नेताओं, मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड सितारों के साथ तस्वीरें। इंस्टाग्राम पर करीब 10 लाख फॉलोअर्स। फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम पर भक्तिभाव का संदेश देने वाली पोस्ट। ‘बाल संत बाबा’ के नाम से मशहूर 10 साल के अभिनव अरोड़ा का एक वीडियो देशभर में चर्चा में है। वह एक धार्मिक कार्यक्रम में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के साथ मंच पर मौजूद थे। तभी जगद्गुरु के कुछ कहने पर उन्हें मंच से उतार दिया गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का बयान भी सामने आया। क्या है पूरी कंट्रोवर्सी और अभिनव अरोड़ा के बारे में जानिए… पहले अभिनव अरोड़ा के बारे में विस्तार से जानिए
अभिनव अरोड़ा मथुरा के कृष्णा नगर के रहने वाले हैं। उम्र करीब 10 साल है। पिता तरुण राज अरोड़ा कारोबारी और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। माना जाता है कि पिता से ही उन्होंने आध्यात्मिक वक्ता बनने की राह चुनी। अभिनव अरोड़ा का दावा है कि उन्होंने 3 साल की छोटी-सी उम्र में ही श्रीराम और श्रीकृष्ण जैसे हिंदू देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा मोटिवेशन से प्रेरित होकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू कर दी थी। वह 5वीं के छात्र हैं। दावा किया जाता है कि वह भारत में सबसे कम उम्र के आध्यात्मिक वक्ता हैं। उनके पोस्ट में अक्सर राजनीतिक नेताओं, मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड सितारों के साथ तस्वीरें शामिल होती हैं। जो ये दिखाने के लिए काफी हैं कि इतनी कम उम्र में वह कितना प्रसिद्ध हो चुके हैं। कुछ लोग उनसे प्रभावित हैं, तो कुछ उन्हें फ्रॉड बताते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अभिनव के माता-पिता ने उन्हें फर्जी बाबा बनाया है। अब जानिए वीडियो में क्या दिख रहा
वायरल वीडियो में अभिनव आध्यात्मिक गीत पर खुशी से नाचते दिख रहे हैं। यह उत्साह अचानक खत्म हो जाता है। दरअसल, स्वामी रामभद्राचार्य किसी से बात कर रहे होते हैं। इसी बीच अभिनव अरोड़ा स्वामी रामभद्राचार्य के पास जाकर जयकारा लगाने लगते हैं। इस पर स्वामी रामभद्राचार्य कहते हैं, ‘नीचे उतारिए इनको, मेरी भी मर्यादा है।’ इसके बाद अभिनव हाथ जोड़कर पीछे चले जाते हैं। वीडियो पर कैसे-कैसे कमेंट, बंटी है राय
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य वाला वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट चल रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘पहली बार उन्हें सही ट्रीटमेंट मिला’। एक यूजर ने लिखा, ‘स्वामी रामभद्राचार्य दृष्टिहीन होने के बावजूद इस कृत्य को किसी से भी बेहतर तरीके से समझते हैं।’ एक यूट्यूब चैनल ने उनके बारे में कहा- बच्चे की ट्रोलिंग की वजह उनके पिता हो सकते हैं। जो बच्चे को रटी-रटाई बातें सिखाकर हर इंटरव्यू में बैठाते हैं। इसकी वजह यह भी है कि कई चैनल पर उन्होंने एक ही तरह के जनाब दिए। जिससे चर्चा है कि वह सब कुछ रट कर आते हैं। वहीं एक वर्ग ऐसा है, जो अभिनव के समर्थन में है। उसका कहना है कि बच्चा भक्ति की बात करता है। नशे से दूर रहने को कहता है, तो इसमें गलत क्या है? बच्चों को धर्म की ओर प्रेरित करता है, तो इसमें समस्या क्या है? रामभद्राचार्य बोले-बड़ा मूर्ख लड़का है…
पूरे घटनाक्रम पर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का बयान भी सामने आया है। उन्होंने सुल्तानपुर में एक न्यूज एजेंसी से कहा कि बच्चों का प्रवचन करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अभिनव अरोड़ा के बारे में कहा कि ‘बहुत ही मूर्ख लड़का है। वह कहता है कि भगवान कृष्ण उसके साथ पढ़ते हैं। भगवान क्या उसके साथ पढ़ेंगे? मैंने तो वृंदवन में उसे खूब डांटा था।’ अभिनव के वकील बोले- खास मकसद से किया जा रहा हैरेसमेंट
अभिनव अरोड़ा के वकील किसलय पाण्डेय ने एक चैनल पर कहा कि पूरा का पूरा विषय कुछ खास लोगों की वजह से खास एजेंडे के लिए किया जा रहा है। अचानक जो वीडियो आ रहे हैं, अभिनव अरोड़ा को सीधे तौर पर धमकी दी जा रही है। आज की तारीख में पूरी तरह से उसे खास एजेंडे के लिए हैरेसमेंट किया जा रहा है। इसकी पुलिस से शिकायत की गई है। कोर्ट में भी जल्द सुनवाई होगी। उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि लोग अभिनव के पर्सनल वीडियो निकालकर चला रहे हैं। क्लिक से कमाई कर रहे हैं। वकील ने कहा कि वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। रामभद्राचार्य वाले वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि पहले तो उसे चेक करना चाहिए कि वह ओरिजिनल है या एडिटेड। साथ ही उनका दावा है कि 20 मिनट तक अभिनव स्टेज पर रहता है। उसके बाद अगर वह कहते हैं कि मेरी अपनी मर्यादा है, तो इसमें क्या गलत है। इसमें कौन-सा डांट-फटकार दिया। भक्ति के वीडियो से चर्चा में रहते हैं…
अभिनव अरोड़ा अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। चाहे गणेश चतुर्थी हो, दुर्गा अष्टमी या अन्य कोई त्योहार। वह लोगों को भाईचारे का संदेश देने की कोशिश करते हैं। लेकिन अब स्वामी रामभद्राचार्य वाला वीडियो सामने आने के बाद उनके पुराने वीडियो को पोस्ट कर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। हम हो गए राधा रानी के : अभिनव अरोड़ा के अकाउंट से यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें वह खुद पीले रंग का कुर्ता और सफेद रंग की धोती पहने हैं। उनके साथ करीब 20-25 लोग सफेद धोती-कुर्ता पहने भजन ‘हम हो गए राधा रानी के’ गाते हुए नाच रहे हैं। गणेश उत्सव की भक्ति में लीन : गणेश चतुर्थी पर उनका एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वह गणपति प्रतिमा के सामने भजन ‘सच कहूं जीने का मजा ही अब आया है…’ पर नाचते दिख रहे हैं। सनातन प्रेम है, विश्वास है, भाईचारा है : सनातन प्रेम है, विश्वास है, भाईचारा है। अभिनव और अब्दुल को एक साथ खड़ा करने वाली संस्कृति है सनातन। प्रेम की डोरी से सबको जोड़ लेने वाला विशाल हृदय, सनातन के ही पास है। ये सदियों से सिद्ध होता आया है। सनातन धर्म की जय ,जय श्रीराम, राधे-राधे। चिकन वाले वीडियो पर किया जा रहा ट्रोल: एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चिकन खाने की बात है। वीडियो के साथ एक ट्रोलर ने लिखा, ‘नौटंकी की दुकान और कलयुग का परफेक्ट उदाहरण अभिनव अरोड़ा। इसके अंदर किसी तरह की कोई प्रतिभा नहीं है। लेकिन भगवान का भक्त और शुद्ध सनातनी खुद को घोषित कर रखा है। जबकि ये खुद कह रहा है कि इसकी मां नॉनवेज नहीं खाती, लेकिन इसके लिए चिकन बनाती हैं। मुर्गा इसका पसंदीदा व्यंजन है।’ —————————————– ये खबर भी पढ़ें… रामभद्राचार्य बोले- ज्ञानवापी के लिए हम जाएंगे हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट, कहा- चर्च और मस्जिदों की तरह हिंदू मंदिरों का भी नहीं होना चाहिए अधिग्रहण सुल्तानपुर के पौराणिक विजेथुआ धाम पर शनिवार को हनुमान महोत्सव के दूसरे दिन जगदगुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान कथा कही। जिसे सुनकर हजारों श्रोता गण मंत्र मुग्ध हो गए। कथा से पहले सत्य पथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी के आवास पर रामभद्राचार्य ने मीडिया से बात की। ज्ञानवापी पर लोअर कोर्ट से खारिज हुई रिट को लेकर उन्होंने बड़ा बयान दिया। रामभद्राचार्य ने कहा कि ज्ञानवापी के लिए हम हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर… नेताओं, मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड सितारों के साथ तस्वीरें। इंस्टाग्राम पर करीब 10 लाख फॉलोअर्स। फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम पर भक्तिभाव का संदेश देने वाली पोस्ट। ‘बाल संत बाबा’ के नाम से मशहूर 10 साल के अभिनव अरोड़ा का एक वीडियो देशभर में चर्चा में है। वह एक धार्मिक कार्यक्रम में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के साथ मंच पर मौजूद थे। तभी जगद्गुरु के कुछ कहने पर उन्हें मंच से उतार दिया गया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के रिएक्शन सामने आ रहे हैं। जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का बयान भी सामने आया। क्या है पूरी कंट्रोवर्सी और अभिनव अरोड़ा के बारे में जानिए… पहले अभिनव अरोड़ा के बारे में विस्तार से जानिए
अभिनव अरोड़ा मथुरा के कृष्णा नगर के रहने वाले हैं। उम्र करीब 10 साल है। पिता तरुण राज अरोड़ा कारोबारी और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। माना जाता है कि पिता से ही उन्होंने आध्यात्मिक वक्ता बनने की राह चुनी। अभिनव अरोड़ा का दावा है कि उन्होंने 3 साल की छोटी-सी उम्र में ही श्रीराम और श्रीकृष्ण जैसे हिंदू देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा मोटिवेशन से प्रेरित होकर अपनी आध्यात्मिक यात्रा शुरू कर दी थी। वह 5वीं के छात्र हैं। दावा किया जाता है कि वह भारत में सबसे कम उम्र के आध्यात्मिक वक्ता हैं। उनके पोस्ट में अक्सर राजनीतिक नेताओं, मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड सितारों के साथ तस्वीरें शामिल होती हैं। जो ये दिखाने के लिए काफी हैं कि इतनी कम उम्र में वह कितना प्रसिद्ध हो चुके हैं। कुछ लोग उनसे प्रभावित हैं, तो कुछ उन्हें फ्रॉड बताते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि अभिनव के माता-पिता ने उन्हें फर्जी बाबा बनाया है। अब जानिए वीडियो में क्या दिख रहा
वायरल वीडियो में अभिनव आध्यात्मिक गीत पर खुशी से नाचते दिख रहे हैं। यह उत्साह अचानक खत्म हो जाता है। दरअसल, स्वामी रामभद्राचार्य किसी से बात कर रहे होते हैं। इसी बीच अभिनव अरोड़ा स्वामी रामभद्राचार्य के पास जाकर जयकारा लगाने लगते हैं। इस पर स्वामी रामभद्राचार्य कहते हैं, ‘नीचे उतारिए इनको, मेरी भी मर्यादा है।’ इसके बाद अभिनव हाथ जोड़कर पीछे चले जाते हैं। वीडियो पर कैसे-कैसे कमेंट, बंटी है राय
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य वाला वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट चल रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘पहली बार उन्हें सही ट्रीटमेंट मिला’। एक यूजर ने लिखा, ‘स्वामी रामभद्राचार्य दृष्टिहीन होने के बावजूद इस कृत्य को किसी से भी बेहतर तरीके से समझते हैं।’ एक यूट्यूब चैनल ने उनके बारे में कहा- बच्चे की ट्रोलिंग की वजह उनके पिता हो सकते हैं। जो बच्चे को रटी-रटाई बातें सिखाकर हर इंटरव्यू में बैठाते हैं। इसकी वजह यह भी है कि कई चैनल पर उन्होंने एक ही तरह के जनाब दिए। जिससे चर्चा है कि वह सब कुछ रट कर आते हैं। वहीं एक वर्ग ऐसा है, जो अभिनव के समर्थन में है। उसका कहना है कि बच्चा भक्ति की बात करता है। नशे से दूर रहने को कहता है, तो इसमें गलत क्या है? बच्चों को धर्म की ओर प्रेरित करता है, तो इसमें समस्या क्या है? रामभद्राचार्य बोले-बड़ा मूर्ख लड़का है…
पूरे घटनाक्रम पर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य का बयान भी सामने आया है। उन्होंने सुल्तानपुर में एक न्यूज एजेंसी से कहा कि बच्चों का प्रवचन करना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। अभिनव अरोड़ा के बारे में कहा कि ‘बहुत ही मूर्ख लड़का है। वह कहता है कि भगवान कृष्ण उसके साथ पढ़ते हैं। भगवान क्या उसके साथ पढ़ेंगे? मैंने तो वृंदवन में उसे खूब डांटा था।’ अभिनव के वकील बोले- खास मकसद से किया जा रहा हैरेसमेंट
अभिनव अरोड़ा के वकील किसलय पाण्डेय ने एक चैनल पर कहा कि पूरा का पूरा विषय कुछ खास लोगों की वजह से खास एजेंडे के लिए किया जा रहा है। अचानक जो वीडियो आ रहे हैं, अभिनव अरोड़ा को सीधे तौर पर धमकी दी जा रही है। आज की तारीख में पूरी तरह से उसे खास एजेंडे के लिए हैरेसमेंट किया जा रहा है। इसकी पुलिस से शिकायत की गई है। कोर्ट में भी जल्द सुनवाई होगी। उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि लोग अभिनव के पर्सनल वीडियो निकालकर चला रहे हैं। क्लिक से कमाई कर रहे हैं। वकील ने कहा कि वह कानूनी कार्रवाई करेंगे। रामभद्राचार्य वाले वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि पहले तो उसे चेक करना चाहिए कि वह ओरिजिनल है या एडिटेड। साथ ही उनका दावा है कि 20 मिनट तक अभिनव स्टेज पर रहता है। उसके बाद अगर वह कहते हैं कि मेरी अपनी मर्यादा है, तो इसमें क्या गलत है। इसमें कौन-सा डांट-फटकार दिया। भक्ति के वीडियो से चर्चा में रहते हैं…
अभिनव अरोड़ा अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो पोस्ट करते रहते हैं। चाहे गणेश चतुर्थी हो, दुर्गा अष्टमी या अन्य कोई त्योहार। वह लोगों को भाईचारे का संदेश देने की कोशिश करते हैं। लेकिन अब स्वामी रामभद्राचार्य वाला वीडियो सामने आने के बाद उनके पुराने वीडियो को पोस्ट कर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। हम हो गए राधा रानी के : अभिनव अरोड़ा के अकाउंट से यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें वह खुद पीले रंग का कुर्ता और सफेद रंग की धोती पहने हैं। उनके साथ करीब 20-25 लोग सफेद धोती-कुर्ता पहने भजन ‘हम हो गए राधा रानी के’ गाते हुए नाच रहे हैं। गणेश उत्सव की भक्ति में लीन : गणेश चतुर्थी पर उनका एक वीडियो सामने आया था। जिसमें वह गणपति प्रतिमा के सामने भजन ‘सच कहूं जीने का मजा ही अब आया है…’ पर नाचते दिख रहे हैं। सनातन प्रेम है, विश्वास है, भाईचारा है : सनातन प्रेम है, विश्वास है, भाईचारा है। अभिनव और अब्दुल को एक साथ खड़ा करने वाली संस्कृति है सनातन। प्रेम की डोरी से सबको जोड़ लेने वाला विशाल हृदय, सनातन के ही पास है। ये सदियों से सिद्ध होता आया है। सनातन धर्म की जय ,जय श्रीराम, राधे-राधे। चिकन वाले वीडियो पर किया जा रहा ट्रोल: एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें चिकन खाने की बात है। वीडियो के साथ एक ट्रोलर ने लिखा, ‘नौटंकी की दुकान और कलयुग का परफेक्ट उदाहरण अभिनव अरोड़ा। इसके अंदर किसी तरह की कोई प्रतिभा नहीं है। लेकिन भगवान का भक्त और शुद्ध सनातनी खुद को घोषित कर रखा है। जबकि ये खुद कह रहा है कि इसकी मां नॉनवेज नहीं खाती, लेकिन इसके लिए चिकन बनाती हैं। मुर्गा इसका पसंदीदा व्यंजन है।’ —————————————– ये खबर भी पढ़ें… रामभद्राचार्य बोले- ज्ञानवापी के लिए हम जाएंगे हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट, कहा- चर्च और मस्जिदों की तरह हिंदू मंदिरों का भी नहीं होना चाहिए अधिग्रहण सुल्तानपुर के पौराणिक विजेथुआ धाम पर शनिवार को हनुमान महोत्सव के दूसरे दिन जगदगुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान कथा कही। जिसे सुनकर हजारों श्रोता गण मंत्र मुग्ध हो गए। कथा से पहले सत्य पथ फाउंडेशन के संरक्षक विवेक तिवारी के आवास पर रामभद्राचार्य ने मीडिया से बात की। ज्ञानवापी पर लोअर कोर्ट से खारिज हुई रिट को लेकर उन्होंने बड़ा बयान दिया। रामभद्राचार्य ने कहा कि ज्ञानवापी के लिए हम हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे। पढ़ें पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर