हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम एंव नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मंडी जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। पूर्व सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार की झूठी गारंटीयों का हरियाणा की जनता ने अपने अंदाज में ठोक कर जवाब दिया है। जयराम ठाकुर ने कहा की प्रदेश के कर्मचारियों को 28 अक्टूबर को सैलरी मिलने वाली है। यह तभी संभव हो पाया है जब सेंट्रल टैक्स का 1479 करोड रुपए प्रदेश की झोली में आया है। लेकिन उस पर भी मुख्यमंत्री वाहवाही लूट रहे हैं। प्रदेश के कर्मचारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों को समय पर सैलरी और पेंशन नहीं मिल पा रही है। सीएम के पद पर गैर जिम्मेदाराना करना शोभनीय नहीं मुख्यमंत्री को यही समझ नहीं आ रहा की वह कहना क्या चाहते हैं। कभी उनके द्वारा बोला जा रहा है कि प्रदेश संकट में है और कभी कहा जा रहा है कि प्रदेश संकट में नहीं है। मुख्यमंत्री जैसे पद पर रहकर गैर जिम्मेदाराना करना शोभनीय नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि काम करते-करते गलतियां भी होती हैं। लेकिन मुख्यमंत्री को उन्हें स्वीकार करना चाहिए। मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है कांग्रेस सरकार जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। प्रदेश में मीडिया हमेशा मुखर और स्वतंत्र होकर लिखता है। कांग्रेस सरकार द्वारा मीडिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर किया जा रहा है। लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है और एफआईआर पर विचार कर इसे सरकार को वापस लेना चाहिए। हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम एंव नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मंडी जिले के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। पूर्व सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार की झूठी गारंटीयों का हरियाणा की जनता ने अपने अंदाज में ठोक कर जवाब दिया है। जयराम ठाकुर ने कहा की प्रदेश के कर्मचारियों को 28 अक्टूबर को सैलरी मिलने वाली है। यह तभी संभव हो पाया है जब सेंट्रल टैक्स का 1479 करोड रुपए प्रदेश की झोली में आया है। लेकिन उस पर भी मुख्यमंत्री वाहवाही लूट रहे हैं। प्रदेश के कर्मचारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों को समय पर सैलरी और पेंशन नहीं मिल पा रही है। सीएम के पद पर गैर जिम्मेदाराना करना शोभनीय नहीं मुख्यमंत्री को यही समझ नहीं आ रहा की वह कहना क्या चाहते हैं। कभी उनके द्वारा बोला जा रहा है कि प्रदेश संकट में है और कभी कहा जा रहा है कि प्रदेश संकट में नहीं है। मुख्यमंत्री जैसे पद पर रहकर गैर जिम्मेदाराना करना शोभनीय नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि काम करते-करते गलतियां भी होती हैं। लेकिन मुख्यमंत्री को उन्हें स्वीकार करना चाहिए। मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है कांग्रेस सरकार जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार मीडिया को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है। प्रदेश में मीडिया हमेशा मुखर और स्वतंत्र होकर लिखता है। कांग्रेस सरकार द्वारा मीडिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर किया जा रहा है। लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है और एफआईआर पर विचार कर इसे सरकार को वापस लेना चाहिए। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा में आज वित्तीय स्थिति पर चर्चा:सत्तारूढ़ कांग्रेस ने की थी मांग; देनदारियां समेत एक लाख करोड़ के कर्ज में प्रदेश
हिमाचल विधानसभा में आज वित्तीय स्थिति पर चर्चा:सत्तारूढ़ कांग्रेस ने की थी मांग; देनदारियां समेत एक लाख करोड़ के कर्ज में प्रदेश हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज 10वां दिन है। विधानसभा में दसवें दिन राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर सदन में हंगामा हो सकता है। विधानसभा के लिस्ट ऑफ बिजनेस के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही नियम-130 के तहत विधानसभा अध्यक्ष से वितीय स्थिति को लेकर चर्चा मांगी है जिससे यह स्पष्ट है कि सत्तारूढ़ दल कांग्रेस वित्तीय स्थिति को लेकर विपक्ष यानी भाजपा से चुनौती लेने को तैयार है। कर्ज और देनदारियों को लेकर विपक्ष पर हमला करेगी कांग्रेस कांग्रेस विधायकों द्वारा मांगी गई चर्चा में सत्तारूढ़ कांग्रेस की पूर्व भाजपा सरकार की कर्ज और देनदारियों पर विपक्ष को घेरने की रणनीति नजर आ रही है। वहीं, विपक्ष आर्थिक कुप्रबंधन पर सरकार पर हमलावर है ।ऐसे में इस दौरान भी हमला देखने को मिल सकता है। कांग्रेस के तीन युवा विधायकों ने मांगी चर्चा बता दें नियम -130 के तहत हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर चर्चा के लिए कांग्रेस विधायकों भवानी सिंह पठानिया ,चन्द्र शेखर , और केवल सिंह पठानिया ने प्रस्ताव दिया है। इसी को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन को सोमवार के बजाय शनिवार को करने का सुझाव दिया था। मगर मुख्यमंत्री ने अपनी व्यस्तता का हवाला देते हुए सोमवार की बैठक में चर्चा करने की बात की । सोमवार को होना खत्म होना था सत्र ,एक बैठक बड़ाई दरअसल हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार तक प्रस्तावित था। लेकिन वित्तीय स्थिति पर शनिवार को चर्चा न हो पाने के बाद सदन की सहमति से विधानसभा सत्र को एक दिन के लिए बड़ा दिया गया। सत्तारूढ़ दल के विधायकों द्वारा मांगी गई चर्चा पर पक्ष और विपक्ष के सदस्य चर्चा में भाग लेंगे और विधानसभा के सदस्यों द्वारा की गई चर्चा का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जवाब देंगे। देनदारियां समेत एक लाख करोड़ के कर्ज में हिमाचल हिमाचल प्रदेश पर वर्तमान समय में लगभग 94 हजार करोड़ का कर्ज है और करीब 10 हजार करोड़ तक कर्मचारियों की देनदारियां बाकी है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश पर कुल देनदारियां एक लाख करोड़ से ज्यादा की हो गयी है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन व OPS लागू करने के बाद केंद्र ने कई तरह की सीमाएं लग गयी है। केंद्र ने हिमाचल सरकार द्वारा OPS लागू करने पर कर्ज लेने की सीमा 14500 करोड़ से घटाकर 8500 करोड़ कर दी है। केंद्र से मिलने वाला GST कॉम्पेनसेशन जून 2022 से बन्द है। NPS के 9000 करोड़ पर केंद्र ने कुंडली मारी हुई है। केंद्र से मिलने वाली रेवेन्यू डिफिसिट ग्रांट में लगातार कमी हो रही है इस वर्ष 6000 करोड़ की ग्रांट आई है। अगले वित्त वर्ष में यह 3257 करोड़ रह जाएगी। जिसके कारण प्रदेश सरकार से आर्थिक संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे है।
मंडी में होगा मिस्टर एंड मिस नॉर्दन का सेमी फिनाले:55 युवतियां, 42 युवक और 35 बच्चे दिखाएंगे प्रतिभा; 500 प्रतिभागियों ने लिया था हिस्सा
मंडी में होगा मिस्टर एंड मिस नॉर्दन का सेमी फिनाले:55 युवतियां, 42 युवक और 35 बच्चे दिखाएंगे प्रतिभा; 500 प्रतिभागियों ने लिया था हिस्सा उत्तरी भारत के सबसे बड़े मिस्टर एंड मिस नॉर्दन का सेमी फिनाले 5 नवंबर को मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित किया जाएगा। मंडी में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए आयोजक अमित भाटिया ने बताया कि मिस्टर एंड मिस नॉर्दन को फीट ऑफ फायर डांस एकेडमी द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
इसमें उत्तरी भारत के 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनके ऑडिशन विभिन्न स्थानों पर लिए गए थे। इसमें से अब 55 युवतियों, 42 युवकों और 35 बच्चों का चयन सेमी फिनाले के लिए किया गया है। यहां से हर वर्ग में 20-20-20 प्रतिभागियों का चयन फिनाले के लिए किया जाएगा। जो भी इसमें विजेता रहेंगे उन्हें देश की नामी टॉप 5 मॉडलिंग कंपनी के साथ काम करने का मौका दिलाया जाएगा। प्रसिद्ध पहाड़ी गायक होंगे मौजूद
सेमी फिनाले में फिमेल जजमेंट पैनल में मिस यूनिवर्स इंडिया के टॉप 20 में जगह बना चुकी हिमाचल की बेटी अनुष्का दत्ता जबकि मेल जजमेंट पैनल में जाने-माने मॉडल बैन-एम विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के कई नामी कलाकार भी सेमी फिनाले में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। जिनमें प्रसिद्ध पहाड़ी गायक एसी भारद्वाज, अजय चौहान, हिमाचली जोड़ी और जाने-माने सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर भी मौजूद रहेंगे। फिनाले भी हिमाचल प्रदेश में ही आयोजित किया जाएगा लेकिन उसका स्थान अभी तय किया जा रहा है। फिनाले में मिस यूनिवर्स इंडिया रह चुकी श्वेता शारदा विशेष रूप से मौजूद रहेंगी। कई युवाओं को मिली नई राह
आयोजक राजा सिंह मल्होत्रा ने बताया कि उनका यह ग्रुप 2013 से इस तरह से इवेंट करवा रहा है। इससे कई प्रतिभावानों को अभी तक अपनी प्रतिभा दिखाने का न सिर्फ मंच मिला है बल्कि आज वे मॉडलिंग, डांसिंग और सिंगिंग के क्षेत्र में अपना अच्छा नाम भी कमा रहे हैं। बैन-एम और अनुष्का दत्ता इसका जीता जागता उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सी कंपनियां आज इस तरह के इवेंट सिर्फ नाम कमाने के लिए करवा रही हैं लेकिन इनका उद्देश्य लोगों के अंदर छुपी प्रतिभा को एक मंच दिलाने से हैं और उन्हें इसमें सफलता भी मिल रही है।
ठियोग में पानी घोटाले के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन:15 दिनों में FIR दर्ज करने का अल्टीमेटम, जल संघर्ष मोर्चा ने दी आंदोलन की चेतावनी
ठियोग में पानी घोटाले के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन:15 दिनों में FIR दर्ज करने का अल्टीमेटम, जल संघर्ष मोर्चा ने दी आंदोलन की चेतावनी शिमला जिले के ठियोग में जल आपूर्ति में हुए घोटाले के खिलाफ स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। ‘ठियोग जल बचाओ संघर्ष मोर्चा’ के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। संघर्ष मोर्चा के सदस्य महेंद्र वर्मा ने बताया कि उन्होंने SDM ठियोग को ज्ञापन सौंपा है। समिति ने 15 दिनों के भीतर घोटाले में FIR दर्ज करने और उपमंडल में बिगड़ी जल आपूर्ति व्यवस्था को सुधारने की मांग की है। अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो समिति अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने के साथ नेशनल हाईवे जाम करने की चेतावनी दी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि क्षेत्र में पानी की आपूर्ति की स्थिति बेहद खराब है। समिति ने सभी क्षेत्रों में समय पर और उचित मात्रा में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। ठियोग में पानी की सप्लाई में हुआ गड़बड़झाला
आपको बता दें कि हाल ही में ठियोग में पानी की सप्लाई में गड़बड़ झाला सामने आया था ।जिसका खुलासा RTI में हुआ था । इसे पूर्व विधायक व स्थानीय लोगों ने घोटाला करार दिया ।इस पानी घोटाले में ठियोग के कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई बाइक और कारों में दिखाई गई, जिन पर 1 करोड़ 13 लाख रुपए के बिल बनाकर भुगतान भी कर दिया गया। जब यह मामला RTI के जरिए सामने आया, तो विभाग ने इसकी जांच कराई। जिसके बाद विभाग के प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर मामला विजिलेंस को सौंप दिया। वर्तमान में विजिलेंस विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है। विजिलेंस ने मामले में कई लोगों से पूछताछ कर ली है लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नही हुआ है। ऐसे में अब संघर्ष मोर्चा ने 15 दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है।