नूंह जिले के तावडू खंड के गांव गुरनावट में वक्फ बोर्ड प्रशासन द्वारा नोटिस जारी होने से ग्रामीणों में हड़कंप मचा गया है। वक्फ बोर्ड ने 20 कनाल जमीन को अपनी बताते हुए इसे खाली करने के नोटिस जारी किए। 17 अप्रैल तक वक्फ की जमीन को खाली करना था, लेकिन कई कारणों के चलते कब्ज़ा खाली करने की कार्रवाई टाल दी गई। अब ग्रामीणों और वक्फ प्रशासन के बीच भूमि विवाद गहराता जा रहा है। वक्फ बोर्ड द्वारा जारी नोटिस में गुरनावट गांव की लगभग 20 कनाल भूमि को सरकारी वक्फ संपत्ति बताया गया है। इस जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किए जाने का आरोप है। नूंह जिले में 2218 जगह पर वक्फ की संपत्ति हैं, जिसमें अधिकांश में लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए हैं। नए वक्फ कानून के शुरू होते ही अब वक्फ प्रशासन ने अवैध कब्जे हटाने की मुहिम शुरू कर दी है। कब्ज़ा करने वालों में सरपंच का भी नाम हरियाणा वक्फ बोर्ड नूंह के द्वारा जारी नोटिस में बताया गया है कि खसरा नंबर 10/22/2, 23/2, 15/1, 2/1, 10, 16/5 में दर्ज जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज है और यह गजट अधिसूचना के अनुसार सरकारी वक्फ भूमि है। बोर्ड का दावा है कि गांव के कुछ लोगों, जिनमें वर्तमान सरपंच भी शामिल हैं, इन सभी ने भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण किया है। ग्रामीणों ने कहा इस जमीन में हम करीब 5 साल से नमाज पढ़ते हैं। पहले यह जमीन पंचायत की थी, लेकिन सन 1981 में इसको वक्फ बोर्ड ने अपना कर लिया। ग्रामीण बोले वर्षों से गांव की पंचायती जमीन इस मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जिस भूमि को वक्फ बोर्ड अपना दावा कर रहा है ,वह वर्षों पहले गांव की पंचायत द्वारा दी गई जमीन है। अब इस जमीन पर ईदगाह के लिए चार दीवारी की गई है। वक्फ बोर्ड द्वारा इसे अपनी जमीन बताना सरासर गलत है। ईदगाह पर बनाई गई दीवार को तोड़ने की बात से ग्रामीणों में भारी रोष है। गुरनावट गांव के हसन, जमिल ,खलील ने कहा कि वक्फ बोर्ड के दावे को कोर्ट में चुनौती देने के लिए तैयार हैं, प्रशासन ने जबरन तोड़फोड़ की तो गांव के लोग सड़कों पर उतर आएंगे। ग्रामीणों ने कहा कि हम ईदगाह को तोड़ने नहीं देंगे। अंतिम सांस तक हम इसकी लड़ाई लड़ेंगे। हरियाणा वक्फ बोर्ड प्रशासक जाकिर हुसैन पर साधा निशाना ग्रामीण जहां अपनी धार्मिक आस्था से जुड़ी ईदगाह भूमि को बचाने को लेकर एकजुट दिखाई दे रहे हैं। वही इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने हरियाणा वक्फ बोर्ड प्रशासक जाकिर हुसैन पर भी निशाना साधा है। ग्रामीणों ने कहा है कि पूर्व विधायक जाकिर हुसैन अपनों को ही उजाड़ने का काम कर रहे हैं। गांव के लोगों ने कहा कि जाकिर हुसैन आज बीजेपी पार्टी में है, इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है। जाकिर हुसैन को इसी गांव ने विधानसभा पहुंचने का काम भी किया था। नूंह जिले के तावडू खंड के गांव गुरनावट में वक्फ बोर्ड प्रशासन द्वारा नोटिस जारी होने से ग्रामीणों में हड़कंप मचा गया है। वक्फ बोर्ड ने 20 कनाल जमीन को अपनी बताते हुए इसे खाली करने के नोटिस जारी किए। 17 अप्रैल तक वक्फ की जमीन को खाली करना था, लेकिन कई कारणों के चलते कब्ज़ा खाली करने की कार्रवाई टाल दी गई। अब ग्रामीणों और वक्फ प्रशासन के बीच भूमि विवाद गहराता जा रहा है। वक्फ बोर्ड द्वारा जारी नोटिस में गुरनावट गांव की लगभग 20 कनाल भूमि को सरकारी वक्फ संपत्ति बताया गया है। इस जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किए जाने का आरोप है। नूंह जिले में 2218 जगह पर वक्फ की संपत्ति हैं, जिसमें अधिकांश में लोगों ने अवैध कब्जे किए हुए हैं। नए वक्फ कानून के शुरू होते ही अब वक्फ प्रशासन ने अवैध कब्जे हटाने की मुहिम शुरू कर दी है। कब्ज़ा करने वालों में सरपंच का भी नाम हरियाणा वक्फ बोर्ड नूंह के द्वारा जारी नोटिस में बताया गया है कि खसरा नंबर 10/22/2, 23/2, 15/1, 2/1, 10, 16/5 में दर्ज जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज है और यह गजट अधिसूचना के अनुसार सरकारी वक्फ भूमि है। बोर्ड का दावा है कि गांव के कुछ लोगों, जिनमें वर्तमान सरपंच भी शामिल हैं, इन सभी ने भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण किया है। ग्रामीणों ने कहा इस जमीन में हम करीब 5 साल से नमाज पढ़ते हैं। पहले यह जमीन पंचायत की थी, लेकिन सन 1981 में इसको वक्फ बोर्ड ने अपना कर लिया। ग्रामीण बोले वर्षों से गांव की पंचायती जमीन इस मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि जिस भूमि को वक्फ बोर्ड अपना दावा कर रहा है ,वह वर्षों पहले गांव की पंचायत द्वारा दी गई जमीन है। अब इस जमीन पर ईदगाह के लिए चार दीवारी की गई है। वक्फ बोर्ड द्वारा इसे अपनी जमीन बताना सरासर गलत है। ईदगाह पर बनाई गई दीवार को तोड़ने की बात से ग्रामीणों में भारी रोष है। गुरनावट गांव के हसन, जमिल ,खलील ने कहा कि वक्फ बोर्ड के दावे को कोर्ट में चुनौती देने के लिए तैयार हैं, प्रशासन ने जबरन तोड़फोड़ की तो गांव के लोग सड़कों पर उतर आएंगे। ग्रामीणों ने कहा कि हम ईदगाह को तोड़ने नहीं देंगे। अंतिम सांस तक हम इसकी लड़ाई लड़ेंगे। हरियाणा वक्फ बोर्ड प्रशासक जाकिर हुसैन पर साधा निशाना ग्रामीण जहां अपनी धार्मिक आस्था से जुड़ी ईदगाह भूमि को बचाने को लेकर एकजुट दिखाई दे रहे हैं। वही इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों ने हरियाणा वक्फ बोर्ड प्रशासक जाकिर हुसैन पर भी निशाना साधा है। ग्रामीणों ने कहा है कि पूर्व विधायक जाकिर हुसैन अपनों को ही उजाड़ने का काम कर रहे हैं। गांव के लोगों ने कहा कि जाकिर हुसैन आज बीजेपी पार्टी में है, इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है। जाकिर हुसैन को इसी गांव ने विधानसभा पहुंचने का काम भी किया था। हरियाणा | दैनिक भास्कर
