हरियाणा के अंबाला छावनी के साथ लगते डिफेंस कालोनी के सेक्टर-डी में लेन नम्बर 4 में झपटमार दिन दहाड़े एक महिला के गले से सोने की चेन तोड़ ले गए। झपटमार स्कूटी पर सवार थे और एक मकान का पता पूछने के बहाने महिला के पास रुके थे। महिला से हुई झपटमारी की ये वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस स्कूटी सवार युवकों की पहचान के प्रयास कर रही है। जानकारी अनुसार डिफेंस कालोनी के सेक्टर-डी में लेन नम्बर 4 में रहने वाली महिला वीना शर्मा सोमवार को अपने घर के बाहर पानी डाल कर फर्श को धो रही थी। इसी बीच दो युवक स्कूटी पर सवार होकर आए। पीछे बैठे युवक ने कागज निकाला और महिला से कोई एड्रेस पूछने के बहाने बातचीत करने लगे। इसी बीच महिला उनके पास आती है। वो कागज देखने लगती है, इस बीच पीछे बैठे युवक ने झपट्टा मार कर महिला के गले से सोने की चेन तोड़ ली। इसके बाद वे फरार हो गए। यह पूरी घटना पास के घर में लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई। इसमें दिख रहा है कि महिला बचने के लिए पीछे भी हटती है, लेकिन तक तक युवक झपट्टा मार चुके थे। इसके बाद महिला के परिजन बाहर आए। पुलिस को वारदात की सूचना दी। झपटमारों की स्कूटी का नंबर भी पुलिस को दिया गया है। पुलिस के जांच अधिकारी एसआई श्याम लाल ने बताया कि वीना शर्मा की सोने की चेन तोड़ने की शिकायत मिली है। मौके पर जाकर उन्होंने सीसीटीवी फुटेज चैक की गई है। स्कूटी पर जो नंबर लिखा था वो फेक है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। हरियाणा के अंबाला छावनी के साथ लगते डिफेंस कालोनी के सेक्टर-डी में लेन नम्बर 4 में झपटमार दिन दहाड़े एक महिला के गले से सोने की चेन तोड़ ले गए। झपटमार स्कूटी पर सवार थे और एक मकान का पता पूछने के बहाने महिला के पास रुके थे। महिला से हुई झपटमारी की ये वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस स्कूटी सवार युवकों की पहचान के प्रयास कर रही है। जानकारी अनुसार डिफेंस कालोनी के सेक्टर-डी में लेन नम्बर 4 में रहने वाली महिला वीना शर्मा सोमवार को अपने घर के बाहर पानी डाल कर फर्श को धो रही थी। इसी बीच दो युवक स्कूटी पर सवार होकर आए। पीछे बैठे युवक ने कागज निकाला और महिला से कोई एड्रेस पूछने के बहाने बातचीत करने लगे। इसी बीच महिला उनके पास आती है। वो कागज देखने लगती है, इस बीच पीछे बैठे युवक ने झपट्टा मार कर महिला के गले से सोने की चेन तोड़ ली। इसके बाद वे फरार हो गए। यह पूरी घटना पास के घर में लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई। इसमें दिख रहा है कि महिला बचने के लिए पीछे भी हटती है, लेकिन तक तक युवक झपट्टा मार चुके थे। इसके बाद महिला के परिजन बाहर आए। पुलिस को वारदात की सूचना दी। झपटमारों की स्कूटी का नंबर भी पुलिस को दिया गया है। पुलिस के जांच अधिकारी एसआई श्याम लाल ने बताया कि वीना शर्मा की सोने की चेन तोड़ने की शिकायत मिली है। मौके पर जाकर उन्होंने सीसीटीवी फुटेज चैक की गई है। स्कूटी पर जो नंबर लिखा था वो फेक है। पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी
चरखी दादरी के विधायक थामेंगे कांग्रेस का दामन:सोमबीर सांगवान बोले- चुनाव की डेट आगे बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ता, टिकट के लिए दावेदारी हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही नेताओं में टिकट के लिए घमासान मचा है। हरियाणा के चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान कांग्रेस पार्टी का दामन थामेंगे। जिन्होंने 23 अगस्त को विधानसभा से इस्तीफा भी दे दिया। पिछले कई दिनों से कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाएं चल रही थी। क्योंकि 7 मई को दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान सहित तीन विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को दिया था। वहीं सोमबीर सांगवान ने दादरी से कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए दावेदारी ठोकी है। साथ ही कहा कि पार्टी मौका देगी तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे। दादरी के विधायक सोमबीर सांगवान से बातचीत
सवाल : विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, कैसी तैयारी है?
जवाब : बहुत अच्छी तैयारी है। लोगों ने मन बना रखा है और जनता परिवर्तन चाहती है। बीजेपी के राज से घरबारी, दरबारी, व्यापारी व चाहे कोई वर्ग हो, सभी दुखी हैं चाहे खिलाड़ी हो या पहलवान। जहां-जहां चुनाव होगा बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है। हरियाणा में परिवर्तन की लहर शुरू हो चुकी है।
सवाल : विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है, आगे क्या करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं। अगर पार्टी ने उचित समझा और मेरे को टिकट दी तो ठोककर चुनाव लड़ूंगा। अगर पार्टी किसी दूसरे को टिकट देती है तो मैं ठोककर उसकी मदद भी करूंगा।
सवाल : निर्दलीय विधायक चुनकर आए थे, आगे किस तरह से चुनाव के तैयारी करेंगे?
जवाब : जनता साथ है और मैंने बहुत काम करवाएं हैं, बिना किसी लाग लपेट के। कोई बिचौलिया नहीं और ना ही भ्रष्टाचार। दादरी हलके में काफी काम किया है। जनता की जो भावना थी, उन पर खरा उतरा हूं।
सवाल : कांग्रेस पार्टी ही ज्वाइन करने का फैसला क्यों लिया?
जवाब : ऐसा है कि राजनीति करनी है तो कोई ना कोई संगठन में काम करना है। इसलिए अपनी विचारधारा मिली तो कांग्रेस को समर्थन दिया और कांग्रेस के साथ काम करेंगे।
सवाल : भाजपा ने चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग से अपील की है। उसे किस तरह से देखते हैं?
जवाब : भाजपा चाहे डेट आगे बढ़ा ले, चाहे पीछे कर ले। लोग मन बना चुके हैं। बीजेपी सोचती है कि ये छुट्टी हैं, उससे वोट कम पोल होंगे और हमारी हार हो जाएगी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लोगों ने मन बना लिया है। हरियाणा में बीजेपी का सुपड़ा साफ होने जा रहा है।
सवाल : कब तक कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे?
जवाब : बहुत जल्द ही कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करेंगे। 2019 में भाजपा से बागी हुए थे
सोमबीर सांगवान 2019 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में थे। वह चरखी दादरी से टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने उनकी जगह बबीता फोगाट को टिकट दे दिया था। इसके बाद वह भाजपा से बागी हो गए और निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की। भाजपा के सत्ता में आने पर उन्होंने सरकार को अपना समर्थन दे दिया। इसके बाद उन्हें हरियाणा पशुधन बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया। किसान आंदोलन के चलते उन्होंने चेयरमैन पद छोड़ दिया। 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले 3 निर्दलीय विधायकों ने भाजपा से समर्थन वापस ले लिया था। इसमें सोमबीर सांगवान, धर्मपाल गोंदर व रणधीर गोलन शामिल थे।
हरियाणा में BJP अध्यक्ष पद की दौड़ शुरू:5 चेहरे दौड़ में; ब्राह्मण-दलित पर फोकस; टिकट कटने के बाद भाटिया यहां भी रेस से बाहर
हरियाणा में BJP अध्यक्ष पद की दौड़ शुरू:5 चेहरे दौड़ में; ब्राह्मण-दलित पर फोकस; टिकट कटने के बाद भाटिया यहां भी रेस से बाहर हरियाणा में लोकसभा चुनाव खत्म होते ही भाजपा ने संगठन पर जोर देना शुरू कर दिया है। संगठन को मजबूत करने के पहले फेज में प्रदेश अध्यक्ष पर नया चेहरा लाने की तैयारी है। अभी सीएम नायब सैनी के पास ही अध्यक्ष का पद है। इस बार भाजपा नए अध्यक्ष के लिए ब्राह्मण और दलित चेहरे पर दांव खेल सकती है। सबसे अहम बात यह है कि करनाल लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद संजय भाटिया का नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में था, लेकिन अब नए समीकरणों को देखते हुए उन्हें बाहर कर दिया गया है। हालांकि वह अभी पार्टी के अध्यक्ष के लिए लॉबिंग करने में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिल पाई है। दलित-ब्राह्मण पर भाजपा का क्यों फोकस?
हरियाणा में अब भाजपा दलित और ब्राह्मण पर ही फोकस क्यों कर रही है। इसकी एक बड़ी वजह हैं। पहली वजह इनका वोट प्रतिशत है। हरियाणा में दलित और ओबीसी का बहुत बड़ा वोट प्रतिशत है, दलित 21 प्रतिशत और ओबीसी 30 प्रतिशत, इन दोनों को यदि मिला दिया जाए तो यह 51% हो जाता है। आने वाले विधानसभा को देखते हुए भाजपा इस पर फोकस कर रही है। वहीं ब्राह्मण का सूबे में 8% वोट है, प्रतिशत कम है, लेकिन दो लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जिन पर इनका खासा प्रभाव है। ब्राह्मणों में ये चेहरे दौड़ में
भाजपा यदि किसी ब्राह्मण को प्रदेश अध्यक्ष बनाती है, तो पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सबसे भरोसेमंद पूर्व राजनीतिक सचिव अजय गौड़ का नाम सबसे मजबूत है। अजय गौड़ फरीदाबाद लोकसभा सीट के प्रभारी भी हैं। उनकी गिनती पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों में होती है। पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा भी ब्राह्मणों में भाजपा का बड़ा चेहरा हैं। पार्टी इन पर भी दांव खेल सकती है। दलित में ये चेहरे दौड़ में
दलित नेताओं में राज्यसभा MP कृष्ण लाल पंवार का नाम काफी मजबूत है, लेकिन वह INLD से आए हैं। ऐसे में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रह चुके एवं मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया कार्डिनेटर सुदेश कटारिया के नाम पर पार्टी विचार कर सकती है। सुदेश कटारिया पूर्व सीएम और सीएम के भरोसेमंद सहयोगियों में हैं। इस लोकसभा चुनाव में भी उन्हें अहम जिम्मेदारियां दी गई हैं। भाजपा में सीएम के पूर्व राजनीतिक सचिव एवं पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार बेदी का नाम भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चा में है। वैश्यों को भी साध सकती है बीजेपी
हरियाणा में भाजपा वैश्यों को भी साध सकती है। यदि पार्टी वैश्य चेहरा लेकर आती है तो पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल और सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन के नामों पर भी विचार कर सकती है। पंजाबी नेताओं में पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर का नाम सबसे अधिक मजबूत माना जाता है। इसलिए दौड़ से बाहर हो गए संजय भाटिया
करनाल लोकसभा से टिकट कटने के बाद यह चर्चा थी कि संजय भाटिया को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी। चूंकि भाटिया पंजाब समुदाय से आते हैं, और भाजपा में पहले ही दो बड़े पंजाबी चेहरे पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज हैं। ऐसे में भाजपा अब पंजाबियों के अलावा अन्य वर्ग पर फोकस करना चाहती है। भाटिया को भी इसका एहसास हो चुका है, इसलिए वह करनाल में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक्टिव नहीं दिखे। वह सिर्फ मनोहर लाल के नॉमिनेशन में ही पहुंचे थे, इसके बाद वह ग्राउंड में नहीं दिखाई दिए।
हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल
हरियाणा का गैंगस्टर पपला गुर्जर, जिसे उम्रकैद हुई:गुरू की हत्या से शुरू हुई कहानी; डेढ़ साल में 4 मर्डर, पुलिस सिक्योरिटी में भी कत्ल हरियाणा और राजस्थान के नामी गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को नारनौल के एडिशनल सेशन जज (ASJ) डीएन भारद्वाज की कोर्ट ने श्रीराम मर्डर केस में उम्रकैद की सजा सुनाई है। पपला को पहले भी कई केस में कोर्ट से सजा हो चुकी है और कई मामले अभी भी कोर्ट में विचाराधीन हैं। जिस श्रीराम नाम के बुजुर्ग की हत्या के मामले में उसे सजा हुई, उसकी कहानी खौफनाक है। गैंगस्टर पपला ने श्रीराम को पुलिस सुरक्षा के बीच गोलियों ने भून दिया था। पपला ने डेढ़ साल के भीतर श्रीराम के अलावा उसकी बेटी बिमला, बेटे महेश और भांजे संदीप उर्फ फौजी का मर्डर कर दिया। पपला गुर्जर के खौफ की कहानी उसके गुरु शक्ति पहलवान के कत्ल से शुरू हुई। 10 साल पहले तक महेंद्रगढ़ जिले के खैरोली गांव में रहने वाले विक्रम उर्फ पपला की पहचान सिर्फ एक पहलवान के रूप में थी। 4 फरवरी 2014 को उसके गुरु शक्ति पहलवान उर्फ दूधिया की खैरोली गांव में ही हत्या हो गई। हत्या का आरोप कुख्यात बदमाश सुरेंद्र उर्फ चीकू पर लगा। पपला को पता चला कि उसके गांव खैरोली में ही रहने वाले संदीप उर्फ फौजी ने शक्ति पहलवान की मुखबिरी की है। पुलिस ने शक्ति गुर्जर की हत्या में सुरेंद्र उर्फ चीकू के साथ संदीप को भी साजिश का हिस्सेदार मानते हुए गिरफ्तार कर लिया। 2014 में पहला मर्डर किया
गुरु की हत्या से शुरू हुई अदावत में पपला गुर्जर के सिर पर ऐसा खून सवार हुआ कि उसने एक महीने बाद मार्च 2014 में संदीप की मां बिमला पर घर में घुसकर हमला कर दिया। उसने बिमला के दोनों हाथ-पैर तोड़ डाले। उस समय घर में बिमला को अस्पताल पहुंचाने वाला कोई नहीं था। महेंद्रगढ़ के ही बिहारीपुर गांव में रहने वाला बिमला का भाई महेश और पिता श्रीराम उसे लेने खैरोली गांव पहुंचे। श्रीराम अपनी बेटी बिमला को एंबुलेंस में लेकर नारनौल के लिए चल पड़े। महेश बाइक पर रवाना हुआ। पपला गुर्जर ने अपने साथियों के साथ मिलकर महेश को रास्ते में गुलावला गांव के पास रोक लिया और लाठी-डंडों से बुरी तरह पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। 2015 में 3 और हत्याएं
इसके बाद शक्ति पहलवान की हत्या के मामले में गिरफ्तार संदीप को जमानत मिल गई। जनवरी 2015 में संदीप पेशी पर नारनौल कोर्ट में पहुंचा। वहां कोर्ट से निकलते ही पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर संदीप की हत्या कर दी। इस हत्या के बाद नारनौल सिटी थाने में पपला और उसके साथियों पर मर्डर का दूसरा केस दर्ज हो गया। संदीप मर्डर केस में उसके नाना श्रीराम मुख्य गवाह बने। पुलिस पहले से दर्ज मर्डर के 2 मामलों में पपला को तलाश ही रही थी कि उसने 21 अगस्त 2015 को संदीप की मां बिमला को घर में घुसकर 23 गोलियां मारीं। एक के बाद एक लगातार हो रही हत्याओं के बाद महेंद्रगढ़ पुलिस ने संदीप के नाना श्रीराम को पुलिस सिक्योरिटी मुहैया करवा दी। इसके बावजूद 16 नवंबर 2015 को पपला गुर्जर ने अपने गैंग के साथ मिलकर बिहारीपुर गांव में धावा बोला और श्रीराम को घर में घुसकर गोली मार दी। इस वारदात के समय श्रीराम के घर में हथियारों से लैस 2 पुलिसवाले मौजूद थे, लेकिन वह कुछ नहीं कर पाए। पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद श्रीराम की हत्या हो जाने से पुलिस महकमे की चारों तरफ किरकिरी होने लगी। 2021 में राजस्थान पुलिस ने महाराष्ट्र से पकड़ा
पुलिस पर दबाव बढ़ा तो महेंद्रगढ़ CIA की टीम ने 12 फरवरी 2016 को पपला गुर्जर को अरेस्ट कर लिया। लगभग डेढ़ साल बाद 5 सितंबर 2017 को पपला गुर्जर के साथी महेन्द्रगढ़ कोर्ट में फायरिंग कर उसे पुलिस सुरक्षा से छुड़ाकर फरार हो गए। इसके बाद पपला साल 2020 में उस वक्त सुर्खियों में आया, जब उसे राजस्थान की बहरोड़ पुलिस ने पकड़ लिया। उसी रात उसकी गैंग के 20 से ज्यादा बदमाशों ने बहरोड़ थाना में AK-47 से हमला बोलते हुए पपला को पुलिस कस्टडी से ही छुड़ा लिया। उसके बाद पपला इधर-उधर भागता रहा। आखिर में 28 जनवरी 2021 को राजस्थान पुलिस ने पपला गुर्जर को महाराष्ट्र से दबोच लिया। इसके बाद से ही पहले वह राजस्थान और हरियाणा की जेल में बंद हैं। श्रीराम मर्डर केस में उसे सोमवार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।