हरियाणा के भिवानी में आज एक खाद बीज की दुकान में खरीदारी के बहाने आया युवक दुकानदार को धक्का देकर गल्ले से 70 हजार रुपए कैश निकाल कर फरार हो गया। दुकानदार ने उनको पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हुआ। सिटी पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। भिवानी के गांव प्रह्लादगढ़ निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि उसने भिवानी की नई अनाज मंडी स्थित दुकान नंबर 39 में खाद बीज की दुकान कर रखी है। उसने बताया कि सुबह उनकी दुकान पर मोटरसाइकिल सवार 3 युवक आए। उन्होंने पहले सब्जी का बीज और बाद में उसी समय जौ का बीज मांगा। फिर वह दुकान के अंदर वाले कमरे से बीज लेने चला गया। दो युवक सामने वाले कमरे में उससे आगे बढ़ गए। इस दौरान एक युवक ने दुकान के गल्ले से 70 हजार रुपए निकाल लिये। उसने उन्हें चोरी करते देख लिया। दुकान मालिक ओमप्रकाश ने बताया कि फिर दोनों युवकों ने उसको धक्का दिया। उसने उनको पकड़ने की कोशिश की, लेकिन पकड़ नहीं सका। फिर एक लड़का मोटरसाइकिल पर उन दोनों युवकों को बैठा कर भगा ले गया। दुकान मालिक ने शोर मचाया तो लोग वहां जमा हो गए। घटना की सूचना पास में ही स्थित अनाज मंडी चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने दुकान मालिक की शिकायत पर धारा 331(3), 305 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। हरियाणा के भिवानी में आज एक खाद बीज की दुकान में खरीदारी के बहाने आया युवक दुकानदार को धक्का देकर गल्ले से 70 हजार रुपए कैश निकाल कर फरार हो गया। दुकानदार ने उनको पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हुआ। सिटी पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। भिवानी के गांव प्रह्लादगढ़ निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि उसने भिवानी की नई अनाज मंडी स्थित दुकान नंबर 39 में खाद बीज की दुकान कर रखी है। उसने बताया कि सुबह उनकी दुकान पर मोटरसाइकिल सवार 3 युवक आए। उन्होंने पहले सब्जी का बीज और बाद में उसी समय जौ का बीज मांगा। फिर वह दुकान के अंदर वाले कमरे से बीज लेने चला गया। दो युवक सामने वाले कमरे में उससे आगे बढ़ गए। इस दौरान एक युवक ने दुकान के गल्ले से 70 हजार रुपए निकाल लिये। उसने उन्हें चोरी करते देख लिया। दुकान मालिक ओमप्रकाश ने बताया कि फिर दोनों युवकों ने उसको धक्का दिया। उसने उनको पकड़ने की कोशिश की, लेकिन पकड़ नहीं सका। फिर एक लड़का मोटरसाइकिल पर उन दोनों युवकों को बैठा कर भगा ले गया। दुकान मालिक ने शोर मचाया तो लोग वहां जमा हो गए। घटना की सूचना पास में ही स्थित अनाज मंडी चौकी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। पुलिस द्वारा आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस ने दुकान मालिक की शिकायत पर धारा 331(3), 305 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कैथल में धुंध के कारण दो ट्रकों की टक्कर:एक ड्राइवर की मौत; दूसरा ट्रक को छोड़कर भागा; पंजाब निवासी कैथल में सुबह घनी धुंध के कारण दो बड़े ट्रक की टक्कर हो गई। हादसे में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई। जबकि दूसरा ड्राइवर अपना ट्रक छोड़कर भाग गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस को मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान 28 वर्षीय धर्मेन्द्र सिंह निवासी कंडियाल जिला संगरूर पंजाब के तौर पर हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि धर्मेंद्र कल यमुनानगर से अपने ट्रक में रेत भरकर लाया था, जिसको पंजाब लेकर जा रहा था, सुबह करीब 7 बजे वह कैथल से संगतपुरा रोड पर स्थित पाड़ला गांव के पास एक ढाबे पर चाय पीने के लिए रुका हुआ था। कट मारने के बाद बेकाबू होकर पलटा ट्रक उन्होंने कहा कि जब वह चाय पीकर अपने ट्रक में बैठा तभी पंजाब की तरफ से एक चावल से भरा ट्रक आ रहा थ।, जैसे ही धर्मेंद्र के ट्रक के पास पहुंचा तभी उसके ड्राइवर ने अचानक ट्रक को कट मारा। जो बेकाबू होकर ढाबे के पास खड़े धर्मेंद्र के ट्रक के ऊपर पलट गया। जिससे धर्मेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों को सूचित दी इसके बाद आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। घटना के बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को सूचित किया। बाद में मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल लाया गया। दो बच्चे के सिर से उठा पिता का साया मृतक के परिजनों ने बताया कि धर्मेंद्र के परिवार में इसके मां बाप के अलावा पत्नी व दो बच्चे है। जिनमें एक 11 वर्षीय लड़की और एक 8 साल का लड़का है। धर्मेंद्र ही अपने परिवार का कमाने वाला था। जिसकी मृत्यु होने के बाद अब परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
हरियाणा में पति कांवड़ लेने गया, पत्नी ने फंदा लगाया:2 साल पहले हुई लव मैरिज; 15 दिन पहले बेटी को जन्म दिया था
हरियाणा में पति कांवड़ लेने गया, पत्नी ने फंदा लगाया:2 साल पहले हुई लव मैरिज; 15 दिन पहले बेटी को जन्म दिया था हरियाणा के करनाल में एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला के परिवार वालों ने ससुराल वालों पर हत्या का शक जताया है। महिला की दो साल पहले ही नाबालिग उम्र में शादी हुई थी। घटना के दौरान उसका पति कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार गया हुआ था। अब तक सुसाइड के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। ससुराल पक्ष का कहना है कि मृतका ने सुसाइड किया है, जबकि मायके वाले हत्या की आशंका जता रहे हैं। पुलिस ने छानबीन के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। मृतका की पहचान 19 वर्षीय मुस्कान पत्नी सूरज के रूप में हुई है। वह करनाल के चार चमन में रहती थी। मृतका की सास क्रांति ने बताया कि उसकी बहू पूरी तरह से ठीक थी। मैने ही खाना बनाया था और रख दिया था। सोचा था वह बाद में खा लेगी। पहले अपनी 15 दिन की बच्ची को सास को दिया फिर लगाई फांसी
मृतक की सास बताया कि रात को वह डेढ़ बजे तक जागती रही थी। घटना के समय उसने 15 दिन की बच्ची को मुझे दिया। इसके बाद अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और अंदर से कुंडी लगा ली। मैं भी सो गई थी, उसने कब फांसी लगा ली, पता भी नहीं चला। घर में किसी तरह का कोई झगड़ा नहीं हुआ था। क्रांति ने बताया कि उसका बेटा कांवड़ लेने के लिए गया हुआ था और आज सुबह ही 5 बजे लौटा था। उसने आकर ऊपर का दरवाजा खटखटाया, जब काफी देर तक मुस्कान ने दरवाजा नहीं खोला तो उसने किचन की खिड़की से एंट्री करके अंदर से दरवाजा खोला। बेटे ने कमरे में जाकर देखा तो मुस्कान पंखे से लटकी हुई थी। मायके वालों का आरोप- खुद सुसाइड नहीं कर सकती
दूसरी तरफ मृतका की मां गुड्डी ने बताया है कि उनकी बेटी ने 15 दिन पहले ही बेटी को जन्म दिया था। हमारी कल भी बात हुई थी, वह खुश थी। सुबह 5 बजे भांजी के पति का उनके पास कॉल आया था कि मुस्कान ने सुसाइड कर लिया। लेकिन वह कभी सुसाइड नहीं कर सकती। हमें शक है ससुराल वालों ने उसकी हत्या की है। लव मैरिज से कोई भी खुश नहीं था, जिस समय शादी हुई थी, उस समय मुस्कान नाबालिग थी। दो साल पहले हुई थी लव मैरिज
क्रांति ने बताया कि वे बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं और कई सालों से करनाल के चार चमन में रह रहे हैं। मजदूरी का काम करते है। बहू के माता पिता हांसी रोड पर रहते हैं। 4 दिसंबर 2022 को दोनों की परिवार की रजामंदी से इंद्री के वैष्णो माता मंदिर में लव मैरिज हुई थी। मुस्कान ने 15 दिन पहले ही एक बेटी को जन्म दिया था। करनाल थाना सिटी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। जांच अधिकारी बहादुर सिंह ने बताया कि मुस्कान ने सुसाइड किया है। लेकिन कारणों का पता नहीं चल सका। पुलिस को शव बैड पर मिला है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ही पता चला है।
विनेश फोगाट मेडल न मिलने पर इमोशनल हुईं:सोशल मीडिया पर रोते हुए फोटो डाली; गाना लगाया- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया
विनेश फोगाट मेडल न मिलने पर इमोशनल हुईं:सोशल मीडिया पर रोते हुए फोटो डाली; गाना लगाया- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन से चूकीं हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट ने पहली प्रतिक्रिया दी है। विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर अपनी रोते हुए फोटो शेयर की है। इंस्टाग्राम पर पोस्ट फोटो में विनेश फोगाट ने फोटो के बैकग्राउंड में पंजाबी सिंगर बी प्राक का रब्बा वे गाना लगाया है। इसमें गाने के बहाने विनेश फोगाट ने अपना दुख जाहिर किया है। पंजाबी गाने के बोल है- मेरी बारी ते लगदे, तू रब्बा सुत्ता ही रह गया। जिंदगी सिद्दी कर दिंदा, सब कुझ पुट्ठा ही रेह गया। न दित्ता प्यार, न दित्ता सुकून, साडियां रगां च काला खून। दिल साड्डा टुटिया टुटिया टूट्टा ही रेह गया। (इसका हिंदी अर्थ है कि मेरी बारी आने पर भगवान सोए रह गए। जिंदगी सीधी कर देते, सब कुछ उल्टा ही रह गया। न प्यार दिया, न सुकून, हमारी रगों में काला खून। हमारा दिल टूटा ही रह गया।) इससे पहले कल विनेश फोगाट की सिल्वर मेडल देने की याचिका को कोर्ट ऑफ आरबिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) यानी खेल कोर्ट ने खारिज कर दिया था। हालांकि उनके मेडल को लेकर फैसला करने वाली ज्यूरी के 5 में से 3 मेंबर इस बात से सहमत थे कि विनेश को सिल्वर मेडल देना चाहिए। वहीं, बाकी दो सदस्यों का मानना था कि एक खिलाड़ी के लिए व्यवस्था में बदलाव का अर्थ होगा कि अन्य खिलाड़ियों को उसके लाभ से वंचित किया गया। इस बारे में विश्व कुश्ती संघ को पूछा गया लेकिन उन्होंने एक रेसलर के लिए नियम बदलने से इनकार कर दिया। हालांकि अब खेल कोर्ट नियमों में बदलाव के लिए सिफारिशी ड्राफ्ट तैयार कर रहा है, जिसे विश्व कुश्ती संघ को भेजा जाएगा। इस फैसले के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया (X) पर पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा- माना पदक छीना गया तुम्हारा इस अंधकार में, हीरे की तरह चमक रही हो आज पूरे संसार में। विश्व विजेता हिंदुस्तान की आन बान शान रूस्तम ए हिंद विनेश फोगाट आप देश के कोहिनूर हैं। पूरे विश्व में विनेश फोगाट-विनेश फोगाट हो रही है। जिनको मेडल चाहिए। खरीद लेना 15-15 रुपए में। विनेश फोगाट की हरियाणा में ग्रैंड वेलकम की तैयारी चल रही हैं। विनेश 17 अगस्त को भारत आएगी हैं। इसकी जानकारी रेसलर बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी है। विनेश के भाई हरवेंद्र बलाली ने दिल्ली एयरपोर्ट से गांव बलाली तक विनेश का रूट तैयार किया है। इसमें जगह-जगह विनेश का स्वागत किया जाएगा। विनेश फोगाट की वापसी का रूट मैप.. विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने कहा है कि हम विनेश का गोल्ड मेडलिस्ट की तरह की स्वागत करेंगे। जिस खिलाड़ी के साथ इतने बड़े स्तर पर ऐसा बर्ताव हो जाता है, वह खिलाड़ी संन्यास जैसा फैसला ले लेता है। पेरिस से लौटने पर विनेश को पूरा परिवार मनाएगा और 2028 के ओलिंपिक के लिए तैयारी शुरू करेंगे। विनेश फोगाट मामले में क्या-क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था
बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 5. PM मोदी ने कहा- इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन कड़ा विरोध दर्ज करे
इस मामले में PM नरेंद्र मोदी ने IOA प्रेसिडेंट पी टी ऊषा से बात की और पूरी जानकारी ली है। इस मामले में हर विकल्प आजमाने और समाधान के प्रयास के साथ साथ PM ने पीटी ऊषा से विनेश फोगाट मामले में भारत का कड़ा विरोध दर्ज कराने को भी कहा। इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के प्रधान पीटी ऊषा विनेश से मिलीं। केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने विनेश को लेकर संसद में बयान दिया। 6. खेल मंत्री बोले- कोच हमेशा साथ रहता है
खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा- कोच साथ रहता है। फिजियो अश्विनी पाटिल हमेशा साथ रहते हैं। अतिरिक्त सहायक स्टाफ भी रहता है। इन्हें 70 लाख की सहायता दी गई है। स्पेन के मेड्रिड, फ्रांस में प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी गई है। हंगरी में 4 दिन तक इंटरनेशनल प्रशिक्षण के लिए स्टाफ को वित्तीय सहायता दी गई है। 7. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 8. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 9. खेल कोर्ट में सुनवाई हुई
विनेश फोगाट की याचिका पर पेरिस स्थित खेल कोर्ट में सुनवाई हुई। इसमें विनेश भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुई। विनेश ने करीब एक घंटे अपना पक्ष रखा। करीब 3 घंटे तक बहस हुई। विनेश की तरफ से भारतीय वकील हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने भी उनका पक्ष रखा। डॉक्टर एनाबेल बैनेट ने करीब 3 घंटे तक विनेश, युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग, इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी और IOA का पक्ष सुना। इससे पहले सभी को अपना एफिडेविट भी दाखिल करने को कहा गया था। जिसके बाद ये मौखिक बहस हुई। 10. विनेश को नहीं मिलेगा मेडल
इसके बाद 10 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखकर 13 अगस्त को फैसले की तारीख तय की थी, लेकिन फैसला टाल दिया गया। इसके बाद 14 अगस्त की शाम को विनेश की याचिका खारिज कर दी गई।