पंजाब में विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है। राज्य में 13 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला में उप-चुनाव होने जा रहे हैं। आज यानी शुक्रवार को पंजाब के कई बड़े नेता नामांकन दाखिल करेंगे। आज दोहपर के बाद नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। अब 28 अक्टूबर को स्क्रूटनी कमेटी दस्तावेजों की जांच करेगी। पिछले 5 दिनों की बात करें तो चुनाव आयोग के पास 27 के करीब हलफनामे पहुंचे हैं। आज आखिरी दिन डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल सीटों पर बड़े नेता नामांकन दाखिल करेंगे। इन पूरे चुनावों में अकाली दल की तरफ से चुनाव ना लड़ने का फैसला किया गया है। अब देखना होगा कि अकाली दल के कोर वोटर किस की तरफ झुकते हैं। हालांकि अकाली दल ने अभी तक ये साफ नहीं किया कि चुनावों से दूर रहते हुए किस पार्टी का साथ दिया जाएगा। पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा की पत्नी डॉ. रजिंदर कौर शुक्रवार डेरा बाबा नानक सीट से नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं, आज भाजपा की तरफ से चब्बेवाल से घोषित उम्मीदवार सोहन सिंह ठंडल भी शुक्रवार ही नामांकन दाखिल करेंगे। गुरुवार कई नेताओं ने भरा नामांकन पंजाब के कई बड़े नेताओं ने गुरुवार इन उपचुनावों के लिए नामांकन दाखिल किया। बरनाला से भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों और कांग्रेस उम्मीदवार काला ढिल्लों ने नामांकन भरा। नामांकन से पहले दोनों ने रोड शो निकाला है। पंजाब की हॉट सीट बन चुकी गिद्दड़बाहा में पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल ने बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग ने नामांकन दाखिल किया है। इनके अलावा चब्बेवाला से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. ईशाक, डेरा बाबा नानक से रवि करण सिंह काहलों, गिद्दड़बाहा से हरचरण सिंह बराड़ व आप उम्मीदवार हरदीप सिंह ने नामांकन भरा। अकाली दल ने चुनावों से किया किनारा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने राज्य की चार सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में कैंडिडेट्स नहीं उतारने का फैसला किया है। यह फैसला आज चंडीगढ़ में हुई पार्टी की कार्यसमिति और जिला प्रधानों की बैठक में लिया गया। पंजाब में वर्ष 1992 के बाद यह पहला मौका है जब अकाली दल ने राज्य में होने जा रहा कोई इलेक्शन नहीं लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के इस फैसले की वजह पंथक संकट है। पंजाब में विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है। राज्य में 13 नवंबर को 4 विधानसभा सीटों डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला में उप-चुनाव होने जा रहे हैं। आज यानी शुक्रवार को पंजाब के कई बड़े नेता नामांकन दाखिल करेंगे। आज दोहपर के बाद नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी। अब 28 अक्टूबर को स्क्रूटनी कमेटी दस्तावेजों की जांच करेगी। पिछले 5 दिनों की बात करें तो चुनाव आयोग के पास 27 के करीब हलफनामे पहुंचे हैं। आज आखिरी दिन डेरा बाबा नानक और चब्बेवाल सीटों पर बड़े नेता नामांकन दाखिल करेंगे। इन पूरे चुनावों में अकाली दल की तरफ से चुनाव ना लड़ने का फैसला किया गया है। अब देखना होगा कि अकाली दल के कोर वोटर किस की तरफ झुकते हैं। हालांकि अकाली दल ने अभी तक ये साफ नहीं किया कि चुनावों से दूर रहते हुए किस पार्टी का साथ दिया जाएगा। पंजाब के पूर्व उप-मुख्यमंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा की पत्नी डॉ. रजिंदर कौर शुक्रवार डेरा बाबा नानक सीट से नामांकन दाखिल करेंगी। वहीं, आज भाजपा की तरफ से चब्बेवाल से घोषित उम्मीदवार सोहन सिंह ठंडल भी शुक्रवार ही नामांकन दाखिल करेंगे। गुरुवार कई नेताओं ने भरा नामांकन पंजाब के कई बड़े नेताओं ने गुरुवार इन उपचुनावों के लिए नामांकन दाखिल किया। बरनाला से भाजपा उम्मीदवार केवल ढिल्लों और कांग्रेस उम्मीदवार काला ढिल्लों ने नामांकन भरा। नामांकन से पहले दोनों ने रोड शो निकाला है। पंजाब की हॉट सीट बन चुकी गिद्दड़बाहा में पूर्व मंत्री मनप्रीत बादल ने बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वड़िंग ने नामांकन दाखिल किया है। इनके अलावा चब्बेवाला से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. ईशाक, डेरा बाबा नानक से रवि करण सिंह काहलों, गिद्दड़बाहा से हरचरण सिंह बराड़ व आप उम्मीदवार हरदीप सिंह ने नामांकन भरा। अकाली दल ने चुनावों से किया किनारा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने राज्य की चार सीटों पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव में कैंडिडेट्स नहीं उतारने का फैसला किया है। यह फैसला आज चंडीगढ़ में हुई पार्टी की कार्यसमिति और जिला प्रधानों की बैठक में लिया गया। पंजाब में वर्ष 1992 के बाद यह पहला मौका है जब अकाली दल ने राज्य में होने जा रहा कोई इलेक्शन नहीं लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के इस फैसले की वजह पंथक संकट है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब में दो दिन बारिश के आसार नहीं:इस मानसून राज्य में 34% कम बारिश हुई; बांधों का जलस्तर गिरा, चिंता बढ़ी
पंजाब में दो दिन बारिश के आसार नहीं:इस मानसून राज्य में 34% कम बारिश हुई; बांधों का जलस्तर गिरा, चिंता बढ़ी पंजाब में रविवार व सोमवार बारिश के आसार ना के बराबर हैं। कहीं-कहीं पाकेट रेन होने की संभावनाएं हैं। जिससे उमस बढ़ेगी और तापमान में भी बढ़ौतरी देखने को मिलेगी। शनिवार कुछ जिलों में हुई बारिश ने राज्य के औसतन तापमान में 1.5 डिग्री की कमी ला दी है। पंजाब में सर्वाधिक तापमान बठिंडा में दर्ज किया गया, जो 36 डिग्री रहा है। पंजाब व पड़ोसी राज्य हिमाचल में कम हुई बारिश ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार 1 जून से अभी तक हिमाचल प्रदेश में 21 फीसदी और पंजाब में 34 फीसदी कम बारिश हुई है। तापमान बढ़ने से इस साल बिजली की मांग में भी इजाफा हुआ। वहीं, पंजाब के लिए जरूरी तीनों बांधों भाखड़ा, पौंग और रणजीत सागर डैम में पानी का स्तर काफी कम हो गया है। जिसने चिंताओं को बढ़ा दिया है। डैम मैनेजमेंट बोर्ड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भाखड़ा में वॉटर रिजर्व 1680 फीट, पोंग डैम में 1,390 फीट और रणजीत सागर बांध में ये 1,731.5 फीट है। जबकि तीनों बांधों का टार्गेट इससे काफी अधिक है। भाखड़ा और रणजीत सागर डैम से ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि अगले साल ना पर्याप्त बिजली उत्पन्न हो पाएगी और ना ही सिंचाई के लिए जरूरी पानी मिल पाएगा। अगस्त में भी सुस्त रहा मानसून पंजाब में अगस्त महीने में भी मानसून पूरी तरह एक्टिव नहीं हो पाया। कुछ जिलों को छोड़ पंजाब 11 जिले ऐसे हैं, जहां 21 से 61 फीसदी तक बारिश कम हुई है। पंजाब में अगस्त महीने में भी औसतन 9 फीसदी कम बादल बरसे हैं। अगस्त में सामान्यता 94.6 मिमी बारिश 1 से 17 अगस्त तक हो जाती है, लेकिन अभी तक राज्य में मात्र 85.7 मिमी ही बारिश हुई है। वहीं, अगले दो दिन बारिश के आसार नहीं है। 20 अगस्त को कुछ जगहों पर ही बारिश का अनुमान है। अगर अगस्त भी जून-जुलाई की भरपाई ना कर पाया तो अगला साल पंजाब को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कपूरथला में नकाबपोशों ने की फायरिंग:4 लोग घायल; बाइक पर आए थे 6 बदमाश, दो जलंधर रेफर
कपूरथला में नकाबपोशों ने की फायरिंग:4 लोग घायल; बाइक पर आए थे 6 बदमाश, दो जलंधर रेफर कपूरथला जिले में फगवाड़ा के भबियाणा गांव में बुधवार रात करीब सवा 8 बजे कुछ नकाबपोश बदमाशों ने गोलियां चला दी। घटना में 4 लोग घायल हो गए। जिसे फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सूचना मिलते ही SP रुपिंदर कौर भट्टी अस्पताल पहुंची और घायलों से जानकारी ली। गांव के लोगों के मुताबिक रात के समय जब लोग गांव के में ही एक जगह पर इकट्ठे बैठे थे, तो दो बाइक पर 6 युवक आए, सभी ने अपना मुंह ढका हुए था। उन्होंने आते ही अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिसमें बूटा राम, सुरेंद्र पाल, बिट्टू व जशनप्रीत सिंह घायल हो गए। गांव वासियों का आरोप है कि पुलिस सूचना के बावजूद समय पर नहीं पहुंची। हालत गंभीर होने पर दो लोग जलंधर रेफर सिविल अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर ने बताया कि 4 घायलों में से दो घायल बिट्टू व जश्नप्रीत सिंह की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जलंधर रेफर कर दिया है। घटना की सूचना मिलने के बाद फगवाड़ा के विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल व आप नेता मान सिविल अस्पताल में पहुंचे और घायलों से जानकारी ली। मामले की जांच में जुटी पुलिस SP रुपिंदर कौर भट्टी ने बताया कि उन्होंने सिविल अस्पताल पहुंचकर घायलों से पूछताछ की। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। पुलिस टीमें मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुट गई हैं। DSP भारत भूषण के अनुसार फायरिंग मामले में 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
खन्ना के युवक की इटली में मौत:कार बेकाबू होकर पलटी और खंभे से टकराई, फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला दोस्त गंभीर घायल
खन्ना के युवक की इटली में मौत:कार बेकाबू होकर पलटी और खंभे से टकराई, फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला दोस्त गंभीर घायल खन्ना के गांव गगड़माजरा के रहने वाले कुलवंत सिंह (38) की इटली में सड़क हादसे में मौत हो गई। कुलवंत का दोस्त जसप्रीत सिंह (22) जोकि फतेहगढ़ साहिब के गांव हरलालपुर का रहने वाला है, हादसे में गंभीर घायल हो गया। दोनों काम से वापस घर कार में लौट रहे थे। इनकी कार बेकाबू होकर पलट गई और फिर खंभे से टकरा गई। हादसे में कुलवंत की मौत हुई। कुलवंत इटली के जिला बैरगामो के शहर सुईसीओ में रहता था। डेढ़ महीना पहले पंजाब से वापस लौटा था मृतक कुलवंत सिंह की मां और भाई गांव गगड़माजरा में रहते हैं। करीब 15 सालों से कुलवंत सिंह इटली में ही रहता था। कभी कभार परिवार से मिलने आता था। उसकी पत्नी व ढाई साल का बेटा भी इटली में है। कुलवंत करीब डेढ़ महीना पहले ही पंजाब से वापस लौटा था। रोजाना फोन पर अपनी मां से बात करके हाल जानता रहता था। 9 जून को हादसे की खबर कनाडा रहते रिश्तेदारों ने परिवार को फोन पर दी। मृतक कुलवंत के भाई सुखजिंदर सिंह ने बताया कि अंतिम संस्कार इटली में ही किया जाएगा। विधायक ने जताया शोक वहीं इस घटना के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंध ने भी हादसे पर अफसोस जताया। विधायक ने कहा कि यह पूरे इलाके व परिवार के लिए दुखद घटना है। वे परिवार के साथ खड़े हैं।