KGMU के लारी कॉर्डियोलॉजी में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद परिजनों ने शुक्रवार देर रात हंगामा कर दिया। इससे जुड़ा वीडियो शनिवार को वायरल हो गया। वायरल वीडियो में इमरजेंसी में अफरा-तफरी भरा माहौल नजर आ रहा है। इस दौरान स्ट्रेचर पर लेटी महिला को CPR दिया जा रहा है पर मरीज कोई रिस्पांस नहीं कर पा रही। ये था पूरा मामला
करीब 75 साल की बुजुर्ग खुर्शीदा बानो को शुक्रवार रात अचानक सीने में तेज दर्द होने पर लारी कॉर्डियोलॉजी लाया गया। यहां उनकी खून की जांच के लिए सैंपल भेजा गया। इस बीच मरीज की हालत और बिगड़ गई। आरोप है कि इमरजेंसी में ही मरीज स्ट्रेचर पर तड़पता रहा। बार-बार कहने के बावजूद डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया, उल्टे तीमारदारों से अभद्रता भी की। इससे मरीज की मौत हो गई। आरोप है मौत होने के बाद डॉक्टरों ने CPR देने का दिखावा किया। वायरल वीडियो में ये नजर भी आ रहा हैं। बुजुर्ग महिला के दामाद इस्तियाक अहमद ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मरीज की 7 साल पहले हो चुकी थी हार्ट सर्जरी
KGMU प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज की 7 साल पहले हार्ट सर्जरी हुई थी। मरीज का ECG किया गया था। वो नार्मल था। पर ‘ट्रॉप टी’ टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया था। रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा था। इस बीच उसे कार्डियक अरेस्ट पड़ गया। डॉक्टरों ने CPR दिया, पर जान नहीं बचाई जा सकी। किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं की गई। KGMU के लारी कॉर्डियोलॉजी में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद परिजनों ने शुक्रवार देर रात हंगामा कर दिया। इससे जुड़ा वीडियो शनिवार को वायरल हो गया। वायरल वीडियो में इमरजेंसी में अफरा-तफरी भरा माहौल नजर आ रहा है। इस दौरान स्ट्रेचर पर लेटी महिला को CPR दिया जा रहा है पर मरीज कोई रिस्पांस नहीं कर पा रही। ये था पूरा मामला
करीब 75 साल की बुजुर्ग खुर्शीदा बानो को शुक्रवार रात अचानक सीने में तेज दर्द होने पर लारी कॉर्डियोलॉजी लाया गया। यहां उनकी खून की जांच के लिए सैंपल भेजा गया। इस बीच मरीज की हालत और बिगड़ गई। आरोप है कि इमरजेंसी में ही मरीज स्ट्रेचर पर तड़पता रहा। बार-बार कहने के बावजूद डॉक्टरों ने इलाज नहीं किया, उल्टे तीमारदारों से अभद्रता भी की। इससे मरीज की मौत हो गई। आरोप है मौत होने के बाद डॉक्टरों ने CPR देने का दिखावा किया। वायरल वीडियो में ये नजर भी आ रहा हैं। बुजुर्ग महिला के दामाद इस्तियाक अहमद ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मरीज की 7 साल पहले हो चुकी थी हार्ट सर्जरी
KGMU प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि मरीज की 7 साल पहले हार्ट सर्जरी हुई थी। मरीज का ECG किया गया था। वो नार्मल था। पर ‘ट्रॉप टी’ टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया था। रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा था। इस बीच उसे कार्डियक अरेस्ट पड़ गया। डॉक्टरों ने CPR दिया, पर जान नहीं बचाई जा सकी। किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं की गई। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर