श्रावस्ती में 12 घंटे में 100 गायों की मौत:खतरनाक केमिकल वाला चारा खाने से गई जान, लैब की रिपोर्ट में खुलासा

श्रावस्ती में 12 घंटे में 100 गायों की मौत:खतरनाक केमिकल वाला चारा खाने से गई जान, लैब की रिपोर्ट में खुलासा

श्रावस्ती के इकौना ब्लॉक स्थित गिलौला वृहद गोशाला में हानिकारक केमिकल युक्त चारा खाने से सैकड़ों गायों की मौत हो गई। पशु रोग शोध एवं निदान केंद्र, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान इज्जतनगर की जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। गोशाला में 4 अक्टूबर को अचानक गायों की तबियत बिगड़ी थी। करीब 12 घंटे के भीतर 100 से अधिक गायों की मौत हो गई। गोशाला में गायों के दिए गए चोकर और भूसा को जांच के लिए लैब भेजा गया। लैब में पाया गया कि गायों को जो चोकर और भूसा दिया गया उसमें नाइट्रेट-नाइट्राराइट मिला था। इस कारण गायों की मौत हुई है। अनुंसधान केंद्र की ओर से पशुधन विभाग को सुझाव दिया है कि जुगाली करने वालों को केवल हरा चारा न खिलाएं। हमेशा हरे चारे के साथ भूसा मिलाकर दें। जानवरों को क्षतिग्रस्त और फंगस से संक्रमित खाद्य पदार्थ न खिलाएं। चारे में दवा मिलाने से हुई मौत
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोशाला में गायों की तबीयत खराब हुई थी। पशु चिकित्सकों ने आकर गायों के स्वास्थ्य की जांच की। पशु चिकित्सक की ओर से दी गई दवा को चारे में मिलाकर गायों को खिलाया गया। इसके बाद देखते ही देखते गायों की मौत हो गई। गोशाला में सैकड़ों गायों की मौत की सूचना के बाद श्रावस्ती के डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे। ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि पर एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही, ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम प्रधान को भी नियम 95 जी के तहत नोटिस जारी किया गया है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह भी शासन ने सस्पेंड कर दिया है। श्रावस्ती के इकौना ब्लॉक स्थित गिलौला वृहद गोशाला में हानिकारक केमिकल युक्त चारा खाने से सैकड़ों गायों की मौत हो गई। पशु रोग शोध एवं निदान केंद्र, भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान इज्जतनगर की जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। गोशाला में 4 अक्टूबर को अचानक गायों की तबियत बिगड़ी थी। करीब 12 घंटे के भीतर 100 से अधिक गायों की मौत हो गई। गोशाला में गायों के दिए गए चोकर और भूसा को जांच के लिए लैब भेजा गया। लैब में पाया गया कि गायों को जो चोकर और भूसा दिया गया उसमें नाइट्रेट-नाइट्राराइट मिला था। इस कारण गायों की मौत हुई है। अनुंसधान केंद्र की ओर से पशुधन विभाग को सुझाव दिया है कि जुगाली करने वालों को केवल हरा चारा न खिलाएं। हमेशा हरे चारे के साथ भूसा मिलाकर दें। जानवरों को क्षतिग्रस्त और फंगस से संक्रमित खाद्य पदार्थ न खिलाएं। चारे में दवा मिलाने से हुई मौत
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोशाला में गायों की तबीयत खराब हुई थी। पशु चिकित्सकों ने आकर गायों के स्वास्थ्य की जांच की। पशु चिकित्सक की ओर से दी गई दवा को चारे में मिलाकर गायों को खिलाया गया। इसके बाद देखते ही देखते गायों की मौत हो गई। गोशाला में सैकड़ों गायों की मौत की सूचना के बाद श्रावस्ती के डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे। ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि पर एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही, ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया गया है। ग्राम प्रधान को भी नियम 95 जी के तहत नोटिस जारी किया गया है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनय कुमार सिंह भी शासन ने सस्पेंड कर दिया है।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर