लखनऊ के नगराम में 25 साल के युवक ने मायके गई पत्नी को वीडियो कॉल कर फांसी लगा ली। परिजनों को कहना है कि 22 दिन पहले दोनों की लव मैरिज हुई थी। परिवारवाले जब कमरे में पहुंचे तो वीडियो कॉल चल रही थी। जिसकी वजह से उन्हें जानकारी हुई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया है। नगराम के समेसी के रहने वाले रिंकू (25) की लव मैरिज गोसाईगंज ढौडहरा की रहने वाली मीनू 7 अक्टूबर को हुई थी। मां प्रेमावती ने बताया कि मीनू करवा चौथ के बाद अपने मायके गई थी उसके बाद से वापस नहीं लौटी। मंगलवार को सुबह प्रेमावती अपनी बेटी व बेटे रिंकू के साथ खेत पर काम के लिए गई थी। वहां से रिंकू काम बताकर लौट आया। खेत से काम बताकर लौट आया कुछ देर बाद जब प्रेमावती लौटी तो रिंकू को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उन्होंने कमरे के दरवाजे पर ढकेला तो खुल गया। अंदर देखा कि रिंकू फांसी के फंदे से लटका है। जिसे देखकर प्रेमावती शोर मचाने लगी। आनन- फानन में उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में इंस्पेक्टर नगराम विवेक चौधरी का कहना है कि परिवारवालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। फिलहाल रिंकू का मोबाइल कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। बहू की वीडियो कॉल चल रही थी मां प्रेमावती ने बताया कि जब खेत से घर पहुंची तो रिंकू फंदे से लटक रहा था। रिंकू के मोबाइल से पत्नी की वीडियो कॉल चल रही थी। ऐसे में अगर बहू समय से पुलिस को सूचना दे देती तो बेटे की जान बच जाती। लखनऊ के नगराम में 25 साल के युवक ने मायके गई पत्नी को वीडियो कॉल कर फांसी लगा ली। परिजनों को कहना है कि 22 दिन पहले दोनों की लव मैरिज हुई थी। परिवारवाले जब कमरे में पहुंचे तो वीडियो कॉल चल रही थी। जिसकी वजह से उन्हें जानकारी हुई। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया है। नगराम के समेसी के रहने वाले रिंकू (25) की लव मैरिज गोसाईगंज ढौडहरा की रहने वाली मीनू 7 अक्टूबर को हुई थी। मां प्रेमावती ने बताया कि मीनू करवा चौथ के बाद अपने मायके गई थी उसके बाद से वापस नहीं लौटी। मंगलवार को सुबह प्रेमावती अपनी बेटी व बेटे रिंकू के साथ खेत पर काम के लिए गई थी। वहां से रिंकू काम बताकर लौट आया। खेत से काम बताकर लौट आया कुछ देर बाद जब प्रेमावती लौटी तो रिंकू को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उन्होंने कमरे के दरवाजे पर ढकेला तो खुल गया। अंदर देखा कि रिंकू फांसी के फंदे से लटका है। जिसे देखकर प्रेमावती शोर मचाने लगी। आनन- फानन में उसे फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले में इंस्पेक्टर नगराम विवेक चौधरी का कहना है कि परिवारवालों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। फिलहाल रिंकू का मोबाइल कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। बहू की वीडियो कॉल चल रही थी मां प्रेमावती ने बताया कि जब खेत से घर पहुंची तो रिंकू फंदे से लटक रहा था। रिंकू के मोबाइल से पत्नी की वीडियो कॉल चल रही थी। ऐसे में अगर बहू समय से पुलिस को सूचना दे देती तो बेटे की जान बच जाती। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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दिव्यांग और बुजुर्ग वोटरों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने में मदद के लिए तैनात किए वॉलंटियर
दिव्यांग और बुजुर्ग वोटरों को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने में मदद के लिए तैनात किए वॉलंटियर भास्कर न्यूज | बठिंडा शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग मतदाताओं की सुविधाओं के अनुसार मतदान केंद्रों पर विशेष व्यवस्था कर रहा है। चुनाव आयोग ने कहा है कि दिव्यांग व्यक्तियों और 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ मतदाताओं के लिए सुविधाजनक मतदान प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 1 जून 2024 को मतदान केंद्रों पर वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। जो मतदाताओं को वोट डालने में पूरी सहायता प्रदान करेंगे और उनको पोलिंग बूथ तक लेकर जाएंगे। चुनाव आयोग के आदेश पर बठिंडा लोकसभा क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों के 1814 बूथों पर एनसीसी कैडेटों के अलावा वालांटियरों को तैनात किया जाएगा। इसके लिए जिले के सरकारी स्कूलों के मुखियों से संपर्क किया जाएगा। मतदान करने में असमर्थ मतदाताओं की मदद के लिए एनसीसी और नेहरू युवा केंद्र एनजीओ से मदद ली जाएगी। मतदान करने व पोलिंग बूथ तक पहुंचने असमर्थ वोटरों की मदद करने के लिए तैनात वालांटियरों को बकायदा ट्रेनिंग भी जाएगीहै ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इस कार्य के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को वालंटियर्स की रिपोर्ट जल्द सौंपने के निर्देश दिए, ताकि मतदान से पहले यह तय हो सके कि वालंटियर्स की ड्यूटी किस मतदान केंद्र पर लगाई जाए। चुनाव आयोग की योजना के मुताबिक, हर मतदान केंद्र पर कम से कम पांच वॉलंटियर तैनात रहेंगे। जिले में 14185 दिव्यांग व 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं मतदान के दिन बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग द्वारा जुटाये गये आंकड़ों के अनुसार जिले में 14185 दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि 12518 बुजुर्ग मतदाता हैं। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर मतदान केंद्र पर व्हील चेयर उपलब्ध रहे। यदि किसी मतदान केंद्र पर दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या अधिक है तो व्हील चेयर की संख्या बढ़ाई जाएगी। जहां भी आवश्यकता होगी, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं को पिक एंड ड्रॉप (परिवहन) की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
कोटा के 550 साल पुराने इस मंदिर में आते हैं लाखों श्रद्धालु, अब होगा इसका कायाकल्प
कोटा के 550 साल पुराने इस मंदिर में आते हैं लाखों श्रद्धालु, अब होगा इसका कायाकल्प <p style=”text-align: justify;”><strong>Pratham Peeth Mathuradheesh Ji Temple News:</strong> कोटा में 550 साल पुराने मथुराधीश जी मंदिर का अब जीर्णोद्धार किया जाएगा. मंदिरों को धार्मिक स्थलों से जोड़ा जाएगा. यहां तक पहुंचने के लिए अब वाहनों तक की सुविधा उपलब्ध होगी. मंदिर के कॉरिडोर पर अब 20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके लिए केडीए को कंसल्टेंसी एजेंसी बनाया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>वल्लभ संप्रदाय की 7 पीठ में से प्रथम पीठ श्री मथुराधीश जी है. मंदिर का करीब 20 करोड़ रुपये से जीर्णोद्धार किया जाएगा. इसमें प्रमुख कार्य कॉरिडोर निर्माण का है. इसके लिए अब प्रयास और भी तेज हो गए हैं. श्री मथुराधीश जी मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी महेश व्यास ने बताया कि मंदिर करीब साढे 500 साल पुराना है. रोज दूरदराज से दर्शनार्थी यहां पर आते हैं. यह प्रथम पीठ है इसलिए इसकी मान्यता और भी अधिक है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>प्रदेश के मंदिरों पर होंगे 300 करोड़ रुपये </strong><br />कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा का कहना है कि प्रदेश के 15 मंदिरों के लिए 300 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं, जिसमें 20 करोड़ रुपये कोटा के मथुरा जी मंदिर के लिए स्वीकृत हुआ है. मंदिर परिसर में जगह खाली है जहां विभिन्न उत्सवों के लिए ऑडिटोरियम बनाया जा सकता है. अभी परिसर में करीब 200 दर्शनार्थियों की व्यवस्था है जबकि पर्व त्योहार पर अनेक श्रद्धालु पहुंचते हैं तब भीड़ लगती है, इसे देखते हुए विस्तार किए जाने की आवश्यकता है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>रास्ता सुगम होगा तो बढ़ेगा श्रद्धालु व पर्यटन </strong><br />रिवर फ्रंट के नजदीक यती व्यायाम शाला के पास से मंदिर तक रोड प्रस्तावित है. पार्किंग के लिए ब्रजेश्वरी मंदिर में जगह ले सकते हैं. मथुराधीश मंदिर मंदिर ट्रस्ट व्यापार संघ और जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श किया जा रहा है. जल्द ही प्रस्ताव फाइनल किया जाएगा. वाहन पार्किंग और रास्ते की दिक्कत है. मंदिर का मूल स्वरूप बनाए रखते हुए जीर्णोद्धार होगा. जैसे ही केडीए के कमिश्नर पद पर कोई पदस्थापित होगा. वैसे ही इस कार्य में तेजी आएगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बताया जा रहा है की चंबल रिवर फ्रंट के नजदीक से इसका मुख्य मार्ग निकल जाएगा. मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों से वैष्णव यहां आते हैं. लेकिन आवागमन और वाहन पार्किंग की समस्या रहती है. रास्ता सुगम होगा तो यहां एक और पर्यटन सर्किट स्थापित होगा.</p>
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Jharkhand CM: हेमंत सोरेन कब पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा? यहां जानें पूरी डिटेल
Jharkhand CM: हेमंत सोरेन कब पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा? यहां जानें पूरी डिटेल <p style=”text-align: justify;”><strong>Hemant Soren News:</strong> झारखंड के नेतृत्व में एक बार फिर बदलाव होने जा रहा है. हेमंत सोरेन एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे. सोरेन तीसरी बार झारखंड के सीएम पद की शपथ लेंगे. खबरों के मुताबिक झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन झारखंड से बाहर हैं. हालांकि राज्यपाल आज शाम रांची पहुंच जाएंगे.</p>
<p style=”text-align: justify;”>सूत्रों के मुताबिक आज देर शाम मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन राजभवन जा सकते हैं. इसके बाद सीएम चंपई सोरेन गवर्नर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं. वहीं राज्यपाल से मुलाकात कर हेमंत सोरेन सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं.</p>
<p style=”text-align: justify;”>दरअसल, आज रांची में हेमंत सोरेन के आवास पर इंडिया गठबंधन के विधायकों की अहम बैठक हुई जिसमें, चंपई सोरेन की जगह हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बनाए जाने का फैसला लिया गया. सूत्रों ने बताया कि गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने यहां मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक के दौरान सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया. बैठक में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के अलावा हेमंत सोरेन के भाई बसंत और पत्नी कल्पना भी मौजूद थीं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>झारखंड के 13वें सीएम होंगे हेमंत सोरेन</strong><br />इंडिया गठबंधन की बैठक में हुए फैसले के मुताबिक मुख्यमंत्री के रूप में एक बार फिर शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री होंगे. बता दें झारखंड 15 नवंबर 2000 को बिहार से अलग होकर एक नया राज्य बना था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी ने साधा निशाना</strong><br />इस बीच, बीजेपी सांसद निशकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “झारखंड में चंपई सोरेन युग खत्म हो गया है. परिवारवादी पार्टी में, परिवार के बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है. मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लें और भ्रष्ट हेमंत सोरेन के खिलाफ खड़े हो जाएं.”</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”Jharkhand CM: हेमंत सोरेन फिर बनेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, चुने गए विधायक दल के नेता” href=”https://www.abplive.com/states/jharkhand/hemant-soren-will-be-the-chief-minister-of-jharkhand-jmm-ranchi-champai-soren-2729200″ target=”_blank” rel=”noopener”>Jharkhand CM: हेमंत सोरेन फिर बनेंगे झारखंड के मुख्यमंत्री, चुने गए विधायक दल के नेता</a></strong></p>