हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में एक हादसा हो गया। जहां बाइक चालक के सामने एक तेज रफ्तार बाइक चालक आया। जिससे बचने के चक्कर वह संतुलन खो बैठा और दूसरे अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। हादसे में वह नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई। हादसे की शिकायत मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। घर से काम के लिए निकला था समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में कोमल ने बताया कि वह गांव नारायणा की रहने वाली है। वह दो बच्चों की मां है। जिसमें एक बेटा व एक बेटी है। 24 अक्टूबर की दोपहर करीब 12 बजे उसका पति समालखा से बिहोली किसी काम से जा रहा था। वह बाइक पर सवार था। रास्ते में जब वह करहंस मोड़ चौराहे पर पहुंचा, तो बाइक चालक लापरवाही व तेज गति से चलाकर एकदम करहंस मोड़ चौराहे पर आया। जिससे बचने के चक्कर में उसके पति का संतुलन बिगड़ गया और अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही वह नीचे गिरा और अचेत हो गया। राहगीर इलाज के लिए तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा कस्बे में एक हादसा हो गया। जहां बाइक चालक के सामने एक तेज रफ्तार बाइक चालक आया। जिससे बचने के चक्कर वह संतुलन खो बैठा और दूसरे अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। हादसे में वह नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई। हादसे की शिकायत मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। घर से काम के लिए निकला था समालखा थाना पुलिस को दी शिकायत में कोमल ने बताया कि वह गांव नारायणा की रहने वाली है। वह दो बच्चों की मां है। जिसमें एक बेटा व एक बेटी है। 24 अक्टूबर की दोपहर करीब 12 बजे उसका पति समालखा से बिहोली किसी काम से जा रहा था। वह बाइक पर सवार था। रास्ते में जब वह करहंस मोड़ चौराहे पर पहुंचा, तो बाइक चालक लापरवाही व तेज गति से चलाकर एकदम करहंस मोड़ चौराहे पर आया। जिससे बचने के चक्कर में उसके पति का संतुलन बिगड़ गया और अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। टक्कर लगते ही वह नीचे गिरा और अचेत हो गया। राहगीर इलाज के लिए तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
करनाल के 2 युवकों की अमेरिका में मौत:साल्टन झील में नहाने गए थे, एक को बचाने के लिए दूसरे ने भी छलांग लगा दी
करनाल के 2 युवकों की अमेरिका में मौत:साल्टन झील में नहाने गए थे, एक को बचाने के लिए दूसरे ने भी छलांग लगा दी अमेरिका के कैलिफोर्निया की साल्टन झील में डूबने से करनाल जिले के 2 युवकों की मौत हो गई। इनमें से एक असंध के गोबिंदगढ़ का रहने वाला है, जबकि दूसरा करनाल के चुरनी गांव का रहने वाला है। दोनों युवक डंकी की से अमेरिका गए थे। दोनों ही अपने परिवार की इकलौती उम्मीद थे। दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। परिवार सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उनके बेटों के शव अमेरिका से भारत लाए जाएं, ताकि दोनों को अपने गांव की मिट्टी नसीब हो सके। इक्कम को बचाने गया था महताब गोबिंदगढ़ निवासी 21 वर्षीय मेहताब और चुरनी गांव निवासी इक्कम सिंह दोनों अमेरिका में काम करते हैं और 25 जून को कैलिफोर्निया की साल्टन झील में नहाने गए थे। नहाते समय मेहताब झील में डूबने लगा तो इक्कम उसे बचाने के लिए झील में कूद गया, लेकिन इक्कम भी पानी में डूबने लगा। आसपास के लोगों ने जब दोनों को डूबते देखा तो वे उन्हें बचाने के लिए झील में कूद गए। दोनों को बाहर निकालकर गंभीर हालत में नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। अमेरिका में एक ही कमरे पर इक्कम सिंह मेहताब और जलमाना खेड़ा का रहने वाला एक युवक रहते थे। पहले इक्कम सिंह ने झील में झलांग लगाई थी, उसके महताब उसे बचाने के लिए झील में कुद। दोनों को डूबता देख तीसरा जो साथी था जलमाना वाला लड़का वो झील में कुदा। जिसके बाद महताब को उसने बाहर निकाला। लेकिन इक्कम सिंह की नहीं मिल पाया। 24 घंटे बाद इक्कम सिंह का शव झील से बरामद हुआ। वहीं इलाज के दौरान महताब की मौत हो गई। महताब के फूका ने दी मौत की सूचना करनाल जिला के गोबिंदगढ़ का महताब सिंह पुत्र गुलाब सिंह करीब एक साल पहले डंकी से अमेरिका गया था। जहां पर उसका काम अच्छी तरह से चल रहा था। मौत से एक दिन पहले ही उसने अपने पिता से बात की थी, वह काफी खुश था और अपने काम के बारे में भी बताया था कि उसका काम अच्छा चल रहा है। मृतक के पिता गुलाब सिंह ने बताया कि महताब अपने दोस्तों के साथ झील में नहाने गया था। अचानक वह डूब गया। वह घर का इकलौता बेटा था। वहां वह अच्छा काम कर रहा था। 25 जून को हुए इस हादसे की सूचना महताब के फूफा ने दी, जो अमेरिका में ही रहते हैं। महताब और उसके दोस्त पहले कभी झील में नहाने नहीं गए थे, लेकिन पहली बार गए और यह हादसा हो गया। पिता ने लगाई मदद की गुहार महताब के पिता खेतीबाड़ी का काम करते हैं। उन्होंने करीब 35 लाख रुपए खर्च कर अपने बेटे को अमेरिका भेजा था, लेकिन आज वह बेटा उनके बीच नहीं रहा। पिता ने सरकार से अनुरोध किया है कि उनके बेटे का शव भारत लाया जाए ताकि रीति-रिवाज़ के अनुसार दाह संस्कार किया जा सके इसके साथ ही परिवार अब कोशिश कर रहा है कि महताब का शव भारत लाया जा सके। अगर यह संभव नहीं होता, तो वे इमरजेंसी वीजा लगवाने का प्रयास करेंगे ताकि माता-पिता अमेरिका जाकर वहीं अंतिम संस्कार कर सकें। इस संबंध में सरकार से भी बातचीत की जा रही है। नाबालिग है चुरनी गांव का इक्कम सिंह गांव चुरनी का इक्कम सिंह 14 महीने पहले ही अमेरिका गया था, वहां पर वह जॉब कर रहा था। उसके घर वालों ने आधी जमीन बेचकर उसे अमेरिका में भेजा था। ताकि घर के हालात सुधर सके। वह घर का इकलौता बेटा था। जिसकी एक 19 वर्षीय बड़ी बहन नैनी भी है। मृतक के पिता रूपिंद्र सिंह ने बताया कि हमें विश्वास नहीं है कि हमारे बेटे के साथ ऐसा हो सकता है। घर का इकलौता चिराग बुझ चुका है। घर की आर्थिक स्थिति इतनी ज्यादा मजबूत नहीं है कि बेटे का शव भारत लाया जा सके। लाखों रुपए खर्च होंगे। जिसके लिए उन्होंने लोगों से और सरकार से मदद की गुहार लगाई है। बेटे का शव भारत आ जाता है तो उसका आखिरी बार चेहरा देख पाएंगे। इक्कम सिंह के पिता भी खेतीबाड़ी का ही काम करते है। 20 जून को डूबे थे कैथल के दो युवक- इस हादसे से 2 दिन पहले, अमेरिका में नहाते वक्त कैथल जिला के मोहाना व पुंडरी गांव के 2 युवकों की भी झील में डूबने से मौत हो गई थी। दोनों युवक अपने अन्य दोस्तों के साथ वहां की झील में नहाने गए थे और नहाते हुए उनका पैर फिसल गया और वे पानी में बह गए। प्राप्त जानकारी अनुसार सचिन कुमार (22 वर्ष) पुुत्र तेजवीर उर्फ रामु करीब एक साल पहले लाखों रुपए लगाकर डंकी से अमेरिका पहुंचा था। तब से वह वहीं पर था। अनुमान लगाया जा रहा है कि नहाते हुए सचिन का पैर फिसल गया वो डूब गया, वहीं गांव मोहना के दूसरे युवक प्रगट सिंह(करीब 35 वर्ष) पुत्र लाल सिंह भी इसी झील में नहाते हुए बह गया। जिसे वहां नहा रहे लोगों ने समय रहते निकाल लिया। प्रगट सिंह को बचा लिया, लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
हरियाणा में टिकट कटने पर पूर्व विधायक ने BJP छोड़ी:समर्थकों के साथ दिल्ली रवाना, कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं बलकौर
हरियाणा में टिकट कटने पर पूर्व विधायक ने BJP छोड़ी:समर्थकों के साथ दिल्ली रवाना, कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं बलकौर हरियाणा में सिरसा के कालांवाली से पूर्व विधायक बलकौर सिंह ने बीजेपी को अलविदा कह दिया है। बीजेपी ने इस बार उनका टिकट काट राजेंद्र देसुजोधा को दिया है। जिससे बलकौर सिंह नाराज हो गए। बलकौर जिला पार्षद, ब्लॉक समिति के चेयरमैन, मेंबर, कई सरपंचों, पूर्व सरपंचों समेत अन्य नेताओं के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं। यहां वह पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि कांग्रेस की ओर से शुक्रवार रात को जो लिस्ट जारी की गई है उसमें कालांवाली से विधायक शीशपाल केहरवाला को टिकट दिया गया है। बलकौर सिंह का इस्तीफा…. बलकौर 2014 में बने थे विधायक
बलकौर सिंह 2014 के विधानसभा चुनाव में कालांवाली सीट से इनेलो और अकाली दल के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरे थे। उन्होंने कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला को लगभग 13 हजार वोटों से हराया था। बलकौर सिंह को 54112 वोट और शीशपाल केहरवाला को 41147 वोट मिले थे। चुनाव लड़ने को लेकर हुआ था विवाद
2014 के चुनाव में विवाद भी हुआ था। इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने बुध सिंह को कालांवाली से उम्मीदवार बनाया था। उस दौरान इनेलो का शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन था। ऐसे में बुध सिंह को उम्मीदवार बनाने पर विवाद पैदा हो गया। इसके बाद अभय सिंह चौटाला ने किसी तरह बुध सिंह को मना लिया, तब जाकर गठबंधन उम्मीदवार के रूप में बलकौर सिंह को मैदान में उतारा गया। इनेलो ने इस बार बुध सिंह के बेटे मास्टर गुरतेज सिंह को उम्मीदवार बनाया है। अकाली और जजपा को दिया था झटका
जनवरी 2019 में अजय चौटाला की मौजूदगी में बलकौर सिंह जननायक जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। हालांकि बाद में उन्होंने यूटर्न ले लिया था। चर्चा थी कि अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल से मुलाकात में फटकार लगने के बाद बलकौर सिंह ने जजपा में शामिल होने की बात नकारी थी। इसके बाद बलकौर भाजपा में आ गए। 2019 में काटा गया था राजेंद्र देसुजोधा का टिकट
2019 में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने राजेंद्र देसुजोधा का टिकट काटकर बलकौर सिंह को दिया था, लेकिन वह चुनाव हार गए। वह तीसरे नंबर पर रहे थे, जबकि राजेंद्र देसुजोधा दूसरे नंबर पर रहे थे।
हरियाणा में आज मौसम रहेगा साफ:पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कल से बदलाव; न्यूनतम तापमान में आई गिरावट
हरियाणा में आज मौसम रहेगा साफ:पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कल से बदलाव; न्यूनतम तापमान में आई गिरावट हरियाणा में मंगलवार को मौसम पूरी तरह साफ रहेगा। हालांकि सुबह-शाम की ठंड बनी रहेगी। दोपहर के समय आज भी गर्मी का अहसास होगा। न्यूनतम तापमान में आज 0.5 डिग्री सेल्सियस की मामूली गिरावट दर्ज हुई हैं। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के बाद कल से मौसम में बदलाव होगा। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, आज न्यूनतम तापमान 23.73 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जबकि कल न्यूनतम 23.93 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 24 घंटे के अंदर सबसे गर्म दिन सिरसा का रहा, जहां 37.0 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था। वायु गुणवत्ता पर पड़ रहा प्रभाव मौसम वैज्ञानिक चंद्रमोहन के मुताबिक, उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण पंजाब की तरफ से पराली जलने की वजह से हवा प्रदेश के पूर्वी जिले की तरफ पहुंच रही है। यहां की वायु गुणवत्ता पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। हवाओं की दिशा बदलने पर यह हवा पश्चिमी और दक्षिणी जिलों की तरफ बढ़ जाएगी। गुरुग्राम की हवा सबसे खराब 30 अक्टूबर तक उत्तरी पहाड़ों की ऊंची चोटियों पर पश्चिमी विक्षोभ पहुंचेगा। इसके बाद हरियाणा-दिल्ली एनसीआर सहित मैदानी इलाकों में तापमान में रूकावट दर्ज की जाएगी। 5 नवंबर को फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना हैं। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी। वहीं दूसरी तरफ प्रदूषण के चलते प्रदेश की आबो हवा भी खराब हो रही है। गुरुग्राम में सबसे ज्यादा हालत खराब है। यहां एक्यूआई 500 के करीब पहुंच गया है। मौसम एक्सपर्ट बोले- दीवाली पर ठंड बढ़ेगी, ऐसे में सांस की दिक्कत बढ़ेगी वहीं दूसरी ओर हरियाणा में मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। सुबह और शाम को हल्की ठंड रहती है। हालांकि अब उत्तर पश्चिमी हवाओं के कारण मौसम में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दिवाली के बाद हरियाणा में लोगों को ठंड का एहसास होने लगेगा। प्रदेश में फिलहाल अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है। वहीं रात के तापमान में आधा डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि दिवाली के बाद मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। सेहत एक्सपर्ट मानते हैं कि जितनी ज्यादा ठंड होगी, PM 10 के कण भारी होने की वजह से निचले स्तर पर रहेंगे, ऐसी सूरत में सांस लेने की दिक्कत और बढ़ेगी।