यूपी में शनिवार को धूमधाम से विजयादशमी मनाई गई। रावण दहन की कुछ खास तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं। सहारनपुर में सीता का रोल निभा रही महिला बुलेट पर रावण को बैठाकर ग्राउंड में पहुंची। यह देख सब लोग हंसने लगे और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गूंज उठा। बुलेट पर संदेश लिखा था- महिला सशक्तिकरण, सीता भी कर सकती है रावण का हरण। मेरठ में रामायण के राम व सांसद अरुण गोविल को रावण दहन करना था। उन्होंने तीन बार तीर चलाए, लेकिन तीनों बार निशाना चूक गया और रावण को तीर नहीं लगा। आखिर में सांकेतिक रूप से अरुण गोविल ने तीर छोड़ी और आयोजकों ने रावण के पुतले में आग लगाई। अयोध्या की रामलीला में डिजिटल रावण का दहन हुआ। मेरठ में राम के रोल में सांसद पहुंचे, निशाना नहीं लगा पाएं मेरठ कैंट के भैंसाली मैदान में रावण का दहन होना था। राम के रोल में सांसद और पर्दे के राम अरुण गोविल पहुंचे। पंडाल में पहुंचते ही जय-जय श्रीराम के जयकारे से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद अरुण गोविल को रावण के पुतले के सामने थोड़ी दूरी पर बने मंच पर ले जाया गया। यहां अरुण गोविल ने रावण को मारने के लिए तीर चलाया, लेकिन निशाना चूक गया। दूसरी बार भी कोशिश की, लेकिन लक्ष्य नहीं भेद सके। तीसरी बार फिर मुस्कुराते हुए प्रत्यंचा तानी और मानो अबकी लक्ष्य भेद ही देंगे, लेकिन फिर निशाना चूक गया। आखिर में आयोजकों ने कहा- आप सांकेतिक रूप से धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाकर अग्नि बाण चला दें। फिर अरुण गोविल ने ऐसा ही किया। तीर छोड़ी जो कुछ दूर जा गिरी, इतने में दूसरे लोगों ने रावण के पुतले में आग लगा दी। अयोध्या में 72 फीट की स्क्रीन पर डिजिटल रावण दहन अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला समिति ने डिजिटल रावण का दहन किया। राम और रावण युद्ध के बाद रावण वध के प्रसंग का मंचन हुआ। राम की भूमिका निभा रहे वेद सागर ने बाण चलाकर रावण का वध किया। 72 फीट की स्क्रीन पर डिजिटल दहन के साथ रामलीला का समापन हुआ। रामलीला समिति के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया- रावण दहन डिजिटल तरीके से किया गया, ताकि प्रदूषण न फैले। PM मोदी का भी संदेश है कि प्रदूषण कम से कम हो। इसी वजह से फिल्मी हस्तियों की रामलीला में डिजिटल रावण दहन किए। इस बार फिल्मी सितारों की रामलीला को लगभग 41 करोड़ से ज्यादा राम भक्तों ने देखा है। इस रामलीला में फिल्मी जगत के कई बड़े कलाकारों ने राम की लीला पर मंचन किया। लखनऊ में रावण दहन का ड्रोन सीन, ऐशबाग में 60 फीट ऊंचा पुतला जलाया लखनऊ में दशहरे पर ऐशबाग के रामलीला मैदान में रावण दहन किया गया। 60 फीट ऊंचे रावण का दहन देखकर लोग जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। रामलीला मैदान में दहन किए गए इस रावण का भव्य नजारा देख हर कोई उत्साह से भर गया। यहां लगा मेला और रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने लोगों को खूब आकर्षित किया। ऐशबाग के रामलीला मैदान में रावण दहन देखने लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। शाम होते ही पूरा मैदान फुल हो गया। कई बड़े कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया, इसके साथ ही रावण दहन किया गया। सुरक्षा के लिहाज से भी भारी पुलिस फोर्स तैनात थी। भीड़ को देखते हुए सुबह से कई रूट डायवर्ट कर दिए गए थे। यूपी में शनिवार को धूमधाम से विजयादशमी मनाई गई। रावण दहन की कुछ खास तस्वीरें और वीडियो भी सामने आए हैं। सहारनपुर में सीता का रोल निभा रही महिला बुलेट पर रावण को बैठाकर ग्राउंड में पहुंची। यह देख सब लोग हंसने लगे और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा मैदान गूंज उठा। बुलेट पर संदेश लिखा था- महिला सशक्तिकरण, सीता भी कर सकती है रावण का हरण। मेरठ में रामायण के राम व सांसद अरुण गोविल को रावण दहन करना था। उन्होंने तीन बार तीर चलाए, लेकिन तीनों बार निशाना चूक गया और रावण को तीर नहीं लगा। आखिर में सांकेतिक रूप से अरुण गोविल ने तीर छोड़ी और आयोजकों ने रावण के पुतले में आग लगाई। अयोध्या की रामलीला में डिजिटल रावण का दहन हुआ। मेरठ में राम के रोल में सांसद पहुंचे, निशाना नहीं लगा पाएं मेरठ कैंट के भैंसाली मैदान में रावण का दहन होना था। राम के रोल में सांसद और पर्दे के राम अरुण गोविल पहुंचे। पंडाल में पहुंचते ही जय-जय श्रीराम के जयकारे से उनका स्वागत किया गया। इसके बाद अरुण गोविल को रावण के पुतले के सामने थोड़ी दूरी पर बने मंच पर ले जाया गया। यहां अरुण गोविल ने रावण को मारने के लिए तीर चलाया, लेकिन निशाना चूक गया। दूसरी बार भी कोशिश की, लेकिन लक्ष्य नहीं भेद सके। तीसरी बार फिर मुस्कुराते हुए प्रत्यंचा तानी और मानो अबकी लक्ष्य भेद ही देंगे, लेकिन फिर निशाना चूक गया। आखिर में आयोजकों ने कहा- आप सांकेतिक रूप से धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाकर अग्नि बाण चला दें। फिर अरुण गोविल ने ऐसा ही किया। तीर छोड़ी जो कुछ दूर जा गिरी, इतने में दूसरे लोगों ने रावण के पुतले में आग लगा दी। अयोध्या में 72 फीट की स्क्रीन पर डिजिटल रावण दहन अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला समिति ने डिजिटल रावण का दहन किया। राम और रावण युद्ध के बाद रावण वध के प्रसंग का मंचन हुआ। राम की भूमिका निभा रहे वेद सागर ने बाण चलाकर रावण का वध किया। 72 फीट की स्क्रीन पर डिजिटल दहन के साथ रामलीला का समापन हुआ। रामलीला समिति के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया- रावण दहन डिजिटल तरीके से किया गया, ताकि प्रदूषण न फैले। PM मोदी का भी संदेश है कि प्रदूषण कम से कम हो। इसी वजह से फिल्मी हस्तियों की रामलीला में डिजिटल रावण दहन किए। इस बार फिल्मी सितारों की रामलीला को लगभग 41 करोड़ से ज्यादा राम भक्तों ने देखा है। इस रामलीला में फिल्मी जगत के कई बड़े कलाकारों ने राम की लीला पर मंचन किया। लखनऊ में रावण दहन का ड्रोन सीन, ऐशबाग में 60 फीट ऊंचा पुतला जलाया लखनऊ में दशहरे पर ऐशबाग के रामलीला मैदान में रावण दहन किया गया। 60 फीट ऊंचे रावण का दहन देखकर लोग जय श्रीराम के नारे लगाने लगे। रामलीला मैदान में दहन किए गए इस रावण का भव्य नजारा देख हर कोई उत्साह से भर गया। यहां लगा मेला और रंग-बिरंगी आतिशबाजी ने लोगों को खूब आकर्षित किया। ऐशबाग के रामलीला मैदान में रावण दहन देखने लाखों की संख्या में लोग पहुंचे। शाम होते ही पूरा मैदान फुल हो गया। कई बड़े कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया, इसके साथ ही रावण दहन किया गया। सुरक्षा के लिहाज से भी भारी पुलिस फोर्स तैनात थी। भीड़ को देखते हुए सुबह से कई रूट डायवर्ट कर दिए गए थे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
देवेंद्र बबली ने खोले दुष्यंत के राज:कहा- विधायक दल का नेता बनने के बाद बदले सुर, कोटे से 4 मंत्री भी नहीं बनाए
देवेंद्र बबली ने खोले दुष्यंत के राज:कहा- विधायक दल का नेता बनने के बाद बदले सुर, कोटे से 4 मंत्री भी नहीं बनाए टोहाना से जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक देवेंद्र बबली हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के राज खोलने में लग गए हैं। देवेंद्र बबली ने कहा कि दुष्यंत चौटाला पार्टी के नेताओं को आगे नहीं बढ़ा पाए। यह उनकी नाकामी है। 10 विधायक में आज उनके साथ आधे भी साथ नहीं है। बबली ने कहा कि जजपा के 10 विधायक चुनकर आने के बाद गठबंधन सरकार बनाने का फैसला हुआ।
दुष्यंत को विधायक दल का नेता बनाया गया मगर विधायक दल का नेता बनने के बाद से ही दुष्यंत के सुर बदल गए। पहले पार्टी की मीटिंग में बुलाया जाता मगर फिर अचानक व्यवहार बदल गया और विधायकों के साथ दूरियां बढ़ती गई। बबली ने बताया कि भाजपा ने जजपा कोटे से 4 मंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया था मगर दुष्यंत चौटाला खुद ही सारे महकमे लेकर बैठ गया। अगर दुष्यंत चौटाला ऐसी गलती ना करता तो आज पार्टी की यह हालत नहीं हुई होती। दुष्यंत ने ऐसा क्यों किया आज तक पता नहीं चला। निशान सिंह जैसे नेताओं ने बढ़ाई दूरी बबली ने कहा कि जजपा ने निशान सिंह जैसे नेताओं को पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बताया। इसका पता था कि यह पीठ में छुरा घोपेगा। मगर एक नहीं सुनी गई अब वहीं हुआ। अगर हमारी बात सुनी होती तो हम पार्टी के बुरे वक्त में भी साथ खड़े होते मगर निशान सिंह जैसे नेता ने किसी को दुष्यंत के करीब नहीं लगने दिया। बबली ने कहा जजपा से विधायक बनने वाले 80 प्रतिशत नेता अपने दम पर विधायक बने हैं। यह अगल बात है सभी सिंबल पर चुनाव लड़े अब वह जजपा के विधायक कहलाएंगे। बराला पर किया हमला, भाजपा को दी नसीहत विधायक देवेंद्र बबली ने बिना नाम लिए सुभाष बराला पर हमला किया है। देवेंद्र बबली ने कहा कि बराला को बड़ा नेता कहना गलत है क्योंकि उसको जनता ने नकार दिया है। भाजपा जनता के नकारे हुए नेताओं को आगे बढ़ा रही है इससे उसे नुकसान हो रहा है। इसमें भाजपा नेताओं की क्या मजबूरी है वह समझ नहीं आता। बबली ने कहा कि एक बार गलती से विधायक बन जाने से कोई इंसान बड़ा नहीं हो जाता। अगर बड़े नेता में दम है तो एक बार फिर टोहाना से लड़कर देख ले कौन बड़ा है जनता अपने आप बता देगी। लोकसभा में स्थानीय मुद्दे हावी रहे
विधायक बबली ने कहा कि लोकसभा में इस बार स्थानीय मुद्दे हावी रहे। भाजपा के यहां के स्थानीय नेता के खिलाफ क्षेत्र में नाराजगी है। इसका फायदा कांग्रेस को मिला। बबली ने कहा कि मेरे से सैलजा के लोगों ने संपर्क किया और जब मेरे समर्थकों ने कांग्रेस को समर्थन की बात कही तो हमने भी सैलजा से संपर्क कर उनको समर्थन देने की बात कही। बबली ने कहा कि मैं पहले भी कांग्रेस में रह चुका हूं। मेरे लिए टोहाना की जनता पहले है इसके बाद प्रदेश की जनता।
प्रेमानंद महाराज के प्रवचन से प्रभावित 16 साल के छात्र ने छोड़ा परिवार, संत बनने घर से निकला
प्रेमानंद महाराज के प्रवचन से प्रभावित 16 साल के छात्र ने छोड़ा परिवार, संत बनने घर से निकला <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> आगरा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक 16 वर्षीय छात्र अपने माता-पिता को कुछ भी बताए बिना ही घर निकल गया. 16 वर्षीय छात्र वृंदावन पहुंचकर दीक्षा लेना चाहता है क्योंकि छात्र के मन पर प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों का बड़ा प्रभाव हुआ है, जिसके चलते अब छात्र प्रेमानंद महाराज से दीक्षा लेना चाहता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>छात्र मोबाइल फोन पर प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों की रील देखकर प्रभावित हुआ है. आगरा का एक 16 वर्षीय बालक स्वामी प्रेमानंद महाराज के प्रवचन से इतना प्रभावित हुआ कि संत बनने के लिए बिना घर पर बताये घर छोड़कर निकल गया. नाबालिग बच्चे के घर से लापता हो जाने से परिजन बेहद परेशान हो गए और बच्चे की तलाश शुरू कर दी पर काफी तलाशने के बाद भी बच्चा नहीं मिला. जिसके बाद परिजनों ने बच्चे के गायब होने की सूचना पुलिस को दी. 16 वर्षीय बच्चे के लापता होने की सूचना को पुलिस ने गंभीरता से लिया और बच्चे की तलाश में जुट गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस की जांच और तलाश शुरू हुई तो पुलिस ने महज 48 घंटे के अंदर बच्चे को ढूंढ निकाला और परिजनों के सुपुर्द कर दिया. तब जाकर परिजनों की सांस में सांस आई. दरअसल थाना कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले 16 वर्षीय शिवम शर्मा को मोबाइल पर रील्स देखते हुए स्वामी प्रेमानंद महाराज की प्रवचन की रील मिली. जिसके बाद उसे उनकी रील्स देखने की आदत हो गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रेमानंद महाराज से मिलने निकला वृंदावन</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>शिवम दिन में कई कई बार प्रेमानंद महाराज की रील को देखने लगा. एक दिन अचानक शिवम के मन में संत बनने की भावना जगी और शिवम ने भी प्रेमानंद महाराज तरह ही संत बनने की ठान ली और घर पर बिना बताये प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए वृंदावन निकल गया और वृंदावन में दो बार प्रेमानन्द से मुलाकात भी की. छात्र शिवम का कहना है कि वह भी संत बनना चाहता है और श्री राधा नाम का जाप करना चाहता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>जहां शिवम संत बनने के लिए वृंदावन पहुंच चुका था तो वहीं दूसरी ओर शिवम के परिजन बच्चे के लापता हो जाने से बेहद परेशान थे. अचानक लापता हुए शिवम के परिजन काफी परेशान हो गए और उन्होंने शिवम को हर तरफ तलाशने के बाद थाना कोतवाली में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. शिवम की गुमशुदगी दर्ज करने के बाद कोतवाली पुलिस उसे तलाशने में जुट गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने परिजनों को सुपुर्द किया बच्चा</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस ने सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद के साथ बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी शिवम को तलाशा किया जिसके बाद पुलिस ने उसे मथुरा से बरामद कर लिया और परिजनों के सुपुर्द कर दिया. जब थाना कोतवाली पुलिस की टीम ने जब सकुशल शिवम को बरामद कर परिजनों के सुपुर्द किया तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हर कोई पुलिस की कार्यशैली को प्रशंसा करने लगा, बच्चे की बरामदगी से परिजनों सहित स्थानीय लोगों ने बच्चे को बरामद करने वाली पुलिस टीम का सम्मान किया. बच्चे के मन के भाव है कि वह प्रवचन सुनकर श्री राधा नाम का जाप करें.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से शुरू की बच्चे की तलाश </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>इस मामले पर थाना कोतवाली प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे के गुम हो जाने की सूचना परिजन द्वारा दर्ज कराई गई थी जिसके बाद हमने बच्चे की तलाश शुरू कर दी. सीसीटीवी कैमरे की मदद से बच्चे की तलाश शुरू की गई. सीसीटीवी में बच्चा पहले रास्ते जाता दिखा. फिर ऑटो में बैठकर आगे चला गया, जैसे-जैसे बच्चे की लोकेशन मिलती जा रही थी हम उस लोकेशन का पीछा कर रहे थे. फिर सीसीटीवी में दिखा कि बच्चा मथुरा जाने वाली बस में सवार हो गया तो हमने बस का पीछा किया. मथुरा पहुंचने के बाद बच्चा वृंदावन पहुंच गया जहां से उसे बरामद किया गया, जब बच्चे की सुपुर्दगी परिजनों को दी तो बच्चे के मां पिता बहुत ही भावुक थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-mp-awadhesh-prasad-reaction-on-rss-chief-mohan-bhagwat-statement-2802253″>RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर अवधेश प्रसाद की प्रतिक्रिया, जानें क्या बोले सपा सांसद</a></strong></p>
लुधियाना के सिविल अस्पताल पहुंचे सांसद अरोड़ा:बोले- सरकारी अस्पताल को बनाउंगा प्राइवेट जैसा; नया सीवरेज सिस्टम का काम पूरा
लुधियाना के सिविल अस्पताल पहुंचे सांसद अरोड़ा:बोले- सरकारी अस्पताल को बनाउंगा प्राइवेट जैसा; नया सीवरेज सिस्टम का काम पूरा पंजाब के लुधियाना का सिविल अस्पताल आए दिन बदइंतजामी के चलते चर्चा में रहता है। आज लुधियाना से राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में चल रहे जीर्णोद्धार कार्य का जायजा लिया। उनके साथ सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह भी मौजूद थे। सांसद संजीव अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि वह लुधियाना के सरकारी अस्पताल को प्राइवेट अस्पताल जैसा बनाने के लिए काम कर रहे हैं। अस्पताल में लंबे समय से सीवरेज सिस्टम की समस्या थी। बारिश के दिनों में सीवरेज सिस्टम ओवरफ्लो हो जाता था, लेकिन अब बड़ी पाइपें और नया सीवरेज सिस्टम डालकर अस्पताल को बेहतर बनाया गया है। 10 साल से बंद पड़ी लिफ्टों को किया जा रहा शुरू अस्पताल में लाखों रुपए की लागत से लगाई गई और पिछले 10 साल से बंद पड़ी लिफ्टों को शुरू करने का काम किया जा रहा है। लिफ्टों को शुरू करने का ठेका जॉनसन कंपनी को दिया गया है। अरोड़ा ने बताया कि इमरजेंसी की रंगाई-पुताई की जा रही है। अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों और स्टाफ से भी काम के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में पूछा जा रहा है और उनका समाधान निकाला जा रहा है। चूहों की समस्या का हुआ समाधान अरोड़ा ने कहा कि अस्पताल में चूहों की समस्या सबसे बड़ी थी जिसका अब पक्के तौर पर हल करवा दिया है। अस्पताल के पीछे बने कूड़े के डंप को निगम अधिकारियों की मदद से हटा दिया है। सिविल अस्पताल की वाटर प्रूफिंग को सही करवाया जा रहा है। अस्पताल में सामान की चोरी काफी हो रही थी इस कारण अब आधुनिक सुरक्षा का भी इंतजाम किया जा रहा है। आने वाले समय में सीसीटीवी भी अधिक लगवाए जाएंगे। आने वाले समय में डाक्टरों और अन्य स्टाफ की भर्ती सरकार करेगी।