हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग में आज पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप शुरू होगा। राज्य पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन आरएस बाली इसका शुभारंभ करेंगे। इसमें अमेरिका, फ्रांस, पौलेंड, बेल्जियम, भारत सहित 32 देशों के 105 पायलट भाग ले रहे हैं। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि बिलिंग घाटी में दूसरे वर्ल्ड कप के लिए सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए सुरक्षा और बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लैंडिंग स्थल और टेक ऑफ पॉइंट के साथ-साथ चार स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। संगठन के वालंटियर किसी भी प्रकार की विकट परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। ओवरऑल विजेता को 333 यूरो नगद कैश: अनुराग अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता का टास्क दिया जाएगा। प्रथम स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाले महिला प्रतिभागी को 1777 यूरो, तीसरे स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 1111 यूरो नगद इनाम दिया जाएगा। प्रतियोगिता में ओवरऑल तीसरे नंवर पर रहने वाले को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाले को 2777 यूरो तथा प्रथम स्थान पर रहने वाले ओवरऑल विजेता को 3333 यूरो मिलेगा। विश्व विख्यात बीड़ बिलिंग में साल 2015 में भी पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप हो चुका है। इस बार बीड़ बिलिंग में दूसरा वर्ल्ड कप है। यहां एक सप्ताह तक मानव परिंदें हवा में अठखेलियां करते नजर आएंगे। इसका आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बाद बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (BPA) और हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान से किया जा रहा है। 9 रेस्क्यू टीमों का किया गया गठन पैराग्लाइडर की सुरक्षा के दृष्टिगत 9 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है जबकि रिट्रीवल के लिए 5 टीमें इवेंट के दौरान चौपर और एम्बुलेंस सेवा के साथ बीड़-बिलिंग घाटी में तैनात रहेंगी, जो कि पैराग्लाइडर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। 2600 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरी जाएगी बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। 2015 में हुआ था वर्ल्ड कप साल 2015 में BPA बीड़ बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का सफल आयोजन कर चुकी है। साल 2013 में पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का पहला आयोजन हुआ था। 2016 में तीसरी आयोजन राष्ट्रीय ओपन एक्यूरेसी चैम्पियनशिप, 2017 में चौथी एएफ डेयर डेविल स्काई डाइविंग शो, 2023 में 5वां आयोजन एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप इंडिया तथा 2023 में एक्ससी पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का छठा आयोजन हुआ था। कैसे पहुंचे बीड़? हवाई मार्ग से बीड़ पहुंचने के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट तक हवाई सेवा उपलब्ध है। कांगड़ा एयरपोर्ट से बीड़ 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलमार्ग से आने वाले पर्यटक पठानकोट के चक्की बैंक तक रेल यात्रा कर पहुंच सकते हैं।बैजनाथ से बीड़ की दूरी 11 किलोमीटर है। इसके अतिरिक्त पठानकोट, दिल्ली, चंडीगढ़ से पर्यटक सड़क मार्ग से भी बैजनाथ पहुंच सकते हैं। बैजनाथ से बस या टैक्सी के माध्यम से बीड़ पहुंचा जा सकता है। हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग में आज पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप शुरू होगा। राज्य पर्यटन विकास निगम के चेयरमैन आरएस बाली इसका शुभारंभ करेंगे। इसमें अमेरिका, फ्रांस, पौलेंड, बेल्जियम, भारत सहित 32 देशों के 105 पायलट भाग ले रहे हैं। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि बिलिंग घाटी में दूसरे वर्ल्ड कप के लिए सभी तैयारियां पूरी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए सुरक्षा और बचाव के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लैंडिंग स्थल और टेक ऑफ पॉइंट के साथ-साथ चार स्थानों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। संगठन के वालंटियर किसी भी प्रकार की विकट परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। ओवरऑल विजेता को 333 यूरो नगद कैश: अनुराग अनुराग शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता का टास्क दिया जाएगा। प्रथम स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाले महिला प्रतिभागी को 1777 यूरो, तीसरे स्थान पर रहने वाली महिला प्रतिभागी को 1111 यूरो नगद इनाम दिया जाएगा। प्रतियोगिता में ओवरऑल तीसरे नंवर पर रहने वाले को 2222 यूरो, दूसरे स्थान पर रहने वाले को 2777 यूरो तथा प्रथम स्थान पर रहने वाले ओवरऑल विजेता को 3333 यूरो मिलेगा। विश्व विख्यात बीड़ बिलिंग में साल 2015 में भी पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप हो चुका है। इस बार बीड़ बिलिंग में दूसरा वर्ल्ड कप है। यहां एक सप्ताह तक मानव परिंदें हवा में अठखेलियां करते नजर आएंगे। इसका आयोजन पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन फ्रांस (PWCAF) की मंजूरी के बाद बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (BPA) और हिमाचल पर्यटन विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान से किया जा रहा है। 9 रेस्क्यू टीमों का किया गया गठन पैराग्लाइडर की सुरक्षा के दृष्टिगत 9 रेस्क्यू टीमों का गठन किया गया है जबकि रिट्रीवल के लिए 5 टीमें इवेंट के दौरान चौपर और एम्बुलेंस सेवा के साथ बीड़-बिलिंग घाटी में तैनात रहेंगी, जो कि पैराग्लाइडर की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। 2600 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरी जाएगी बिलिंग की टेक आफ साइट समुद्र तल से 2600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि लैंडिंग साइट बीड़ (क्योर) समुद्र तल से 2080 मीटर की ऊंचाई पर है। 2015 में हुआ था वर्ल्ड कप साल 2015 में BPA बीड़ बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का सफल आयोजन कर चुकी है। साल 2013 में पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का पहला आयोजन हुआ था। 2016 में तीसरी आयोजन राष्ट्रीय ओपन एक्यूरेसी चैम्पियनशिप, 2017 में चौथी एएफ डेयर डेविल स्काई डाइविंग शो, 2023 में 5वां आयोजन एक्यूरेसी पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप इंडिया तथा 2023 में एक्ससी पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का छठा आयोजन हुआ था। कैसे पहुंचे बीड़? हवाई मार्ग से बीड़ पहुंचने के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट तक हवाई सेवा उपलब्ध है। कांगड़ा एयरपोर्ट से बीड़ 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। रेलमार्ग से आने वाले पर्यटक पठानकोट के चक्की बैंक तक रेल यात्रा कर पहुंच सकते हैं।बैजनाथ से बीड़ की दूरी 11 किलोमीटर है। इसके अतिरिक्त पठानकोट, दिल्ली, चंडीगढ़ से पर्यटक सड़क मार्ग से भी बैजनाथ पहुंच सकते हैं। बैजनाथ से बस या टैक्सी के माध्यम से बीड़ पहुंचा जा सकता है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
सोलन में पीने के पानी की किल्लत:90 की जगह मिल रहा 20 लाख लीटर पानी; टैंकर मंगाकर गुजारा कर रहे लोग
सोलन में पीने के पानी की किल्लत:90 की जगह मिल रहा 20 लाख लीटर पानी; टैंकर मंगाकर गुजारा कर रहे लोग सोलन में पानी की समस्या लगातार विकराल रूप लेती जा रही है। लोगों को सातवें और आठवें दिन पीने का पानी नसीब हो रहा है। शहर वासियों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। उन्हें पानी के टैंकर मंगवा कर गुजारा करना पड़ रहा है। लेकिन जो पानी के टैंकर के लिए पैसे खर्च नहीं कर सकते हैं, उनकी समस्याएं और बढ़ गई है। वह आसपास प्राकृतिक स्रोत से ही पानी लेकर आ रहे हैं। नगर निगम कमिश्नर एकता कप्टा ने बताया कि आईपीएच विभाग द्वारा उन्हें पानी की सप्लाई पूर्ण रूप से नहीं दी जा रही है। जिसकी वजह से शहर में पानी की किल्लत आ रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें रोज 90 लाख लीटर पानी की आवश्यकता होती है। लेकिन उन्हें जल शक्ति विभाग द्वारा केवल 20 से 30 लाख लीटर पानी ही सप्लाई किया जा रहा है। जिसकी मुख्य वजह उठाऊ पेय जल योजनाओं में बरसात के कारण आई गाद बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें जल शक्ति विभाग पूर्ण रूप से 90 लाख लीटर पानी प्रतिदिन नहीं दे पाएगा तब तक शहर में पानी की किल्लत बनी रह सकती है।
मैक्लोडगंज में कहासुनी पर NRI पर्यटक ने तान दी रिवॉल्वर:रेस्टोरेंट स्टाफ पर बदसलूकी का आरोप; पुलिस ने कराया शांत, शराब पीने पर विवाद
मैक्लोडगंज में कहासुनी पर NRI पर्यटक ने तान दी रिवॉल्वर:रेस्टोरेंट स्टाफ पर बदसलूकी का आरोप; पुलिस ने कराया शांत, शराब पीने पर विवाद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पंजाब के एनआरआई पर्यटक ने कहासुनी के बाद रेस्टोरेंट स्टाफ पर रिवॉल्वर तान दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शांत कराया। मामला सोमवार रात मैक्लोडगंज के एक निजी रेस्टोरेंट से सामने आया है। एनआरआई पर्यटक ने आरोप गलाया है कि रेस्टोरेंट स्टाफ ने बदसलूकी कर मारपीट करने की कोशिश की। एनआरआई पर्यटक और रेस्टोरेंट स्टाफ के बीच शराब पीने को लेकर कहासुनी हुई। जिसके बाद विवाद शुरू हो गया। रेस्टोरेंट स्टाफ का आरोप है कि एनआरआई पर्यटक ने कहासुनी के बाद उन पर रिवॉल्वर तान दी। इस घटना के तत्काल बाद मैक्लोडगंज पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने जब्त की रिवॉल्वर मौके पर पहुंची पुलिस ने एनआरआई पर्यटक और उसके दो अन्य साथियों पर पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए रिवॉल्वर को जब्त कर लिया है। एएसपी बीर बहादुर ने बताया कि सोमवार रात मैक्लोडगंज पुलिस को सूचना मिली की रेस्टोरेंट में कुछ पर्यटकों ने हंगामा कर रिवॉल्वर तान दी है। तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस ने एनआरआई पर्यटक से पूछताछ की। उसके पास ऑल इंडिया परमिट की लाइसेंस रिवॉल्वर थी। पुलिस ने जांच करने के लिए लाइसेंस और रिवॉल्वर को जब्त कर मामला दर्ज कर लिया है। सोशल मीडिया पर पर्यटक और स्थानीय लोग अलग-अलग टिप्पणियां कर रहे हैं। फिलहाल मामला शांत होने के बाद पर्यटक होटल के कमरे में चला गया, लेकिन इस तरह की वारदातें सामने आने से स्थानीय लोग असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। पूर्व में भी मैक्लोडगंज के भागसूनाग में पंजाब के युवक की हत्या, कुल्लू, मनाली, मणिकरण और शिमला में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
बिलासपुर में सड़ी-गली हालत में मिली महिला की लाश:कई दिनों से पुलिया में फंसी, शरीर में लग चुके थे कीड़े; नहीं हो सकी पहचान
बिलासपुर में सड़ी-गली हालत में मिली महिला की लाश:कई दिनों से पुलिया में फंसी, शरीर में लग चुके थे कीड़े; नहीं हो सकी पहचान बिलासपुर में सड़क किनारे एक महिला की सड़ी-गली लाश मिली, जिसकी अभी तक बाद पहचान नहीं हो सकी है। शनिवार के दिन पुराने नेशनल हाईवे चंडीगढ़-मनाली पर कैंचीमोड़ में सडक किनारे बनी एक पुलिया में महिला की लाश पड़ी थी। शव से काफी दुर्गंध आ रहा था, माना जा रहा है कि शव कई दिन पुराना है। शव पर किड़े भी लगने शुरू हो गए थे। कबाड़ इकट्ठा कर रहे एक शख्स ने पुलिया में अज्ञात महिला की लाश को देखा और पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से इसकी सूचना पुलिस थाना स्वारघाट में दी। गल चुका थी चेहरा और शरीर की चमड़ी सूचना पाकर थाना स्वारघाट की पुलिस टीम और नैना देवी से डीएसपी विक्रांत बोंसला सहित फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम द्वारा मौके पर साक्ष्य जुटाए गए जिसके बाद देर शाम महिला की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए बिलासपुर अस्पताल ले जाया गया। महिला की मौत के क्या कारण रहे होंगे यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चला पाएगा। अज्ञात महिला के शव से बहुत तेज दुर्गन्ध आ रही थी, जिससे प्रतीत हो रहा था कि लाश कई दिनों से पुलिया में पड़ी हुई थी। वहीं महिला का चेहरा व शरीर के अन्य हिस्सों की चमड़ी गल चुकी थी और शव को कीड़े भी पड़ गए थे, जिसके चलते महिला की पहचान नहीं हो पाई है। फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर बाद एक कबाड़िया कबाड़ इकट्ठा करता हुआ जा रहा था। पुराने नेशनल हाईवे पर कैंचीमोड़ से थोड़ा ऊपर स्वारघाट की तरफ उसे सड़क किनारे बनी एक पुलिया से तेज दुर्गन्ध आई, तब उसने देखा कि कोई लाश पुलिया में फंसी हुई है। उसने स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान बहादुर सिंह व उप प्रधान जगत राम ठाकुर को इसकी सूचना दी। उन्होंने मामले की सूचना थाना स्वारघाट में पहुंचाई। पुलिस के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को पुलिया से बाहर सुरक्षित निकाला। क्योंकि पुलिया के बीचों बीच पानी की कई पाइपलाइन गुजर रही थी। वहीं फोरेंसिक टीम द्वारा मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया।