<p>जम्मू और कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी अभी तक 28 सीटों पर आगे हैं. इसमें से कई सीटों पर सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने प्रचार किया था. इन सीटों पर सीएम का स्ट्राइक रेट 100 फीसदी रहा.</p> <p>जम्मू और कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी अभी तक 28 सीटों पर आगे हैं. इसमें से कई सीटों पर सीएम <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने प्रचार किया था. इन सीटों पर सीएम का स्ट्राइक रेट 100 फीसदी रहा.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Chirag Paswan: पीएम मोदी के हनुमान का हुआ हृदय परिवर्तन, सीएम नीतीश के हुए मुरीद, की जमकर तारीफ
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Mumbai: पत्नी से तंग आकर पुलिस कॉन्स्टेबल ने की खुदकुशी, सुइसाइड नोट में लिखा, ‘घरेलू झगड़े…’
Mumbai: पत्नी से तंग आकर पुलिस कॉन्स्टेबल ने की खुदकुशी, सुइसाइड नोट में लिखा, ‘घरेलू झगड़े…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Mumbai News:</strong> मुंबई पुलिस के एक कॉन्स्टेबल द्वारा आत्महत्या किए जाने का मामला सामने आया है. इस कॉन्स्टेबल की पहचान विजय सालुंखे (Vijay Salunkhe) के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि उसने घरेलू विवाद के कारण खुदकुशी कर ली. बताया जाता है कि सालुंखे का उसकी पत्नी के साथ आए दिन झगड़ा होता रहता था. विजय सालुंखे की उम्र 38 साल थी. वह बीते 15 दिनों से स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर था. उसके डिपार्टमेंट के लोगों को इस बात की बिल्कुल भनक नहीं थी कि वह इस तरह परेशान है और अपनी जान ले सकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>विजय सालुंखे मुंबई के शाहुनगर पुलिस स्टेशन में तैनात था. 30 मई से तबियत खराब होने का हवाला देते हुए छुट्टी पर था. 14 जून को शाम साढ़े आठ बजे के करीब विजय ने मुंबई के सायन इलाके के प्रतीक्षा नगर स्थित अपने घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. शव मिलने पर घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने जब विजय के कपड़ों की तलाशी ली तब उसके पैंट से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें आत्महत्या की वजह का खुलासा हुआ.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अपने पीछे छोड़ा था सुइसाइड नोट</strong><br />बताया जा रहा है कि उसने कथित रूप से पत्नी से तंग आकर खुदकुशी कर ली. इस मामले में वडाला ट्रक टर्मिनल पुलिस आगे की जांच कर रही है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है. स्थानीय पुलिस ने बताया कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक विजय घरेलू झगड़ों से परेशान रहता था और इसलिए उसने खुदकुशी जैसा कदम उठाया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>परिवार के सदस्यों के बयान का इंतजार</strong><br />अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि विजय सालुंखे के परिवार में और कौन-कौन रहता था. साथ ही उसके परिवार के किसी सदस्य का भी बयान सामने नहीं आया है. माना जा रहा है कि पुलिस इस संबंध में अब पत्नी से पूछताछ कर सकती है क्योंकि सुइसाइड नोट में विजय सालुंखे ने उसका नाम लिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें- <a title=”किसानों की नाराजगी बनी महायुति के खराब प्रदर्शन की वजह? CM शिंदे के बाद अजित पवार ने कही यह बात” href=”https://www.abplive.com/states/maharashtra/farmers-anger-was-one-of-the-reasons-of-bad-performance-of-mahayuti-hints-ajit-pawar-2715549″ target=”_self”>किसानों की नाराजगी बनी महायुति के खराब प्रदर्शन की वजह? CM शिंदे के बाद अजित पवार ने कही यह बात</a></strong></p>
हरियाणा बोर्ड की परीक्षा में नकल के 4 केस पकड़े:10वीं का अंग्रेजी पेपर था; नूंह में 1, पलवल में 3 नकलची काबू
हरियाणा बोर्ड की परीक्षा में नकल के 4 केस पकड़े:10वीं का अंग्रेजी पेपर था; नूंह में 1, पलवल में 3 नकलची काबू हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित करवाई गई सेकेंडरी (शैक्षिक) जुलाई-2024 की अंग्रेजी विषय की परीक्षा में आज अनुचित साधन प्रयोग (नकल) के 4 मामले दर्ज किए गए। अकेले पलवल में 3 बच्चों को नकल करते हुए पकड़ा गया।
भिवानी बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. वीपी यादव ने बताया कि गुरुवार को प्रदेशभर में 10वीं की अंग्रेजी विषय की परीक्षा हुई। इसमें नकल के 4 मामले दर्ज किए गए। बोर्ड अध्यक्ष फ्लाइंग द्वारा भिवानी के आर्य कन्या हाई स्कूल, भिवानी-3 (बी-1) एवं भिवानी-7 (बी-1) में औचक निरीक्षण किया। इसी प्रकार बोर्ड उप-सचिव के उड़नदस्ते द्वारा भी भिवानी के परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। जांच में परीक्षा नकल रहित एवं सुचारु रूप से चलती मिली। उन्होंने बताया कि पलवल में जिला प्रश्र पत्र उड़नदस्ता पलवल द्वारा अनुचित साधन के 3 एवं रेपिड एक्सन फोर्स द्वारा नूंह में नकल का 1 केस दर्ज किया गया। उन्होंने आगे बताया कि आज हुई सेकेंडरी (शैक्षिक) की परीक्षा में प्रदेशभर के 28 परीक्षा केन्द्रों पर 4,512 परीक्षार्थी प्रविष्ट हुए।
संगम से काशी.. ये महिलाओं की 120 किमी कावंड़ यात्रा:प्रयागराज से काशी तक जल लेकर पैदल जा रही हैं महिलाएं, खुश रहे परिवार यही है मनोकामना
संगम से काशी.. ये महिलाओं की 120 किमी कावंड़ यात्रा:प्रयागराज से काशी तक जल लेकर पैदल जा रही हैं महिलाएं, खुश रहे परिवार यही है मनोकामना सावन के इस पवित्र महीने में सड़काें पर कावंड़ियों का हुजूम दिख रहा है। हाथों में गंगाजल का पात्र लेकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए इनके कदम शिवालय की ओर बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा भीड़ प्रयागराज से वाराणसी रूट पर दिख रहा है। खास बात यह है कि कावंड़ यात्रा में सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। कई बुजुर्ग महिलाएं भी जल लेकर पैदल चल रही हैं। यह महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि की कामना तो कुछ मनौती पूरी होने की इच्छा लिए चल रही हैं। सभी नंगे पांव चल रही हैं। यह संगम से गंगा-यमुना और सरस्वती का पवित्र जल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़ाने के लिए जा रही हैं। 75 साल की दादी कर रहीं अगुवाई वाराणसी के राजातालाब के पास स्थित रखौना गांव के करीब 2 दर्जन लोग संगम से गंगाजल लेकर बाबा विश्वनाथ मंदिर जा रहे हैं। इस यात्रा की अगुवाई 75 साल की अम्मा प्रभावती देवी कर रही हैं। इसमें ज्यादा महिलाएं ही शामिल हैं। यह सभी पहले वाराणसी से संगम पर आए और फिर यहां से जल लेकर रविवार को वाराणसी के लिए पैदल ही रवाना हुए। किसी के चेहरे पर कोई थकान नहीं दिखी। सभी के जुबां पर सिर्फ हर-हर महादेव व बोल बम-बोल बम ही है। भोले बाबा क नाम लेके चलल जाई.. बुजुर्ग महिला प्रभावती देवी ने बनारसी लहजे में कहा कि “चलल जाई-चलल जाई.. भोले बाबा क नाम लेके चलल जाई, बाल-बच्चा हमार मजे में रहें, उ लोग सुखी रहें.. बस बाबा से इहै विनती बा।” दैनिक भास्कर से बातचीत के बाद उनके आस्था के कदम वाराणसी की तरफ बढ़ने लगे। 20 साल से कांवड़ लेके पैदल चलती हैं मालती देवी इस कांवड़ यात्रा में मालती देवी भी शामिल हैं। यह कहती हैं कि वह 20 साल से कांवड़ लेके बाबा के धाम पहुंचती हैं। संगम का जल लेकर पैदल ही प्रयागराज से वाराणसी तक जाती हैं और भोले बाबा पर इससे जलाभिषेक करती हैं। वह कहती हैं कि “हमने जो भी मांगा, भोले बाबा ने सक कुछ दिया है। ऐसे ही सबकी मनोकामना पूरी हो। बीए की छात्रा अंजू राय भी संगम का जल लेकर काशी की तरफ जा रही हैं। वह कहती हैं कि “भोले बाबा से हम कुछ नहीं मांगते, उनके प्रति मेरा विशेष आस्था है, वह जो करेंगे वह सही ही करेंगे।” इसी तरह चिंता देवी अपने माता-पिता के साथ कांवड़ लेकर चल रही हैं। रात में विश्राम, भोर से ही शुरू होती है यात्रा महिलाओं के साथ उनके परिवार के पुरुष भी चल रहे हैं। बीच-बीच में रूकते हुए चल रहीं हैं। रात में सुरक्षित स्थान पर विश्राम करती हैं। भोर से ही फिर यात्रा शुरू हो जाती है। यह पूरी यात्रा 4 से 5 दिन तक की होती है।