हरियाणा के पहलवान एवं ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने मंगलवार को कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। कांग्रेस जॉइन करने के बाद 6 सितंबर को उनको कांग्रेस पार्टी ने उन्हें ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। अब करीब डेढ़ महीने बाद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। इससे पहले वे विधानसभा चुनाव में व्यस्त रहे। झज्जर के खुडन गांव के रहने वाले बजरंग पूनिया फिलहाल सोनीपत में रहते हैं। उन्होंने सितंबर में ही विनेश फौगाट के साथ कांग्रेस जॉइन की थी। कांग्रेस ने विनेश फौगाट को जुलाना हलके से टिकट दी। वे कांग्रेस की विधायक चुनी गई हैं। वहीं बजरंग पूनिया को कांग्रेस किसान सेल में जिम्मेदारी दी गई थी। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रधान एवं सांसद कुमारी सैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह, सुख विधायक विनेश फौगाट, अखिलेश शुक्ला समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। यहां पर किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने बजरंग पूनिया का स्वागत किया और उनको कार्यभार सौंपा। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे से कोई बड़ा नेता यहां मौजूद नहीं रहा। बता दें कि कांग्रेस जॉइन करने के साथ ही बजरंग ने कहा था कि भाजपा ने उनके साथ अच्छा नहीं किया। हरियाणा के पहलवान एवं ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने मंगलवार को कांग्रेस किसान प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया। कांग्रेस जॉइन करने के बाद 6 सितंबर को उनको कांग्रेस पार्टी ने उन्हें ऑल इंडिया किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। अब करीब डेढ़ महीने बाद उन्होंने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। इससे पहले वे विधानसभा चुनाव में व्यस्त रहे। झज्जर के खुडन गांव के रहने वाले बजरंग पूनिया फिलहाल सोनीपत में रहते हैं। उन्होंने सितंबर में ही विनेश फौगाट के साथ कांग्रेस जॉइन की थी। कांग्रेस ने विनेश फौगाट को जुलाना हलके से टिकट दी। वे कांग्रेस की विधायक चुनी गई हैं। वहीं बजरंग पूनिया को कांग्रेस किसान सेल में जिम्मेदारी दी गई थी। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रधान एवं सांसद कुमारी सैलजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह, सुख विधायक विनेश फौगाट, अखिलेश शुक्ला समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे। यहां पर किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने बजरंग पूनिया का स्वागत किया और उनको कार्यभार सौंपा। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे से कोई बड़ा नेता यहां मौजूद नहीं रहा। बता दें कि कांग्रेस जॉइन करने के साथ ही बजरंग ने कहा था कि भाजपा ने उनके साथ अच्छा नहीं किया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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कुरुक्षेत्र में रोड एक्सीडेंट में 3 दोस्तों की मौत:एनएच-152डी पर रोडवेज बस से टकराई कार; सोनीपत से कुल्लू जा रहे थे
कुरुक्षेत्र में रोड एक्सीडेंट में 3 दोस्तों की मौत:एनएच-152डी पर रोडवेज बस से टकराई कार; सोनीपत से कुल्लू जा रहे थे हरियाणा के कुरुक्षेत्र के इस्माईलाबाद में एक कार एनएच-152 पर खड़ी रोडवेज बस टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में कार सवार एक ही गांव के तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों जिला सोनीपत के गांव दुभेटा गांव के रहने वाले थे। मृतकों की शिनाख्त दिनेश (37), अनिल (32) व रमेश (40) के रूप में हुई है। कुल्लू जा रहे थे तीनों दोस्त
तीनों दोस्त कार में सवार होकर अपने गांव से घूमने के लिए हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली जा रहे थे। रात करीब 12 बजे एनएच-152 पर बगैर कोई संकेत के खड़ी रोडवेज की बस से उनकी कार टकरा गई। हादसे में दो युवकों की मौत पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे ने अस्पताल पहुंचते हुए दम तोड़ दिया। खराब खड़ी थी बस
पुलिस के मुताबिक पंचकूला डिपो की रोडवेज की बस अगला टायर निकलने के कारण रोड पर खड़ी थी। चालक ने बस खड़ी करने से सम्बन्धित कोई संकेत नहीं दे रखा था। अंधेरे में कार उसमें जा भिड़ी। पुलिस ने रोडवेज की बस के चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिए।
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस में घमासान:सैलजा समर्थक बोले- हमें हराया गया; गोगी ने कहा- सैलजा के अपमान से दलितों ने वोट नहीं दिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के अंदर घमासान मचा हुआ है। सैलजा के समर्थक नेताओं ने चुनाव में हार का ठीकरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सिर फोड़ा है। नेताओं का कहना है कि वे हारे नहीं हैं, उन्हें हराया गया है। आरोप लगाने वाले नेताओं में करनाल के असंध से शमशेर गोगी, कुरुक्षेत्र के जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा और अंबाला कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे परविंदर परी ने हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। गोगी ने यहां तक कहा कि सैलजा के अपमान के कारण दलितों ने हमें वोट भी नहीं दिया। सैलजा ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने पिछले 10 सालों में कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत कुछ सहा है, लेकिन अब हमें इन सब बातों से पीछे हटते हुए एक नए सिरे से आगे सोचना होगा। क्योंकि जैसे अभी चल रहा है वो ऐसे ही तो नहीं चलेगा। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नेता ने क्या कहा? गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वह वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। गोगी ने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि करनाल में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। जब गोगी से पूछा गया कि आप की हार कैसे हुई, तो उन्होंने कहा कि मीडिया और सभी एजेंसियां हमारे पक्ष में स्थिति दिखा रही थीं, लेकिन पिछले दो दिनों में भाजपा ने इसे हिंदू और सिखों का मुद्दा बना दिया। जो अंदर ही अंदर फैल गया। सैलजा पर दिए गए बयान और दलितों के अपमान पर उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे प्रदेश स्तर तक पहुंचा दिया। हालांकि सैलजा के गुट से होने के बावजूद दलितों ने हमें वोट नहीं दिया। परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को किस तरह से राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जन मानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखते, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब भी हरियाणा की कमान सही हाथों में नहीं सौंपी और संगठन न बनाया गया, तो आने वाले अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी हार का मुंह कांग्रेस पार्टी को देखना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर के हरियाणा कांग्रेस का गठन तुरंत प्रभाव से किया जाए। बवेजा ने कहा कि हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस को कभी बहुमत नहीं मिला है।
रेवाड़ी का ललिता हत्याकांड:दामाद ने दोस्त के साथ मिलकर किया कत्ल; बीमा राशि हड़पने के लिए की वारदात
रेवाड़ी का ललिता हत्याकांड:दामाद ने दोस्त के साथ मिलकर किया कत्ल; बीमा राशि हड़पने के लिए की वारदात हरियाणा के रेवाड़ी में 6 दिन पहले हुए ललिता हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले महिला के दामाद संदीप को सोमवार की रात गिरफ्तार कर लिया है। उसने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर सास की हत्या की थी। ससुर की मौत के बाद मिलने वाली बीमा राशि को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार, रेवाड़ी के खुर्मपुर निवासी विधवा महिला ललिता (45) का शव 14 जून को बावल स्थित एग्रीकल्चर कॉलेज के पास सड़क किनारे गड्ढों में पड़ा मिला था। मृतका के चेहरे को बुरी तरह कुचला हुआ था। उसके गले में चुन्नी बंधी हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद मृतक के भाई के बयान पर हत्या का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी। सीन ऑफ क्राइम टीम ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू की। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि मृतका का दामाद संदीप ही उसे बाइक पर घर से बैठाकर ले गया था, जिस कारण संदेह की सुई संदीप की ओर घूम रही थी। जांच के बाद पुलिस ने मृतका के दामाद जिला चरखी दादरी निवासी संदीप को हिरासत में लिया। सूत्रों के अनुसार, संदीप ने अपनी सास की हत्या दोस्त के साथ मिलकर किए जाने की बात स्वीकार की है। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर हत्या के पूरे राज खोलेगी। 12 जून को लापता हुई थी बता दें कि महिला ललिता के परिवारिक सदस्य नीरज ने बताया था कि ललिता 12 जून को घर से अचानक लापता हो गई थी। उसके पास एक कॉल आई थी। जिसके बाद वह घर से निकली। इसी आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई। महिला के फोन कॉल की जांच की तो पता चला कि उसे दामाद संदीप ने कॉल की थी। जिसके बाद पुलिस ने संदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया। ससुर की बीमा राशि पर थी संदीप की नजर सूत्रों के अनुसार, ललिता के पति की 2 साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उसके क्लेम का केस चल रहा है। इसमें से 5 लाख रुपए ललिता को मिले थे, जिसमें से 1.5 लाख रुपए संदीप ने हासिल कर लिए थे। बीमा की दूसरी किश्त के रूप में बड़ी राशि मिलने वाली थी। संदीप को आशंका थी कि उसकी सास दूसरी शादी करेगी, जिससे उसके हाथ से यह रकम निकल जाएगी। इसी वजह से उसने दोस्त के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। हालांकि पूरे मामले का खुलासा पुलिस मंगलवार को करेगी।