हरियाणा में गोपाल कांडा को भाजपा के प्रति प्रेम और इनेलो का समर्थन भारी पड़ सकता है। दोनों की पार्टी के आम कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। कांडा के बार-बार बयान बदलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है वहीं भाजपा का समर्थन लेने से कांडा के प्रचार से इनेलो कार्यकर्ताओं ने दूरी बना ली है। कांडा को आस है कि सिरसा के साथ लगते गांवों में इनेलो का वोट बैंक जो उनको मिलेगा मगर भाजपा के समर्थन से ऐसा होता नहीं दिख रहा। वहीं कांडा के बयानों से भाजपा कार्यकर्ताओं में उलझन है। भाजपा समर्थन के बाद कांडा ने कहा था कि मैंने किसी का समर्थन नहीं मांगा, इसके बाद से भाजपा के कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी बैठाने के बाद भी स्थानीय पदाधिकारी अपनी ही पार्टी से नाराज है और कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है। बता दें कि गोपाल कांडा पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया से 603 वोट से जीते थे मगर अब गोकुल के कांग्रेस में जाने के बाद कांडा को कड़ी टक्कर मिल रही है। लोकसभा चुनाव में कांडा का साथ लिया मगर हारी थी भाजपा बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गोपाल कांडा से समर्थन लिया था मगर भाजपा एक ही विधानसभा में आगे रही। अगर कांग्रेस पुराना प्रदर्शन दोहराती है तो गोपाल कांडा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इनेलो के अधिकतर वर्कर भाजपा पार्टी से नाराज हैं और भाजपा के समर्थन से उन्होंने गोपाल कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है और कांडा बंधुओं के लिए चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा ने पहले प्रत्याशी खड़ा किया, बाद में बैठाया भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है। इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा था कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा। कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बटोरा जा सके, जबकि सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है। इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है। क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बटोरना चाहती है। ऊपर से उनके सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए। पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे। इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था। प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी। हरियाणा में गोपाल कांडा को भाजपा के प्रति प्रेम और इनेलो का समर्थन भारी पड़ सकता है। दोनों की पार्टी के आम कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। कांडा के बार-बार बयान बदलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है वहीं भाजपा का समर्थन लेने से कांडा के प्रचार से इनेलो कार्यकर्ताओं ने दूरी बना ली है। कांडा को आस है कि सिरसा के साथ लगते गांवों में इनेलो का वोट बैंक जो उनको मिलेगा मगर भाजपा के समर्थन से ऐसा होता नहीं दिख रहा। वहीं कांडा के बयानों से भाजपा कार्यकर्ताओं में उलझन है। भाजपा समर्थन के बाद कांडा ने कहा था कि मैंने किसी का समर्थन नहीं मांगा, इसके बाद से भाजपा के कार्यकर्ता कांडा के प्रचार से दूरी बनाए हुए हैं। वहीं भाजपा प्रत्याशी बैठाने के बाद भी स्थानीय पदाधिकारी अपनी ही पार्टी से नाराज है और कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है। बता दें कि गोपाल कांडा पिछली बार निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया से 603 वोट से जीते थे मगर अब गोकुल के कांग्रेस में जाने के बाद कांडा को कड़ी टक्कर मिल रही है। लोकसभा चुनाव में कांडा का साथ लिया मगर हारी थी भाजपा बता दें कि 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने गोपाल कांडा से समर्थन लिया था मगर भाजपा एक ही विधानसभा में आगे रही। अगर कांग्रेस पुराना प्रदर्शन दोहराती है तो गोपाल कांडा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वहीं इनेलो के अधिकतर वर्कर भाजपा पार्टी से नाराज हैं और भाजपा के समर्थन से उन्होंने गोपाल कांडा के प्रचार से दूरी बना ली है और कांडा बंधुओं के लिए चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा ने पहले प्रत्याशी खड़ा किया, बाद में बैठाया भाजपा के 90 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बाद गोपाल कांडा ने अकेले लड़ने का फैसला लिया था। मगर ऐन वक्त पर इनेलो ने अपना समर्थन गोपाल कांडा को दे दिया। इसके बाद भाजपा ने कांडा के पक्ष में अपने प्रत्याशी का नामांकन वापस ले लिया। प्रदेश में इनेलो और भाजपा दोनों अलग-अलग लड़ रही है। इनेलो भाजपा पर लगातार हमलावर है। ऐसे में विपक्षी दल तीनों पार्टियों पर चुटकी ले रही हैं। हरियाणा में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुटकी लेते हुए X अकाउंट पर लिखा था कि ” अजब, विचित्र, गजब नजारा, खट्टर कहे कांडा हमारा, कांडा इनेलो को प्यारा, एक ने उम्मीदवार नहीं उतारा, दूसरा कहे गठबंधन है हमारा, ऊपर से है दोनों को इशारा, बेवकूफ बनाना काम तुम्हारा। कांडा और भाजपा नेताओं ने बदले बयान दरअसल गोपाल कांडा के बार-बार बयान बदलने और भाजपा नेताओं की अलग-अलग बयानबाजी से विपक्षी दलों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। कांग्रेस और जजपा इसे इनेलो और भाजपा का इसे साइलेंट गठबंधन करार दे रहे हैं। मगर इनेलो का कहना है कि कांग्रेस जानबूझकर भ्रम फैला रही है, ताकि भाजपा के खिलाफ वोट बटोरा जा सके, जबकि सच्चाई ये है दोनों पार्टी कांग्रेस और भाजपा की विदाई तय है। इनेलो नेता अभय ने कहा था- कांडा-भाजपा का गठबंधन नहीं दरअसल, भाजपा कैंडिडेट के कांडा के समर्थन के बाद इनेलो सबसे ज्यादा बैकफुट पर है। क्योंकि इनेलो बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफत का वोट बटोरना चाहती है। ऊपर से उनके सहयोगी गोपाल कांडा का भाजपा ने समर्थन किया तो कांग्रेस और जजपा हमलावर हो गए। पत्रकारों ने सवाल पूछे तो अभय चौटाला ने कहा कि कांडा अपने मुंह से कहेंगे तो वह मानेंगे। इसके बाद कांडा ने प्रेसवार्ता बुलाकर कहा कि भाजपा से उन्होंने कभी समर्थन मांगा ही नहीं था। प्रदेश में इनेलो गठबंधन की सरकार बनेगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
पानीपत में ट्रेन से कटकर व्यक्ति की मौत:काम करने के लिए निकला था घर से, रेलवे लाइन क्रास करते वक्त हुआ हादसा
पानीपत में ट्रेन से कटकर व्यक्ति की मौत:काम करने के लिए निकला था घर से, रेलवे लाइन क्रास करते वक्त हुआ हादसा हरियाणा के पानीपत में रेलवे लाइन क्रॉस करते हुए एक व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मौके पर शव पड़ा होने की सूचना मिलने पर जीआरपी मौके पर पहुंची। मृतक की जेब से बरामद चीजों से उसकी पहचान कर परिजनों को सूचित किया गया। पुलिस ने मौके से शव को सिविल अस्पताल भिजवाया। जहां उसका पंचनामा भरवा कर शवगृह में रखवा दिया गया। यहां परिजन पहुंचे। जिन्होंने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर इत्तेफाकिया कार्रवाई करते हुए पोस्टमॉर्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया है। दो बेटों का पिता था मृतक जानकारी देते हुए जीआरपी थाना के जांच अधिकारी SI कृष्ण कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान गणेश (50) निवासी गोहाना रोड, जग जीवनराम कॉलोनी के रुप में हुई है। वह मजदूरी का काम करता था। रोजाना की तरह वह शनिवार सुबह भी काम के लिए निकला था। वह संजय कॉलोनी से वापस अपनी कॉलोनी की ओर जा रहा था। रास्ते में वह गोहाना ओवरब्रिज के नीचे रेलवे लाइन क्रॉस करने लगा। इसी दौरान एक ट्रेन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। मौके से गुजर रहे लोगों ने इस बारे में जीआरपी को सूचित किया। मृतक दो बेटों का पिता था।
गधौली के धर्मवीर को वर्क वीजा की जगह टूरिस्ट वीजा पर भेजा किर्गिस्तान, एजेंट के खिलाफ केस
गधौली के धर्मवीर को वर्क वीजा की जगह टूरिस्ट वीजा पर भेजा किर्गिस्तान, एजेंट के खिलाफ केस भास्कर न्यूज | जठलाना विदेश भेजने के नाम पर युवक के साथ धोखाधड़ी हो गई। एजेंट ने वर्क वीजा की जगह जाली कागजात तैयार कर युवक को टूरिस्ट वीजा पर किर्गिस्तान भेज दिया। युवक विदेश में फंसा हुआ है, क्योंकि उसका टूरिस्ट वीजा खत्म हो गया है। वहां पुलिस द्वारा पकड़े जाने के डर से युवक कमरे में बंद है और डर के साये में जी रहा है। परिजनों ने एजेंट से मदद मांगी तो वह गाली-गलौज व जान से मारने की धमकियां दे रहा है। परिजनों ने एजेंट की शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक को दी है। शिकायत पर पुलिस ने गांव गुमथला निवासी एजेंट कृपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में गांव गधौली निवासी जिलावती ने बताया कि वह गरीब परिवार से संबंध रखती है। उसके पास तीन बेटियां व एक बेटा है। बेटा धर्मवीर 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। काम की तलाश में बेटा अपने चाचा रामेश्वर के साथ गांव खजूरी निवासी सुखदर्शन सिंह के पास गया। सुखदर्शन सिंह ने उसे गांव गुमथला निवासी एजेंट कृपाल सिंह से मिलवाया। कृपाल सिंह ने कहा कि वह कम पैसों में वर्क वीजा पर उसे विदेश भेज देगा। वहां कंपनी में नौकरी भी दिलाएगा। कंपनी में आठ घंटे काम करना होगा और प्रतिमाह 65 हजार रुपए सैलरी मिलेगी। इस काम के लिए साढ़े 4 लाख रुपए लगेंगे। फाइल शुरू करने की एवज में 10 हजार रुपए मांगे। जिस पर उक्त राशि कृपाल सिंह के खाते में ट्रांसफर कर दी। कुछ दिन बाद कृपाल सिंह का फोन आया और कहने लगा कि तुम्हारा वीजा आ गया बकाया राशि जल्द दे दो। उन्होंने ब्याज पर पैसे उठा कर कृपाल सिंह को नकद दे दिए। उसके बेटे को 8 दिसंबर 2023 को विदेश भेज दिया। वहां जाकर बेटे को पता चला कि उसे वर्क वीजा की जगह टूरिस्ट वीजा पर किर्गिस्तान भेजा गया है। न ही वहां पर वो कंपनी मिली जिसमें नौकरी की बात करने की बात कृपाल सिंह ने कही। जिलावती का कहना है कि बेटा एक लाख रुपए की राशि भी लेकर गया था। वह राशि भी खत्म हो गई। बेटा एक कमरे में बंद है। बाहर निकलने पर पुलिस पकड़ती है। बेटे को रोटी भी नसीब नहीं हो रही। जब इस बारे उन्होंने कृपाल सिंह से बात की तो वह टालमटोल करने लगा। फोन उठाना बंद कर दिया। जब वह कृपाल सिंह से मिलने उसके ऑफिस गए, तो वहां उनके साथ गाली-गलौज की गई। धक्के मार ऑफिस से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि वह जान से मारने की धमकियां दे रहा है। शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
हरियाणा का यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार:सिंगापुर में युवकों को नौकरी के बहाने बंधक बनवाया, इंडियन एंबेंसी भागकर बचाई जान, इंस्टाग्राम से जुड़े थे
हरियाणा का यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार:सिंगापुर में युवकों को नौकरी के बहाने बंधक बनवाया, इंडियन एंबेंसी भागकर बचाई जान, इंस्टाग्राम से जुड़े थे नौकरी के नाम पर विदेश भेजने, वहां बंधक बना साइबर ठगी करने के लिए मजबूर करने के आरोप में पुलिस ने हरियाणा के यूट्यूबर बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है। कटारिया पर उत्तर प्रदेश मूल के दो युवकों से लाखों रुपए लेकर उन्हें विदेश भेजकर बंधक बना चाइनीज कंपनी में ले जाने का आरोप है। वहां उनके साथ मारपीट कर पासपोर्ट छीन लिए गए और उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। जैसे-तैसे युवक मौका पाकर वहां से भाग निकले और इंडियन एंबेसी पहुंचकर वापस भारत आए। पीड़ित युवकों का आरोप है कि जिस कंपनी में उन्हें बंधक बनाया गया, वहां करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी कर लाए गये थे। उनमें महिलाएं भी शामिल हैं, जिन्हें बॉबी कटारिया जैसे दलालों ने नौकरी का झांसा देकर मानव तस्करी कर भेजा हुआ है। इंस्टाग्राम से टच में आए
बजघेड़ा थाना पुलिस को दी शिकायत में यूपी के फतेहपुर निवासी अरुण कुमार और हापुड़ निवासी मनीष तोमर ने बताया कि वे बेरोजगार थे। वे इंस्टाग्राम पर अपने-अपने स्तर पर यूट्यूबर बॉबी कटारिया के टच में थे। बॉबी के यूट्यूब चैनल MBK पर उन्होंने विदेश में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देखा। इसके बाद उन्होंने बॉबी से संपर्क किया। पीड़ितों का कहना था कि बॉबी ने उन्हें विदेश में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर अपने सेक्टर-109 स्थित ऑफिस बुलाया। उसने कहा था कि कॉन्सेंट वन मॉल में मिलें। पीड़ितों ने बताया कि अरुण कुमार 1 फरवरी 2024 को बॉबी कटारिया से उसके आफिस में मिला। उसने 2 हजार रुपए में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। सिंगापुर का बताकर वियनतियाने भेजा
इसके बाद बॉबी के कहने पर 13 फरवरी को उसके ऑफिस के खाते MBK ग्लोबल वीजा प्राइवेट लिमिटेड में 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। फिर इसके बाद कटारिया के कहने पर 14 मार्च को अंकित शौकीन नामक व्यक्ति के खाता में 1 लाख और ट्रांसफर किए। बॉबी ने शौकीन के वॉट्सऐप से वियनतियाने (लाओस) की टिकट भिजवाई। इसके बाद वह 28 मार्च को बॉबी के कहने के मुताबिक एयरपोर्ट पर 50 हजार रुपए US डॉलर में बदलवाकर फ्लाइट में बैठ गया। इसी प्रकार उसके दोस्त मनीष तोमर से भी लाखों रुपए सिंगापुर भेजने के नाम पर लिए गए, लेकिन उसे भी फ्लाइट में बैठाकर वियनतियाने भेजा। दो युवकों ने मारपीट की और बंधक बना लिया
जब दोनों एयरपोर्ट पर उतरे तो वहां उन्हें अभी नाम का एक युवक मिला। उसने खुद को बॉबी का दोस्त व पाकिस्तानी एजेंट बताया। उसने उन्हें होटल माइकन सन में छोड़ दिया। दूसरे दिन अभी ने उन्हें नावतुई ट्रेन की टिकट कराकर ट्रेन में बैठा दिया। नावतुई स्टेशन से अभी ने टैक्सी द्वारा उन्हें गोल्डन ट्रैंगल छुड़वा दिया, जहां उन्हें अंकित शौकीन और नीतीश शर्मा उर्फ रॉकी नामक युवक मिले। वे उन्हें बेनामी चाइनीज कंपनी में ले गए। वहां दोनों दोस्तों के साथ जमकर मारपीट की गई और उनके पासपोर्ट छीन लिए गए। उन्हें अमेरिकन लोगों के साथ साइबर फ्रॉड करने को मजबूर किया गया। जैसे-तैसे भाग निकले युवक
दोनों को धमकी दी गई कि यदि उनके अनुसार काम नहीं किया गया तो इंडिया नहीं पहुंच सकेंगे। यहीं मार दिया जाएगा। उस कंपनी में करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी कर लाए गए थे।हालांकि, जैसे-तैसे युवक वहां से भाग गए। CIA-10 इंचार्ज प्रमोद कुमार ने बताया है कि बाझघेड़ा थाने में आज शिकायत की गई थी, जिस पर मुकदमा दर्ज कर CIA की टीम ने बॉबी कटारिया को गिरफ्तार किया है।