हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नवरात्रि पर आज अचानक मां तारादेवी मंदिर पहुंचे। यहां पर उन्होंने उन्होंने पूजा अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी एवं देहरा से विधायक कमलेश ठाकुर भी मौजूद रहीं। मां तारादेवी मंदिर शिमला से करीब 22 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां पर नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की खूब भीड़ रहती है। शिमला, सोलन, सिरमौर के अलावा पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से भी यहां काफी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन को पहुंचते हैं। अष्टमी के अवसर पर आज सीएम भी तारादेवी मंदिर पहुंचे। मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारे लगी रही। इसी तरह प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने माथा टेका। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नवरात्रि पर आज अचानक मां तारादेवी मंदिर पहुंचे। यहां पर उन्होंने उन्होंने पूजा अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि की कामना की। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी एवं देहरा से विधायक कमलेश ठाकुर भी मौजूद रहीं। मां तारादेवी मंदिर शिमला से करीब 22 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां पर नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की खूब भीड़ रहती है। शिमला, सोलन, सिरमौर के अलावा पड़ोसी राज्य पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से भी यहां काफी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन को पहुंचते हैं। अष्टमी के अवसर पर आज सीएम भी तारादेवी मंदिर पहुंचे। मंदिर में श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारे लगी रही। इसी तरह प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं ने माथा टेका। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कोलकाता रेप केस के विरोध में डॉक्टर हड़ताल पर:रामपुर के खनेरी अस्पताल में ओपीडी बंद; 4 जिलों के मरीज परेशान रामपुर के खनेरी अस्पताल में डॉक्टरों की कोलकाता केस के विरोध में हड़ताल जारी है। हड़ताल से अस्पताल में स्वस्थ सुविधा चरमरा गई। यहां रोज 4 जिलों के मरीज पहुंचते है। अस्पताल की ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों को डॉक्टर न मिलने से मायूसी हाथ लग रही हैं। मरीज इमरजेंसी सेवाओं में अपनी जांच करवा रहे हैं, लेकिन यहां भी लंबी कतारें लगी हुई हैं, जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर हिमाचल प्रदेश के डॉक्टर भी ओपीडी का बहिष्कार कर रहे हैं। प्रदेश के किन्नौर, शिमला, कुल्लू और मंडी के हजारों लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले महात्मा गांधी खनेरी अस्पताल में भी डॉक्टर बीते शनिवार से ओपीडी में नहीं बैठ रहे और हड़ताल कर रुख अपनाए हुए हैं। रोजाना करीब 1100 की ओपीडी वाले इस अस्पताल में दुर्गम क्षेत्रों से बेहतर उपचार की आस लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल के कारण उनकी सही तरीके से जांच नहीं हो पा रही। खनेरी अस्पताल के डॉक्टर एसोसिएशन की अध्यक्ष सुचिता पालमो ने बताया कि ऑल इंडिया डॉक्टर एसोसिएशन के आह्वान पर यह हड़ताल की जा रही है।
हिमाचल के बागवानी विकास प्रोजेक्ट को 4 महीने की एक्सटेंशन:बच गई 250 कर्मचारियों की नौकरी; पूरे होंगे मार्केट यार्ड और सीए स्टोर के काम
हिमाचल के बागवानी विकास प्रोजेक्ट को 4 महीने की एक्सटेंशन:बच गई 250 कर्मचारियों की नौकरी; पूरे होंगे मार्केट यार्ड और सीए स्टोर के काम हिमाचल प्रदेश में विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित 1134 करोड़ रुपये की बागवानी विकास परियोजना (एचडीपी) को चार महीने का विस्तार मिल गया है। इस परियोजना की अवधि कल ही समाप्त हो गई थी। अब इस परियोजना को अक्तूबर 2024 तक विस्तार मिल गया है। विस्तार के बाद परियोजना में तैनात 250 से अधिक कर्मचारियों की नौकरी भी कुछ समय के लिए बच गई है और 50 करोड़ रुपये की राशि जो बागवानी विभाग अब तक खर्च नहीं कर पाया था। उसे खर्च कर सकेगा। हालांकि कर्मचारियों की नौकरी का मामला हाईकोर्ट में भी लंबित है। राज्य सरकार ने अप्रैल माह में ही आर्थिक मामलों के मंत्रालय से परियोजना को विस्तार देने का अनुरोध किया था। अब केंद्र ने हिमाचल के अनुरोध पर इस परियोजना को विस्तार दे दिया है। राज्य सरकार को अब शेष चार माह में परियोजना का पूरा काम पूरा करना होगा। ऐसा न करने पर बजट लैप्स हो जाएगा। 50 करोड़ रुपए से मार्केट यार्ड और सीए स्टोर का होगा निर्माण इस परियोजना में शेष 50 करोड़ रुपए से मेहदली में मार्केट यार्ड, जरोल-टिक्कर में सीए (वातानुकूलित) स्टोर का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के तहत सेब बहुल क्षेत्रों में नई मंडियां बनाई जाएंगी, पुरानी मंडियों को अपग्रेड किया जाएगा, नए सीए स्टोर बनाए जाएंगे और बड़ी मात्रा में प्लाटिंग सामग्री अमेरिका और इटली से आयात की गई है। इस परियोजना का उद्देश्य सेब का उत्पादन बढ़ाना है। इसके लिए सेब के उच्च घनत्व वाले बगीचे (एचडीपी) लगाए गए हैं। पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2017 में स्वीकृत इस परियोजना को पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2017 में स्वीकृत किया गया था। इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का काम छह महीने तक चला था। 2018 में ऋण समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद इस परियोजना को छह साल में पूरा किया जाना था। इसकी समय सीमा पिछले साल पूरी हो गई थी। लेकिन पिछले साल भी इस परियोजना को एक बार विस्तार मिला था।
पंजाब-चंडीगढ़ और हिमाचल में प्रचार बंद:जनसभाओं, रैली-रोड शो पर रोक, सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे, 48 घंटे शराब ठेके भी बंद
पंजाब-चंडीगढ़ और हिमाचल में प्रचार बंद:जनसभाओं, रैली-रोड शो पर रोक, सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे, 48 घंटे शराब ठेके भी बंद पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल में शाम 6 बजे चुनाव प्रचार पूरी तरह थम गया। जनसभाओं, रैली और रोड शो पर रोक लग गई है। अब नेता सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे। इसके साथ शराब ठेके भी 48 घंटे के लिए बंद हो गए हैं। अब शराब के ठेके 1 जून को मतदान के बाद खुलेंगे। इस दौरान ड्राई-डे रहेगा। किसी भी होटल या रेस्तरां में भी शराब नहीं परोसी जाएगी। मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण करने के लिए राज्यों के सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। निर्वाचन आयोग की तरफ से साफ किया गया है कि नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक, प्रचार थमने के बाद पब्लिक मीटिंग, किसी किस्म के दिखावे करने, नारे लगाने और 5 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर मनाही है। लाउडस्पीकर का प्रयोग भी इस दौरान नहीं कर पाएंगे। वहीं, 1 जून को मतदान केंद्रों के सौ मीटर के दायरे में कन्वेंसिंग आदि करने पर पाबंदी रहेगी। अगर कोई ऐसा करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। 2.14 करोड़ लोग करेंगे मताधिकार का प्रयोग
पंजाब की 13 लोकसभा सीटों पर इस बार कुल 328 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इनमें 169 आजाद उम्मीदवार हैं। वहीं, राज्य में 2.14 करोड़ मतदाता है। इनमें 1 करोड़ 12 लाख 67 हजार 019 पुरुष हैं, जबकि 1 करोड़ 1 लाख 53 हजार 767 महिला वोटर्स हैं। 5.38 लाख मतदाता 18 से 19 साल के बीच के हैं, जो कि पहली बार मतदान करेंगे। जबकि 1.89 लाख वोटर 85 साल से अधिक उम्र के हैं। 1 जून को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। इसके लिए 25 हजार 451 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। दुर्गम क्षेत्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना
उधर, चुनाव को लेकर हिमाचल के दूर-दराज के दुर्गम क्षेत्रों के लिए कुछ पोलिंग पार्टियां रवाना कर दी गई हैं। जबकि शेष पोलिंग पार्टी कल सुबह रवाना की जाएंगी। सभी पोलिंग पार्टियों को कल शाम तक अपने-अपने पोलिंग बूथ मतदान के लिए पूरी तरह तैयार करने होंगे, ताकि परसों सुबह समय पर वोटिंग शुरू की जा सके। 41252 बुजुर्ग और दिव्यांग वोट दे चुके
हिमाचल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि राज्य के चारों संसदीय क्षेत्रों में बीते मंगलवार तक 12D प्रपत्रों के माध्यम से प्राप्त कुल 44562 आवेदनों में से 41252 डाक मतपत्र चुनाव विभाग को मिल चुके हैं। जबकि, 6 विधानसभा क्षेत्रों के उप-चुनावों के लिए अब तक 12D प्रपत्रों के माध्यम से कुल 3651 आवेदनों में से 3380 डाक मतपत्र विभाग को मिल चुके है। यानी इन लोगों ने अपना वोट दे दिया है। ताजा आंकड़ों में इनकी संख्या में कुछ इजाफा हो सकता है। विधानसभा उप-चुनाव में 2747 मतदाता वोट डाल चुके
6 विधानसभा क्षेत्रों में अब तक 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के कुल 2747 मतदाताओं ने प्रपत्र 12D के माध्यम से आवेदन किया था, जिनमें से 2575 मतदाताओं ने डाक मतपत्र के माध्यम से वोट किया है। वहीं, दिव्यांग मतदाताओं से प्रपत्र 12D के माध्यम से 820 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें से 772 ने डाक मतपत्र द्वारा अपना वोट डाला, जबकि मतदान दिवस पर 84 अनिवार्य सेवाओं पर तैनात कर्मियों में से 33 ने ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में स्थापित PVC में वोट डाला। 1 जून को स्पेशल पेड होली-डे घोषित
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग के निर्देश पर वोटिंग वाले दिन स्पेशल पेड होली-डे घोषित है। इस दिन कोई भी नियोक्ता अपने कर्मचारियों को छुट्टी देने से इनकार नहीं कर सकता। ऐसा करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 1 जून पूरे हिमाचल प्रदेश में पेड होली-डे होगा। यानी इस दिन सरकारी कर्मचारियों सहित दैनिक वेतनभोगी और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी छुट्टी के बावजूद तनख्वाह मिलेगी।