हरियाणा के सोनीपत में जमीनी विवाद में ताऊ ने भतीजे पर गोलियां चलवा दी। इस दौरान तीन फायर किए गए, जिनमें से एक गोली युवक के पांव में लगी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया। पुलिस ने थाना बहालगढ़ में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सोनीपत में पुरानी बसौदी गांव के रमजान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। उसके ताऊ कप्तान के साथ उनका खेत की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। ताऊ कप्तान ने कई बार पहले भी उसे जान से मारने व गोली मारने की धमकी दी हुई है। रविवार शाम को वह अपनी मोटर साईकिल पर अपने खेत में दीपालपुर वाली सडक पर गया हुआ था। उसी समय ताऊ कप्तान व अन्य लड़का भागते हुए उसकी तरफ आए। दोनों को देख कर वह अपनी मोटरसाइकिल को मोड़ने लगा। इसी बीच उन्होंने जान से मारने की नीयत से उस पर गोलियां चलानी शुरू की दी। उस पर तीन फायर किए गए। इस बीच एक गोली उसके दाहिने पांव की पिंडली में लगी और आर पार हो गई। वह लहूलुहान होकर गांव के शराब के ठेके के पास पहुंचा। वहां उसे डायल 112 वाली पुलिस की गाडी मिल गई। उसने पुलिस कर्मियों को सारी बता बताई और इसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। बाद में उसे PGI रेफर कर दिया गया। रमजान ने बताया कि उसे ताऊ कप्तान ने व उसके अन्य साथी ने पुराने जमीनी विवाद के कारण रंजिश रखते हुए जान से मारने की नियत से गाेली मारी है। सूचना के बाद थाना बहालगढ़ पुलिस व फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। थाना बहालगढ़ के SI समुंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने रमजान की शिकायत पर धारा 109, 3(5) BNS व 25.54.59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हरियाणा के सोनीपत में जमीनी विवाद में ताऊ ने भतीजे पर गोलियां चलवा दी। इस दौरान तीन फायर किए गए, जिनमें से एक गोली युवक के पांव में लगी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे नागरिक अस्पताल में दाखिल कराया। पुलिस ने थाना बहालगढ़ में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। सोनीपत में पुरानी बसौदी गांव के रमजान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। उसके ताऊ कप्तान के साथ उनका खेत की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। ताऊ कप्तान ने कई बार पहले भी उसे जान से मारने व गोली मारने की धमकी दी हुई है। रविवार शाम को वह अपनी मोटर साईकिल पर अपने खेत में दीपालपुर वाली सडक पर गया हुआ था। उसी समय ताऊ कप्तान व अन्य लड़का भागते हुए उसकी तरफ आए। दोनों को देख कर वह अपनी मोटरसाइकिल को मोड़ने लगा। इसी बीच उन्होंने जान से मारने की नीयत से उस पर गोलियां चलानी शुरू की दी। उस पर तीन फायर किए गए। इस बीच एक गोली उसके दाहिने पांव की पिंडली में लगी और आर पार हो गई। वह लहूलुहान होकर गांव के शराब के ठेके के पास पहुंचा। वहां उसे डायल 112 वाली पुलिस की गाडी मिल गई। उसने पुलिस कर्मियों को सारी बता बताई और इसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। बाद में उसे PGI रेफर कर दिया गया। रमजान ने बताया कि उसे ताऊ कप्तान ने व उसके अन्य साथी ने पुराने जमीनी विवाद के कारण रंजिश रखते हुए जान से मारने की नियत से गाेली मारी है। सूचना के बाद थाना बहालगढ़ पुलिस व फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। थाना बहालगढ़ के SI समुंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने रमजान की शिकायत पर धारा 109, 3(5) BNS व 25.54.59 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा
हरियाणा में व्यापारी का बेटा सट्टे में 22 करोड़ हारा:फैक्ट्री बेची; मारपीट-धमकियों से तंग आकर सुसाइड नोट छोड़कर निकला, बाद में थाने पहुंचा हरियाणा के पानीपत में धागा व्यापारी का बेटा जुए में 22 करोड़ रुपए हार गया। पैसे लौटाने के लिए उसने अपनी फैक्ट्री भी बेच दी है। इसके बाद भी वह सट्टेबाजों का कर्ज नहीं चुका पाया। सट्टेबाज उस पर रोजाना 1 लाख रुपए का जुर्माना लगा रहे हैं। उसे कई बार घर से उठाकर बंधक बनाकर भी पीटा गया। इन सब से परेशान होकर युवक घर सुसाइड नोट छोड़कर चला गया था, लेकिन अब वापस आ गया है। जिसके बाद शुक्रवार को शहर के सभी बड़े उद्योगपति, पूर्व मेयर एकजुट हुए और पीड़ित उद्योगपति को अपने साथ चांदनी बाग थाने लेकर पहुंचे। यहां उन्होंने आरोपियों के खिलाफ शिकायत देकर केस दर्ज करने की गुहार लगाई। साथ ही परिवार को सुरक्षा देने की भी मांग की। इसके अलावा एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि और भी शहर के बड़े उद्योगपतियों के बेटे सट्टाबाजों के चंगुल में फंसे हुए हैं। यह एक लंबी चेन बन गई है। कई बड़े परिवार बर्बादी की कगार पर खड़े हैं। पिता बोले- घर के बाहर आकर पीटते थे सेक्टर 11-12 निवासी रामकुमार गाबा ने बताया कि मुझे जब पता लगा, तब तक ये इस दलदल में फंस चुका था। बेटा इनसे बचना चाहता है। आने वाली पीढ़ियां भी इस दलदल में न फंसे, इस पर ध्यान है। इस दलदल में बहुत लोग फंसे हुए है। मेरा बेटा इनकी दहशत में फंसा हुआ है। ये लोग रात को घर के बाहर आकर इसे घर से उठाते थे और फिर मारते-पीटते और धमकाते थे। कभी हमने घर के बाहर आकर पूछा भी कि ये कौन है, तो बेटे ने डर की वजह हमेशा ये ही कहा कि ये सभी साथी व्यापारी है। जो पैसा चला गया है, उसका दु:ख नहीं है, लेकिन अब हम चाहते हैं कि जो लोग इस दलदल में फंस चुके हैं, उन्हें किसी तरह बचाया जा सके। हमें ये भी नहीं पता कि अक्षय ने इतनी बड़ी रकम कहां से दी है। अक्षय के सर्कल से भी बहुत युवा इस चुंगल में फंस चुके हैं। पानीपत के जिन व्यापारियों के बेटे अब कारोबार संभालते हैं, मेरी प्रार्थना है कि उन पर नजर रखी जाए, क्योंकि पानीपत के अधिकतर व्यापारी के बेटे इस चुंगल में फंस चुके हैं। मेरा इकलौता बेटा है और उसका भी इकलौता बेटा 7 माह का है। ऐसे में अगर उसे कुछ हो जाता, तो मेरा परिवार संभल नहीं सकता था। पानीपत के अनेकों परिवार इस दलदल में बिखर चुके हैं। सुसाइड नोट में 5 सट्टेबाजों के नाम थे पिता के नाम लिखे सुसाइड नोट में अक्षय गाबा ने बताया था कि शहर के 5 सट्टेबाजों ने उससे करीब 22 करोड़ ऐंठ लिए हैं। इसके बाद भी उस पर करोड़ों रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा है। उसे परेशान किया जा रहा है। अक्षय गाबा के चचेरे भाई निशांत का कहना है कि 26 जुलाई को अक्षय लापता हो गया था। पुलिस को शिकायत दी तो पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस को अक्षय के हाथ का लिखा नोट भी दिया, बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। अब वह शुक्रवार को चांदनीबाग थाने जाकर अक्षय के बयान दर्ज कराएंगे। वह पुलिस को CCTV से लेकर कॉल डिटेल, मैसेज और लेन-देन की पूरी जानकारी देंगे। अब वह सट्टेबाजों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। पापा के नाम लिखे नोट में बताई आपबीती
हरियाणा में हार के बाद बाबरिया कांग्रेस प्रभारी पद छोड़ेंगे:राहुल गांधी से बात की, टिकट बंटवारे में हुए थे बीमार; बोले-किसी दूसरे को बना दें
हरियाणा में हार के बाद बाबरिया कांग्रेस प्रभारी पद छोड़ेंगे:राहुल गांधी से बात की, टिकट बंटवारे में हुए थे बीमार; बोले-किसी दूसरे को बना दें हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने इस्तीफे की पेशकश की है। इसके लिए दीपक बाबरिया ने राहुल गांधी से बात की। उन्होंने राहुल से कहा कि मेरी जगह किसी और को हरियाणा का प्रभारी नियुक्त किया जाए, मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं होगी। स्वास्थ्य कारणों के कारण अभी समय नहीं दे सकता। दैनिक भास्कर से बातचीत में दीपक बाबरिया ने कहा- ‘चुनाव के बीच अचानक मेरी तबीयत खराब हुई। पहले भी मुझे ब्रेन स्ट्रोक आ चुका है। दोबारा कॉम्प्लिकेशन आए हैं। ब्रेन ने शरीर के दूसरे अंगों तक संपर्क करना बंद कर दिया था। न्यूरो से संबंधित समस्याएं थीं, जिसके कारण अस्पताल में दाखिल होना पड़ा। हालांकि अब मेरा स्वास्थ्य पहले से ठीक है, लेकिन अब भी एक दिन तबीयत ठीक रहती है और दूसरे दिन वैसी ही हो जाती है। इन सब चीजों को ठीक होने में समय लगेगा।’ दरअसल, विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान 9 सितंबर को दीपक बाबरिया की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। ब्लड प्रेशर (BP) बढ़ने के बाद उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। पूर्व मंत्री ने दीपक बाबरिया पर उठाए थे सवाल विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस OBC सेल के राष्ट्रीय चेयरमैन और पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय यादव ने दीपक बाबरिया पर सवाल उठाए थे। रेवाड़ी में बेटे चिरंजीव की हार पर उन्होंने कहा था कि हम लोगों से पूरे चुनाव में कैंपेन कमेटी के किसी भी सदस्य ने संपर्क नहीं किया। किस तरीके से रणनीति बनानी है, किस तरह से लोगों के बीच पहुंचना है, हमें कुछ नहीं बताया गया। हमने तो अपने दम पर अपने हिसाब से प्रचार करने के लिए लोगों को अपने क्षेत्र में बुलाया। हमारे नेता सीएम कौन, सीएम कौन में व्यस्त थे। पीसीसी प्रेसिडेंट खुद चुनाव लड़ रहे थे। प्रभारी बीमार हो गए थे। प्रभारी अगर बीमार थे तो उनको अपनी जगह सीनियर्स को कह कर किसी और को प्रभारी बनवाना चाहिए था, ताकि वह चुनावों के ठीक पहले तमाम जरूरत को पूरा कर पाते। हमारी बात सुनने के लिए कोई फ्रंट फुट पर उपलब्ध नहीं था। समीक्षा मीटिंग में राहुल गांधी नाराज हुए राज्य में 37 सीट जीतने के बाद 10 अक्टूबर को कांग्रेस की दिल्ली में पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में समीक्षा मीटिंग हुई। मीटिंग में तय हुआ कि हार के कारण जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जाएगी। कमेटी हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा करके रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। यहां राहुल गांधी ने कहा कि हमारी पार्टी के नेताओं के इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर हो गए, इसी वजह से हार हुई। कांग्रेस ने 20 सीटों पर री-काउंटिंग की मांग की 11 अक्टूबर को कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस को जानबूझकर 20 सीटों पर हराया गया। पहले पार्टी इन सीटों पर आगे चल रही थी। बाद में इन सीटों पर काउंटिंग प्रोसेस धीमा हो गया। इससे शक पैदा हुआ। चुनाव निष्पक्ष के साथ-साथ पारदर्शी भी होना चाहिए। उनकी मांग है कि 20 सीटों पर दोबारा गिनती कराई जाए, ताकि चुनाव प्रक्रिया पर उठे सवालों को खत्म किया जा सके। हार के बाद किस कांग्रेस नेता ने क्या कहा.. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा- EVM में गड़बड़ी
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि हरियाणा का नतीजा आश्चर्यचकित करने वाला है। हर आदमी समझता था कि कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। सब एक्सपर्ट भी यही कह रहे थे। पोस्टल बैलट की गिनती में कांग्रेस लीड करती है। EVM की गिनती शुरू हुई तो कांग्रेस डाउन चली जाती है। इससे डाउट होता है। 20 के करीब कंप्लेंट आ गई हैं। कई जगह काउंटिंग डिले की गई। कई जगह पर पहले पोस्टल बैलट ही नहीं गिने गए। सैलजा ने कहा- संगठन नहीं बनाने से हारे
सिरसा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा था कि चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी व चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को संगठन की कमी खली है। संगठन से ही कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान मिलता है और संगठन होना चाहिए था। उन्हें खुद भी संगठन न होने का मलाल है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- EVM की बैटरी में गड़बड़ी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि हमारे पास 20 शिकायतें आईं, जिनमें 7 लिखित रूप से आई हैं। मतगणना के दिन कुछ खास EVM थीं, जिनकी बैटरी 99% चार्ज दिखा रही थी। इनसे BJP को ज्यादा वोट मिले। मतगणना के बाद बैटरी इतनी चार्ज नहीं रह सकती। हमारे संदेह का यह सबसे बड़ा कारण है। बाकी जो सामान्य EVM थी, उनकी बैटरी 60 से 70% थी। उसमें BJP नहीं जीत रही थी। इस बारे में हमने आयोग को बता दिया है। जिन मशीनों की शिकायत की गई है, उन्हें जांच पूरी होने तक सील किया जाए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा था- छल कपट से जीती BJP सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने BJP पर छल-कपट से चुनाव जीतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजे से सभी अचंभे में डालने वाले हैं। ये अप्रत्याशित नतीजे हैं। इसका हम गहराई से विश्लेषण कर रहे हैं। 20 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों से EVM को लेकर ऐसी बातें सामने आ रही हैं कि चुनाव प्रक्रिया पर कई सवाल उठे हैं। कांग्रेस ने चुनाव आयोग के आगे सभी प्रश्न रखे हैं। उसके जवाब का हम इंतजार कर रहे हैं। भाजपा के छल-कपट के बावजूद 40% वोट शेयर कांग्रेस को मिला है। जो भाजपा के बराबर है।
फरीदाबाद रैली में लोगों से पुलिस की धक्का मुक्की:पूर्व कैबिनेट मंत्री के पीए ने किया विरोध, BJP कार्यकर्ताओं को जोड़ने पड़े हाथ
फरीदाबाद रैली में लोगों से पुलिस की धक्का मुक्की:पूर्व कैबिनेट मंत्री के पीए ने किया विरोध, BJP कार्यकर्ताओं को जोड़ने पड़े हाथ हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सेक्टर बारे में विधानसभा चुनाव के मद्दे नजर आयोजित की गई जन आशीर्वाद रैली को संबोधित करने के लिए आज देश के गृहमंत्री अमित शाह को पहुंचना है। जिसको लेकर फरीदाबाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा की हुई। इसी कड़ी सुरक्षा के बीच जब लोग रैली स्थल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे कि तभी उनके साथ कुछ पुलिसकर्मियों ने ना केवल धक्का मुक्की की, बल्कि उनके साथ बदतमीजी भी की। पीए जोगिंद्र रावत से भी की बदसलूकी जिसका विरोध हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के पीए जोगिंद्र रावत ने किया, तो पुलिसकर्मी उनसे भी बदसलूकी करते हुए नजर आए। पुलिसकर्मी के इस रवैये को देख कर मौके पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को पुलिसकर्मी के सामने हाथ तक जोड़ने पड़े। उन्होंने यह कहना पड़ा कि बीजेपी की रैली है, कृपया इस रैली को आप खराब ना करें। इसके बाद जोगिंद्र रावत भी रैली में माहौल न बिगड़े, अलग हो गए। नाराज नजर आए मीडिया कर्मी लेकिन कई लोग पुलिस द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के बर्ताव से खासा नाराज नजर आए। इस मौके पर रुपेश और संदीप ने बताया कि चेकिंग के नाम पर लोगों को न केवल परेशान किया जा रहा है, बल्कि उनसे बदतमीजी भी की जा रही है। एक जगह नहीं लोगों को पांच-पांच जगह चेक किया जा रहा है। बीजेपी रैली का माहौल बिगाड़ने का प्रयास उन्होंने बताया कि बीजेपी की रैली का माहौल भी बिगड़ रहा है। कुछ पुलिसकर्मी सुरक्षा के नाम पर बीजेपी की रैली के माहौल को बिगाड़ना चाहते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह की रैली में कड़ी सुरक्षा तो होनी चाहिए, लेकिन लोगों के साथ इस तरह से व्यवहार करना भी ठीक नहीं है।