<p style=”text-align: justify;”><strong>Mukesh Sahani Security:</strong> वीआईपी पार्टी के प्रमुख व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को Y+ की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है. गृह विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दिया है. गृह विभाग के विशेष सचिव ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को वाई प्लस की सुरक्षा प्रदान की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(Developing story)</strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Mukesh Sahani Security:</strong> वीआईपी पार्टी के प्रमुख व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को Y+ की सुरक्षा प्रदान कर दी गई है. गृह विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दिया है. गृह विभाग के विशेष सचिव ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को वाई प्लस की सुरक्षा प्रदान की जाती है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>(Developing story)</strong></p> बिहार MVA में सीट शेयरिंग को लेकर शरद पवार गुट के जयंत पाटील बोले, ‘अगर विवाद हुआ तो…’
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हिमाचल हाईकोर्ट आज SP बद्दी लगाएगा:ऐसा पहली बार होगा, सरकार से 3 IPS का पैनल मांगा; अभी विनोद धीमान अतिरिक्त कार्यभार देख रहे
हिमाचल हाईकोर्ट आज SP बद्दी लगाएगा:ऐसा पहली बार होगा, सरकार से 3 IPS का पैनल मांगा; अभी विनोद धीमान अतिरिक्त कार्यभार देख रहे हिमाचल प्रदेश के पुलिस जिला बद्दी में इल्मा अफरोज की जगह अगला पुलिस अधीक्षक (SP) हाईकोर्ट लगाएगा। हाईकोर्ट ने इसके लिए सरकार से तीन IPS अधिकारियों का पैनल मांग रखा है। पैनल में से किसे SP बद्दी लगाया जाए, यह फैसला अदालत करेगी। बताया जा रहा है कि प्रदेश में ऐसा पहली बार होगा, जब किसी जिला में SP लगाने का निर्णय सरकार नहीं, अदालत करने जा रही है। दरअसल, हाईकोर्ट ने बीते गुरुवार को एक जनहित याचिका (PIL) की सुनवाई करते वक्त चीफ जस्टिस गुरमीत सिंह संधावालिया और न्यायाधीश सत्येन वेद्य की बैंच ने कहा, जनता अपनी पसंद का SP चाह रही हैं, जबकि सरकार अपनी पसंद का। इसलिए कोर्ट ने सरकार से तीन नाम मांगे है। याचिकाकर्ता ने मांगी थी इल्मा की तैनाती वहीं याचिकाकर्ता सुचा राम ने इल्मा अफरोज को SP बद्दी लगाने का आग्रह किया था। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि जब से इल्मा SP बद्दी बनी हैं तब से कानून व्यवस्था का राज हुआ है। इल्मा ने माइनिंग माफिया पर अंकुश लगाया है। इल्मा ने हाईकोर्ट और नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों को सख्ती से लागू किया है। MLA रामकुमार से टकराव के बाद छुट्टी पर गई इल्मा बता दें कि दून से कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी से टकराव बढ़ने के बाद इल्मा अफरोज पहले 40 दिन तक लंबी छुट्टी पर गईं। ड्यूटी पर लौटी तो सरकार ने पुलिस मुख्यालय में तैनाती दी। सरकार ने एक याचिका के जवाब में अदालत को बताया कि इल्मा खुद बद्दी से ट्रांसफर चाह रही हैं। मगर सुचा राम ने इल्मा को दोबारा SP बद्दी लगाने की याचिका में गुहार लगाई थी। सरकार ने अभी HPS अधिकारी विनोद धीमान को SP बद्दी का अतिरिक्त कार्यभार दे रखा हैं। SP बद्दी को लेकर कैसे शुरू हुआ विवाद इल्मा अफरोज ने 7 जनवरी, 2024 को बद्दी की SP के तौर पर काम शुरू किया। अगस्त 2024 में इल्मा ने विधायक रामकुमार चौधरी की पत्नी की माइनिंग से जुड़ी गाड़ियों के चालान काटे। इससे विधायक नाराज हो गए। इसके बाद दोनों में टकराव बढ़ता गया। विधायक ने इल्मा को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का नोटिस तक दिलवा दिया। स्क्रैप कारोबारी ने खुद पर चलाई गोली इस बीच बद्दी में एक फायरिंग कांड हुआ, जिसमे स्क्रैप कारोबारी राम किशन की बुलेट प्रूफ गाड़ी पर गोलियां चलाई गई। वह पहले पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन SP इल्मा ने कारोबारी का पिछला रिकॉर्ड देखते मंजूरी नहीं दी। जांच में पता चला कि राम किशन ने खुद ही गोलियां चलाईं। इल्मा ने उस पर कार्रवाई शुरू कर दी। कारोबारी नेताओं का करीबी था। इस वजह से भी SP पर दबाव था, लेकिन वह कार्रवाई से पीछे नहीं हटीं। सीएम के साथ मीटिंग के बाद छुट्टी पर गई इल्मा 6 नवंबर 2024 को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में रखी गई DC-SP की मीटिंग में शामिल होने शिमला पहुंची। यहां उनकी मुलाकात कुछ नेताओं और सीनियर पुलिस अफसरों से हुई। उसी दिन इल्मा अफरोज वापस बद्दी लौटीं। उन्होंने अचानक सरकारी आवास से सामान समेटा और फिर मां के साथ उत्तर प्रदेश स्थित अपने गांव लौट गईं। हालांकि उन्होंने किसी से कुछ नहीं कहा। तब से यह विवाद चल रहा है। अदालत आज इस पर विराम लगा सकती है।
राजस्थान SI भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में RPSC का पूर्व सदस्य गिरफ्तार, बेटा-बेटी भी अरेस्ट
राजस्थान SI भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में RPSC का पूर्व सदस्य गिरफ्तार, बेटा-बेटी भी अरेस्ट <p style=”text-align: justify;”><strong>RPSC Paper Leak Case:</strong> राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 के पेपर लीक केस में SOG ने बड़ा एक्शन लिया है. बीते रविवार (1 सितंबर) को हुई कार्रवाई में आयोग के सदस्य रहे रामूराम राइका को अरेस्ट किया गया है. राइका के बेटे-बेटी समेत कुल पांच लोगों को एसओजी ने आरोपी बनाकर हिरासत में लिया. इससे पहले रामूराम राइका को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अपने बच्चों को लीक पेपर देने का आरोप</strong><br />रामूराम राइका पर आरोप है कि उन्होंने एसआई भर्ती का लीक पेपर अपने बेट और बेटी तक पहुंचाया था, जिसके बाद उन्होंने एग्जाम में टॉप किया था. एसओजी की ओर से जानकारी मिली है कि इस मामले में रामूराम राइका की 26 वर्षीय बेटी शोभा राइका और 27 वर्षीय बेटे देवेश राइका को भी अरेस्ट किया गया है. इसके अलावा, ट्रेनी एसाई मंजू देवी (30 वर्ष), अविनाश पलसानिया (28 वर्ष) और विजेंद्र कुमार (41 वर्ष) भी गिरफ्तार हुए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>आरोपी सात सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं, जिस दौरान उनसे पूछताछ कर और जानकारी निकाली जाएगी. साल 2018 से लेकर 2022 तक रामूराम राइका की आरपीएससी में भूमिका की जांच भी की जा रही है. </p>
<p><strong>दोबारा एग्जाम देने पर पास भी नहीं हो सके थे टॉपर</strong><br />दरअसल, आरपीएससी पेपर लीक की जांच तबसे शुरू हुई जब परीक्षा में टॉप करने वाले कुछ ट्रेनी एसआई रीएग्जाम में पास भी नहीं हो पाए. रामूराम राइका की बेटी शोभा को पांचवीं रैंक हासिल हुई थी. वहीं, बेटे देवेश 40वीं रैंक पर था. दोनों उनके पिता की संदिग्ध भूमिका के चलते एसओजी के रडार पर थे. </p>
<p>एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि शोभा राइका, जिसे पहले एग्जाम में हिंदी और जीके के पेपर में 200 में से 188 और 154 अंक मिले थे, वो दोबारा लिए गए एग्जाम में हिन्दी में 24 और जीके में 34 मार्क्स ला सकी. उसे कुल 343. 52 मार्क्स मिले थे, लेकिन रीएग्जाम में वह बुरी तरह फेल हो गई थी. मंजू देवी और विजेंद्र कुमार के साथ भी ऐसा ही हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”‘अकबर को महान बताने वाली किताबें जला दी जाएंगी’, महाराणा प्रताप से तुलना पर भड़के मंत्री मदन दिलावर” href=”https://www.abplive.com/states/rajasthan/education-minister-madan-dilawar-to-burn-mughal-emperor-akbar-books-on-comparison-with-maharana-pratap-2774181″ target=”_blank” rel=”noopener”>’अकबर को महान बताने वाली किताबें जला दी जाएंगी’, महाराणा प्रताप से तुलना पर भड़के मंत्री मदन दिलावर</a></strong></p>
Krishna Janmashtami: जन्माष्टमी के लिए बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी, इन्हें न लाएं साथ
Krishna Janmashtami: जन्माष्टमी के लिए बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी, इन्हें न लाएं साथ <p style=”text-align: justify;”><strong>Krishna Janmashtami 2024 Mathura:</strong> मथुरा में वृंदावन स्थित बांके बिहारी जी मंदिर में 27 अगस्त की मध्य रात्रि को मनाया जाएगा भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. जिसके बाद 28 अगस्त को मंदिर में नंदोत्सव मनाया जाएगा. बांके बिहारी मंदिर में इसकी तैयारियां जोरों-शोरों से शुरू हो गई हैं. वहीं प्रशासन ने भी दोनों उत्सवों को लेकर कमर कस ली है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बांके बिहारी मंदिर प्रशासन ने कृष्ण जन्मोत्सव के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं से की अपील की गई है कि वो वृंदावन आने से पहले भीड़ का आँकलन कर लें. मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों से अनुरोध किया गया है कि मंदिर आते समय उचित प्रवेश पर निकास मार्ग का ही प्रयोग करें, क्योंकि मंदिर में प्रवेश और निकास के रास्ते अलग-अलग रहेंगे. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मंदिर प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी</strong><br />श्रद्धालुओं को जूता-चप्पल पहनकर मंदिर नहीं आने की हिदायत दी गई है. इसके साथ ही भीड़ में जेब कतरों, चैन कतरों और मोबाइल चोरों से सावधान रहने के निर्देश दिए गए हैं. प्रशासन ने सलाह दी है कि मंदिर आने वाले श्रद्धालु अपने परिजनों की जेब में घर का पता और फोन नंबर जैसी जानकारी वाली लिखी पर्ची अवश्य रखें. </p>
<p style=”text-align: justify;”>भीड़ के समय वृद्धजनों, दिव्यांगजनों, छोटे बच्चे और बीपी हृदय एवं शुगर के मरीज, स्वास्थ्य संबंधी रोगी, मिर्गी दौरे आदि के रोगियों को साथ ना लाएं. इसके साथ ही अगर किसी को कोई समस्या है जो अपने साथ आवश्यक दवाई जरूर रखें. मंदिर की तरफ से खोया पाया केंद्र बांके बिहारी जी पुलिस चौकी पर बनाया गया है. जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल करें. </p>
<p style=”text-align: justify;”>प्रशासन ने कहा कि भीड़ में कई बार असामाजिक तत्व भी आ जाते हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं को ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है और वो अपने सामान की सुरक्षा भी स्वयं करें. मथुरा बाँके बिहारी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है. ऐसे में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को संभालना प्रशासन के लिए एक चुनौती होता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bjp-membership-campaign-gave-responsibility-to-all-bjp-mp-and-mlas-2765431″>यूपी में BJP ने सांसद और विधायकों की तय की जिम्मेदारी, जानें क्या मिला टारगेट</a></strong></p>