हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल, फर्श पर डिलीवरी:प्रसव पीड़ा से कराहते सरकारी अस्पताल से रेफर किया, इमरजेंसी के बाहर जन्मी बच्ची

हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल, फर्श पर डिलीवरी:प्रसव पीड़ा से कराहते सरकारी अस्पताल से रेफर किया, इमरजेंसी के बाहर जन्मी बच्ची

हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को महिला ने सरकारी अस्पताल में फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से डिलीवरी कराने आई महिला को डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। नर्स, महिला को इमरजेंसी गेट के फर्श पर बैठा कर चली गई। यहां महिला दर्द में कराहती रही। आखिर में महिला ने खुद ही फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। कंचन कुमारी के पति दिनेश कुमार ने बताया की वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। उसके पहले 2 बच्चे हैं और वह पानीपत के विकास नगर में रहते हैं। शुक्रवार को उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। वह उसे लेकर पानीपत के सिविल अस्पताल में पहुंचा। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते उसे करनाल रेफर कर दिया। बोला- किसी ने सुनवाई नहीं की दिनेश ने बताया कि उसने वहां मौजूद स्टाफ से गुहार लगाई कि उसकी पत्नी को ज्यादा दर्द है, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर प्रसूता वार्ड से इमरजेंसी वार्ड तक ही पहुंचे थे। साथ आई नर्स उन्हें वहीं छोड़कर चली गई। कुछ देर बाद कंचन ने वहीं फर्श पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। लोगों के कहने पर पहुंची नर्स
दिनेश ने आरोप लगाया कि डिलवरी के बाद भी मौके पर नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचे। जिसके बाद वहां खड़े पत्रकारों व अन्य लोगों ने स्टाफ की नर्स को इस बारे में बताया। जिसके बाद नर्स मौके पर आई। उन्होंने महिला को चारों से कवर किया। इसके बाद महिला और बच्ची को प्रसूता वार्ड में ले जाकर भर्ती कर लिया गया। इस मामले में CMO जयंत आहूजा का कहना है कि जैसे ही मुझे पता लगा, वैसे ही स्टाफ को तुरंत आदेश दिए गए। दोनों को भर्ती कर लिया गया है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हर व्यवस्था को सुचारू रूप से संभालने की हर कोशिश की जा रही है। हड़ताल का आज दूसरा दिन दरअसल, हरियाणा के सरकारी अस्पतालों के करीब 3 हजार डॉक्टर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। आज उनकी हड़ताल का दूसरा दिन है। प्रदेश में कुल 159 सरकारी अस्पताल हैं, जिनकी ओपीडी में भी मरीज नहीं देखे जा रहे। कई अस्पतालों में पोस्टमॉर्टम भी बंद है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की सुविधा भी बंद है। इसके चलते मरीजों को अस्पतालों में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। हरियाणा के पानीपत में शुक्रवार को महिला ने सरकारी अस्पताल में फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से डिलीवरी कराने आई महिला को डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था। नर्स, महिला को इमरजेंसी गेट के फर्श पर बैठा कर चली गई। यहां महिला दर्द में कराहती रही। आखिर में महिला ने खुद ही फर्श पर बच्ची को जन्म दिया। कंचन कुमारी के पति दिनेश कुमार ने बताया की वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। उसके पहले 2 बच्चे हैं और वह पानीपत के विकास नगर में रहते हैं। शुक्रवार को उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा हुई। वह उसे लेकर पानीपत के सिविल अस्पताल में पहुंचा। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते उसे करनाल रेफर कर दिया। बोला- किसी ने सुनवाई नहीं की दिनेश ने बताया कि उसने वहां मौजूद स्टाफ से गुहार लगाई कि उसकी पत्नी को ज्यादा दर्द है, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। इसके बाद वह अपनी पत्नी को लेकर प्रसूता वार्ड से इमरजेंसी वार्ड तक ही पहुंचे थे। साथ आई नर्स उन्हें वहीं छोड़कर चली गई। कुछ देर बाद कंचन ने वहीं फर्श पर ही बच्ची को जन्म दे दिया। लोगों के कहने पर पहुंची नर्स
दिनेश ने आरोप लगाया कि डिलवरी के बाद भी मौके पर नर्स या डॉक्टर नहीं पहुंचे। जिसके बाद वहां खड़े पत्रकारों व अन्य लोगों ने स्टाफ की नर्स को इस बारे में बताया। जिसके बाद नर्स मौके पर आई। उन्होंने महिला को चारों से कवर किया। इसके बाद महिला और बच्ची को प्रसूता वार्ड में ले जाकर भर्ती कर लिया गया। इस मामले में CMO जयंत आहूजा का कहना है कि जैसे ही मुझे पता लगा, वैसे ही स्टाफ को तुरंत आदेश दिए गए। दोनों को भर्ती कर लिया गया है। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हर व्यवस्था को सुचारू रूप से संभालने की हर कोशिश की जा रही है। हड़ताल का आज दूसरा दिन दरअसल, हरियाणा के सरकारी अस्पतालों के करीब 3 हजार डॉक्टर गुरुवार से हड़ताल पर हैं। आज उनकी हड़ताल का दूसरा दिन है। प्रदेश में कुल 159 सरकारी अस्पताल हैं, जिनकी ओपीडी में भी मरीज नहीं देखे जा रहे। कई अस्पतालों में पोस्टमॉर्टम भी बंद है। इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी की सुविधा भी बंद है। इसके चलते मरीजों को अस्पतालों में इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर