हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.1 डिग्री ज्यादा और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक हो गया है। यानी दिन के साथ साथ रातें भी गर्म होने लगी है। कई शहरों का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हुआ है। आमतौर पर 15 अक्टूबर के बाद पहाड़ों पर तापमान में कमी आती है, लेकिन इस बार सर्दी के मौसम में भी तापमान गिरने के बजाय बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि प्रदेश के 11 शहरों का पारा 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। इससे खासकर दिन के वक्त मैदानी इलाकों में लोगों के पसीने छूटने लगे है। किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान हमीरपुर का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया। शिमला का तापमान नॉर्मल से 4.4 डिग्री ज्यादा, भुंतर का 4.8 डिग्री, कल्पा का 3.1 डिग्री, धर्मशाला का 3.6 डिग्री, नाहन 2.2 डिग्री, केलांग 4.5 डिग्री, सोलन 3.5 डिग्री, मनाली 2.7 डिग्री और कांगड़ा का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.5 डिग्री अधिक हुआ है। 11 शहर जहां 30 डिग्री पार पहुंचा तापमान इसी तरह रात का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा हुआ है। मनाली के न्यूनतम तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 4.5 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। लाहौल स्पीति के केलांग में 20 अक्टूबर के बाद तापमान माइनस में रहता है, लेकिन मंगलवार रात को केलांग का तापमान भी सामान्य से 3 डिग्री के उछाल के साथ 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान में भी इसी तरह उछाल आया है। लंबे ड्राइ स्पेल के कारण आया उछाल मौसम विभाग की माने तो लंबे ड्राइ स्पेल के कारण तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। प्रदेश के सात जिलों चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में एक महीने से पानी की बूंद तक नहीं बरसी। वहीं कांगड़ा, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला में भी हल्की बूंदबांदी हुई है। ऊना जिला में जरूर 8 मिलीमीटर बारिश अक्टूबर माह में हुई है। अन्य जिलों में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं, क्योंकि इस बार मानसून सीजन में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान तापमान में भारी उछाल आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.1 डिग्री ज्यादा और न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक हो गया है। यानी दिन के साथ साथ रातें भी गर्म होने लगी है। कई शहरों का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हुआ है। आमतौर पर 15 अक्टूबर के बाद पहाड़ों पर तापमान में कमी आती है, लेकिन इस बार सर्दी के मौसम में भी तापमान गिरने के बजाय बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि प्रदेश के 11 शहरों का पारा 30 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। इससे खासकर दिन के वक्त मैदानी इलाकों में लोगों के पसीने छूटने लगे है। किस शहर में नॉर्मल से कितना ज्यादा तापमान हमीरपुर का अधिकतम तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री ज्यादा दर्ज किया गया। शिमला का तापमान नॉर्मल से 4.4 डिग्री ज्यादा, भुंतर का 4.8 डिग्री, कल्पा का 3.1 डिग्री, धर्मशाला का 3.6 डिग्री, नाहन 2.2 डिग्री, केलांग 4.5 डिग्री, सोलन 3.5 डिग्री, मनाली 2.7 डिग्री और कांगड़ा का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 3.5 डिग्री अधिक हुआ है। 11 शहर जहां 30 डिग्री पार पहुंचा तापमान इसी तरह रात का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा हुआ है। मनाली के न्यूनतम तापमान में सामान्य की तुलना में सबसे ज्यादा 4.5 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया। लाहौल स्पीति के केलांग में 20 अक्टूबर के बाद तापमान माइनस में रहता है, लेकिन मंगलवार रात को केलांग का तापमान भी सामान्य से 3 डिग्री के उछाल के साथ 4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान में भी इसी तरह उछाल आया है। लंबे ड्राइ स्पेल के कारण आया उछाल मौसम विभाग की माने तो लंबे ड्राइ स्पेल के कारण तापमान सामान्य से ज्यादा चल रहा है। प्रदेश के सात जिलों चंबा, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर व कुल्लू में एक महीने से पानी की बूंद तक नहीं बरसी। वहीं कांगड़ा, लाहौल स्पीति और किन्नौर जिला में भी हल्की बूंदबांदी हुई है। ऊना जिला में जरूर 8 मिलीमीटर बारिश अक्टूबर माह में हुई है। अन्य जिलों में बारिश नहीं होने से सूखे जैसे हालात पनपने लगे हैं, क्योंकि इस बार मानसून सीजन में भी सामान्य से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र:सदन में गूंजेगा कृषि विश्वविद्यालय की जमीन का मामला; सरकार ने टूरिज्म विलेज को दी यूनिवर्सिटी की 112 हैक्टेयर भूमि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर की 112 हेक्टेयर जमीन टूरिज्म विलेज को देने का मुद्दा गूंजेगा। BJP विधायक विपिन सिंह परमार ने विश्वविद्यालय की जमीन की NOC देने के मसले पर सदन में चर्चा मांग रखी है। कांगड़ा जिला में यह पहले ही बड़ा मुद्दा बन चुका है। आज सदन में भी इसे लेकर तपिश देखने को मिलेगी। बता दें कि राज्य सरकार ने कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का फैसला लिया है। इसके लिए सरकार ने यूनिवर्सिटी की जमीन टूरिज्म विलेज को देने का फैसला लिया है। कृषि विश्वविद्यालय के तमाम संगठन पहले ही इसका विरोध कर चुके हैं। इसके खिलाफ छात्र संगठनों के साथ साथ शिक्षक व गैर शिक्षक संघ प्रदर्शन कर चुके हैं। वित्तीय स्थिति पर होगी चर्चा सदन में आज राज्य की वित्तीय स्थिति को लेकर भी चर्चा होगी। कांग्रेस विधायक केवल सिंह पठानिया, चंद्रशेखर और भवानी सिंह पठानिया ने आर्थिक स्थिति को लेकर सदन में चर्चा मांग रखी है। खराब आर्थिक हालत के कारण देशभर में कांग्रेस सरकार की किरकिरी हुई है। हालांकि कांग्रेस सरकार को लगभग 75 हजार करोड़ का कर्ज विरासत में मिला है। इसी तरह लगभग 10 हजार करोड़ की कर्मचारियों की देनदारी भी पूर्व सरकार के कार्यकाल की है, जो अब कांग्रेस सरकार को चुकता करनी पड़ है। आमदन्नी अठन्नी और खर्चा रुपया होने की वजह से सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। लिहाजा आज सदन में आर्थिक हालात के साथ साथ आय के साधन बढ़ाने पर भी चर्चा होगी। अंत में जल विद्युत नीति पर भी चर्चा होगी। यह प्रस्ताव बीजेपी विधायक जेआर कटवाल ने लाया है। भांग की खेती पर होगी चर्चा इससे पहले सदन की कार्यवाही की शुरुआत प्रश्नकाल से शुरू होगी। विधानसभा में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी आज भांग के औषधीय गुणों को देखते हुए इसके व्यवसायिक इस्तेमाल को लेकर के लिए सदन में चर्चा की मांग करेंगे।
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जिसके चलते उनकी बाइक उस गाड़ी से टकरा जाती है और बेकाबू होकर गिर जाती है। टक्कर के बाद बलविंदर सिंह व उसके पिता सड़क पर गिर जाते हैं । बाइक के पीछे बैठे बाबूराम की मौका पर ही मौत हो जाती है। कार चालक ने किया सरेंडर कार चालक मौका से सीधा पुलिस थाना अंब में पहुंचकर सरेंडर कर देता है। पुलिस ने गाड़ी चालक सतीश कुमार निवासी बटूही के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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