जोधपुर में रामलीला का शुभारंभ, कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति ने जीता लोगों का दिल जोधपुर में रामलीला का शुभारंभ, कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति ने जीता लोगों का दिल राजस्थान Bihar News: किशनगंज में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर, क्या है मामला? जानें
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छतरपुर में थाने पर पत्थरबाजी और बुलडोजर एक्शन पर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री बोले, ‘यह बांग्लादेश नहीं…’
छतरपुर में थाने पर पत्थरबाजी और बुलडोजर एक्शन पर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री बोले, ‘यह बांग्लादेश नहीं…’ <p style=”text-align: justify;”><strong>Chhatarpur News:</strong> मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर पथराव के मामले में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान सामने आया है. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने घटना को निंदनीय बताया है. साथ ही उन्होंने किसी का नाम ने लेते हुए कहा, ”भारत को भारत ही रहने दीजिये, इसे बांग्लादेश मत बनाइए. भारत राम का राष्ट्र है शांति का राष्ट्र है”.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रहा है और कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. गुरुवार को छतरपुर के सिटी कोतवाली थाने पर मुस्लिम समाज के लोगों ने पथराव किया था और इस घटना में पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. छतरपुर कि यह घटना पूरे प्रदेश और देश में चर्चा का विषय बनी है.</p>
<blockquote class=”twitter-tweet”>
<p dir=”ltr” lang=”hi”>यह बांग्लादेश-श्रीलंका नहीं, भारत है: पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री<br />- छतरपुर में कार्रवाई करके पुलिस प्रशासन ने बता दिया कि अब करोगे ऐसा तो होगी छत घर से जुदा होने की कार्रवाई <a href=”https://twitter.com/ABPNews?ref_src=twsrc%5Etfw”>@ABPNews</a> <a href=”https://twitter.com/abplive?ref_src=twsrc%5Etfw”>@abplive</a> <a href=”https://t.co/UOt0bT5PUT”>pic.twitter.com/UOt0bT5PUT</a></p>
— Nitinthakur (Abp NEWS) (@Nitinreporter5) <a href=”https://twitter.com/Nitinreporter5/status/1826966160593875002?ref_src=twsrc%5Etfw”>August 23, 2024</a></blockquote>
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<p style=”text-align: justify;”>पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने घटना को लेकर कहा, ”निश्चत रूप से यह घटना निंदनीय है. पुलिस हमारी सुरक्षा करती है और हम उनके ऊपर ही हमला कर देंगे तो यह कृत्य यह दर्शाता है कि शिक्षा का अभाव है, जो भी अशिक्षित है वह विवाद करता है और जो शिक्षित होता है वह संवाद करता है”. उन्होंने कहा कि कानून की रक्षा करने की जिम्मेदारी भी हमारी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि भारत को भारत ही रहने दीजिए इसे बांग्लादेश या श्रीलंका बनाने की कोशिश मत कीजिए. उन्होंने कहा कि पुलिस सहनशीलता भी दिखाई. उन्होंने कहा कि साथ ही यह सीख भी दी गई है कि अगर आप गलत करोगे तो छत से अलग घर हो ही जाएगा. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पुलिस ही हमारी सुरक्षा करती है, हम पुलिस ही सुरक्षित नहीं रहेगी तो हमारी सुरक्षा कैसे कर पाएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर में रामगिरी महाराज के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान थाने पर पथराव किया गया, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. मुस्लिम समुदाय के सदस्यों द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें-</strong><strong><a title=”Mahakal Temple: सावन के महीने में मालामाल हुए महाकाल, 1 महीने में इतने करोड़ की हुई इनकम” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/ujjain-mahakal-temple-earned-15-crore-64-lakh-53137-thousand-rupees-in-sawan-mp-ann-2767276″ target=”_self”>Mahakal Temple: सावन के महीने में मालामाल हुए महाकाल, 1 महीने में इतने करोड़ की हुई इनकम</a></strong></p>
झारखंड में बागी BJP नेता से मिले हिमंत बिस्वा सरमा, नामांकन वापस लेने की अपील, मिला ये जवाब
झारखंड में बागी BJP नेता से मिले हिमंत बिस्वा सरमा, नामांकन वापस लेने की अपील, मिला ये जवाब <p style=”text-align: justify;”><strong>Jharkhand Assembly Election 2024:</strong> झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार चरम पर पहुंच गया है. इस बीच जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को सत्ता से बेदखल करने के लिए टिकट न मिलने से नाराज बागी नेताओं बीजेपी मनाने में जुट गई है. इस रणनीति के तहत गुरुवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भारतीय जनता पार्टी नेता एवं झारखंड के पूर्व मंत्री सत्यानंद झा से गुरुवार को मुलाकात की. उन्होंने बीजेपी नेता से विधानसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन वापस लेने का आग्रह किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि बीजेपी द्वारा टिकट न दिए जाने से नाराज झा ने नाला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. नाला उन 38 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है, जहां दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होना है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मीडिया से बातचीत में हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह झा से अपना नामांकन वापस लेने और चुनाव में बीजेपी की मदद करने का अनुरोध करने आए थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झा से की नामांकन वापस लेने की अपील </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा, ‘‘हम उन्हें टिकट नहीं दे सके, इसलिए झा नाराज हो गए. उन्होंने (झा ने) घोषणा की कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे.’’ बीजेपी नेता ने कहा, ‘‘इस बार झारखंड में बीजेपी की सरकार बनाना, पार्टी और राज्य दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए, मैंने उनसे अपना नामांकन वापस लेने और पार्टी की मदद करने का अनुरोध किया.’’ </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बागी नेता से किया ये वादा </strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असम से सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने झा से वादा किया है कि उन्हें चुनाव के बाद पार्टी में एक सम्मानित पद दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सत्यानंद झा पार्टी के पुराने और वरिष्ठ नेता हैं. दरअसल, बीजेपी नेता जहां से टिकट के प्रबल दावेदार थे वहां से पार्टी नेतृत्व ने शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाया है. वहीं से बीजेपी नेता ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सत्यानंद झा ने क्या कहा?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात के बाद सत्यानंद झा ने संवाददाताओं से कहा कि शर्मा ने उनसे उस वक्त मुलाकात की, जब नामांकन वापस लेने में कुछ ही घंटे बचे थे. झा ने कहा, ‘‘मैं अब भी चुनाव मैदान में हूं. मैं अपने समर्थकों से बात करने के बाद ही कोई निर्णय लूंगा.’’ </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Bokaro News: बोकारो के पटाखा बाजार में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/jharkhand-news-massive-fire-broke-out-in-firecracker-market-in-bokaro-ann-2814303″ target=”_blank” rel=”noopener”>Bokaro News: बोकारो के पटाखा बाजार में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी</a></strong></p>
हरियाणा में कल आएंगे अरविंद केजरीवाल:जगाधरी में करेंगे रोड शो; पहले फेज के कैंपेन में 11 विधानसभाओं में करेंगे डोर टू डोर कैंपेन
हरियाणा में कल आएंगे अरविंद केजरीवाल:जगाधरी में करेंगे रोड शो; पहले फेज के कैंपेन में 11 विधानसभाओं में करेंगे डोर टू डोर कैंपेन दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा पर फोकस करना शुरू कर दिया है। अब वह शुक्रिवार यानी कल हरियाणा दौरे पर आएंगे। वह जगाधरी में एक रोड शो करेंगे। इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहले फेज के इलेक्शन कैंपेन में वह 11 विधानसभाओं में डोर टू डोर कैंपेन चलाएंगे। जगाधरी के अलावा वह डबवाली, रानिया, भिवानी, महम, पूंडरी, कलायत, रेवाड़ी, दादरी, असंध, बल्लभगढ़ और बादरा में पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगेंगे। हरियाणा के लिए ये AAP का गेम प्लान आम आदमी पार्टी (AAP) ने जेल से बाहर आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए गेम प्लान तैयार कर लिया है। इस प्लान के जरिए पार्टी के नेता हरियाणा चुनाव के दौरान इमोशनल कार्ड खेलेंगे। वे केजरीवाल के जेल जाने और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घटनाओं को चुनावी मुद्दा बनाकर उछालेंगे। इसके अलावा सभी बड़े चेहरे और खुद केजरीवाल बड़ी रैलियों की जगह डोर-टू-डोर कैंपेन चलाएंगे। इससे उन्हें लोगों के बीच जाकर अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। साथ ही वह अपनी पार्टी का एजेंडा जमीनी स्तर पर लोगों को समझा पाएंगे। 2019 के बाद AAP ने BJP के बाद राज्य में बड़ा संगठन तैयार किया है। पार्टी का दावा है कि उसके 1.5 लाख वॉलंटियर पूरे राज्य में सक्रिय हैं। हरियाणा में AAP राज्य की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इसलिए हरियाणा पर केजरीवाल का फोकस हरियाणा में BJP 10 साल से सत्ता में है। कांग्रेस यहां मुख्य विपक्षी दल है। इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और जननायक जनता पार्टी (JJP) के उम्मीदवार भी मैदान में हैं। AAP ने पिछले 5 सालों में हरियाणा में अपना कैडर मजबूत किया है। इसके साथ ही इस बार चुनाव के बीच दिल्ली और पंजाब से पार्टी के वॉलंटियर भी यहां सक्रिय होने वाले हैं। इन सबके बीच अरविंद केजरीवाल का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा पार्टी के लिए मददगार साबित हो सकता है। इसकी वजह यह है कि केजरीवाल चुनाव के दौरान लगातार कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय रहेंगे। इससे पार्टी के वॉलंटियर्स का मनोबल बढ़ेगा। पार्टी नेताओं कह रहे हैं कि केजरीवाल प्रचार में जी-जान से जुटेंगे। AAP को हरियाणा में मिलेगा बड़ा चेहरा हरियाणा में AAP के पास दिल्ली और पंजाब की तरह कोई बड़ा नेता नहीं है। अभी 2 बड़े चेहरे पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता और अनुराग ढांडा ही हैं। इसलिए, पार्टी को हरियाणा में अरविंद केजरीवाल की ज्यादा जरूरत है। जब केजरीवाल तिहाड़ में थे, तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने हरियाणा में कई जगहों पर रैलियां की थीं। उन्होंने केजरीवाल को हरियाणा का बेटा और हरियाणा का शेर बताया था। ऐसे में केजरीवाल इस्तीफा देकर हरियाणा में पूरा समय प्रचार कर सकेंगे। केजरीवाल दिल्ली की जनता की नब्ज समझने में माहिर माने जाते हैं। उन्होंने पंजाब में भी अपनी पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनवाई है, और अब हरियाणा में केजरीवाल की परीक्षा होगी। हरियाणा में है केजरीवाल का गृह जिला CM केजरीवाल लगातार 3 बार चुनाव जीतकर दिल्ली के मुख्यमंत्री बने हैं। हरियाणा का जो हिस्सा NCR में आता है, उसके आसपास के इलाकों में AAP का प्रभाव साफ दिखाई देता है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत के अलावा कुरुक्षेत्र और करनाल जैसे कई शहर हैं, जहां AAP मजबूती से अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। इसके अलावा सबसे खास बात यह है कि AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल का गृह जिला भी हरियाणा में ही है। उनका पैतृक गांव राज्य के हिसार जिले के खेड़ा में है। अक्सर राजनीतिक कार्यक्रमों में केजरीवाल खुद को हरियाणा से जोड़ते रहे हैं। कांग्रेस-BJP की बढ़ेगी टेंशन हरियाणा में AAP सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जब तक अरविंद केजरीवाल जेल में थे, तब तक कांग्रेस और भाजपा, AAP को ज्यादा महत्व नहीं दे रही थी। शुरुआत में कांग्रेस ने गठबंधन बनाने की कोशिश भी की, लेकिन आखिरकार दोनों पार्टियों के बीच बात नहीं बनी। फिर उन्होंने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया। अब अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर हैं, और उन्होंने ऐसा कदम उठाया है जिससे हरियाणा की जनता भावुक हो सकती है। इससे कांग्रेस के साथ-साथ BJP को भी नुकसान हो सकता है, क्योंकि शहरी वोटर BJP का कोर वोट बैंक माना जाता हैं। AAP की स्वीकार्यता भी ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरी इलाकों में ज्यादा है।