<p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu kashmir Vidhan Sabha Chunav Result 2024:</strong> जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में जीत के बाद नेशनल कॉन्फ्रेस के उपाध्यक्ष और नवनिर्वाचित विधायक उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने अपने मत का उपयोग किया, जबकि पिछले 8-10 सालों से यहां लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “JKNC-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला. मतदाताओं ने सोच-समझकर मतदान किया, खासकर उन इलाकों में जहां निर्दलीय उम्मीदवारों और छोटी पार्टियों के जरिए वोट बांटने की साजिशें रची जा रही थीं. अब हमारी जिम्मेदारी शुरू होती है, मतदाताओं ने अपना कर्तव्य निभाया है. अब हमारा कर्तव्य है कि हम काम करें और मतदाताओं के योग्य बनें.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली और हममें फर्क है- उमर<br /></strong>उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि “दिल्ली और हममें फर्क है. दिल्ली कभी पूर्ण राज्य नहीं था और किसी ने कभी इसे राज्य बनाने का वादा नहीं किया. 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर एक राज्य था और राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा हमसे किया गया है. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ मंत्रियों ने इसका वादा किया है और बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तीन कदम उठाए जाएंगे, परिसीमन, चुनाव और फिर राज्य का दर्जा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “परिसीमन और चुनाव हो गए हैं, अब राज्य का दर्जा बाकी है. यहां सरकार बनने के बाद मुझे उम्मीद है कि कैबिनेट का पहला फैसला राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पारित करना होगा और प्रस्ताव प्रधानमंत्री के सामने पेश किया जाएगा.”</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Jammu kashmir Vidhan Sabha Chunav Result 2024:</strong> जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में जीत के बाद नेशनल कॉन्फ्रेस के उपाध्यक्ष और नवनिर्वाचित विधायक उमर अब्दुल्ला का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के मतदाताओं का बहुत आभारी हूं कि उन्होंने अपने मत का उपयोग किया, जबकि पिछले 8-10 सालों से यहां लोकतंत्र को पनपने नहीं दिया गया था.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “JKNC-कांग्रेस गठबंधन को बहुमत मिला. मतदाताओं ने सोच-समझकर मतदान किया, खासकर उन इलाकों में जहां निर्दलीय उम्मीदवारों और छोटी पार्टियों के जरिए वोट बांटने की साजिशें रची जा रही थीं. अब हमारी जिम्मेदारी शुरू होती है, मतदाताओं ने अपना कर्तव्य निभाया है. अब हमारा कर्तव्य है कि हम काम करें और मतदाताओं के योग्य बनें.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>दिल्ली और हममें फर्क है- उमर<br /></strong>उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा कि “दिल्ली और हममें फर्क है. दिल्ली कभी पूर्ण राज्य नहीं था और किसी ने कभी इसे राज्य बनाने का वादा नहीं किया. 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर एक राज्य था और राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा हमसे किया गया है. प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ मंत्रियों ने इसका वादा किया है और बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तीन कदम उठाए जाएंगे, परिसीमन, चुनाव और फिर राज्य का दर्जा.”</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, “परिसीमन और चुनाव हो गए हैं, अब राज्य का दर्जा बाकी है. यहां सरकार बनने के बाद मुझे उम्मीद है कि कैबिनेट का पहला फैसला राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पारित करना होगा और प्रस्ताव प्रधानमंत्री के सामने पेश किया जाएगा.”</p> जम्मू और कश्मीर हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP की जीत का महाराष्ट्र पर क्या होगा असर? समझें पूरा समीकरण