किन्नौर जिले के निगुलसरी के समीप NH-5 पर ट्रक बेकाबू होकर सड़क से 300 मीटर गहरी खाई में गिर गया। ट्रक में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान जय किशन व लोकेश कुमार के नाम से हुई, दोनों गांव तेबान तहसील करसोग के रहने वाले हैं। भावानगर एसडीपीओ राजकुमार के मुताबिक हादसा बुधवार करीब 3 बजे हुआ है। ईंटों से लदा ट्रक रामपुर से किन्नौर की तरफ आ रहा था कि अचानक निगुलसरी के समीप NH-5 पर बेकाबू होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। जिसके कारण ट्रक में सवार दो व्यक्ति की मौत हुई है व ट्रक क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिस और होम गार्ड के जवानों ने चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसके बाद उनके शव बरामद कर लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। किन्नौर जिले के निगुलसरी के समीप NH-5 पर ट्रक बेकाबू होकर सड़क से 300 मीटर गहरी खाई में गिर गया। ट्रक में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान जय किशन व लोकेश कुमार के नाम से हुई, दोनों गांव तेबान तहसील करसोग के रहने वाले हैं। भावानगर एसडीपीओ राजकुमार के मुताबिक हादसा बुधवार करीब 3 बजे हुआ है। ईंटों से लदा ट्रक रामपुर से किन्नौर की तरफ आ रहा था कि अचानक निगुलसरी के समीप NH-5 पर बेकाबू होकर 300 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। जिसके कारण ट्रक में सवार दो व्यक्ति की मौत हुई है व ट्रक क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिस और होम गार्ड के जवानों ने चार घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। जिसके बाद उनके शव बरामद कर लिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में व्यक्ति ने किया सुसाइड:पुलिस की छापेमारी से था परेशान, लोगों ने किया हंगामा, शव देने से किया मना
हमीरपुर में व्यक्ति ने किया सुसाइड:पुलिस की छापेमारी से था परेशान, लोगों ने किया हंगामा, शव देने से किया मना हमीरपुर जिले के नादौन इलाके के तेलकड़ गांव में एक व्यक्ति के आत्महत्या के बाद तनाव पैदा हो गया। मृतक की पहचान रघुवीर सिंह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है पड़ोसी के द्वार पुलिस से झूठी शिकायत की थी कि वह घर में अवैध हथियार रखता है। जिससे बल पर वह धमकी देता है। बीती रात पुलिस ने मृतक के घर छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान पुलिस को कोई हथियार नहीं जिसके बाद पुलिस वापस लौट गई। मगर थोड़ी देर बाद ही उसने सुसाइड कर लिया। परिजनों ने शव देने से किया मना
इस घटना को लेकर नादौन पुलिस शव को कब्जे में लेने के लिए पहुंची मगर घर वाले अड़ गए। डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाना है। यह सारी बजह बनी कैसे? रघुवीर की मौत कैसे हुई? इस पर अभी संशय बना हुआ है। फिलहाल इस गांव में मौत को लेकर बड़ी तादाद में लोग इकट्ठे हो गए हैं और पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं परिजनों ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस को देने से मना कर दिया है। परिजनों का कहना है कि पहले मामले की जांच की जाए। शिकायत पर हुई थी छापेमारी गांव में रघुवीर सिंह के एक पड़ोसी बाबूराम ने 7 जुलाई को उसके खिलाफ एक शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। उसी का आरोप था कि बांस काटने के एक मामले को लेकर रघुवीर ने गड़बड़ी की है। वह उनके बांस काटकर ले गया है। इस घटना पर पुलिस ने कार्रवाई की थी। दोनों में समझौता भी हो गया था। मगर एक बार फिर उसी पड़ोसी ने रघुवीर के घर पर हथियार होने की पुलिस को झूठी शिकायत कर दी। इसी पर पुलिस ने बीती रात तलाशी ली। लेकिन जब वहां पर कुछ भी नहीं पाया गया। तो रघुवीर इससे बेहद परेशान और शर्मिंदा था। वह दूसरों से कह रहा था कि मेरे घर में पुलिस का आना मेरे लिए बेहद शर्मिंदगी की बात है। बेवजह मुझे जलालत दी गई है। मुझे बेइज्जत किया गया है। जबकि मेरे पास किसी भी तरह का हथियार नहीं है। पुलिस की छापेमारी से था शर्मिंदा मृतक के ससुर रमेश जरयाल ने बताया कि रघुवीर बेहद शर्मिंदा था। झूठी शिकायत पर वह खुद को बेइज्जत मान रहा था। इस सारी घटना के पीछे उसने लगता है सुसाइड कर लिया है। लोगों का कहना है कि लेकिन पुलिस इसकी जांच करे। जो भी कारण रहे हों। जिसने भी झूठी शिकायत करके उसे परेशानी दी। पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई करे, नहीं तो हम कुछ भी करने को तैयार हैं।
परिजनों को मनाने पहुंचे अधिकारी
इस मामले को लेकर एसपी भगत सिंह ठाकुर का कहना है कि पुलिस मौके पर पहुंच गई है। क्योंकि परिजन डेड बॉडी को पोस्टमार्टम करने के लिए नहीं दे रहे हैं। इसलिए इलाके की नादौन एसडीएम अपराजिता चंदेल को भी अब मौके पर भेजा जा रहा है। ताकि हालत को काबू में किया जाए और उन्हें शव देने के लिए मना लिया जाए। पोस्टमार्टम से मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा।
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