कानपुर के एक होटल में प्रेमी ने प्रेमिका का गला रेत कर मर्डर कर दिया। इसके बाद वह मौके से भाग निकला। काफी देर बाद शक हुआ, तो शनिवार शाम वेटर रूम पर पहुंचा। उसने कई बार दरवाजा नॉक किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर वह दरवाजा खोलकर अंदर गया, तो वहां युवती का खून से लथपथ शव पड़ा था। घटना फीलखाना थाना के कराची खाना स्थित होटल गगन सागर की है। लड़की कानपुर के उद्योग की रहने वाली 20 साल की प्रिंसिका थी। आरोपी का नाम प्रियांशु है। वह भी कानपुर के गुजैनी का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी प्रियांशु को अरेस्ट कर लिया है। मौके पर फीलखाना थाने की पुलिस, ACP कोतवाली और फोरेंसिक टीम पहुंची है। खबर अपडेट की जा रही है… कानपुर के एक होटल में प्रेमी ने प्रेमिका का गला रेत कर मर्डर कर दिया। इसके बाद वह मौके से भाग निकला। काफी देर बाद शक हुआ, तो शनिवार शाम वेटर रूम पर पहुंचा। उसने कई बार दरवाजा नॉक किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर वह दरवाजा खोलकर अंदर गया, तो वहां युवती का खून से लथपथ शव पड़ा था। घटना फीलखाना थाना के कराची खाना स्थित होटल गगन सागर की है। लड़की कानपुर के उद्योग की रहने वाली 20 साल की प्रिंसिका थी। आरोपी का नाम प्रियांशु है। वह भी कानपुर के गुजैनी का रहने वाला है। पुलिस ने आरोपी प्रियांशु को अरेस्ट कर लिया है। मौके पर फीलखाना थाने की पुलिस, ACP कोतवाली और फोरेंसिक टीम पहुंची है। खबर अपडेट की जा रही है… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
Bihar News: पटना में आरजेडी MLA, MLC की गाड़ियों का कटा चालान, ट्रैफिक एसपी ने कहा- इन्होंने ही बनाया है कानून
Bihar News: पटना में आरजेडी MLA, MLC की गाड़ियों का कटा चालान, ट्रैफिक एसपी ने कहा- इन्होंने ही बनाया है कानून <p style=”text-align: justify;”><strong>Issued challan For Vehicles Of RJD MLA:</strong> पटना के ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान आज 19 सितंबर को राजधानी की सड़कों पर एक्शन में दिखे. उन्होंने आरजेडी कार्यालय पहुंचे कई आरजेडी नेताओं की गाड़ियों का चालान काटा. ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई के बाद आरजेडी कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी मच गई और आरजेडी नेता में काफी गुस्से में दिखे. वहीं ट्रैफिक एसपी ने कहा कि कानून सबके लिए है और कानून इन माननीयों ने ही बनाया है. इसलिए गाड़ी किसी की भी हो, नियम तोड़ने वालों का चालान तो कटेगा ही.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल गुरुवार को तेजस्वी यादव ने पार्टी कार्यालय से आरजेडी की सदस्यता अभियान की शुरुआत की. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी के विधायक और नेता आरजेडी कार्यालय पहुंचे थे. उसी समय आयोजित कार्यक्रम के दौरान हड़कंप मच गया. पता चला कि ट्रैफिक एसपी ने कार्यक्रम में शामिल होने आए आरजेडी नेताओं की गाड़ियों का चालान काटना शुरू कर दिया है. पटना के नए ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान खुद सड़क पर उतर आए और आरजेडी कार्यालय के बाहर खड़ी नेताओं की गाड़ियों का ऑन द स्पॉट चालान काटना शुरू कर दिया.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”en”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | Traffic police in Bihar’s Patna issued Challan as several vehicles including vehicles of a few MLAs were parked in no parking zone outside the RJD office<br /><br />SP Traffic Aparajit Lohan says, “…15-20 vehicles were parked here, a few of common people and a few of MLAs as… <a href=”https://t.co/bjOYRGbgsj”>pic.twitter.com/bjOYRGbgsj</a></p>
— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1836730394626167182?ref_src=twsrc%5Etfw”>September 19, 2024</a></blockquote>
<p>
<script src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” async=”” charset=”utf-8″></script>
</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस दौरान ट्रैफिक एसपी ने विधायकों और एमएलसी की गाड़ियों को भी नहीं बख्शा और खुद ही वहां मौजूद पुलिस अफसरों को गाड़ियों के आगे लगे नेम प्लेट का कवर हटाकर चालान काटने का निर्देश दिया. एक के बाद एक कई विधायकों और एमएलसी की गाड़ियों का चालान काटा गया. ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई के बाद आरजेडी कार्यालय के बाहर अफरा-तफरी मच गई. वहीं ट्रैफिक एसपी ने कहा कि ये कार्रवाई आम लोगों की शिकायत पर की जाती है, आगे भी बेतरतीब गाड़ियां देखी गईं तो ऐसी ही कार्रवाई होगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने कहना था कि कि कानून सबके लिए है. इसलिए गाड़ी किसी की भी हो, नियम तोड़ने वालों का चालान जरूर कटेगा. इसको लेकर आरजेडी में काफी गुस्सा दिखा. आरजेडी नेताओं का कहना है कि जेडीयू और बीजेपी दफ्तर के बाहर भी गाड़ियां खड़ी रहती हैं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि ये कार्रवाई सिर्फ आरजेडी नेताओं की ही गाड़ियों पर क्यों? उन्होंने कहा कि चालान बीजेपी और सीएम नीतीश के कहने पर काटा गया है. </p>
हरियाणा BJP के घर बैठे नेताओं की छुट्टी होगी:RSS फीडबैक पर बदलेगा संगठन, 42 सीटों पर हार की समीक्षा, हारने की 5 वजहें
हरियाणा BJP के घर बैठे नेताओं की छुट्टी होगी:RSS फीडबैक पर बदलेगा संगठन, 42 सीटों पर हार की समीक्षा, हारने की 5 वजहें हरियाणा में लगातार तीसरी बार भले ही भाजपा ने सरकार बना ली हो, लेकिन पार्टी को 90 में से 42 सीटों पर हार भी मिली है। अब भाजपा ने इन सीटों पर हुई हार की समीक्षा भी कर ली है। एक महीने तक BJP ने हार के कारण जानने के लिए हारे उम्मीदवारों, जिलाध्यक्षों, पुराने कार्यकर्ताओं सहित RSS से भी फीडबैक लिया है। प्रदेश भाजपा इकाई ने यह रिपोर्ट पार्टी शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि हरियाणा में सदस्यता अभियान पूरा कर प्रदेश में संगठन के बदलाव के समय ही इन जिलों में जिलाध्यक्ष से लेकर जिला इकाई तक में बदलाव किए जाएंगे। ऐसे लोगों को किनारे लगाया जाएगा, जो पद लेकर बैठे रहे, मगर फील्ड में एक्टिव नहीं दिखे। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की रिपोर्ट की भूमिका सबसे अहम होगी। वहीं, टिकट वितरण में स्थानीय नेताओं की उपेक्षा भी हार का बड़ा कारण माना जा रहा है। इससे पार्टी में गलत मैसेज गया और कार्यकर्ता फील्ड में जाने के बजाय निष्क्रिय होकर बैठ गए। इन सब बिंदुओं को देखते हुए रिपोर्ट तैयार की गई। पार्टी के सह-प्रभारी बिप्लब देब भी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष से इसे लेकर चर्चा कर चुके हैं। आने वाले समय में संगठन में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। संगठन मंत्री बोले- हमने समीक्षा कर ली, आगे भी करेंगे
भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा ने बताया कि भाजपा हार की समीक्षा लगातार करती रही है। लोकसभा की तरह हमने विधानसभा में जिन सीटों पर हार हुई है, उनकी समीक्षा की है और रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को दी है। भाजपा में समीक्षा कभी नहीं रुकती। लगातार चलती रहती है। BJP की रिपोर्ट में हार के 5 बड़े कारण… 1. पुराने नेताओं की अनदेखी
भाजपा ने कई सीटों पर पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी की, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा। दूसरी पार्टी के कई नेताओं को चुनाव से ऐन वक्त पहले पार्टी में शामिल करवाया गया और टिकट दी, जिससे कई महीनों से फील्ड में तैयारी कर रहे नेताओं को झटका लगा और वह पूरे चुनाव में दूरी बनाकर रहे। उम्मीदवारों और संघ की रिपोर्ट में उन नेताओं के बाकायदा नाम भी लिखकर दिए गए हैं। 2. एंटी इनकम्बेंसी
चुनाव के समय प्रदेश में भाजपा के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी की चर्चा रही। चर्चा यह भी थी कि भाजपा चुनाव हार रही है और कांग्रेस जीत रही है, जिसके कारण 5 प्रतिशत स्विंग वोटर्स कांग्रेस की तरफ चला गया। यही वजह रही कि कड़े मुकाबलों वाली सीटों पर भी भाजपा हार गई। रोहतक, सिरसा और फतेहाबाद में सबसे ज्यादा वोट स्विंग हुए। सिरसा और फतेहाबाद में भाजपा विधायकों और नेताओं की कार्यशैली को लेकर भी लोगों में नाराजगी रही। 3. किसानों और जाटों में नाराजगी
किसानों और जाटों की नाराजगी का भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा। रोहतक, फतेहाबाद और सिरसा में जाट और किसान एग्रेसिव होकर भाजपा के खिलाफ वोट डालने निकले। सिरसा और फतेहाबाद की सभी 8 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की। किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर इन जिलों में देखने को मिला। यहां नशाखोरी का मुद्दा भी चुनाव में छाया रहा। नशाखोरी रोकने के लिए भाजपा सरकार द्वारा किए गए इंतजाम नाकाफी नजर आए। इन सीटों पर जाटों के साथ-साथ सिख मतदाताओं की नाराजगी भी देखने को मिली। दोनों जिलों की पंजाबी बेल्ट में भाजपा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। 4. टिकट वितरण में गड़बड़ी
कुछ सीटों पर टिकटों का वितरण सही तरीके से नहीं हुआ। यहां पार्टी का सर्वे विफल रहा। इन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते, जिसमें हिसार, गन्नौर जैसी सीट भी शामिल हैं। इसके अलावा सिरसा जिले में सबसे ज्यादा टिकट वितरण में गड़बड़ी हुई। मजबूत चेहरों को दरकिनार किया गया। रणजीत सिंह, आदित्य चौटाला, मीनू बेनीवाल जैसे चेहरों को पार्टी ने दरकिनार किया, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा। 5. मेवात में मुसलमानों ने भाजपा को नकारा
मेवात की तीनों सीटों पर भाजपा कोई कमाल नहीं कर पाई। यहां नूंह दंगों का असर देखने को मिला। यहां के लोगों में BJP के खिलाफ नाराजगी दिखी। लोगों ने BJP सरकार पर क्षेत्र में विकास न होने और भेदभाव का आरोप लगाया था। BJP इन मुस्लिम बहुल इलाकों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। 5 जिलों में खाता नहीं खोल पाई पार्टी
भाजपा प्रदेश के 5 जिलों में अपना खाता भी नहीं खोल पाई। इन जिलों में नूंह, सिरसा, झज्जर, रोहतक और फतेहाबाद शामिल हैं। अगर बेल्ट के हिसाब से देखें तो ये जिले बागड़, देशवाल और नूंह बेल्ट में आते हैं। इन जिलों में कुल 19 विधानसभा सीटें हैं। बागड़ बेल्ट में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 10, इनेलो ने 2 और निर्दलीय ने 1 सीट जीती। वहीं, 2019 में भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 4, JJP ने 5, इनेलो ने 1 और निर्दलीय ने 2 सीटें जीती थीं।
गुरुग्राम को नायब सैनी सरकार का बड़ा तोहफा, 269 करोड़ की 37 परियोजनाओं का किया शिलान्यास
गुरुग्राम को नायब सैनी सरकार का बड़ा तोहफा, 269 करोड़ की 37 परियोजनाओं का किया शिलान्यास <p style=”text-align: justify;”><strong>Gurugram Latest News:</strong> हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को गुरुग्राम में 269 करोड़ रुपए की 37 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक मनेसर में आयोजित मुख्यमंत्री शहरी स्वामित्व योजना पंजीकरण और ‘स्वामित्व पत्र’ वितरण समारोह के दौरान 13.76 करोड़ रुपये की 12 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जबकि 255.17 करोड़ रुपये की 25 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>द्वारका एक्सप्रेसवे के दोनों ओर सर्विस लेन का निर्माण</strong><br />बयान के मुताबिक प्रमुख परियोजनाओं में 99.50 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेसवे के दोनों ओर सर्विस लेन का निर्माण, 61.95 करोड़ रुपये की लागत से चंदूबुढेरा में जल शोधन संयंत्र का निर्माण, तथा 28.45 करोड़ रुपये की लागत से गुरुग्राम के सेक्टर-58 से 76 तक ब्रह्मपुर मलजल शोधन संयंत्र तक मास्टर सीवर लाइनों का निर्माण एवं सुधार शामिल है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>इसमें कहा गया कि इसके अतिरिक्त, गुरुग्राम के सेक्टर-16 में 14.75 करोड़ रुपये की लागत से बूस्टिंग स्टेशन का उन्नयन किया जाएगा और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) मानेसर से पटौदी रोड तक मास्टर रोड का निर्माण 13.10 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>लाल डोरा क्षेत्र का कॉन्सेप्ट खत्म</strong><br />वहीं मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी देते हुए बताया कि लंबे समय से शहरी क्षेत्र के जो लोग लाल डोरा क्षेत्र की अपने जमीन पर काबिज तो थे लेकिन उनके पास कोई कागज नहीं था वे डर के साए में जी रहे थे. ये लाल डोरा क्षेत्र का कॉन्सेप्ट अंग्रेजों के समय से चला आ रहा था. आपकी हरियाणा सरकार ने आपके उस डर को अब खत्म कर दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम सैनी ने आगे लिखा कि पूरे कागज सहित आपको मालिकाना हक दे दिया है. उसी तरह जो व्यापारी 20 साल से स्थानीय निकाय की दुकानों पर काबिज थे उनसे कलेक्ट्रेट रेट भरवाकर उनको मालिकाना हक दे दिया गया है. हर व्यापारी का सपना होता है कि उसकी अपनी दुकान हो. हमने गरीबों को भी 100 गज के प्लॉट उनके रजिस्ट्री के साथ दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”गर्लफ्रेंड से बात करने पर नाबालिग ने चाकू मारकर की दोस्त की हत्या, बियर के बहाने बुलाया था” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/gurugram-minor-murder-stabbed-his-friend-talking-to-his-girlfriend-pretext-of-beer-ann-2735306″ target=”_blank” rel=”noopener”>गर्लफ्रेंड से बात करने पर नाबालिग ने चाकू मारकर की दोस्त की हत्या, बियर के बहाने बुलाया था</a></strong></p>