जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) नई दिल्ली ने नीट-यूजी 2024 के स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सीट आवंटित होने के बावजूद रिपोर्टिंग नहीं करने व प्रवेश नहीं लेने वाले स्टूडेंट्स पर सख्ती दिखाई है। एमसीसी ने ऐसे स्टूडेंट्स को नीट यूजी 2025 के लिए अपात्र घोषित करने का निर्णय लिया है। ऐसे में स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है। एमसीसी के नोटिफिकेशन के तहत ऑल इंडिया 15% कोटा एवं 85% स्टेट कोटा एमबीबीएस-बीडीएस काउंसलिंग के स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में एमबीबीएस सीट आवंटित की जाएगी। ऐसे स्टूडेंट्स आवंटित सीट पर प्रवेश नहीं लेता है अर्थात जॉइन नहीं करता है तो ऐसे स्टूडेंट आगामी वर्ष 2025 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने की पात्रता खो देंगे, ये स्टूडेंट नीट-यूजी 2025 में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। ऐसे स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी-डिपॉजिट राशि भी जब्त कर ली जाएगी। ऐसे स्टूडेंट जो सेंट्रल-कोटा अथवा स्टेट-कोटा से आवंटित किसी भी एमबीबीएस-सीट पर प्रवेशित नहीं है वे सेंट्रल तथा स्टेट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में सम्मिलित होने के पात्र है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने वाले रिपीटर्स स्टूडेंट्स की संख्या अत्यधिक है। प्रवेश परीक्षा के लिए अपर एज लिमिट तथा नंबर ऑफ अटेंप्ट पर कोई प्रतिबंध नहीं है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट लगातार प्रतिवर्ष परीक्षा में सम्मिलित होते हैं। एमसीसी नई दिल्ली का उद्देश्य है कि स्टूडेंट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड से आवंटित एमबीबीएस-सीट पर अनिवार्यतः प्रवेश लें ताकि स्ट्रे-वैकेंसी राउंड की उपयोगिता सिद्ध हो। जालंधर| मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) नई दिल्ली ने नीट-यूजी 2024 के स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सीट आवंटित होने के बावजूद रिपोर्टिंग नहीं करने व प्रवेश नहीं लेने वाले स्टूडेंट्स पर सख्ती दिखाई है। एमसीसी ने ऐसे स्टूडेंट्स को नीट यूजी 2025 के लिए अपात्र घोषित करने का निर्णय लिया है। ऐसे में स्ट्रे काउंसलिंग राउंड में सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है। एमसीसी के नोटिफिकेशन के तहत ऑल इंडिया 15% कोटा एवं 85% स्टेट कोटा एमबीबीएस-बीडीएस काउंसलिंग के स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में एमबीबीएस सीट आवंटित की जाएगी। ऐसे स्टूडेंट्स आवंटित सीट पर प्रवेश नहीं लेता है अर्थात जॉइन नहीं करता है तो ऐसे स्टूडेंट आगामी वर्ष 2025 में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने की पात्रता खो देंगे, ये स्टूडेंट नीट-यूजी 2025 में सम्मिलित नहीं हो पाएंगे। ऐसे स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी-डिपॉजिट राशि भी जब्त कर ली जाएगी। ऐसे स्टूडेंट जो सेंट्रल-कोटा अथवा स्टेट-कोटा से आवंटित किसी भी एमबीबीएस-सीट पर प्रवेशित नहीं है वे सेंट्रल तथा स्टेट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड में सम्मिलित होने के पात्र है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में सम्मिलित होने वाले रिपीटर्स स्टूडेंट्स की संख्या अत्यधिक है। प्रवेश परीक्षा के लिए अपर एज लिमिट तथा नंबर ऑफ अटेंप्ट पर कोई प्रतिबंध नहीं है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट लगातार प्रतिवर्ष परीक्षा में सम्मिलित होते हैं। एमसीसी नई दिल्ली का उद्देश्य है कि स्टूडेंट स्ट्रे-वैकेंसी राउंड से आवंटित एमबीबीएस-सीट पर अनिवार्यतः प्रवेश लें ताकि स्ट्रे-वैकेंसी राउंड की उपयोगिता सिद्ध हो। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
CM मान ने INDI गठबंधन के साथ दिखाई एकजुटता:नीति-आयोग की बैठक का किया बहिष्कार; कारण- बजट में गैर-NDA सरकार राज्यों की अनदेखी
CM मान ने INDI गठबंधन के साथ दिखाई एकजुटता:नीति-आयोग की बैठक का किया बहिष्कार; कारण- बजट में गैर-NDA सरकार राज्यों की अनदेखी आम आदमी पार्टी (AAP) के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने INDI गठबंधन के साथ एकजुटता दिखाते हुए नीति आयोग की बैठक में ना शामिल होने का फैसला किया है। ये बैठक 27 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली है। इससे पहले कांग्रेस और DMK ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने की घोषणा की थी।
बीते दिन ही INDI गठबंधन ब्लॉक ने आरोप लगाया था कि 2024-25 के केंद्रीय बजट में गैर-NDA शासित राज्यों की अनदेखी की गई। जिसके बाद कांग्रेस और DMK ने बहिष्कार करने की घोषणा की थी। AAP प्रवक्ता का कहना है कि वे INDI गठबंधन ब्लॉक के साथ खड़े हैं। जब INDI गठबंधन ब्लॉक ने नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया, तो पंजाब के सीएम भी इससे दूर रहेंगे। गठबंधन से अलग लाइन लेने का कोई मतलब नहीं है। हिमाचल के सीएम सुक्खू भी बैठक में ले रहे भाग सीएम भगवंत मान की तरह ही पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने भी इस बैठक में शामिल ना होने फैसला किया है। इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के सिद्धारमैया और तमिलनाडु के एमके स्टालिन बैठक में शामिल नहीं होंगे। सांसद पाठक ने भी दिए संकेत बीते दिन सांसद संदीप पाठक ने एक इंटरव्यू में कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार संकीर्ण सोच के साथ राजनीति कर रही है। हमें सरकार को जगाना होगा। उन्हें बताना होगा कि वे जो कर रहे हैं वह गलत है। अगर इस तरह से देश का बजट तैयार किया जाएगा तो देश कैसे प्रगति करेगा? बीते शाम तक हो रही थी तैयारियां मुख्यमंत्री भगवंत मान के बैठक में ना जाने के निर्णय के साथ ही अब CM ऑफिस में तैयारियां भी थम चुकी हैं। जबकि बीती शाम तक राज्य सरकार 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की बैठक के लिए मुख्यमंत्री के भाषण को तैयार करने में जुटे थे। मुख्यमंत्री बैठक में केंद्र के समक्ष लंबित 10,000 करोड़ रुपये का मुद्दा उठाने वाले थे। जिसमें रूरल डिवेल्पमेंट फंड और मंडी विकास फंड के तकरीबन 6,767 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
बरनाला में मांस के टुकडे़ फेंकने से तनाव:गांव वालों को देखकर आरोपी हुआ फरार, यूपी से लेकर आता है गाय और भैंस
बरनाला में मांस के टुकडे़ फेंकने से तनाव:गांव वालों को देखकर आरोपी हुआ फरार, यूपी से लेकर आता है गाय और भैंस बरनाला में एक व्यक्ति पर गांव में पशुओं का मांस फेंकने का आरोप लगा है। गांव में मांस के टुकड़े पड़े देख माहौल तनावपूर्ण हो गया। बताया जाता है कि लोगों को देखकर आरोपी मौके से फरार हो गया। मामला बरनाला जिले के गांव भगतपुरा का है। जहां देर रात माहौल तनावपूर्ण रहा। गांव निवासी परगट सिंह और गांव वालों ने बताया कि यूपी का रहने वाला एक व्यक्ति लंबे समय से गांव में रह रहा है। वह अक्सर यूपी से गाय लेकर आता है और बाद गाय गायब हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि गांव के बाहर हड्डारोडी है। जहां गांव के मरे हुए जानवरों को फेंका जाता है। ग्रामीणों ने बतया कि आरोपी की पक्खो कैंचियां में मांस की दुकान भी है। इस शख्स को कई बार हड्डारोड़ी के पास संदिग्ध हालत में देखा गया है। जहां लोगों को शक था कि वह गाय को काटने के बाद उसकी हड्डियां ले जाता है और वहां फेंक देता है। आज उसे जहां भैंस और गाय की बछड़े का मांस फेंकते गांव के लोगों ने देखा है। पता लगने के बाद उपरोक्त व्यक्ति मौके से फरार हो गया। गांव में मांस के टुकडे़ पड़े होने और तनाव की सूचना पाकर स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझा कर शांत कराया। थाना शैहणा के एएसआई बलदेव सिंह ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बात की। उन्होंने बताया कि संबंधित व्यक्ति भाग गया है। लोगों के संदेह की अंत तक जांच की जाएगी। फिलहाल आरोपी फरार है।
जालंधर में 16 अक्टूबर को रहेगी आधी छुट्टी:जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश, श्री वाल्मीकि जी की शोभायात्रा को लेकर स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद
जालंधर में 16 अक्टूबर को रहेगी आधी छुट्टी:जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश, श्री वाल्मीकि जी की शोभायात्रा को लेकर स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद जालंधर में भगवान श्री वाल्मीकि जयंती को देखते हुए जिला प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। प्रशासन द्वारा 16 अक्टूबर को दोपहर 2:00 बजे के बाद स्कूल, कॉलेज और आईटीआई बंद रखने के आदेश दिए हैं। जिले के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि भगवान श्री वाल्मीकि जी की शोभायात्रा निकल जाने को लेकर 16 अक्टूबर को समय रखा गया है। जिसे देखते हुए प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया है। नगर निगम की सीमा में आने वाले सभी स्कूलों को हिदायत जारी की गई है कि दोपहर के बाद उन्हें अपने अपने संस्थान बंद करने होंगे। वहीं सिटी वाल्मीकि सभाओं ने डीसी द्वारा लिए गए इस फैसले की सराहना की है। इसे लेकर प्रशासन द्वारा पुलिस को आदेश जारी किए गए हैं। पुलिस आदेशों की पालना को यकीनी बनाएगी। जिससे कोई भी कोताही न बरती जा सके।