हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव अचीना निवासी सेना में हवलदार का असम में ड्यूटी के दौरान हार्ट फेल होने के कारण निधन हो गया। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव अचीना लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव अचीना निवासी करीब 40 वर्षीय हवलदार क्लर्क रामबीर पुत्र सुरेश शर्मा 41 बटालियन आर्मी गुवाहाटी में तैनात था। वहां 20 व 21 सितंबर के बीच की रात करीब ढाई बजे हार्ट फेल होने के कारण उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव अचीना में लाया गया। जहां कैप्टन अनभिलाष की अगुआई में हिसार से आई हुई सेना की टुकडी ने सलामी देकर अंतिक विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय हिंद, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। अंतिम संस्कार के समय अचीना ताल चौकी इंचार्ज सन्नी कुमार, पूर्व मन्त्री सतपाल सांगवान, पूर्व चेयरमैन संजय छपारिया आदि मौजूद रहे। हरियाणा के चरखी दादरी जिले के गांव अचीना निवासी सेना में हवलदार का असम में ड्यूटी के दौरान हार्ट फेल होने के कारण निधन हो गया। रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव अचीना लाया गया। यहां राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव अचीना निवासी करीब 40 वर्षीय हवलदार क्लर्क रामबीर पुत्र सुरेश शर्मा 41 बटालियन आर्मी गुवाहाटी में तैनात था। वहां 20 व 21 सितंबर के बीच की रात करीब ढाई बजे हार्ट फेल होने के कारण उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर आज पैतृक गांव अचीना में लाया गया। जहां कैप्टन अनभिलाष की अगुआई में हिसार से आई हुई सेना की टुकडी ने सलामी देकर अंतिक विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और भारत माता की जय, वंदे मातरम, जय हिंद, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। अंतिम संस्कार के समय अचीना ताल चौकी इंचार्ज सन्नी कुमार, पूर्व मन्त्री सतपाल सांगवान, पूर्व चेयरमैन संजय छपारिया आदि मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा से BJP सांसद सुर्खियों में:राज्यसभा में कहा- सुंदर नर्स ने हाथ पकड़ा तो मरीज बोला- मुझे कोई तकलीफ नहीं
हरियाणा से BJP सांसद सुर्खियों में:राज्यसभा में कहा- सुंदर नर्स ने हाथ पकड़ा तो मरीज बोला- मुझे कोई तकलीफ नहीं हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। वह राज्यसभा में नर्स पर दिए बयान के बाद सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुंदर नौजवान नर्स के हाथ पकड़ने के बाद मरीज बोला कि मुझे कोई तकलीफ नहीं है। उनके इस बयान की वीडियो भी वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजरों ने इसे घटिया चुटकुला बताया है। हरियाणा में इन दिनों नर्सिंग स्टाफ ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इसको लेकर वह प्रदर्शन कर चुकी हैं। उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है। वह केंद्र सरकार की तर्ज पर 7200 रुपए नर्सिंग अलाउंस देने, स्टाफ नर्सों को ग्रुप C से B में लाने और DHS में नर्सिंग डायरेक्टर की पोस्ट भरने की मांग कर रही हैं। राज्यसभा सांसद के बयान को इसी से जोड़ा जा रहा है। अब पढ़िए सांसद का पूरा बयान…
रामचंद्र जांगड़ा ने राज्यसभा में कहा कि हरियाणा में एक आदमी बीमार हो गया। उसको शरीर में तकलीफ थी। वह हॉस्पिटल में बेड पर लेटा हुआ था। नर्स आई, नौजवान थी, बड़ी सुंदर थी। हाथ पकड़कर कहने लगी कि ताऊ क्या तकलीफ है? तो मरीज बोला- हाथ पकड़े रह मेरा बस, मुझे कोई तकलीफ नहीं। यानी मोदी जी हमारा हाथ पकड़े रहो, फिर हमें कोई तकलीफ नहीं। इसके साथ उन्होंने कहा कि हरियाणा का आदमी वैसे ज्यादा आंकड़े जानता भी नहीं है। क्योंकि, हरियाणा के घर में एक चोर बढ़ (घुस) गया था तो घर का आदमी थाने में गया और कहा कि जी मैं चोर को बांध कर आया हूं पैरों से। जल्दी मेरे घर पर चलो और उसे पकड़ो। थानेदार बोला कि तू अच्छा आदमी है, पैर बांधकर आया है, हाथ से वह पैर खोल नहीं लेगा? आदमी बोला कि चोर भी हरियाणा का है, उसे भी ध्यान नहीं आएगी ऐसी कोई बात। यूजर बोला- हरियाणा वालों से इतनी नफरत क्यों
इस पर सोशल मीडिया X (पूर्व ट्विटर) पर यूजर अशोक दनोदा ने सांसद की वीडियो के साथ पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा कि हरियाणा वालों से इतनी नफरत क्यों है? हरियाणा की नर्सें कई दिन से हड़ताल पर बैठी हैं। संसद में उनकी आवाज उठाने की बजाए BJP सांसद रामचंद्र जांगड़ा नर्सों पर घटिया चुटकुला सुना रहे हैं। जिस हरियाणा के बच्चे UPSC टॉप कर रहे हैं। शूटिंग जैसे खेलों में मेडल ला रहे हैं। जिस हरियाणा ने 2014 से पहले मोदी के गुजरात को प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, खेल-खिलाड़ी, MSP, पेंशन समेत विकास हर पैमाने पर लाख दर्जे पीछे छोड़ दिया था, लेकिन BJP के सांसद को लगता है कि उस हरियाणा के लोगों को आंकड़े समझ नहीं आते। उन्होंने आगे लिखा- इनके गुरू मनोहर लाल खट्टर को भी लगता था कि हरियाणा के तो लोग कंधे से ऊपर कमजोर होते हैं। यानी मानसिक-वैचारिक-बौद्धिक तौर पर कमजोर। BJP के प्रभारी रहे बिप्लब देव ने भी कहा था कि हरियाणवी में तो दिमाग ही नहीं होता। यानी ये भाजपाई हरियाणवियों को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। अब यहीं लोग हरियाणा वालों से वोट मांगने के लिए आएंगे। इनको जरूरी जवाब मिलेगा। पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान 1. जांगड़ा ने कहा था- मुसलमान कारीगर अवैध हथियार बनाते हैं
लोकसभा चुनाव से पहले राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मुसलमान कारीगर देश में अवैध हथियार बनाते हैं। अगर कांग्रेस उनकी स्किल पहचान लेती तो वह AK-47 बना रहे होते। 1947 के बाद अब कांग्रेस देश में स्किल डेवलपमेंट की बात कर रही है। कांग्रेस को स्किल पहचानते हुए यह काम पहले करना चाहिए था। अगर कांग्रेस PM नरेंद्र मोदी की तरह मेक इन इंडिया का नारा देती तो मुस्लिम कारीगर क्या इस देश में AK-47 नहीं बना सकते थे। कांग्रेस ने सारा सामान विदेशों से मंगवाया। 2. हिंदू देवी देवताओं पर विवादित बयान देकर फंसे
सांसद पिछले साल हिंदू देवी देवताओं पर बयान देकर सुर्खियों में रहे थे। उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह हिंदू देवी देवताओं की पूजा ना करने व तीर्थ स्थलों पर ना जाने के बारे में बोलते दिखे थे। जिसके बाद बजरंग दल व अन्य हिंदू संगठन रामचंद्र जांगड़ा के विरोध में उतरे थे। 3. किसानों पर विवादित बयान, दारूबाज तक कह डाला था
इससे पहले 2021 में कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन करने वाले किसानों के संबंध में जांगड़ा ने विवादित बयान दिया था। जांगड़ा ने किसानों को बैड-एलिमेंट के साथ निठल्ले, निकम्मे और दारूबाज तक कहा था।
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस का कर्नाटक फॉर्मूला:लोकल फेस को प्रचार में देगी तवज्जो; बड़ी रैलियों से बचेगी, विनेश के लिए स्पेशल प्लानिंग
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस का कर्नाटक फॉर्मूला:लोकल फेस को प्रचार में देगी तवज्जो; बड़ी रैलियों से बचेगी, विनेश के लिए स्पेशल प्लानिंग हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कर्नाटक वाला फॉर्मूला लागू करने जा रही है। दरअसल, इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी काफी उत्साहित दिख रही है। वह लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। लोकसभा में कांग्रेस ने राज्य की 9 सीटों पर चुनाव लड़कर 5 पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनावों में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के प्रचार को लेकर पार्टी ने रणनीति बदल दी है। लोकसभा चुनाव में धुआंधार प्रचार करने वाले राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी की जोड़ी को लेकर यह रणनीति बदली गई है। जहां एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी लगातार प्रचार कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने अपने चुनावी रणनीतिकार सुनील कोनूगोलू से मिले इनपुट के बाद स्थानीय नेताओं के सहारे ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। श्रीनगर में अब्दुल्ला परिवार और हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के सहारे ही वह चुनाव प्रचार पर फोकस कर रही है। राहुल गांधी ने अब तक जम्मू-कश्मीर में एक दिन प्रचार किया है, जबकि हरियाणा में उन्होंने अब तक कोई सभा नहीं की है। प्रियंका गांधी भी अब तक हरियाणा से दूर हैं। कोनुगोलू की क्या है प्लानिंग दरअसल, कोनुगोलू की टीम को लगता है कि चुनाव राज्य का है, राज्य के स्थानीय मुद्दे हावी हैं, पीएम मोदी को तो सीएम बनना नहीं है, इसलिए चुनावों को न ही राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ा जाए और न ही इसे राहुल बनाम मोदी बनने दिया जाए। इसी फेहरिस्त में अमेरिका से लौटने के बाद पहली बार राहुल हरियाणा गए तो राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे को गरम कर दिया। हरियाणा में अवैध रूप से लाखों देकर जान की बाजी लगाकर विदेश जाने को मजबूर युवाओं के ही मामले अमेरिका में मिले शख्स के परिवार से मिलने करनाल गए। लेकिन चुनाव प्रचार से दूर रहे, इसलिए राहुल-प्रियंका के प्रचार को सीमित किया गया है। विनेश के लिए बन रही स्पेशल प्लानिंग पार्टी सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में राहुल- प्रियंका का दोनों राज्यों में प्रचार का कार्यक्रम बन रहा है। हालांकि इन दोनों बड़े चेहरों की रैलियों की संख्या में कमी लाई गई है। जुलाना में विनेश फोगाट के लिए राहुल-प्रियंका के प्रचार का खास कार्यक्रम भी तैयार किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ये जानती है कि रेसलर विनेश के साथ हुए पूरे घटनाक्रम को वह चुनाव में भुना सकती है, इसलिए जुलाना के अलावा भी दूसरी सीटों पर जहां खिलाड़ियों का अच्छा खास प्रभाव हैं, उन पर यूज किया जा सके। अब यहां जानते हैं कौन है कोनूगोलू कर्नाटक में जिता चुके हैं कोनूगोलू कर्नाटक के मूल निवासी सुनील कोनूगोलू भारत के सबसे लोकप्रिय चुनाव रणनीतिकारों में से एक हैं। उन्हें मई 2023 में कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत का पूरा श्रेय दिया जाता है। तेलंगाना में कांग्रेस के चुनाव अभियान की योजना बनाने के पीछे कानुगोलू ही थे, जिन्होंने पार्टी को राज्य में प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई। दो साल पहले कोनूगोलू को केसीआर ने एक बैठक के लिए हैदराबाद में अपने फार्म हाउस पर आमंत्रित किया था। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने उन्हें चुनावों के लिए चुनावी रणनीतिकार बनाने की पेशकश की, लेकिन कोनूगोलू ने इस प्रस्ताव को ठुकराकर कांग्रेस का साथ दिया। राहुल गांधी के करीबी हैं मीडिया हलकों में ऐसी चर्चा है कि कोनूगोलू वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भी सलाहकार हैं और उन्हें भारत जोड़ो यात्रा के एक बड़े हिस्से की योजना बनाने का काम भी सौंपा गया था। कांग्रेस से पहले, चुनावी रणनीतिकार ने अन्नाद्रमुक, भाजपा और द्रमुक के साथ काम किया था। प्रशांत किशोर ने जब कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार बनने प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, तब कांग्रेस ने कोनूगोलू से संपर्क किया। उन्हें टास्क फोर्स 2024 के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था। कभी प्रशांत किशोर की टीम का थे हिस्सा अपने शुरुआती दिनों में सुनील कोनूगोलपू 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी के लिए चुनावी रणनीति बनाने वाली प्रशांत किशोर की टीम का हिस्सा थे। उस समय नरेंद्र मोदी पहली बार भारत के प्रधानमंत्री बने थे। बाद में प्रशांत किशोर से अलग होकर उन्होंने अपनी एक टीम बनाई और कई पार्टियों के लिए रणनीति बनाने का काम किया। वैसे देखा जाए तो कोई भी रणनीतिकार सभी चुनावों में अपेक्षित रिजल्ट नहीं ला पाते हैं।
पंचकूला में ट्रक ने तेंदुए को मारी टक्कर, मौत:सड़क पार करते वक्त हुआ हादसा, वाहनों की गति पर नियंत्रण की मांग
पंचकूला में ट्रक ने तेंदुए को मारी टक्कर, मौत:सड़क पार करते वक्त हुआ हादसा, वाहनों की गति पर नियंत्रण की मांग हरियाणा के पंचकूला जिले में मोरनी टी पॉइंट के नजदीक नेशनल हाईवे पर एक दर्दनाक हादसे में तेंदुए की मौत हो गई। यह घटना उस समय घटी जब एक तेंदुए पहाड़ी क्षेत्र से शहर की तरफ सड़क क्रॉस कर रहा था। तभी एक तेज गति से आ रहे ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। मामले की जांच में जुटे अधिकारी इस दुर्घटना की जानकारी समाजसेवी पुष्पा ने वाइल्डलाइफ विभाग को दी। घटना की गंभीरता को देखते हुए वाइल्डलाइफ विभाग के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। स्थानीय पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वाइल्डलाइफ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है और उन्होंने प्रशासन से इस मार्ग पर वाहनों की गति सीमा पर सख्ती से नियंत्रण की मांग की है। पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों गति पर नियंत्रण का मांग इस हादसे ने एक बार फिर से जंगली जानवरों की सुरक्षा और उनके निवास स्थलों के संरक्षण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वाइल्डलाइफ विशेषज्ञों का मानना है कि पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों की तेज गति से चलना इन जानवरों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।