव ने इस दावेदारी को शुक्रवार को भी मजबूती देने की कोशिश की। डहीना में उन्होंने कहा, ‘मेरी टिकट कटवाने वाले इस बार भी काफी घूम रहे थे।’ राव ने इस बयान से अपने विरोधियों को संदेश दिया कि उनकी पकड़ अब भी मजबूत है। मेरे से छोटे बना दिए कैबिनेट मंत्री, मैं नहीं
राव इंद्रजीत ने इस बार गुरुग्राम से ही लोकसभा चुनाव लड़े। उन्होंने चुनाव में कांग्रेस नेता राज बब्बर को मात दी। इसके बाद राव इंद्रजीत को केंद्रीय राज्यमंत्री बनाया है। इससे राव इंद्रजीत खुश नजर नहीं आते। करीब 10 दिन पहले महेंद्रगढ़ के सेहलंग गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत ने कहा कि वह लगातार छठी बार सांसद बने हैं। वर्ष 2004 में भी वह राज्यमंत्री थे और अब 2024 में भी राज्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरे से छोटे पहली बार जीतकर आए लोगों को कैबिनेट में शामिल कर लिया गया। हमारी अनदेखी की गई।’ 2019 में राव की सिफारिश पर मिले टिकट
महेंद्रगढ़ जिले की नांगल चौधरी सीट की बात करें तो यहां राव इंद्रजीत के धुर विरोधी डॉ. अभय सिंह 2 बार से MLA और वर्तमान प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री हैं। उन्हें मनोहर लाल खट्टर का खास माना जाता है। ऐसे में उनकी टिकट कटने की संभावनाएं कम हैं। जबकि, महेंद्रगढ़ सीट पर BJP के पुराने नेता पंडित राम बिलास शर्मा दावेदार हैं। राम बिलास और राव इंद्रजीत के बीच किसी तरह का मनमुटाव नहीं है। ऐसे में महेंद्रगढ़ सीट पर राव की दावेदारी की कोई गुजाइंश नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में रेवाड़ी, बावल, कोसली, अटेली, नारनौल और बादशाहपुर सीट पर राव की सिफारिश पर ही पार्टी ने टिकट बांटे थे। इस बार राव पटौदी सीट भी अपने समर्थित नेता को ही दिलवाना चाहते हैं। पिछली बार भितरघात के चलते कुछ सीटें हारी थी BJP
5 साल पहले हुए विधानसभा चुनाव में BJP इन 11 सीटों में से कुछ सीटें भितरघात के चलते हार गई थी। इनमें महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और बादशाहपुर सीटें शामिल हैं। रेवाड़ी में पूर्व विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास तो बादशाहपुर में उस वक्त के सीटिंग MLA और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह की टिकट कट गई थी। रणधीर सिंह कापड़ीवास ने बागी होकर चुनाव लड़ा, जिसकी वजह से BJP उम्मीदवार सुनील मुसेपुर चुनाव हार गए। इसी तरह बादशाहपुर में निर्दलीय प्रत्याशी राकेश दौलताबाद और महेंद्रगढ़ सीट पर कांग्रेस के राव दान सिंह ने जीत दर्ज की थी। अहीरवाल में राव इंद्रजीत परिवार का दबदबा
बता दें कि अहीरवाल में गुरुग्राम से लेकर नांगल चौधरी तक राव इंद्रजीत सिंह के परिवार रामपुरा हाउस का दबदबा है। राव इंद्रजीत सिंह खुद 5 बार सांसद और 4 बार MLA बन चुके हैं। उनके पिता राव वीरेंद्र सिंह प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे। राव इंद्रजीत सिंह का परिवार गुरुग्राम से लेकर महेंद्रगढ़ जिले की अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़ता रहा है। इस बार राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव अटेली या फिर बादशाहपुर सीट से चुनाव लड़ सकती हैं।