नायब सैनी के 8 मंत्री चुनाव हारे:सिर्फ 2 मंत्री ही जीत सके; स्पीकर को पूर्व CM भजनलाल के बेटे ने शिकस्त दी

नायब सैनी के 8 मंत्री चुनाव हारे:सिर्फ 2 मंत्री ही जीत सके; स्पीकर को पूर्व CM भजनलाल के बेटे ने शिकस्त दी

हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार में 8 मंत्री और स्पीकर विधानसभा चुनाव हार गए। सिर्फ 2 ही मंत्री चुनाव जीत पाए। जीतने वाले मंत्रियों में पानीपत ग्रामीण सीट से राज्यमंत्री महिपाल ढांडा और बल्लभगढ़ सीट से कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा शामिल हैं। पंचकूला में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बड़े बेटे कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई ने हराया। नूंह में राज्यमंत्री संजय सिंह हार गए। यहां कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने जीत दर्ज की। जगाधरी में कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर हार गए। यहां कांग्रेस के चौधरी अकरम खान जीते। हिसार में कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे। यहां निर्दलीय लड़ीं देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने जीत दर्ज की। रानियां में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मंत्री रणजीत चौटाला भी चुनाव हार गए। यहां इनेलो-बसपा के उम्मीदवार और अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला जीते। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए स्पीकर और मंत्रियों की सीटों पर क्या रहा पंचकूला : ज्ञानचंद गुप्ता 1997 वोट से हारे
पंचकूला विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई ने 1997 वोट से जीत दर्ज की है। उन्हें 67,397 वोट मिले। वहीं, भाजपा उम्मीदवार ज्ञानचंद गुप्ता को 65400 वोट मिले। ज्ञानचंद गुप्ता हरियाणा विधानसभा के स्पीकर थे। चंद्रमोहन बिश्नोई पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बड़े बेटे हैं। वह राज्य के डिप्टी CM रह चुके हैं। जगाधरी: कंवरपाल गुर्जर 6868 वोट से हारे
जगाधरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी अकरम खान ने 6868 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने कैबिनेट मंत्री भाजपा उम्मीदवार कंवरपाल गुर्जर को हराया। अकराम खान को 67,403 वोट मिले हैं। वहीं, कंवरपाल गुर्जर को 60,535 वोट मिले। कंवरपाल गुर्जर मनोहर लाल खट्‌टर की पहली टर्म की सरकार में स्पीकर थे। दूसरे टर्म में पहले उन्हें शिक्षा मंत्री और बाद में कृषि मंत्री बनाया गया। बल्लभगढ़: मूलचंद शर्मा 17,730 वोट से जीते
बल्लभगढ़ विधानसभा सीट पर कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने जीत दर्ज की है। उन्हें 61,806 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस की बागी शारदा राठौर को 17,730 वोटों से हराया। यहां कांग्रेस उम्मीदवार पराग शर्मा चौथे स्थान पर रहीं। उन्हें सिर्फ 8674 वोट मिले। मूलचंद शर्मा मनोहर लाल खट्‌टर सरकार में परिवहन मंत्री और नायब सिंह सैनी सरकार में श्रम और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री रहे। लोहारू: जेपी दलाल 792 वोट से हारे
लोहारू में कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल को कांग्रेस उम्मीदवार राजबीर फरटिया ने 792 वोटों से हरा दिया। भाजपा उम्मीदवार जेपी दलाल को 80,544 वोट मिले। वहीं, राजबीर फरटिया को 81,336 वोट मिले। जेपी दलाल मनोहर लाल के मुख्यमंत्री रहते हुए कृषि मंत्री और नायब सैनी की सरकार में वित्त मंत्री रहे। रानियां: रणजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे
रानियां में इनेलो-बसपा के उम्मीदवार अर्जुन चौटाला ने 4191 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें 43,914 वोट मिले। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के सर्वमित्र कंबोज रहे। उन्हें 39,723 वोट मिले। वहीं, कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 36,401 वोट मिले। रणजीत चौटाला ने 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। जब उन्होंने भाजपा सरकार को समर्थन दिया तो उन्हें ऊर्जा और जेल मंत्री बनाया गया। इस चुनाव में वह भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह निर्दलीय चुनाव में आ गए। हिसार: कमल गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे
हिसार में देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने 18,941 वोटों से जीत दर्ज की। जिंदल को 49,231 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास राड़ा 30,290 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। कैबिनेट मंत्री भाजपा उम्मीदवार कमल गुप्ता 17,385 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे। कमल गुप्ता, नायब सैनी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। पानीपत ग्रामीण: महिपाल ढांडा 50,212 वोटों से जीते
पानीपत ग्रामीण सीट पर मंत्री और राज्यमंत्री भाजपा उम्मीदवार महिपाल ढांडा ने 50,212 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 1,01,079 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार सचिन कुंडू को 50,867 वोट मिले। महिपाल ढांडा ने लगातार तीसरी बार इस सीट पर जीत दर्ज की है। महिलपाल ढांडा को नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद पंचायत और सहकारिता मंत्री बनाया गया था। अंबाला सिटी: गोयल 11,131 वोटों से हारे
अंबाला सिटी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह मोहड़ा ने 11,131 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 84,475 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार और राज्यमंत्री असीम गोयल 73,344 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। असीम गोयल को नायब सैनी सरकार में परिवहन और महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया था। थानेसर: सुभाष सुधा 3243 वोटों से हारे
थानेसर में कांग्रेस उम्मीदवार अशोक अरोड़ा ने 3243 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 70,076 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार और राज्यमंत्री सुभाष सुधा 66,833 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सुभाष सुधा को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री बनाया गया था। नूंह: तीसरे नंबर पर रहे संजय सिंह
नूंह में कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने 46,963 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 91,833 वोट मिले। इनेलो-बसपा उम्मीदवार 44,870 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। भाजपा उम्मीदवार मंत्री संजय सिंह तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 15,902 वोट मिले। संजय सिंह को नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वन और खेल राज्यमंत्री बनाया गया था। 2019 चुनाव में उन्होंने सोहना सीट से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में भाजपा ने उनकी सीट बदल दी। नांगल चौधरी: अभय यादव 6930 वोटों से हारे
नांगल चौधरी में कांग्रेस उम्मीदवार मंजू चौधरी ने 6930 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 61,989 वोट मिले। भाजपा के उम्मीदवार राज्यमंत्री अभय सिंह 55,059 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। अभय सिंह यादव को नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद जल एवं संसाधन मंत्री बनाया गया था। हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार में 8 मंत्री और स्पीकर विधानसभा चुनाव हार गए। सिर्फ 2 ही मंत्री चुनाव जीत पाए। जीतने वाले मंत्रियों में पानीपत ग्रामीण सीट से राज्यमंत्री महिपाल ढांडा और बल्लभगढ़ सीट से कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा शामिल हैं। पंचकूला में स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को हार का सामना करना पड़ा। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के बड़े बेटे कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई ने हराया। नूंह में राज्यमंत्री संजय सिंह हार गए। यहां कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने जीत दर्ज की। जगाधरी में कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर हार गए। यहां कांग्रेस के चौधरी अकरम खान जीते। हिसार में कैबिनेट मंत्री डॉ. कमल गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे। यहां निर्दलीय लड़ीं देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने जीत दर्ज की। रानियां में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मंत्री रणजीत चौटाला भी चुनाव हार गए। यहां इनेलो-बसपा के उम्मीदवार और अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला जीते। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए स्पीकर और मंत्रियों की सीटों पर क्या रहा पंचकूला : ज्ञानचंद गुप्ता 1997 वोट से हारे
पंचकूला विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन बिश्नोई ने 1997 वोट से जीत दर्ज की है। उन्हें 67,397 वोट मिले। वहीं, भाजपा उम्मीदवार ज्ञानचंद गुप्ता को 65400 वोट मिले। ज्ञानचंद गुप्ता हरियाणा विधानसभा के स्पीकर थे। चंद्रमोहन बिश्नोई पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के बड़े बेटे हैं। वह राज्य के डिप्टी CM रह चुके हैं। जगाधरी: कंवरपाल गुर्जर 6868 वोट से हारे
जगाधरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार चौधरी अकरम खान ने 6868 वोट से जीत दर्ज की। उन्होंने कैबिनेट मंत्री भाजपा उम्मीदवार कंवरपाल गुर्जर को हराया। अकराम खान को 67,403 वोट मिले हैं। वहीं, कंवरपाल गुर्जर को 60,535 वोट मिले। कंवरपाल गुर्जर मनोहर लाल खट्‌टर की पहली टर्म की सरकार में स्पीकर थे। दूसरे टर्म में पहले उन्हें शिक्षा मंत्री और बाद में कृषि मंत्री बनाया गया। बल्लभगढ़: मूलचंद शर्मा 17,730 वोट से जीते
बल्लभगढ़ विधानसभा सीट पर कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने जीत दर्ज की है। उन्हें 61,806 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस की बागी शारदा राठौर को 17,730 वोटों से हराया। यहां कांग्रेस उम्मीदवार पराग शर्मा चौथे स्थान पर रहीं। उन्हें सिर्फ 8674 वोट मिले। मूलचंद शर्मा मनोहर लाल खट्‌टर सरकार में परिवहन मंत्री और नायब सिंह सैनी सरकार में श्रम और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री रहे। लोहारू: जेपी दलाल 792 वोट से हारे
लोहारू में कैबिनेट मंत्री जेपी दलाल को कांग्रेस उम्मीदवार राजबीर फरटिया ने 792 वोटों से हरा दिया। भाजपा उम्मीदवार जेपी दलाल को 80,544 वोट मिले। वहीं, राजबीर फरटिया को 81,336 वोट मिले। जेपी दलाल मनोहर लाल के मुख्यमंत्री रहते हुए कृषि मंत्री और नायब सैनी की सरकार में वित्त मंत्री रहे। रानियां: रणजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे
रानियां में इनेलो-बसपा के उम्मीदवार अर्जुन चौटाला ने 4191 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। उन्हें 43,914 वोट मिले। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के सर्वमित्र कंबोज रहे। उन्हें 39,723 वोट मिले। वहीं, कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 36,401 वोट मिले। रणजीत चौटाला ने 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। जब उन्होंने भाजपा सरकार को समर्थन दिया तो उन्हें ऊर्जा और जेल मंत्री बनाया गया। इस चुनाव में वह भाजपा से टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बाद वह निर्दलीय चुनाव में आ गए। हिसार: कमल गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे
हिसार में देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल ने 18,941 वोटों से जीत दर्ज की। जिंदल को 49,231 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार रामनिवास राड़ा 30,290 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। कैबिनेट मंत्री भाजपा उम्मीदवार कमल गुप्ता 17,385 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे। कमल गुप्ता, नायब सैनी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। पानीपत ग्रामीण: महिपाल ढांडा 50,212 वोटों से जीते
पानीपत ग्रामीण सीट पर मंत्री और राज्यमंत्री भाजपा उम्मीदवार महिपाल ढांडा ने 50,212 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 1,01,079 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार सचिन कुंडू को 50,867 वोट मिले। महिपाल ढांडा ने लगातार तीसरी बार इस सीट पर जीत दर्ज की है। महिलपाल ढांडा को नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद पंचायत और सहकारिता मंत्री बनाया गया था। अंबाला सिटी: गोयल 11,131 वोटों से हारे
अंबाला सिटी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार निर्मल सिंह मोहड़ा ने 11,131 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 84,475 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार और राज्यमंत्री असीम गोयल 73,344 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। असीम गोयल को नायब सैनी सरकार में परिवहन और महिला एवं बाल विकास मंत्री बनाया गया था। थानेसर: सुभाष सुधा 3243 वोटों से हारे
थानेसर में कांग्रेस उम्मीदवार अशोक अरोड़ा ने 3243 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 70,076 वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार और राज्यमंत्री सुभाष सुधा 66,833 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सुभाष सुधा को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री बनाया गया था। नूंह: तीसरे नंबर पर रहे संजय सिंह
नूंह में कांग्रेस उम्मीदवार आफताब अहमद ने 46,963 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 91,833 वोट मिले। इनेलो-बसपा उम्मीदवार 44,870 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। भाजपा उम्मीदवार मंत्री संजय सिंह तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें 15,902 वोट मिले। संजय सिंह को नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद वन और खेल राज्यमंत्री बनाया गया था। 2019 चुनाव में उन्होंने सोहना सीट से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में भाजपा ने उनकी सीट बदल दी। नांगल चौधरी: अभय यादव 6930 वोटों से हारे
नांगल चौधरी में कांग्रेस उम्मीदवार मंजू चौधरी ने 6930 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 61,989 वोट मिले। भाजपा के उम्मीदवार राज्यमंत्री अभय सिंह 55,059 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। अभय सिंह यादव को नायब सिंह सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद जल एवं संसाधन मंत्री बनाया गया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर