हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा पर पलटवार करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री को बता होना चाहिए कि हिमाचल भी संघीय ढांचे का हिस्सा हैं। हम केंद्र से भीख नहीं मांग रहे। अपना हक मांग रहे हैं। CM सुक्खू ने कहा, नड्डा को यह जानकारी होनी चाहिए कि केंद्र अगर मदद कर रहा है तो यह पैसा जनता से टैक्स के रूप में इकट्ठा होता है। यह उगाही सभी राज्यों की जनता से टैक्स के रूप में की जाती है और यही पैसा राज्य को रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट में दिया जाता है। दरअसल, जगत प्रकाश नड्डा ने 3 दिन पहले हिमाचल के 2 दिवसीय दौरे के दौरान बिलासपुर में कहा था कि केंद्र अगर पैसा न दें तो हिमाचल सरकार एक दिन भी नहीं चल सकती है। हिमाचल से रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट मिलने पर ही यहां कर्मचारियों को सैलरी व पेंशनर को पेंशन दी जाती है। कांग्रेस से गए नेता की सलाह लेना बंद करें नड्डा CM सुक्खू ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन का नाम लिए बगैर कहा, आज कल जो नड्डा जी के सलाहकार बने हैं, वह कांग्रेस में ही थे। सीएम ने नड्डा को उनकी सलाह से बचने की अपील की। बीजेपी सरकार ने लगाया था टॉयलेट टैक्स सीएम ने केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा पर आज शिमला में पलटवार करते हुए राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह की बयानबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में फायदे के लिए ऐसी बातें की गई। उन्होंने कहा कि जो टॉयलेट टैक्स हिमाचल की पूर्व बीजेपी सरकार ने होटलों पर साल 2018 में लगाया था, उसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने जनता के बीच झूठ फैलाया। उनकी सरकार ने जनता पर ऐसा कोई भी टैक्स नहीं लगाया। मगर हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव में फायदे के लिए झूठ फैलाया गया। हरियाणा में बीजेपी से जनता नाराजगी कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काफी: CM सीएम सुक्खू कहा, वह हरियाणा चुनाव में गए। भाजपा के 10 साल के शासन से जनता में नाराजगी है। यह नाराजगी कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काफी है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा पर पलटवार करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री को बता होना चाहिए कि हिमाचल भी संघीय ढांचे का हिस्सा हैं। हम केंद्र से भीख नहीं मांग रहे। अपना हक मांग रहे हैं। CM सुक्खू ने कहा, नड्डा को यह जानकारी होनी चाहिए कि केंद्र अगर मदद कर रहा है तो यह पैसा जनता से टैक्स के रूप में इकट्ठा होता है। यह उगाही सभी राज्यों की जनता से टैक्स के रूप में की जाती है और यही पैसा राज्य को रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट में दिया जाता है। दरअसल, जगत प्रकाश नड्डा ने 3 दिन पहले हिमाचल के 2 दिवसीय दौरे के दौरान बिलासपुर में कहा था कि केंद्र अगर पैसा न दें तो हिमाचल सरकार एक दिन भी नहीं चल सकती है। हिमाचल से रेवेन्यू डेफिसिएट ग्रांट मिलने पर ही यहां कर्मचारियों को सैलरी व पेंशनर को पेंशन दी जाती है। कांग्रेस से गए नेता की सलाह लेना बंद करें नड्डा CM सुक्खू ने राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन का नाम लिए बगैर कहा, आज कल जो नड्डा जी के सलाहकार बने हैं, वह कांग्रेस में ही थे। सीएम ने नड्डा को उनकी सलाह से बचने की अपील की। बीजेपी सरकार ने लगाया था टॉयलेट टैक्स सीएम ने केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा पर आज शिमला में पलटवार करते हुए राजनीतिक फायदे के लिए इस तरह की बयानबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में फायदे के लिए ऐसी बातें की गई। उन्होंने कहा कि जो टॉयलेट टैक्स हिमाचल की पूर्व बीजेपी सरकार ने होटलों पर साल 2018 में लगाया था, उसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने जनता के बीच झूठ फैलाया। उनकी सरकार ने जनता पर ऐसा कोई भी टैक्स नहीं लगाया। मगर हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव में फायदे के लिए झूठ फैलाया गया। हरियाणा में बीजेपी से जनता नाराजगी कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काफी: CM सीएम सुक्खू कहा, वह हरियाणा चुनाव में गए। भाजपा के 10 साल के शासन से जनता में नाराजगी है। यह नाराजगी कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए काफी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:पाकिस्तान होते हुए इंडिया की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर; इसलिए नहीं बरस रहे बादल हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे कांगड़ा, चंबा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 7 नवंबर तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। 8 नवंबर से तापमान में कमी आनी शुरू होगी और सामान्य के आसपास टैम्परेचर पहुंचेगा। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान अभी नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है। इस साल सर्दियों में अधिकतम तापमान ने कई शहरों में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बीते रविवार को 27.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इससे पहले 07 नवंबर 2022 को धर्मशाला का रिकॉर्ड टैम्परेचर 27.4 डिग्री था। मंडी में भी नवंबर का बीते सोमवार को रिकॉर्ड 27.6 डिग्री टैम्परेचर दर्ज किया गया। वहीं ऊना का अधिकतम तापमान आज 33 डिग्री पहुंच गया है। इससे पहले रिकॉर्ड टैम्परेचर 17 नवंबर 2000 को 33.1 डिग्री है। किस शहर का पारा नॉर्मल से कितना ज्यादा हुआ इसी तरह अन्य शहरों का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 9.1 डिग्री का उछाला आया है और यहां पर तापमान 19.1 डिग्री पहुंच गया है। हमीरपुर का तापमान भी नॉर्मल से 8.4 डिग्री उछाल के बाद 35.3 डिग्री, कल्पा का 4.4 डिग्री के उछाल के बाद 20.9 डिग्री, भुंतर का 4.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.8 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री उछाल के बाद 29.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। प्रदेश में सूखे जैसे हालात पनप रहे प्रदेश में इस बार मानसून में भी नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में तो नॉर्मल से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में तो पिछले 34 दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी। इससे सूखे जैसे हालात पनप रहे हैं। ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल के साथ साथ किसानों की फसलों पर बुरा असर पड़ने लगा है। किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहे हैं।
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