हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित राज्य चयन आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने को लेकर अभी और समय लग सकता है। कारण यह है कि जिन राजीव कुमार को आयोग का सरकार ने अध्यक्ष नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की है, वे स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी हिमाचल से बाहर हैं। वें दक्षिण भारत में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि जैसे ही वे मुकम्मल तौर पर रिकवर हो जाएंगे, तत्काल आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाल लेंगे। उन्होंने इसके लिए अभी कुछ और दोनों तक इंतजार करने की बात भी कही है। अध्यक्ष के बगैर सदस्यों की जॉयनिंग भी लटकी उधर, जब तक आयोग के अध्यक्ष पदभार नहीं संभालते, सरकार द्वारा नामजद दोनों सदस्य यहां जॉयनिंग नहीं दे सकते, क्योंकि शपथ अध्यक्ष ने ही दिलानी होती है। हालांकि एक सदस्य अभी सरकारी सेवा से इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्ति होंगे और दीपावली के बाद उनका सदस्य के रूप में यहां पदभार संभालने की संभावना थी, मगर अध्यक्ष की गैरमौजूदगी में ऐसा हो नहीं सकता। इसलिए अभी आयोग के मुख्यालय में फिलहाल मुकम्मल रौनक महसूस करने के लिए लगभग एक से डेढ़ सप्ताह और लग सकता है। बता दें कि अध्यक्ष और दोनों सदस्यों की अधिसूचना जारी किए हुए पौने दो माह का समय बीत गया है। हालांकि सरकार ने आयोग के सचिव के रूप में वरिष्ठ एचएएस अधिकारी विक्रम महाजन को तैनाती देकर इसकी फंक्शनिंग को प्रभावित तरीके से शुरू करने का बीड़ा तो उठा लिया था, मगर अब देरी अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने की वजह से लटकी हुई है। फिजियोथैरेपी करवा रहे- राजीव आयोग के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि वे अभी हिमाचल से बाहर हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें फिजियोथैरेपी के लिए कुछ और समय निकालने की सलाह दी है। इसीलिए वे अभी उसी में व्यस्त हैं। जैसे ही डॉक्टर्स सलाह देंगे, वे हमीरपुर पहुंचकर आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लेंगे। फिलहाल थोड़ा वक्त लगेगा। अब ज्वॉइनिंग- सुखदेव उधर, आयोग के नामित सदस्य और वरिष्ठ एचएएस अधिकारी सुखदेव सिंह राणा का कहना है कि वें दीपावली के बाद वे जॉयनिंग करेंगे। एग्जाम का पैटर्न बदलेगा काबिले गौर यह है कि मुकम्मल तौर पर इस आयोग का निजाम बदलने के लिए वक्त लगेगा। क्योंकि एग्जाम को लेकर यह आयोग नए पैटर्न में सिस्टम बना रहा है। फिलहाल क्लर्कों के पदों को भी भरा जाना है। उस पर अभी काम नहीं हुआ है। पद सृजित हो चुके हैं। आयोग ने कई महत्वपूर्ण कार्यों को आउटसोर्स करने का भी प्लान तैयार किया हुआ है। अब देखना यही है कि अध्यक्ष और सदस्यों की मौजूदगी बनने के बाद कितनी जल्दी यह आयोग युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतर पाएंगे? फिलहाल सचिव विक्रम महाजन की मौजूदगी में आधा दर्जन के करीब पोस्ट कोड का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अगली प्रक्रिया को शुरू करने के लिए भी अंदर खाते प्रक्रिया जारी है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर स्थित राज्य चयन आयोग में अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने को लेकर अभी और समय लग सकता है। कारण यह है कि जिन राजीव कुमार को आयोग का सरकार ने अध्यक्ष नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की है, वे स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी हिमाचल से बाहर हैं। वें दक्षिण भारत में इलाज करवा रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि जैसे ही वे मुकम्मल तौर पर रिकवर हो जाएंगे, तत्काल आयोग के अध्यक्ष का पदभार संभाल लेंगे। उन्होंने इसके लिए अभी कुछ और दोनों तक इंतजार करने की बात भी कही है। अध्यक्ष के बगैर सदस्यों की जॉयनिंग भी लटकी उधर, जब तक आयोग के अध्यक्ष पदभार नहीं संभालते, सरकार द्वारा नामजद दोनों सदस्य यहां जॉयनिंग नहीं दे सकते, क्योंकि शपथ अध्यक्ष ने ही दिलानी होती है। हालांकि एक सदस्य अभी सरकारी सेवा से इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्ति होंगे और दीपावली के बाद उनका सदस्य के रूप में यहां पदभार संभालने की संभावना थी, मगर अध्यक्ष की गैरमौजूदगी में ऐसा हो नहीं सकता। इसलिए अभी आयोग के मुख्यालय में फिलहाल मुकम्मल रौनक महसूस करने के लिए लगभग एक से डेढ़ सप्ताह और लग सकता है। बता दें कि अध्यक्ष और दोनों सदस्यों की अधिसूचना जारी किए हुए पौने दो माह का समय बीत गया है। हालांकि सरकार ने आयोग के सचिव के रूप में वरिष्ठ एचएएस अधिकारी विक्रम महाजन को तैनाती देकर इसकी फंक्शनिंग को प्रभावित तरीके से शुरू करने का बीड़ा तो उठा लिया था, मगर अब देरी अध्यक्ष और सदस्यों के पदभार संभालने की वजह से लटकी हुई है। फिजियोथैरेपी करवा रहे- राजीव आयोग के अध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि वे अभी हिमाचल से बाहर हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें फिजियोथैरेपी के लिए कुछ और समय निकालने की सलाह दी है। इसीलिए वे अभी उसी में व्यस्त हैं। जैसे ही डॉक्टर्स सलाह देंगे, वे हमीरपुर पहुंचकर आयोग के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल लेंगे। फिलहाल थोड़ा वक्त लगेगा। अब ज्वॉइनिंग- सुखदेव उधर, आयोग के नामित सदस्य और वरिष्ठ एचएएस अधिकारी सुखदेव सिंह राणा का कहना है कि वें दीपावली के बाद वे जॉयनिंग करेंगे। एग्जाम का पैटर्न बदलेगा काबिले गौर यह है कि मुकम्मल तौर पर इस आयोग का निजाम बदलने के लिए वक्त लगेगा। क्योंकि एग्जाम को लेकर यह आयोग नए पैटर्न में सिस्टम बना रहा है। फिलहाल क्लर्कों के पदों को भी भरा जाना है। उस पर अभी काम नहीं हुआ है। पद सृजित हो चुके हैं। आयोग ने कई महत्वपूर्ण कार्यों को आउटसोर्स करने का भी प्लान तैयार किया हुआ है। अब देखना यही है कि अध्यक्ष और सदस्यों की मौजूदगी बनने के बाद कितनी जल्दी यह आयोग युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतर पाएंगे? फिलहाल सचिव विक्रम महाजन की मौजूदगी में आधा दर्जन के करीब पोस्ट कोड का रिजल्ट घोषित हो चुका है और अगली प्रक्रिया को शुरू करने के लिए भी अंदर खाते प्रक्रिया जारी है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के टैक्सी चालक का अपहरण:पंजाब के दो पर्यटकों पर आरोप; मनाली से शिमला लौटते वक्त बरमाणा से लापता, लुधियाना में गाड़ी बरामद हिमाचल प्रदेश में एक टैक्सी चालक के अपहरण का मामला सामने आया है। अपहरण के आरोप पंजाब लुधियाना के दो पर्यटकों पर है। लापता ड्राइवर के बेटे देसराज रनोट ने शिमला के सदर थाना में अपने पिता हरि कृष्ण रनोट के लापता होने के बाद अपहरण का मामला दर्ज कराया है। इसमें देसराज ने पिता के अपहरण की शंका जताई है। शिमला पुलिस ने इस बाबत जीरो एफआईआर कर इसे बिलासपुर के बरमाणा थाना के लिए भेज दिया है, क्योंकि हरि कृष्ण रनोट बरमाणा के आसपास की लोकेशन से लापता हैं। बिलासपुर पुलिस ने लापता हरि कृष्ण रनोट की तलाश के लिए SIT गठित कर जांच तेज कर दी है। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार, देसराज नोट ने बताया कि बीते 24 जून को उनके पिता पंजाब-लुधियाना के दो पर्यटक गुरमीत सिंह व जसपाल करण सिंह को लेकर शिमला से मनाली गए थे। 25 जून को वह अपनी ऑल्टो गाड़ी नंबर HP-01-A 5150 में दोनों पर्यटकों को लेकर मनाली से वापस लौट रहे थे। 25 जून को बेटे की आखिरी बार हरि कृष्ण से बात हुई रात 8 बजकर 20 मिनट पर बेटे देसराज की अपने पिता से बात हुई तो पिता ने बताया कि वह बरमाणा पहुंच रहे हैं और देर रात में शिमला लौटेंगे। रात सवा 11 बजे के करीब बेटे ने जब दोबारा पिता को फोन किया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। बरमाणा में तीन दिन से हरि कृष्ण की तलाश जारी फोन की जिस जगह आखिरी लोकेशन आई, वहां पर तीन दिन से हरि कृष्ण के परिजन और पुलिस तलाश कर रही है। मगर अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। हालांकि उनकी गाड़ी लुधियाना में ट्रेस कर दी गई है। बताया जा रहा है कि गाड़ी में खून के धब्बे भी मिले है। पुलिस टीम लुधियाना पहुंची वहीं बरमाणा पुलिस की टीम दोनों पर्यटकों की धरपकड़ के लिए लुधियाना पहुंच गई है। मगर दोनों अभी फरार है। हरि कृष्ण रनोट शिमला में टैक्सी चलाते है। वह अक्सर शिमला-मनाली रूट पर पर्यटकों को लेकर आते-जाते है।
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