कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे आज हरियाणा में:2 रैलियां कर पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे; पूर्व CM हुड्डा साथ रहेंगे

कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे आज हरियाणा में:2 रैलियां कर पार्टी उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगे; पूर्व CM हुड्डा साथ रहेंगे

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के चलते आज अंबाला में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रैली करेंगे। शेड्यूल के मुताबिक, खड़गे पुलिस लाइन ग्राउंड में सुबह साढ़े 10 बजे तक पहुंच जाएंगे। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी होंगे। खड़गे अंबाला सिटी से कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह के पक्ष में वोट मांगेगे। इस रैली के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। करीब 300 वर्ग मीटर जगह में रैली के लिए पंडाल लगाया गया है। वहीं, लोगों के बैठने के लिए करीब चार हजार कुर्सियां डाली गई हैं। मौके पर सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम हैं। घरौंडा में भी रैली को संबोधित करेंगे
कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह मोहड़ा ने कहा है कि बड़ी संख्या में कांग्रेसी वर्कर इस रैली में शामिल होंगे। भाजपा की नीतियों से लोग तंग आ चुके है। इस कारण अब जनता प्रदेश में बदलाव चाहती है। जनता आज विकास को वोट देगी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर एक बार फिर से हरियाणा को विकासशील प्रदेश की सूची में लाया जाएगा। अंबाला के बाद दोपहर 12 बजे करनाल के घरौंडा में भी मल्लिकार्जुन खड़गे एक जनसभा को संबोधित करेंगे। घरौंडा में PWD रेस्ट हाउस (न्यासा इंडस्ट्रियल पार्क) में वह पार्टी वर्करों से मिलेंगे। कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल सिंह का इतिहास
कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह हरियाणा में पहले बंसी लाल और फिर भजन लाल की 2 कांग्रेस सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। वह 4 बार अंबाला जिले के तत्कालीन नंगल हलके से विधायक भी बने। निर्मल सिंह के 42 वर्षों के राजनीतिक जीवन का यह 11वां चुनाव है। इससे पूर्व वह हरियाणा विधानसभा के आम चुनाव में 9 बार चुनाव लड़ चुके हैं, जिनमें से 4 बार जीत मिली। इसके अलावा वह एक बार लोकसभा चुनाव में भी हार चुके हैं। चुनाव आयोग से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार निर्मल सिंह ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 42 वर्ष पूर्व साल 1982 में नंगल हलके में कांग्रेस के टिकट पर जीता था। उस चुनाव में उन्होंने देवीलाल की लोक दल पार्टी के उम्मीदवार के गुरपाल सिंह को 14 हजार वोट के अंतर से हराया था। उसके बाद 1987 में हुए विधानसभा चुनावों में नंगल में कांग्रेसी उम्मीदवार निर्मल सिंह को निर्दलीय हरमोहिंदर सिंह ने 11 हजार वोट से हरा दिया। वहीं, वर्ष 1991 के चुनाव में निर्मल सिंह ने नंगल से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जनता पार्टी के गुरबक्श सिंह को 10 हजार वोट से हराया। अक्टूबर 1994 में निर्मल सिंह को एक हत्या की जांच में आरोपी बनाया गया और उन्होंने स्वेच्छा से राजस्व राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें ढाई साल के लिए जेल में रखा गया। उन्होंने 1996 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जेल से ही चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ​​बाद में उन्हें फरवरी 1997 में सभी आरोपों से बरी कर दिया गया। 2019 में बनाया था हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट
नवंबर 2019 में निर्मल सिंह ने अपनी पार्टी हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट का गठन किया। उनके नेतृत्व में पार्टी ने 2 साल के भीतर उत्तर हरियाणा के विभिन्न जिलों में अपनी राज्य, जिला, वार्ड और ग्राम इकाइयां बनाईं। नई पार्टी ने अंबाला शहर में नगर निगम चुनाव 2020 लड़ा और 2 पार्षद सीटें जीतीं। जबकि, उनके मेयर उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के चलते आज अंबाला में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रैली करेंगे। शेड्यूल के मुताबिक, खड़गे पुलिस लाइन ग्राउंड में सुबह साढ़े 10 बजे तक पहुंच जाएंगे। उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी होंगे। खड़गे अंबाला सिटी से कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह के पक्ष में वोट मांगेगे। इस रैली के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। करीब 300 वर्ग मीटर जगह में रैली के लिए पंडाल लगाया गया है। वहीं, लोगों के बैठने के लिए करीब चार हजार कुर्सियां डाली गई हैं। मौके पर सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम हैं। घरौंडा में भी रैली को संबोधित करेंगे
कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह मोहड़ा ने कहा है कि बड़ी संख्या में कांग्रेसी वर्कर इस रैली में शामिल होंगे। भाजपा की नीतियों से लोग तंग आ चुके है। इस कारण अब जनता प्रदेश में बदलाव चाहती है। जनता आज विकास को वोट देगी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर एक बार फिर से हरियाणा को विकासशील प्रदेश की सूची में लाया जाएगा। अंबाला के बाद दोपहर 12 बजे करनाल के घरौंडा में भी मल्लिकार्जुन खड़गे एक जनसभा को संबोधित करेंगे। घरौंडा में PWD रेस्ट हाउस (न्यासा इंडस्ट्रियल पार्क) में वह पार्टी वर्करों से मिलेंगे। कांग्रेस के उम्मीदवार निर्मल सिंह का इतिहास
कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह हरियाणा में पहले बंसी लाल और फिर भजन लाल की 2 कांग्रेस सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। वह 4 बार अंबाला जिले के तत्कालीन नंगल हलके से विधायक भी बने। निर्मल सिंह के 42 वर्षों के राजनीतिक जीवन का यह 11वां चुनाव है। इससे पूर्व वह हरियाणा विधानसभा के आम चुनाव में 9 बार चुनाव लड़ चुके हैं, जिनमें से 4 बार जीत मिली। इसके अलावा वह एक बार लोकसभा चुनाव में भी हार चुके हैं। चुनाव आयोग से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार निर्मल सिंह ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 42 वर्ष पूर्व साल 1982 में नंगल हलके में कांग्रेस के टिकट पर जीता था। उस चुनाव में उन्होंने देवीलाल की लोक दल पार्टी के उम्मीदवार के गुरपाल सिंह को 14 हजार वोट के अंतर से हराया था। उसके बाद 1987 में हुए विधानसभा चुनावों में नंगल में कांग्रेसी उम्मीदवार निर्मल सिंह को निर्दलीय हरमोहिंदर सिंह ने 11 हजार वोट से हरा दिया। वहीं, वर्ष 1991 के चुनाव में निर्मल सिंह ने नंगल से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ते हुए जनता पार्टी के गुरबक्श सिंह को 10 हजार वोट से हराया। अक्टूबर 1994 में निर्मल सिंह को एक हत्या की जांच में आरोपी बनाया गया और उन्होंने स्वेच्छा से राजस्व राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्हें ढाई साल के लिए जेल में रखा गया। उन्होंने 1996 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जेल से ही चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। ​​बाद में उन्हें फरवरी 1997 में सभी आरोपों से बरी कर दिया गया। 2019 में बनाया था हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट
नवंबर 2019 में निर्मल सिंह ने अपनी पार्टी हरियाणा डेमोक्रेटिक फ्रंट का गठन किया। उनके नेतृत्व में पार्टी ने 2 साल के भीतर उत्तर हरियाणा के विभिन्न जिलों में अपनी राज्य, जिला, वार्ड और ग्राम इकाइयां बनाईं। नई पार्टी ने अंबाला शहर में नगर निगम चुनाव 2020 लड़ा और 2 पार्षद सीटें जीतीं। जबकि, उनके मेयर उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे थे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर