पंजाबी गायक गुरदास मान हुए भावुक:बोले-जिन्हें मेरी बात का बुरा लगा, उनसे कान पकड़कर माफी; मैंने कोई गलत गाना नहीं गाया

पंजाबी गायक गुरदास मान हुए भावुक:बोले-जिन्हें मेरी बात का बुरा लगा, उनसे कान पकड़कर माफी; मैंने कोई गलत गाना नहीं गाया

जालंधर के नकोदर में स्थित बाबा मुराद शाह जी की दरगाह के मुख्य सेवादार और पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने एक अमेरिकी पंजाबी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान माफी मांगी और इस दौरान वह भावुक हो गए। बीते कुछ दिनों से उनके गाने और डेरे से जुड़ी कॉट्रोवर्सी को लेकर गुरदास मान ने कहा कि मेरी वजह से जिस किसी का भी दिल दुखा, मैं उनसे माफी मांगता हूं। मेरी मंशा किसी की आहत करने की ना है और ना ही थी, मगर फिर भी किसी को मेरी वजह से दुख पहुंचा तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। गुरदास मान बोले- मैं कान पकड़ कर माफी मांगता हूं इंटरव्यू के दौरान गायक गुरदास मान ने कहा कि जहां प्यार होता है, वहां पर कड़वी बातें भी मिट्ठी हो जाती है। मैं आज जिंदा हूं, इसका कारण सिर्फ बुजुर्गों का आशीर्वाद और दर्शकों का प्यार है। मेरी समझ में मैंने सिख धर्म के लिए जो गाना गाया, उसमें कुछ भी ऐसा नहीं गया कि किसी को बुरा लगना चाहिए। अगर फिर भी किसी को मेरी किसी भी बात या किसी भी शब्द से कुछ बुरा लगा तो कान पकड़ कर माफी मांगता हूं। मगर मुझे तकलीफ ये हुई कि मैंने अपने गुरुओं के लिए गाया था। मैंने तो सोचा कि हम पंजाबियों के दिल बहुत बड़े हैं, गलती माफ कर उसे भूल गए होंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ। जिद किसी के लिए भी अच्छी नहीं है। मां बोली की मैंने सेवा की तो मेरी सेवा भी मां बोली ने की। मुझे जो कुछ दिया है, सिर्फ पंजाबी मां बोली ने दिया है। इस दौरान गुरदास मान भावुक हो गए। मान ने आगे कहा कि मैंने न कभी गलत शब्दावली लिखी और ना ही कभी लिखूंगा व गाऊंगा। मान बोले- मेरी मां को गद्दार पैदा करने वाला बताया गया गुरदास मान ने आगे कहा कि गलतियां सभी से हुई, दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है कि जिससे गलती न हुई है। मैं एक इंसान हूं। कोई मेरी मां को गालियां निकाले, मेरी मां को कोई गद्दार कहे तो मेरे अंदर का जमीर नहीं जागेगा क्या? मेरी मां और साई (नकोदर डेरे के मुख्य संत रहे साई लाडी शाह जी) को गालियां निकाली गई। मेरी मां को कहा गया कि गुरदास को पैदा करने वाली मां गद्दार है। बता दें कि कुछ दिनों में अमेरिका के अंदर गुरदास मान का बड़ा शो है। लाडी साईं को गुरु अमरदास का वंशज बताने पर बढ़ा था विवाद पंजाबी गायक गुरदास मान ने साल 2021 में नकोदर स्थित दरगाह के गद्दीनशीन रहे लाडी साईं जी को श्री गुरु अमरदास जी महाराज के वंशज बताए जाने के मामले में सिख समुदाय ने एक एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसके बाद जालंधर में सिख संगठनों ने गुरदास मान की गिरफ्तारी को लेकर काफी प्रदर्शन किए थे और हाईवे तक जाम कर दिया गया था। हालांकि इसी साल उन्हें इस केस में कोर्ट से राहत मिल गई थी। मगर गुरदास मान के इस बयान पर सिख संगठनों ने काफी ऐतराज जताया था। फेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो में गुरदास मान ने कहा था कि मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था, अगर ऐसा हुआ है तो मैं माफी मांगता हूं। हिंदी को पहले, पंजाबी को दूसरी भाषा कहने पर भी हुआ था विवाद बता दें कि पंजाबी मातृभाषा को लेकर गुरदास मान ने कहा था कि हमारी पहली भाषा हिंदी है और फिर पंजाबी। इसके बाद उनकी इस बात को काफी विवाद छिड़ गया था। इस पर लोगों ने गुरदास मान को बुरा भला भी कहा और जमकर उनका विरोध भी किया गया। इस दौरान कई लोगों ने गुरदास मान की मां को भी गालियां दी थी। जिसके बाद गुरदास मान ने इन सभी घटनाओं को लेकर साल 2022 में एक गाना भी बनाया और उसमें सारी बातें कही। जालंधर के नकोदर में स्थित बाबा मुराद शाह जी की दरगाह के मुख्य सेवादार और पंजाबी सिंगर गुरदास मान ने एक अमेरिकी पंजाबी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान माफी मांगी और इस दौरान वह भावुक हो गए। बीते कुछ दिनों से उनके गाने और डेरे से जुड़ी कॉट्रोवर्सी को लेकर गुरदास मान ने कहा कि मेरी वजह से जिस किसी का भी दिल दुखा, मैं उनसे माफी मांगता हूं। मेरी मंशा किसी की आहत करने की ना है और ना ही थी, मगर फिर भी किसी को मेरी वजह से दुख पहुंचा तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। गुरदास मान बोले- मैं कान पकड़ कर माफी मांगता हूं इंटरव्यू के दौरान गायक गुरदास मान ने कहा कि जहां प्यार होता है, वहां पर कड़वी बातें भी मिट्ठी हो जाती है। मैं आज जिंदा हूं, इसका कारण सिर्फ बुजुर्गों का आशीर्वाद और दर्शकों का प्यार है। मेरी समझ में मैंने सिख धर्म के लिए जो गाना गाया, उसमें कुछ भी ऐसा नहीं गया कि किसी को बुरा लगना चाहिए। अगर फिर भी किसी को मेरी किसी भी बात या किसी भी शब्द से कुछ बुरा लगा तो कान पकड़ कर माफी मांगता हूं। मगर मुझे तकलीफ ये हुई कि मैंने अपने गुरुओं के लिए गाया था। मैंने तो सोचा कि हम पंजाबियों के दिल बहुत बड़े हैं, गलती माफ कर उसे भूल गए होंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ। जिद किसी के लिए भी अच्छी नहीं है। मां बोली की मैंने सेवा की तो मेरी सेवा भी मां बोली ने की। मुझे जो कुछ दिया है, सिर्फ पंजाबी मां बोली ने दिया है। इस दौरान गुरदास मान भावुक हो गए। मान ने आगे कहा कि मैंने न कभी गलत शब्दावली लिखी और ना ही कभी लिखूंगा व गाऊंगा। मान बोले- मेरी मां को गद्दार पैदा करने वाला बताया गया गुरदास मान ने आगे कहा कि गलतियां सभी से हुई, दुनिया में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है कि जिससे गलती न हुई है। मैं एक इंसान हूं। कोई मेरी मां को गालियां निकाले, मेरी मां को कोई गद्दार कहे तो मेरे अंदर का जमीर नहीं जागेगा क्या? मेरी मां और साई (नकोदर डेरे के मुख्य संत रहे साई लाडी शाह जी) को गालियां निकाली गई। मेरी मां को कहा गया कि गुरदास को पैदा करने वाली मां गद्दार है। बता दें कि कुछ दिनों में अमेरिका के अंदर गुरदास मान का बड़ा शो है। लाडी साईं को गुरु अमरदास का वंशज बताने पर बढ़ा था विवाद पंजाबी गायक गुरदास मान ने साल 2021 में नकोदर स्थित दरगाह के गद्दीनशीन रहे लाडी साईं जी को श्री गुरु अमरदास जी महाराज के वंशज बताए जाने के मामले में सिख समुदाय ने एक एफआईआर दर्ज करवाई थी। जिसके बाद जालंधर में सिख संगठनों ने गुरदास मान की गिरफ्तारी को लेकर काफी प्रदर्शन किए थे और हाईवे तक जाम कर दिया गया था। हालांकि इसी साल उन्हें इस केस में कोर्ट से राहत मिल गई थी। मगर गुरदास मान के इस बयान पर सिख संगठनों ने काफी ऐतराज जताया था। फेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो में गुरदास मान ने कहा था कि मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था, अगर ऐसा हुआ है तो मैं माफी मांगता हूं। हिंदी को पहले, पंजाबी को दूसरी भाषा कहने पर भी हुआ था विवाद बता दें कि पंजाबी मातृभाषा को लेकर गुरदास मान ने कहा था कि हमारी पहली भाषा हिंदी है और फिर पंजाबी। इसके बाद उनकी इस बात को काफी विवाद छिड़ गया था। इस पर लोगों ने गुरदास मान को बुरा भला भी कहा और जमकर उनका विरोध भी किया गया। इस दौरान कई लोगों ने गुरदास मान की मां को भी गालियां दी थी। जिसके बाद गुरदास मान ने इन सभी घटनाओं को लेकर साल 2022 में एक गाना भी बनाया और उसमें सारी बातें कही।   पंजाब | दैनिक भास्कर