पंजाब के लुधियाना में बाल मजदूरी रुक नहीं रही। जसपाल बांगड़ रोड पर एक 12 साल के किशोर को लोहे की फैक्ट्री में चाय-पानी पिलाने को बोलकर काम पर रखा, लेकिन उसे प्रेस मशीन पर बैठा दिया। बिना किसी ट्रेनिंग के जब बच्चा प्रेस मशीन पर काम करने लगा तो उसका हाथ मशीन के चपेट में आ गया। जिससे बच्चे के हाथ की दो उंगलियां कट गई। पूरी जिंदगी भर के लिए बच्चा हाथ से नकारा हो गया। कहीं सुनवाई न होने के कारण पीड़ित किशोर अपने परिवार सहित विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना के पास पहुंचा। जिन्होंने तुरंत संबंधित थाने को सूचित किया। घटना वाली जगह पर पुलिस ने रेड को तो फैक्ट्री मालिक गेट को बाहर से ताला लगाकर भाग गया। जबकि फैक्ट्री के अंदर लेबर काम कर रही थी। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आस-पास के पड़ोसियों की छत्तों से कूद कर फैक्ट्री में दाखिल हो मामले की जांच की। पीड़ित सन्नी बोला-चाय पिलाने का काम बोल कर था फैक्ट्री में रखा पीड़ित सन्नी ने बताया कि वह सतगुरु नगर का रहने वाला है। उसे फैक्ट्री मालिक ने यह कहकर काम पर रखा था कि सिर्फ चाय-पानी ही पिलाना है। लेकिन फैक्ट्री मालिक ने उसे प्रेस मशीन पर बैठा दिया। अचानक मशीन में हाथ आने के कारण बच्चे की 2 उंगलियां कट गई। कटोरी में उंगलियां डाल अस्पताल ले गए सन्नी ने बताया कि उंगलियां कटोरी में डाल कर जब अस्पताल लेकर गए तो कुछ टांके लगाकर उंगलियां जोड़ी लेकिन वह काम नहीं की। इस कारण उंगलियां फिर हटा दी गई। काम पर लगने से पहले ठेकेदारों ने भी यही कहा था कि यहां सिर्फ चाय-पानी पिलाने के काम है और भी छोटे बच्चे हो उन्हें ले आना। इस संबंधी पुलिस शिकायत भी दी है। प्रशासन से मांग है कि बनती कार्रवाई की जाए और मेरा उपचार करवाया जाए। MLA छीना बोली… उधर, विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना ने कहा कि 12 साल के बच्चे को फैक्ट्री में काम पर रखा गया है। उसे पहले दिन ही मशीन पर बैठा दिया गया। जब बच्चे की दोनों उंगलियां कट गई तो फैक्ट्री मालिक उसे अपनी कार में बैठाकर कचहरी ले गया। वहां ले जाकर परिवार से लिखवाने लगा कि ये हादसा गेट में हाथ आ जाने के कारण हुआ। फैक्ट्री मालिक परिवार को 10 हजार रुपए देने लगा, लेकिन परिवार ने कागज पड़ लिया और वापस आ गए। परिवार ने मुझे बताया तो मैं मौके पर पुलिस और लेबर विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर आई हूं। कंपनी का जो जीएसटी नंबर है वह भी पेंट से मिटाया हुआ है। फैक्ट्री मालिक मौके पर ताला लगाकर भाग गया है। बच्चे ने एक कार्ड भी दिया है जो फैक्ट्री मालिक ने उसे बनाकर दिया है। बचपन में ही बच्चे की उंगलियां कट जाने के कारण उसकी जिंदगी खराब हो गई। इस मामले को डिप्टी कमिश्नर और लेबर अधिकारियों के ध्यान में ला दिया है। पुलिस और लेबर विभाग के अधिकारी बोले-शिकायत पर होगी कार्रवाई उधर, लेबर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस केस में तुरंत एक्शन लिया जाएगा। घटना स्थल पर पहुंचे कंगनवाल चौकी इंचार्ज साहिब ने कहा कि फैक्ट्री में ताले लगे हुए है लेकिन अंदर काम चल रहा है। बच्चे का परिवार शिकायत देगा तो उसके आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। पंजाब के लुधियाना में बाल मजदूरी रुक नहीं रही। जसपाल बांगड़ रोड पर एक 12 साल के किशोर को लोहे की फैक्ट्री में चाय-पानी पिलाने को बोलकर काम पर रखा, लेकिन उसे प्रेस मशीन पर बैठा दिया। बिना किसी ट्रेनिंग के जब बच्चा प्रेस मशीन पर काम करने लगा तो उसका हाथ मशीन के चपेट में आ गया। जिससे बच्चे के हाथ की दो उंगलियां कट गई। पूरी जिंदगी भर के लिए बच्चा हाथ से नकारा हो गया। कहीं सुनवाई न होने के कारण पीड़ित किशोर अपने परिवार सहित विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना के पास पहुंचा। जिन्होंने तुरंत संबंधित थाने को सूचित किया। घटना वाली जगह पर पुलिस ने रेड को तो फैक्ट्री मालिक गेट को बाहर से ताला लगाकर भाग गया। जबकि फैक्ट्री के अंदर लेबर काम कर रही थी। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आस-पास के पड़ोसियों की छत्तों से कूद कर फैक्ट्री में दाखिल हो मामले की जांच की। पीड़ित सन्नी बोला-चाय पिलाने का काम बोल कर था फैक्ट्री में रखा पीड़ित सन्नी ने बताया कि वह सतगुरु नगर का रहने वाला है। उसे फैक्ट्री मालिक ने यह कहकर काम पर रखा था कि सिर्फ चाय-पानी ही पिलाना है। लेकिन फैक्ट्री मालिक ने उसे प्रेस मशीन पर बैठा दिया। अचानक मशीन में हाथ आने के कारण बच्चे की 2 उंगलियां कट गई। कटोरी में उंगलियां डाल अस्पताल ले गए सन्नी ने बताया कि उंगलियां कटोरी में डाल कर जब अस्पताल लेकर गए तो कुछ टांके लगाकर उंगलियां जोड़ी लेकिन वह काम नहीं की। इस कारण उंगलियां फिर हटा दी गई। काम पर लगने से पहले ठेकेदारों ने भी यही कहा था कि यहां सिर्फ चाय-पानी पिलाने के काम है और भी छोटे बच्चे हो उन्हें ले आना। इस संबंधी पुलिस शिकायत भी दी है। प्रशासन से मांग है कि बनती कार्रवाई की जाए और मेरा उपचार करवाया जाए। MLA छीना बोली… उधर, विधायक राजिंद्रपाल कौर छीना ने कहा कि 12 साल के बच्चे को फैक्ट्री में काम पर रखा गया है। उसे पहले दिन ही मशीन पर बैठा दिया गया। जब बच्चे की दोनों उंगलियां कट गई तो फैक्ट्री मालिक उसे अपनी कार में बैठाकर कचहरी ले गया। वहां ले जाकर परिवार से लिखवाने लगा कि ये हादसा गेट में हाथ आ जाने के कारण हुआ। फैक्ट्री मालिक परिवार को 10 हजार रुपए देने लगा, लेकिन परिवार ने कागज पड़ लिया और वापस आ गए। परिवार ने मुझे बताया तो मैं मौके पर पुलिस और लेबर विभाग के अधिकारियों को साथ लेकर आई हूं। कंपनी का जो जीएसटी नंबर है वह भी पेंट से मिटाया हुआ है। फैक्ट्री मालिक मौके पर ताला लगाकर भाग गया है। बच्चे ने एक कार्ड भी दिया है जो फैक्ट्री मालिक ने उसे बनाकर दिया है। बचपन में ही बच्चे की उंगलियां कट जाने के कारण उसकी जिंदगी खराब हो गई। इस मामले को डिप्टी कमिश्नर और लेबर अधिकारियों के ध्यान में ला दिया है। पुलिस और लेबर विभाग के अधिकारी बोले-शिकायत पर होगी कार्रवाई उधर, लेबर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस केस में तुरंत एक्शन लिया जाएगा। घटना स्थल पर पहुंचे कंगनवाल चौकी इंचार्ज साहिब ने कहा कि फैक्ट्री में ताले लगे हुए है लेकिन अंदर काम चल रहा है। बच्चे का परिवार शिकायत देगा तो उसके आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में खेतों में मिला युवक का शव:मृतक की नहीं हुई पहचान, पास में पड़े मिले नशे के इंजेक्शन
लुधियाना में खेतों में मिला युवक का शव:मृतक की नहीं हुई पहचान, पास में पड़े मिले नशे के इंजेक्शन पंजाब के लुधियाना में आज सुबह गांव तलवंडी के खेतों में एक युवक का शव मिला। खेतों में काम करने आए लोगों ने जब शव पड़ा देखा तो तुरंत गांव के गणमान्यों को सूचित किया। जिन्होंने मौके पर पुलिस अधिकारियों को बुलाया। घटना स्थल पर पहुंच पुलिस इस केस की अलग-अलग एंगलों पर जांच कर रही है। खेत में पड़ा मिला लोगों को युवक का शव जानकारी देते हुए आम आदमी पार्टी के नेता जोरा सिंह ने कहा कि आज सुबह जब कुछ लोगों ने एक युवक का शव खेतों में पड़ा देखा तो उन्होंने तुंरत शोर मचाया। लोगों ने थाना लाडोवाल की पुलिस को सूचित किया। युवक किन कारणों से मरा या मारा गया है, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन घटना स्थल पर कई नशे के इंजेक्शन आदि जरूर पड़े थे। मरने वाले युवक की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस इलाके में भी जांच पड़ताल कर रही है। कई लोगों से पूछताछ भी की गई है, लेकिन अभी मृतक युवक के बारे कुछ पता नहीं चल सका। SHO गुरशिंदर कौर बोली- मामला संदिग्ध है उधर, थाना लाडोवाल की एसएचओ गुरशिंदर कौर ने कहा कि मामला संदिग्ध है। इस केस में पुलिस जांच कर रही है। युवक की कुदरती मौत या अन्य किसी कारण से मौत हुई है यह पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा। जहां तक सवाल घटना स्थल पर मिले इंजेक्शनों का है तो उसकी जांच की जा रही है। इलाके में पुलिस पूरी तरह से नशा बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। अभी कुछ दिन पहले ही कई नशा तस्करों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए गए है। इलाके में आने वाले दिनों में ग्रामीणों के साथ बैठक करके नशा बेचने वालों के खिलाफ अभियान भी चलाया जाएगा। नशा तस्कर के बारे में बताने वाले का नाम और पहचान गुप्त रखी जाएगी।
जालंधर में छत गिरने से 4 बच्चे घायल:मां के साथ सो रहे थे, धमाके के साथ आई नीचे, हजारों का सामान नष्ट
जालंधर में छत गिरने से 4 बच्चे घायल:मां के साथ सो रहे थे, धमाके के साथ आई नीचे, हजारों का सामान नष्ट जालंधर में शुक्रवार की सुबह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में एक एक मकान की छत गिर गई। तेज धमाके के साथ गिरी छत के मलबे में दबकर एक महिला और उसके चार बच्चे घायल हो गई। बरसात में टपकती थी छत जानकारी देते हुए परिवार के सदस्य राधेश्याम ने बताया कि पिछले काफी समय से वह बस्ती दानिशमंदा क्षेत्र में रह रहा था। बरसात होने पर छत टपकती है। इस बाबत मकान मालिक को भी बताया गया,जिसने छत को ठीक कराने का आश्वासन दिया था। आज सुबह करीब साढे़ सात बजे जोरदार धमाके के साथ छत नीचे गिर गई। जिससे मलबे में दबकर चार बच्चे और बच्चों की मां दब गई। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और मलबा हटाकर बच्चों और उनकी मां को बाहर निकाला। मलबे में दबा सामान छत गिरने से घर का सारा सामान मिट्टी के मलबे में दब गया। गनीमत यह रही कि किसी का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ मगर माली नुकसान हो गया। राधे श्याम ने बताया कि मकान मालिक का घर पास में ही है, लेकिन वह देखने नहीं आया।
सुप्रीम कोर्ट के स्टे ऑर्डर की आलोचना का मामला:हाईकोर्ट की टिप्पणी खारिज, भविष्य में सावधानी बरतने की सलाह; SC की शक्ति पर उठा था सवाल
सुप्रीम कोर्ट के स्टे ऑर्डर की आलोचना का मामला:हाईकोर्ट की टिप्पणी खारिज, भविष्य में सावधानी बरतने की सलाह; SC की शक्ति पर उठा था सवाल सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा सुप्रीम कोर्ट के स्टे ऑर्डर की आलोचना करने के मामले का संज्ञान लिया था। इस मामले की आज बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस अवसर पर हाईकोर्ट ने जस्टिस राजबीर सहरावत की टिप्पणी को खारिज कर दिया। साथ ही उनके द्वारा एक आदेश में की गई टिप्पणियों को हटाते हुए उम्मीद जताई कि भविष्य में सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के आदेशों पर विचार करते समय अधिक सावधानी बरती जाएगी। जस्टिस ने की थी ये टिप्पणी हाईकोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट अपनी संवैधानिक सीमाओं से बाहर जा रहा है और हाई कोर्ट की शक्तियों को कम आंक रहा है। मामला एक अवमानना याचिका से जुड़ा था, जिसकी सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी। हाई कोर्ट के जस्टिस राजबीर ने फैसले में कहा कि सुप्रीम कोर्ट को खुद को वास्तविकता से ज्यादा सर्वोच्च मानने की आदत हो गई है।