एक्शन मोड में शैली ओबेरॉय, MCD अफसरों से बोलीं- ‘प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई’

 एक्शन मोड में शैली ओबेरॉय, MCD अफसरों से बोलीं- ‘प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ करें सख्त कार्रवाई’

<p style=”text-align: justify;”><strong>Shelly Oberoi On Delhi Pollution:</strong> दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए एमसीडी की ओर से लगातार अलग-अलग मुहिम चलाई जा रही है. इसको लेकर दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय भी पिछले कुछ दिनों से काफी सक्रिय दिखाई दे रही हैं. इस क्रम में शनिवार (26 अक्टूबर) को दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने दिल्ली में प्रदूषण हॉटस्पॉट का निरीक्षण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेयर शैली ओबेरॉय ने जहांगीरपुरी इलाके में पहुंचने के बाद अधिकारियों को प्रदूषित क्षेत्रों में धूल दमनकारी पाउडर के साथ बड़े पैमाने पर पानी पर छिड़काव के निर्देश दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, बीते कई दिनों से दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में निरीक्षण के लिए पहुंच रही हैं, जिसमें सभी हॉटस्पॉट समेत ज्यादा प्रदूषित हवा वाले इलाकों में सख्त निगरानी और कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिए जा रहे हैं. सर्दियों की शुरुआत से ही दिल्ली में एक्यूआई 300 को पार कर गया है. कई इलाकों में तो यह 350 के करीब भी पहुंच गया है. यही वजह है की दिल्ली की सड़कों पर वाटर स्प्रिंकलर दिखाई दे रहे हैं. वाटर स्प्रिंकलर के जरिए सड़कों और पेड़ों पर छिड़काव कर कराए जा रहे हैं. ताकि धूल से होने वाले प्रदूषण से राहत लोगों को मिले.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कूड़ा जलाने पर होगी सख्त कार्रवाई&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में प्रदूषण को लेकर रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की तरफ से अभियान चलाए जा रहे हैं. इस अभिया के दौरान खुले में कूड़ा जलाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निगरानी के लिए 372 टीमें तैनात&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीडी ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए समर्पित 372 निगरानी दल बनाए हैं. इनमें 1,295 अधिकारी व कर्मचारी शिफ्टों में काम कर रहे हैं. इसके अलावा, एमसीडी ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा चिह्नित प्रदूषण हॉटस्पॉट पर 52 मैकेनिकल रोड-स्वीपिंग मशीनें, 195 वाटर स्प्रिंकलर, जेटिंग मशीनें और 30 एंटी-स्मॉग गन तैनात किए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Exclusive: दिल्ली में यमुना की हालत नाले से भी ज्यादा खराब! 68 हजार करोड़ खर्च के बाद गंदगी 3000 गुना बढ़ी” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/exclusive-yamuna-water-pollution-in-delhi-worse-than-drain-filth-increased-3000-times-dpcc-2811518″ target=”_blank” rel=”noopener”>Exclusive: दिल्ली में यमुना की हालत नाले से भी ज्यादा खराब! 68 हजार करोड़ खर्च के बाद गंदगी 3000 गुना बढ़ी</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Shelly Oberoi On Delhi Pollution:</strong> दिल्ली में प्रदूषण को देखते हुए एमसीडी की ओर से लगातार अलग-अलग मुहिम चलाई जा रही है. इसको लेकर दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय भी पिछले कुछ दिनों से काफी सक्रिय दिखाई दे रही हैं. इस क्रम में शनिवार (26 अक्टूबर) को दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने दिल्ली में प्रदूषण हॉटस्पॉट का निरीक्षण किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>मेयर शैली ओबेरॉय ने जहांगीरपुरी इलाके में पहुंचने के बाद अधिकारियों को प्रदूषित क्षेत्रों में धूल दमनकारी पाउडर के साथ बड़े पैमाने पर पानी पर छिड़काव के निर्देश दिए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, बीते कई दिनों से दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में निरीक्षण के लिए पहुंच रही हैं, जिसमें सभी हॉटस्पॉट समेत ज्यादा प्रदूषित हवा वाले इलाकों में सख्त निगरानी और कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिए जा रहे हैं. सर्दियों की शुरुआत से ही दिल्ली में एक्यूआई 300 को पार कर गया है. कई इलाकों में तो यह 350 के करीब भी पहुंच गया है. यही वजह है की दिल्ली की सड़कों पर वाटर स्प्रिंकलर दिखाई दे रहे हैं. वाटर स्प्रिंकलर के जरिए सड़कों और पेड़ों पर छिड़काव कर कराए जा रहे हैं. ताकि धूल से होने वाले प्रदूषण से राहत लोगों को मिले.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कूड़ा जलाने पर होगी सख्त कार्रवाई&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>दिल्ली में प्रदूषण को लेकर रोकथाम के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की तरफ से अभियान चलाए जा रहे हैं. इस अभिया के दौरान खुले में कूड़ा जलाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>निगरानी के लिए 372 टीमें तैनात&nbsp;</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>एमसीडी ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए समर्पित 372 निगरानी दल बनाए हैं. इनमें 1,295 अधिकारी व कर्मचारी शिफ्टों में काम कर रहे हैं. इसके अलावा, एमसीडी ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा चिह्नित प्रदूषण हॉटस्पॉट पर 52 मैकेनिकल रोड-स्वीपिंग मशीनें, 195 वाटर स्प्रिंकलर, जेटिंग मशीनें और 30 एंटी-स्मॉग गन तैनात किए गए हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Exclusive: दिल्ली में यमुना की हालत नाले से भी ज्यादा खराब! 68 हजार करोड़ खर्च के बाद गंदगी 3000 गुना बढ़ी” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/exclusive-yamuna-water-pollution-in-delhi-worse-than-drain-filth-increased-3000-times-dpcc-2811518″ target=”_blank” rel=”noopener”>Exclusive: दिल्ली में यमुना की हालत नाले से भी ज्यादा खराब! 68 हजार करोड़ खर्च के बाद गंदगी 3000 गुना बढ़ी</a></strong></p>  दिल्ली NCR ज्ञानवापी विवाद में सर्वे की मांग खारिज होने पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य की प्रतिक्रिया, जानें क्या बोले