हरियाणा में फतेहाबाद जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज होगी। इसके लिए फतेहाबाद के महिला कॉलेज भोडिया खेड़ा को काउंटिंग सेंटर बनाया गया है। काउंटिंग की शुरुआत सुबह 8 बजे से होगी। पहले पोस्टल बैलट गिने जाएंगे। सुबह 9 बजे तक पहला रुझान आ जाएगा। फतेहाबाद में 14 टेबल लगाई गई हैं। जिनमें फतेहाबाद में 18 राउंड और टोहाना और रतिया की काउंटिंग 17-17 राउंड में पूरी होगी। जिले की तीनों सीटों के लिए 5 अक्टूबर को कुल 74.77 प्रतिशत वोटिंग हुई। विधानसभा सीटवाइज देखें तो सबसे ज्यादा वोटिंग टोहाना सीट पर 77.4 प्रतिशत वोटिंग पर हुई, जबकि रतिया सीट पर सबसे कम 71.90 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। काउंटिंग के लिए मतगणना सेंटर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। काउंटिंग सेंटर में कर्मचारियों और राजनीतिक दलों के मान्यता प्राप्त पोलिंग एजेंटों के अलावा किसी दूसरे को जाने की इजाजत नहीं है। अंदर मोबाइल ले जाने की भी मनाही है। किस सीट पर कौन आमने-सामने फतेहाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा के दुड़ाराम बिश्नोई और बलवान सिंह दौलतपुरिया आमने-सामने हैं। रतिया विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से पूर्व सांसद सुनीत दुग्गल और कांग्रेस के जरनैल सिंह उम्मीदवार है। टोहाना सीट पर भाजपा के देवेंद्र बबली और कांग्रेस के परमवीर सिंह में टक्कर है। हरियाणा में फतेहाबाद जिले की 3 विधानसभा सीटों पर काउंटिंग आज होगी। इसके लिए फतेहाबाद के महिला कॉलेज भोडिया खेड़ा को काउंटिंग सेंटर बनाया गया है। काउंटिंग की शुरुआत सुबह 8 बजे से होगी। पहले पोस्टल बैलट गिने जाएंगे। सुबह 9 बजे तक पहला रुझान आ जाएगा। फतेहाबाद में 14 टेबल लगाई गई हैं। जिनमें फतेहाबाद में 18 राउंड और टोहाना और रतिया की काउंटिंग 17-17 राउंड में पूरी होगी। जिले की तीनों सीटों के लिए 5 अक्टूबर को कुल 74.77 प्रतिशत वोटिंग हुई। विधानसभा सीटवाइज देखें तो सबसे ज्यादा वोटिंग टोहाना सीट पर 77.4 प्रतिशत वोटिंग पर हुई, जबकि रतिया सीट पर सबसे कम 71.90 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। काउंटिंग के लिए मतगणना सेंटर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए 3 लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। काउंटिंग सेंटर में कर्मचारियों और राजनीतिक दलों के मान्यता प्राप्त पोलिंग एजेंटों के अलावा किसी दूसरे को जाने की इजाजत नहीं है। अंदर मोबाइल ले जाने की भी मनाही है। किस सीट पर कौन आमने-सामने फतेहाबाद विधानसभा सीट पर भाजपा के दुड़ाराम बिश्नोई और बलवान सिंह दौलतपुरिया आमने-सामने हैं। रतिया विधानसभा सीट पर भाजपा की तरफ से पूर्व सांसद सुनीत दुग्गल और कांग्रेस के जरनैल सिंह उम्मीदवार है। टोहाना सीट पर भाजपा के देवेंद्र बबली और कांग्रेस के परमवीर सिंह में टक्कर है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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भिवानी में 5 वर्षीय बच्ची की हत्या:कल शाम से लापता थी; ताऊ के मकान की छत पर मिला शव, पिता कर चुके सुसाइड हरियाणा भिवानी के गांव पाजू में कल शाम से लापता 5 साल की बच्ची का शव सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में उसके ताऊ के मकान की छत पर मिला है। बच्ची की गर्दन पर चोट का निशान हैं। बच्ची की हत्या की आशंका जताई जा रही है। बहल थाना व चैहड़ कलां चौकी पुलिस द्वारा शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया है। बच्ची के पिता ने करीब 10 माह पहले कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस छानबीन में लगी है। भिवानी के गांव पाजू निवासी बृजलाल ने बताया कि उसके भाई ईश्वर की मौत के बाद उसके तीन बच्चे व पत्नी उसके साथ ही रहते हैं। ईश्वर के तीन बच्चे थे, जिनमें 7 साल का अंकुर, 5 साल की रेनू व 3 साल की सोनम। बच्चों की मां ज्योति व सभी बच्चे घर पर थे। रविवार को 5 वर्षीय रेनू अचानक घर से लापता पता हो गई थी। उसे परिवार के लोग कल से तलाश कर रहे थे, लेकिन वह कहीं नहीं मिली। ताऊ की छत पर मिला बच्ची का शव परिवार के लोग सोमवार को भी बच्ची की तलाश में लगे थे। इस बीच बच्ची रेनू मृत हालत में साथ लगते ताऊ बलवान के मकान की छत पर मिली। बच्ची के सगे ताऊ बृजलाल ने बताया कि बलवान उसके ताऊ का लड़का है। बच्ची की गर्दन पर मिले चोट के निशान बच्ची रेनू की गर्दन पर चोट के निशान मिले हैं। रस्सी से गला घोंटने की आशंका जताई जा रही है। घटना की सूचना बहल थाना पुलिस को दी। पुलिस व एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए शाम काे भिवानी के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। पुलिस व डॉक्टरों की टीम कार्रवाई में लगी हुई थी। 10 माह पहले पिता ने की थी आत्महत्या परिजनों ने बताया कि बच्ची का पिता ईश्वर खेती बाड़ी करता था। दस माह पहले ही उसने स्प्रे पीकर आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद पूरा परिवार टूट गया था।घटना ने बेबस मां ज्योति व परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
हरियाणा में लव-मैरिज पर घमासान:2 गांवों में 7 दिनों से तनाव; एक ने दूसरे की सुविधाएं रोंकी, प्रेमी जोड़ा बोला- जान को खतरा
हरियाणा में लव-मैरिज पर घमासान:2 गांवों में 7 दिनों से तनाव; एक ने दूसरे की सुविधाएं रोंकी, प्रेमी जोड़ा बोला- जान को खतरा पहले प्यार फिर शादी और अब तनाव के चलते जिंदगी का खतरा। हरियाणा के नारनौल में युवक-युवती की लव-मैरिज एक तरह से घमासान बन गई है। कानूनन लड़का-लड़की बालिग होने के साथ अपनी मर्जी से शादी कर चुके हैं, लेकिन दोनों के गांव साथ-साथ होने की वजह से सामाजिक तौर पर उन्हें स्वीकार नहीं किया जा रहा। इस शादी से खफा लड़की के गांव के लोगों ने लड़के के गांव का एक तरह से बहिष्कार कर दिया है। दोनों गांव के बीच पिछले एक सप्ताह से तनाव बना हुआ हैं। एक गांव ने दूसरे गांव के ग्रामीणों की तमाम सुख-सुविधाओं पर ही ब्रेक लगा दिया है। 50 साल का भाईचारा एक तरह से खतरे में पड़ गया हैं। सामाजिक सौहार्द कायम करने के लिए दोनों तरफ से पंचायतें हो चुकी हैं, लेकिन समाधान के नाम पर कुछ नहीं हुआ। वहीं प्रेमी जोड़ा जान के खतरे के लिए सेफ हाउस में दिन गुजार रहा है। अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा मामला…. गांव के बस स्टैंड से प्यार की कहानी शुरू हुई
ग्रामीणों के मुताबिक बिगोपुर का लड़का नारनौल के किसी कोचिंग सेंटर में कोचिंग लेने के लिए जाता था। जबकि धोलेड़ा की करीब 24 वर्षीय लड़की नारनौल के कॉलेज में पढ़ाई करती थी। दोनों धोलेड़ा गांव के बस स्टैंड से रोजाना बस पकड़ते थे। तभी दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी और फिर ये नजदीकियां प्यार में बदल गईं। दोनों एक ही जाति (यादव) से संबंध रखते हैं, लेकिन दोनों के गांव साथ-साथ होने की वजह से उन्हें लगा कि परिवार के लोग शादी के लिए तैयार नहीं होंगे। इसलिए दोनों ने भागकर शादी करने का फैसला किया। दोनों घर से भागकर यूपी के गाजियाबाद पहुंचे। यहां 9 जून को दोनों ने पहले आर्य समाज मंदिर और फिर लोकल कोर्ट में लव मैरिज की। दोनों लड़का-लड़की एक दूसरे को पिछले 5 सालों से जानते थे। शादी का पता लगते ही भड़के ग्रामीण, बहिष्कार का ऐलान
दोनों के शादी करने की खबर जब गांव धोलेड़ा में पहुंची तो लड़की के परिजन खफा हो गए। प्रेमी जोड़ा इस बात से पहले से वाकिफ था। जिसके चलते दोनों शादी कर वापस 13 जून को नारनौल कोर्ट में सुरक्षा मांगने पहुंचे। कोर्ट के आदेश पर दोनों को 7 दिन के लिए सेफ हाउस में रखने का आदेश दिया गया। वहीं इस बात का पता चलते ही लड़की के गांव धोलेड़ा खुर्द के ग्रामीणों ने उसी दिन 5 गांवों की पंचायत बुलाई और बिगोपुर गांव के ग्रामीणों का बहिष्कार करने का फरमान सुना दिया। चूंकि धोलेड़ा और बिगोपुर गांव की सीमा साथ लगती हुई है। दोनों गांव के बीच आधा किलोमीटर की दूरी है। बिगोपुर गांव की सुविधाओं पर रोक लगाई
दोनों गांव के बीच 50 साल से ज्यादा समय से भाईचारा है। बिगोपुर गांव और धोलेड़ा का बस स्टैंड, बैंक, मार्केट सब एक हैं। ये मार्केट, बैंक, बस स्टैंड गांव धोलेड़ा में बने हुए हैं। ऐसे में धोलेड़ा के ग्रामीणों द्वारा इन तमाम सुविधाओं पर एक तरह से रोक लगाने से बिगोपुर गांव के लोग परेशान हो गए। बिगोपुर गांव के ग्रामीणों की माने तो जब उनके गांव के लोग धोलेड़ा से बस पकड़ने या फिर बैंक में काम कराने के लिए जाने लगे तो उन्हें रोका जाने लगा। साथ ही धोलेड़ा में बिगोपुर के ग्रामीणों की करीब 10 दुकानें है, जिन्हें 9 जून के बाद से ही बंद कराया हुआ है। उन्हें दुकानें तक खोलने नहीं दी जा रही है। इतना ही नहीं धोलेड़ा से अगर कोई बिगोपुर का स्टूडेंट बस पकड़ने के लिए पहुंचे तो उसे बस में ही सवार नहीं होने दिया जा रहा। धोलेड़ा के ग्रामीण मार्केट में धरना लगाकर बैठे
दोनों तरफ से तनाव होने की सूरत में 17 जून को बिगोपुर गांव की तरफ से आसपास के 31 गांवों की पंचायत बुलाई गई। जिसमें निर्णय लिया गया कि दोनों गांवों के 7-7 लोगों को शामिल कर इस पूरे मामले को सुलझाया जाएगा, लेकिन धोलेड़ा के ग्रामीण 13 जून से ही अपने गांव की मार्केट के बाहर धरना लगाकर बैठे हुए हैं। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि लड़की को वापस उसके परिजनों के पास भेजा जाएगा। लड़की ने जान को खतरा बताया, सेफ हाउस में रह रहे
वहीं दूसरी तरफ जब लड़की को दोबारा से कोर्ट में पेश किया गया तो उसने खुद की जान को खतरा बताते हुए तीन लोगों पर आरोप भी लगाया। जिसके बाद लड़की और लड़के को फिर से 20 दिन के लिए सेफ हाउस में भेज दिया गया है। बुधवार को परेशान होकर बिगोपुर के ग्रामीण नारनौल में एसपी अर्श वर्मा से भी मिले और बताया कि शादी लड़का-लड़की ने की है और सामाजिक सौहार्द पूरे गांव का बिगाड़ा जा रहा है। इस पर एसपी ने 3 दिन के अंदर पूरे मामले का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:आज गवर्नर से मुलाकात करेंगे AAP नेता, बाजवा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
हरियाणा विधानसभा को चंडीगढ़ में जगह देने पर बवाल:आज गवर्नर से मुलाकात करेंगे AAP नेता, बाजवा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा की नई इमारत के लिए जगह देने का मामला पूरी तरह से गर्माया हुआ है। इस मामले को लेकर पंजाब भाजपा समेत सभी राजनीतिक दल विरोध में आए गए है। राज्य की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) ने चंडीगढ़ के मुद्दे को लेकर आज (15 नवंबर) को पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक से मिलने का फैसला लिया है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और शिक्षामंत्री हरजोत बैंस गवर्नर से मुलाकात कर इस मुद्दे को उठाएंगे। इससे पहले पार्टी की सीनियर नेता और पूर्व मंत्री अनमोल गनन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि इस मुद्दे पर वह संघर्ष किया जाएगा। साथ ही कोर्ट जाना पड़ा तो भी पीछे नहीं हटेंगे। पंजाब के हक का हनन नहीं होने दिया जाएगा। बाजवा ने कहा कि पीएम इस मुद्दे पर आगे आएं चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चंडीगढ़ पर पंजाब के उचित दावे को स्वीकार करने और राज्य से किए गए लंबे समय से चले आ रहे वादों को पूरा करने का आह्वान किया है। बाजवा ने चिंता व्यक्त की है, कि इस तरह हरियाणा को जगह देने जैसा प्रत्येक कदम पंजाब से किए गए वादों की पवित्रता को खत्म कर रहा है और आपसी सम्मान की संघीय भावना को कमजोर कर रहा है। बाजवा ने लिखा है कि चंडीगढ़ को पंजाब की विशेष राजधानी के रूप में बहाल करना न केवल सद्भावना का संकेत होगा, बल्कि सम्मानित वादों और आपसी सम्मान के बंधन में विश्वास को भी नवीनीकृत करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर आगे आएंगे और चंडीगढ़ पर पंजाब के विशेष अधिकारों को बहाल करके पंजाब की विरासत का सम्मान करेंगे। चंडीगढ़ से जुड़ी है पंजाब की गहरी भावनाएं भाजपा प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब की राजधानी के रूप में चंडीगढ़ न केवल एक भूमि क्षेत्र है, बल्कि इसके साथ पंजाब के लोगों की गहरी भावनाएं जुड़ी हुई हैं। पंजाब को अतीत में मिले घावों पर मरहम लगाने की कोशिश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाबियों के सामाजिक और धार्मिक उत्थान के लिए जो कदम उठाए हैं। उनके इन्हीं प्रयासों के तहत हरियाणा को चंडीगढ़ में अलग विधानसभा भवन के लिए 10 एकड़ जमीन दी गई है। पंजाब की आत्मीयता को ठेस पहुंचेगी। मेरा मानना है कि पंजाब और केंद्र के बीच मजबूत संबंध बनाए रखने के इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।