भास्कर न्यूज | लुधियाना सर्किट हाउस समीप स्थित दुर्गा माता मंदिर में नवरात्रों के अवसर पर महिला संकीर्तन मंडल द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने मिलकर मां दुर्गा जी का गुणगान करते हुए “तेरा नाम ओ शेरांवाली” और “शेर पर सवार होकर आई शेरावाली” जैसे भजनों का गायन किया। इसके साथ ही, इस पावन पर्व पर लंगर का भी आयोजन किया गया, जिससे सभी श्रद्धालुओं को न केवल भक्ति का आनंद मिला, बल्कि वे एकजुट होकर सामूहिक भोजन का भी हिस्सा बने। भास्कर न्यूज | लुधियाना सर्किट हाउस समीप स्थित दुर्गा माता मंदिर में नवरात्रों के अवसर पर महिला संकीर्तन मंडल द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं ने मिलकर मां दुर्गा जी का गुणगान करते हुए “तेरा नाम ओ शेरांवाली” और “शेर पर सवार होकर आई शेरावाली” जैसे भजनों का गायन किया। इसके साथ ही, इस पावन पर्व पर लंगर का भी आयोजन किया गया, जिससे सभी श्रद्धालुओं को न केवल भक्ति का आनंद मिला, बल्कि वे एकजुट होकर सामूहिक भोजन का भी हिस्सा बने। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराई कार:चालक पुलिसकर्मी की मौके पर मौत; कुछ दिनों बाद विदेश जाने की थी तैयारी
अमृतसर में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराई कार:चालक पुलिसकर्मी की मौके पर मौत; कुछ दिनों बाद विदेश जाने की थी तैयारी पंजाब के अमृतसर में गुरुवार रात सड़क किनारे खड़े ट्रक से कार का एक्सीडेंट हो गया। महिंद्रा स्कॉर्पियो कार बुरी तरह से पिचक गई। कार चालने वाला पुलिसकर्मी थी, जिसकी मौके पर मौत हो गई। गुस्साए परिवार वालों ने अमृतसर बाइपास ब्लॉक कर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि यहां सड़क किनारे वाहन खड़े रहते हैं, जिसके चलते यहां दुर्घटना होती हैं। ये हादसा अमृतसर बाइपास स्थित खन्ना पेपर मिल के समीप हुआ। मृतक की पहचान फतेहगढ़ चूडियां निवासी जोबन प्रीत सिंह (22) के तौर पर हुई है। जोबन वेरका बायपास की तरफ से आ रहा था। इसी दौरान खन्ना पेपर मिल के नजदीक मोड काटते समय कार पत्थर से टकरा कर पलटी और सामने खड़े ट्रक से जा टकराई। हादसा इतना भयानक था कि स्कॉर्पियो कार का अगला हिस्सा चकना चूर हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक नाजायज पार्क किए गए ट्रक के कारण ही हादसा हुआ। उसके बाद मौके से चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। हादसे के बाद पुलिस ने लोगों की मदद से जोबन को गाड़ी से निकाला और अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक डेढ़ महीने बाद जोबन अमेरिका जा रहा था और पूरा परिवार उसके जाने की तैयारियां कर रहा था। लोगों ने किया प्रदर्शन हादसे के बाद नजदीक स्थित पॉम गार्डन कॉलोनी के लोगों ने मौके पर हंगामा किया। लोगों का कहना था कि कई बार ट्रकों के नाजायज पार्क किए जाने की शिकायत की गई, लेकिन समस्या हल नहीं की जाती। इलाका निवासी अजय कुमार के मुताबिक यह रास्ता नेशनल हाईवे है। यही रास्ता अटारी बॉर्डर और अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जाता है। लेकिन, यहां नाजायज ट्रक खड़े रहते हैं जो कि हादसों को आमंत्रित करते है। कई बार उच्च अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया लेकिन समस्या का हल नहीं हो रहा। ट्रैफिक पुलिस भी इस मामले का हल नहीं करती। जिससे लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। पुलिस ने कार्रवाई की शुरू स्थानीय पुलिस ने शव कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। हादसे के बाद फरार हुए ट्रक का पता लगाया जा रहा है। पुलिस अमृतसर बाइपास व आसपास के लगे इलाकों के सीसीटीवी देख रही है, ताकि ट्रक आइडेंटिफाई हो सके।
मोगा पहुंचे सांसद अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:एमपी सरबजीत खालसा भी रहे साथ, वर्करों से की मुलाकात, पंजाब सरकार पर साधा निशाना
मोगा पहुंचे सांसद अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह:एमपी सरबजीत खालसा भी रहे साथ, वर्करों से की मुलाकात, पंजाब सरकार पर साधा निशाना मोगा जिला के गांव डगरू पहुंचे सांसद सरबजीत सिंह खालसा तथा सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह वर्करों के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बंदी सिंहों की रिहाई, अमृतपाल सिंह और उनके साथियों की रिहाई के लिए किए विचार विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने पंजाब सरकार के ऊपर निशाना साधा। सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने कहा के हम पंजाब सरकार से सजा पूरी कर चुके सभी बंदी सिंहों की रिहाई की मांग करते हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भाई अमृतपाल सिंह और उनके साथियों को रहा किया जाए। क्योंकि उनके पास ऐसा कुछ भी बरामद नहीं हुआ जिसके कारण उनको जेल में बंद किया जाए। वहीं उन्होंने कहा के मैंने यह भी मांग की है के अगर कोई भी बे अदबी करता है तो उसे उमर कैद की सजा दी जाए। वहीं, जानकारी देते हुए सांसद अमृतलाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि हम सरकार से सभी बंदी सिंहों की रिहाई और अमृतपाल सिंह तथा उनके साथियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। सरकार नशा बंद करवाने वालों को पकड़ रही है, वह नशा बंद हो नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि हम सबको एक होना होगा जिससे सरकार पर दबाव डाला जा सके और बंदी सिंहों तथा अमृतप्पाल व उनके साथियों को रिहा करवाया जा सके।
सेना में हुए थे ब्लड प्रेशर के शिकार, मिलेंगी पेंशन:HC ने सुनाया फैसला, केंद्र सरकार की अपील खारिज, 2019 में दी रिटायरमेंट
सेना में हुए थे ब्लड प्रेशर के शिकार, मिलेंगी पेंशन:HC ने सुनाया फैसला, केंद्र सरकार की अपील खारिज, 2019 में दी रिटायरमेंट सेना में रहते हुए कोई हाई ब्लड प्रेशर स्टेज एक का शिकार हो जाता है। तो वह विकलांगता पेंशन का हकदार माना जाएगा। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने इस तरह के एक केस को सुनते हुए फैसला सुनाया है। अदालत ने आर्म्ड फोर्सेज ट्रिब्रूनल (AFT) के फैसले के खिलाफ भारत सरकार की अपील को खारिज कर दी है। 2002 में सेना हुए थे भर्ती धीरज कुमार की तरफ से इस संबंधी AFT में याचिका दाखिल की गई थी। उन्होंने अपनी याचिका में बताया था कि वह 2002 में सेना में शामिल हुए थे। नौकरी के दौरान वह वह स्टेज हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो गए थे। इसके बाद सेना ने उन्हें 31 अक्तूबर 2019 को सेवा मुक्त कर दिया था। लेकिन पेंशन नहीं दी गई। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपनी जंग जारी रखी। मेडिकल बोर्ड ने उनकी विकलांगता 30 फीसदी मानी थी। सेना पेंशन देने का तैयार नहीं थी धीरज ने इसके बाद विकलांगता पेंशन के लिए आवेदन किया। लेकिन सरकार ने उसके आवेदन को इस आधार पर खारिज कर दिया कि उसे हुई विकलांगता न तो सैन्य सेवा के कारण थी और न ही उससे बढ़ी थी। सेना के खिलाफ उन्हाेंने इस मुद्दे पर AFT में जंग लड़ी। जहां पर फैसला उसके पक्ष में आया। लेकिन सरकार सरकार उस फैसले को मानने के लिए तैयार नहीं थी। इसके बाद AFT के फैसले के खिलाफ केंद्र सरकार हाईकोर्ट पहुंची। लेकिन फैसला उसके पक्ष में आया। अदालत में सुनवाई के दौरान सैनिक की तरफ से मेडिकल रिकॉर्ड पेश किया है। उसने बताया कि जब वह भर्ती हुआ तो पूरी तरह से तंदुरुस्त था। उसे यह बीमारी सेना सेवाकाल में हुई।