हरियाणा के नारनौल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने जिले भर में विभिन्न नाकों से करीब 15 लाख 30 हजार की राशि बरामद की। इस राशि को आगामी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया है। थानों की पुलिस टीमों और एफएसटी की टीमों के द्वारा पूछताछ करने पर उक्त लोग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसलिए चुनाव आचार संहिता के चलते नगदी जब्त कर मामला संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है। नाके पर तैनात पुलिस और FST टीम विधानसभा आम चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा अवैध शराब, अवैध कैश, तस्करी की रोकथाम के लिए नाकाबंदी एवं सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के निर्देशानुसार महेंद्रगढ़ पुलिस की विभिन्न थानों की टीमों और एफएसटी की टीमों ने जिले भर में चेकिंग के दौरान भारी मात्रा में नकदी बरामद कर जब्त की है। चेकिंग दौरान जब्त हुई नगदी राशि महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा अवैध शराब, अवैध कैश तस्करी को पकड़ने के लिए विभिन्न स्थानों पर 12 नाके लगाए गए हैं, इसके अतिरिक्त थानों की टीमों द्वारा भी नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है। आज जिले के सभी थानों की टीमों और एफएसटी की टीमों द्वारा चैकिंग के दौरान भारी मात्रा में नकदी बरामद कर जब्त की है। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा जिले के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है, वहीं पर जिला के साथ लगती राजस्थान सीमा पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं, नाकों पर से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहनों को चेक किया जा रहा है तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। हरियाणा के नारनौल में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने जिले भर में विभिन्न नाकों से करीब 15 लाख 30 हजार की राशि बरामद की। इस राशि को आगामी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया है। थानों की पुलिस टीमों और एफएसटी की टीमों के द्वारा पूछताछ करने पर उक्त लोग कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसलिए चुनाव आचार संहिता के चलते नगदी जब्त कर मामला संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है। नाके पर तैनात पुलिस और FST टीम विधानसभा आम चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा अवैध शराब, अवैध कैश, तस्करी की रोकथाम के लिए नाकाबंदी एवं सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा के निर्देशानुसार महेंद्रगढ़ पुलिस की विभिन्न थानों की टीमों और एफएसटी की टीमों ने जिले भर में चेकिंग के दौरान भारी मात्रा में नकदी बरामद कर जब्त की है। चेकिंग दौरान जब्त हुई नगदी राशि महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा अवैध शराब, अवैध कैश तस्करी को पकड़ने के लिए विभिन्न स्थानों पर 12 नाके लगाए गए हैं, इसके अतिरिक्त थानों की टीमों द्वारा भी नाकाबंदी कर चेकिंग की जा रही है। आज जिले के सभी थानों की टीमों और एफएसटी की टीमों द्वारा चैकिंग के दौरान भारी मात्रा में नकदी बरामद कर जब्त की है। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने बताया कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जहां महेंद्रगढ़ पुलिस द्वारा जिले के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चाक-चौबंद किया गया है, वहीं पर जिला के साथ लगती राजस्थान सीमा पर भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं, नाकों पर से गुजरने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहनों को चेक किया जा रहा है तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हिसार में आपसी झगड़े में मर्डर:सेक्टर 15 मोड पर मजदूर के सिर पर ईंट मारकर हत्या, रात को पी रहे थे शराब
हिसार में आपसी झगड़े में मर्डर:सेक्टर 15 मोड पर मजदूर के सिर पर ईंट मारकर हत्या, रात को पी रहे थे शराब हिसार में आपसी झगड़े में एक साथी ने दूसरे साथी की हत्या कर दी। यह घटना सेक्टर 15 मोड पर हुई। जानकारी के मुताबिक, यह झगड़ा शराब के नशे में हुआ है। हत्या के बाद आरोपी मजदूर फरार हो गया है। सुबह जब लोग सैर के लिए निकले तो उन्होंने मजदूर का शव सड़क पर पड़ा देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुटी है। आपको बता दें कि मजदूरों ने सेक्टर 15 मोड पर लेबर चौक बना रखा है। मजदूर रोजाना काम के लिए यहां खड़े रहते हैं और दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजारा करते हैं। कुछ मजदूर ऐसे भी हैं जिनके पास घर नहीं है, इसलिए वे यहां चौक पर बनी दुकानों के बरामदे में सोते हैं। गुरुवार रात को शास्त्री कॉलोनी निवासी जगदीश की मौत हो गई। वह नारनौंद के कौथकलां गांव का रहने वाला है। रात को जगदीश अपने दोस्तों के साथ लेबर चौक पर बैठकर शराब पी रहा था। इसी में कहासुनी हो गई और दूसरे मजदूर ने सड़क निर्माण में इस्तेमाल होने वाली ईंट उठाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों का सुराग नहीं फिलहाल पुलिस घटनास्थल की जांच कर रही है। हत्यारों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आसपास की दुकानों में कोई सीसीटीवी तो नहीं है, जिससे पता चल सके कि रात में घटना कब और कैसे हुई। इस हत्या में कितने लोग शामिल हैं? पुलिस ने मृतक जगदीश के शव को सिविल अस्पताल भेज दिया है। मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
हरियाणा BJP सरकार का दुष्यंत चौटाला को झटका:चंडीगढ़ में JJP का प्रदेश मुख्यालय खाली कराया; 15 दिन का नोटिस थमाया था
हरियाणा BJP सरकार का दुष्यंत चौटाला को झटका:चंडीगढ़ में JJP का प्रदेश मुख्यालय खाली कराया; 15 दिन का नोटिस थमाया था हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को CM नायब सैनी की अगुआई वाली BJP सरकार ने बड़ा झटका दिया है। सरकार ने उनके चंडीगढ़ स्थित जननायक जनता पार्टी (JJP) मुख्यालय को खाली करा दिया है। JJP को मुख्यालय खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया गया था। JJP का यह मुख्यालय पिछले 5 वर्षों से चंडीगढ़ के सेक्टर 3 स्थित MLA फ्लैट में चल रहा था। तब यह फ्लैट पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला की विधायक मां नैना चौटाला के नाम पर अलॉट था। हालांकि इस बार दुष्यंत और नैना चौटाला समेत JJP का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाया। JJP से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी का मुख्यालय अब पंचकूला में खुलेगा। यह भी चर्चा है कि पूर्व डिप्टी सीएम के पंचकूला के सेक्टर 21 स्थित निजी आवास में यह ऑफिस खोला जाएगा। 3 महीने की मोहलत मांगी थी
प्रदेश में भाजपा की नई सरकार बनने के बाद हारे नेताओं से फ्लैट खाली कराए जा रहे हैं, ताकि वह नए चुनकर आए विधायकों को दिए जा सकें। इसके लिए इस बार 2024 का चुनाव हारे सभी पूर्व विधायकों को 15 दिन का टाइम दिया गया था। हालांकि जब JJP के पास सरकार का फरमान पहुंचा तो उन्होंने 3 महीने की मोहलत मांगी थी। हालांकि सरकार ने 15 दिन से ज्यादा टाइम देने से इनकार कर दिया। जिस वजह से जजपा को ऑफिस खाली करना पड़ गया। 2019 में 10 MLA बने, इस बार एक भी नहीं
JJP ने 2019 में 10 सीटों से चुनाव जीता था। दुष्यंत चौटाला के साथ उनकी मां नैना चौटाला भी विधायक बनीं। इसके बाद भाजपा को समर्थन देकर वह सरकार में शामिल हो गए। दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम का पद मिला। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग पर सहमति न होने की बात कह JJP ने समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद जजपा अकेले चुनाव लड़ी, लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाई। दुष्यंत और उनके भाई दिग्विजय चौटाला को भी हार का सामना करना पड़ा। इसी फ्लैट में पहले इनेलो का ऑफिस चलता रहा
जिस फ्लैट में 5 साल पहले जजपा ने पार्टी का मुख्यालय बनाया, यहां पहले इनेलो का ऑफिस चलता था। हालांकि दुष्यंत चौटाला इनेलो से अलग हुए और नई पार्टी बनाई तो इसमें JJP का ऑफिस खोल लिया। जब तक दुष्यंत डिप्टी सीएम रहे तो पार्टी की सारी गतिविधि यहीं से चलती थी। हालांकि जब लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा से गठबंधन टूटा तो यहां सन्नाटा पसर गया था। चर्चा यह भी थी कि पूर्व में किए समर्थन की वजह से जजपा एक भाजपा MLA के जरिए दफ्तर बरकरार रख पाएगी, लेकिन यह स्कीम भी सिरे नहीं चढ़ी। प्रदेश मीडिया प्रभारी बोले- इसी महीने आवास खाली कर देंगे
जजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी दीप कमल ने बताया कि हमारे पास अभी समय है, हमारा कुछ सामान अभी रखा हुआ है। इसी महीने हम आवास खाली कर देंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी की प्रांतीय गतिविधियां पंचकूला और जिलों के पार्टी ऑफिस से संचालित होंगी।
चंडीगढ़ में धमाका करने वाले हरियाणा के युवकों की कहानी:अजीत नई गाड़ियों में घूमता; विनय जेल वार्डन का बेटा, झगड़े से लॉरेंस को दिखा
चंडीगढ़ में धमाका करने वाले हरियाणा के युवकों की कहानी:अजीत नई गाड़ियों में घूमता; विनय जेल वार्डन का बेटा, झगड़े से लॉरेंस को दिखा चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट करने वाले आरोपी अजीत और विनय को 28 नवंबर की शाम चंडीगढ़ पुलिस और हिसार स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों का हिसार के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के कहने के बाद ही पुलिस दोनों को चंडीगढ़ लेकर जाएगी। दैनिक भास्कर की टीम हिसार जिले के खरड़ और देवा गांव पहुंची। अजीत खरड़ और विनय देवा गांव का रहने वाला है। देवा गांव में अजीत के मामा और विनय का घर एक ही गली में है। इसलिए दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं। विनय की मां सिरसा जेल की वार्डन है। देवा गांव के लोगों के मुताबिक साल 2022 में विनय को अचानक राजनीति का शौक जाग गया। तब वह हिसार के जाट कॉलेज से ग्रेजुएशन कर रहा था। अचानक पता चला कि वह कॉलेज का प्रेसिडेंट बन गया है। पूरे कॉलेज में उसे प्रधान जी कहकर बुलाने लगे। एक दिन विनय ने कॉलेज के बाहर युवक को बुरी तरह मारा। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए। उस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। वह स्कूल टाइम में कबड्डी प्लेयर रहा है। तभी लॉरेंस गैंग की विनय पर नजर पड़ गई। वहीं खरड़ गांव के लोगों के मुताबिक कई दिन से अजीत बदला हुआ लग रहा था। वह महंगी-महंगी गाड़ियों में घूम रहा था। गांववाले भी हैरान थे कि कम जमीन होने के बावजूद वह नई गाड़ियों में कैसे घूम रहा है। अब सिलसिलेवार ढंग से अजीत और विनय के गांव से ग्राउंड रिपोर्ट पढ़िए अजीत के गांववाले बोले- एक दिन तो ऐसा होना ही था खरड़ गांव हिसार मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर हिसार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर अंदर जाकर पड़ता है। गांव में अजीत की चर्चा थी, लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं था। गांव के चौराहे पर कुछ युवक मोबाइल में अजीत की चंडीगढ़ ब्लास्ट से जुड़ी खबर पढ़ रहे थे। उनसे बात की तो सामने से जवाब मिला कि एक दिन तो ऐसा होना ही था। उन्होंने कहा कि अजीत के कुछ महीनों से रंग-ढंग बदले हुए थे। आए दिन नई गाड़ियों में घूमता था। कभी लाल रंग की बड़ी गाड़ी तो कभी काले रंग की स्कॉर्पियो। जब भी वह गांव में दिखता था तो उसके पास नई गाड़ी होती थी। गांववाले भी हैरान थे कि उनके पास इतनी लंबी चौड़ी जमीन जायदाद भी नहीं है, लेकिन आए दिन नई गाड़ियों में कहां से घूमता है। परिवार के पास 2 एकड़ जमीन, मां को कैंसर
गांव के अंदर पुराने रोड पर बनी ढाणी में अजीत का घर है। उसके पिता की 3 साल पहले मौत हो गई थी। घर में मां, बहन और बड़ा भाई है। अजीत घर में सबसे छोटा है। उसकी मां को कैंसर है। अजीत के पास 2 एकड़ जमीन है। जैसे ही अजीत के घर पहुंचे तो उसकी मां रोने लगी। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा घर नहीं आया है। सुबह फोन पर पता चला कि उसे गोली लगी है। मेरा बेटा कैसा है। हम गरीब है। घर के अंदर आकर देख लो, हम कैसे रह रहे हैं। अजीत के घर के अंदर जाकर देखा तो काफी पुराना था। दीवार पर ही कपड़े टंगे हुए थे और बिस्तर लगे थे। अंदर 2 कमरे और थे, लेकिन अजीत की मां ने कहा कि अंदर नहीं जाने दूंगी, वहां संदूक रखे हैं। इसके बाद बाहर आकर कहा कि हमें और कुछ नहीं कहना। तभी बाहर अजीत की बहन रोते हुए आई। उसने बताया कि मेरी मां को 2 महीने से बुखार आ रहा है। हम इलाज करवा रहे हैं। उनके पैर का ऑपरेशन हुआ है। मेरा भाई ऐसा नहीं कर सकता। तभी उसकी मां ने कहा कि हम मीडिया में कुछ भी नहीं बोलना चाहते, हमें अकेला छोड़ दो। मेरा बेटा कहां है, हमें ये भी नहीं पता। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में कई गैंग
गांव खरड़, अलीपुर की एक ही पंचायत है। दोनों गांव अलग-अलग हैं। यहां जाट और सैनी बहुसंख्यक है। सरपंच से लेकर ब्लॉक समिति चुनाव में दोनों समाज एक दूसरे के खिलाफ हो जाते हैं। हालांकि कुछ ग्रामीण कहते हैं कि राजनीति की बात अलग है, गांव में भाईचारा है। ग्रामीणों के मुताबिक गांव में बदमाशों के अलग-अलग गुट बने हैं। इनमें शराब कारोबारी और ठेकेदारों के गुट हैं। अजीत का भी शराब ठेकेदारों के साथ उठना-बैठना था। खरड़ में 2 और अलीपुर में 2 से ज्यादा गैंग हैं, जो आपस में भिड़ते रहते हैं। दिवाली के पास आनंद का मर्डर हुआ था। इस मामले ने काफी तूल पकड़ा और राजनीति और जातीय रंग ले लिया। गांव का मौजूदा सरपंच सैनी समाज से है। आनंद मर्डर केस में जाट समाज के लोगों ने सरपंच की गिरफ्तारी की मांग की और उसे पद से हटाने को कहा। गांववाले बोले- कई दिन से विनय की गतिविधियां ठीक नहीं थी देवा गांव हिसार मुख्यालय से 11 किलोमीटर दूर राजगढ़ रोड पर पड़ता है। जब दैनिक भास्कर की टीम गांव में पहुंची तो यहां विनय को सभी जानते थे। विनय के बारे में खबर पढ़कर कोई हैरान नहीं था। उनका कहना था कि उसकी गतिविधियां कुछ दिनों से ठीक नहीं थी। वह हिसार में PG में रहता था, इसलिए गांव कम ही आता था। गांव में उसका बहुत कम उठना-बैठना था। विनय की मां सिरसा जेल में वार्डन है और पिता वेदप्रकाश खेती करते हैं। उनके पास 5 एकड़ जमीन है। विनय 3 बहनों का इकलौता भाई है। ग्रामीणों ने विनय के घर का पता बताया। विनय के ही पड़ोस में उसके चाचा कृष्ण कुमार बैठे थे। वह गांव में नया मकान बना रहे हैं। किसान आंदोलन में उसके चाचा ने सक्रिय भूमिका निभाई थी और संयुक्त किसान मोर्चा के गांव देवा के प्रधान भी हैं। कृष्ण कुमार ने बताया कि विनय बालक बुद्धि था। आज कल के लड़के सोशल मीडिया पर ज्यादा रहते हैं। विनय को बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं माना। वह हिसार जाने की बात कहकर घर से गया था। उसके बाद से उसका फोन बंद आ रहा है। पहले विनय ठीक था। पढ़ता था और खेती में भी मदद करता था। शहर में जाने के बाद उसे हवा लग गई। ग्रामीण बोले- कुछ नहीं कहेंगे, गांव का मामला
देवा गांव में अजीत के मामा रहते हैं। भास्कर ने ग्रामीणों से कैमरे पर आने और बात करने की कोशिश, लेकिन उन्होंने साफ कह दिया कि गांव का मामला है, आगे जाकर दिक्कत होगी। हमें सारी जिंदगी यहीं रहना है। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि विनय और अजीत एक साथ कई बार गांव में देखे गए हैं। **************************** चंडीगढ़ बम ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- एक महीने पहले रची गई चंडीगढ़ ब्लास्ट की कहानी, हरियाणा के मास्टरमाइंड ने एडवांस पैसे दिए चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर USA में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीबी रणदीप मलिक ने बम ब्लास्ट करवाए। एक महीने पहले इसकी साजिश रची गई। मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों आरोपी सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। पढ़ें पूरी खबर चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट कर हरियाणा भागे आरोपी, बाइकवाले से लिफ्ट लेने की चूक महंगी पड़ी चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले दोनों आरोपी बाइक से हरियाणा में एंट्री कर गए थे। वह हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे। यहां दोनों ने बाइक छिपा दी और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गए। यहां से वह हिसार जिले के बरवाला में बाडोपट्टी टोल पर पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर