जींद जिले के उचाना क्षेत्र की एक महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। महिला ने दनौदा निवासी मनोज पर आरोप लगाया कि उसने तीन साल तक महिला के साथ रेप किया। साथ ही उसे जानस से मारने की धमकी भी दी, इस मामले में पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी मनोज के खिलाफ रेप समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी ने ठेके पर लिया था महिला की जमीन
उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि दनौदा गांव निवासी मनोज ने तीन साल पहले उनकी जमीन को ठेके पर लिया था। खेती के दौरान उनकी मनोज के साथ जान-पहचान हो गई। उसकी मनोज के साथ बातचीत होने लगी। एक दिन खेत में मनोज ने जबरदस्ती उसके साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। वह लोक लाज के डर से चुप रही। इसके बाद मनोज उसे धमकी देते हुए लगातार तीन साल तक उसके साथ रेप करता रहा। आखिरकार उसने पुलिस को शिकायत दी। उचाना थाना पुलिस ने मनोज के खिलाफ रेप, धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जींद जिले के उचाना क्षेत्र की एक महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। महिला ने दनौदा निवासी मनोज पर आरोप लगाया कि उसने तीन साल तक महिला के साथ रेप किया। साथ ही उसे जानस से मारने की धमकी भी दी, इस मामले में पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर आरोपी मनोज के खिलाफ रेप समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी ने ठेके पर लिया था महिला की जमीन
उचाना थाना पुलिस को दी शिकायत में महिला ने बताया कि दनौदा गांव निवासी मनोज ने तीन साल पहले उनकी जमीन को ठेके पर लिया था। खेती के दौरान उनकी मनोज के साथ जान-पहचान हो गई। उसकी मनोज के साथ बातचीत होने लगी। एक दिन खेत में मनोज ने जबरदस्ती उसके साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। वह लोक लाज के डर से चुप रही। इसके बाद मनोज उसे धमकी देते हुए लगातार तीन साल तक उसके साथ रेप करता रहा। आखिरकार उसने पुलिस को शिकायत दी। उचाना थाना पुलिस ने मनोज के खिलाफ रेप, धमकी देने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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डल्लेवाल बोले- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा:ये न हमारा कारोबार, न ही शौक; किसानों ने PM के पुतले फूंके
डल्लेवाल बोले- मोदी से कहिए मांगें मानें, अनशन छोड़ दूंगा:ये न हमारा कारोबार, न ही शौक; किसानों ने PM के पुतले फूंके हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शुक्रवार (10 जनवरी) को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है।’ वहीं, आज संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेताओं की 6 सदस्यीय कमेटी 101 किसानों के साथ खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। यहां पर SKM के नेताओं ने खनौरी मोर्चे के नेताओं को एकता का वो प्रस्ताव सौंपा, जो मोगा की महापंचायत में पास किया गया था। किसान नेताओं ने डल्लेवाल से भी मुलाकात की। इसके बाद SKM नेता शंभू बॉर्डर रवाना हो गए। इस बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए डल्लेवाल का अनशन खत्म कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि PM मोदी अहंकार छोड़कर किसानों की सुन लें। इसके अलावा, SKM ने पूरे देश में आज केंद्र सरकार के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके। बता दें कि किसान फसलों पर MSP की गारंटी समेत 13 मांगों को लेकर पिछले 11 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। SKM नेताओं ने क्या कहा? बलबीर सिंह राजेवाल : आज पूरे देश को जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की चिंता है। मोगा में हुई महापंचायत में जो फैसला हुआ, उसके मुताबिक अपने भाइयों को कहने आए हैं कि इकट्ठे होकर इस आंदोलन को लड़ेंगे। 15 तारीख को मीटिंग है। दिल्ली आंदोलन में जो जत्थेबंदियां साथ थीं, वह जल्द ही एकजुट होंगी। हमारे में कोई मतभेद नहीं है। केंद्र सरकार को पहल के आधार पर किसानों से बातचीत करनी चाहिए। जोगिंदर सिंह उगराहां : हमारी सभी जत्थेबंदियों का लक्ष्य एक है और दुश्मन एक है। जिस तरह आज मुलाकात हुई है, उम्मीद है कि जल्दी हम एक मंच पर आएंगे। डल्लेवाल के वीडियो संदेश की 3 अहम बातें… 1. BJP ने अकाल तख्त से मेरा अनशन तुड़वाने की मांग की
डल्लेवाल ने कहा- दोस्तों आज हमें यहां पर यह सूचना मिली कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब से अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का सत्कार करता हूं। 2. BJP वालों को अकाल तख्त नहीं मोदी जी के पास जाना चाहिए
डल्लेवाल ने आगे कहा- सवाल ये है कि पंजाब भाजपा इकाई के जो लोग हैं, पंजाब के लोग हैं, पंजाब के निवासी हैं। और यह जो हम लड़ाई लड़ रहे हैं। यह जो हम मांग उठा रहे हैं। वह पूरे पंजाब के लिए हैं। तो आप को जाना है तो मोदी जी के पास जाइए। आपको उपराष्ट्रपति के पास जाना चाहिए। वह बड़ा साफ किसानों के बारे में बोले हैं। एग्रीकल्चर मिनिस्टर व अमित शाह के पास जाना चाहिए, लेकिन आप श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास जा रहे हैं। इसका मतलब क्या निकलता है। आपके अंदर क्या है। 3. BJP की पंजाब इकाई मोदी जी से बात करे
मैं आपको फिर से हाथ जोड़ता हूं कि अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने के बजाय आप कृपया मोदी जी से कहें कि वह हमारी मांगें मान लें, तो हम अनशन छोड़ देंगे। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारा शौक है। धन्यवाद। मैं पंजाब की भाजपा इकाई को विनती करता हूं कि वह मोदी जी से बात करें। डल्लेवाल के गुरुवार को टेस्ट हुए, आज आएगी रिपोर्ट
अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत नाजुक बनी हुई है। उन्हें बोलने में दिक्कत हो रही है। इलाज न लेने के साथ ही उन्होंने मालिश कराने से भी मना कर दिया है। हालांकि राजिंदरा अस्पताल पटियाला में गठित डॉक्टरों के बोर्ड ने गुरुवार को खनौरी पहुंचकर डल्लेवाल का अल्ट्रासाउंड सहित अन्य टेस्ट किए। उनकी रिपोर्ट आज आएगी। इससे पहले गुरुवार को कर्नाटक स्टेट एग्रीकल्चर प्राइस कमीशन के पूर्व चेयरमैन प्रकाश कामारेड्डी, कर्नाटक के विधायक बीआर पाटिल और जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) छात्रसंघ के अध्यक्ष धनंजय कुमार खनौरी मोर्चे पर पहुंचे। इन्होंने डल्लेवाल का हाल जाना। गुरुवार को ही शंभू बार्डर पर केंद्र सरकार द्वारा किसानों की सुनवाई न किए जाने से आहत किसान रेशम सिंह ने आत्महत्या कर ली। वहीं खनौरी बॉर्डर पर पानी गर्म करते समय देसी गीजर में आग जलाते समय किसान गुरदयाल सिंह झुलस गया। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। डल्लेवाल मामले की सुप्रीम कोर्ट में 8 सुनवाई, अब तक क्या-क्या हुआ… 1. 13 दिसंबर- तत्काल डॉक्टरी मदद दें
डल्लेवाल 26 नवंबर को अनशन पर बैठे थे। 13 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में आमरण अनशन को लेकर सुनवाई हुई। इसमें सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और केंद्र सरकार से कहा कि डल्लेवाल को तत्काल डॉक्टरी मदद दें। उन्हें जबरन कुछ न खिलाया जाए। आंदोलन से ज्यादा उनकी जान जरूरी है। इसके बाद पंजाब के DGP गौरव यादव और केंद्रीय गृह निदेशक मयंक मिश्रा ने खनौरी पहुंच डल्लेवाल से मुलाकात की। 2. 18 दिसंबर- पंजाब सरकार को कुछ करना चाहिए
सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे। 3. 19 दिसंबर- बिना टेस्ट 70 साल के आदमी को कौन ठीक बता रहा
पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई। 4. 20 दिसंबर- अधिकारी अस्पताल में भर्ती करने पर फैसला लें
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती? यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है तो अधिकारी निर्णय लें। 5. 28 दिसंबर- केंद्र की मदद से अस्पताल में शिफ्ट करें
यह सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के 20 दिसंबर के आदेश को लागू न करने को लेकर दायर अवमानना याचिका पर हुई। इसमें कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि पहले आप समस्या पैदा करते हैं, फिर कहते हैं कि आप कुछ नहीं कर सकते। केंद्र की मदद से उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करें। इसमें किसानों के विरोध पर कोर्ट ने कहा कि किसी को अस्पताल ले जाने से रोकने का आंदोलन कभी नहीं सुना। यह आत्महत्या के लिए उकसाने जैसा है। किस तरह के किसान नेता हैं जो चाहते हैं कि डल्लेवाल मर जाएं? डल्लेवाल पर दबाव दिखता है। जो लोग उनका अस्पताल में भर्ती होने का विरोध कर रहे हैं, वे उनके शुभचिंतक नहीं हैं। 6. 31 दिसंबर को पंजाब सरकार ने 3 दिन की मोहलत ली
पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि 30 दिसंबर को पंजाब बंद था, जिस वजह से ट्रैफिक नहीं चला। इसके अलावा अगर केंद्र सरकार पहल करती है तो डल्लेवाल बातचीत के लिए तैयार हैं। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार के समय मांगने के आवेदन को मंजूर कर लिया। 7. 2 जनवरी- हमने अनशन तोड़ने को नहीं कहा
कोर्ट ने कहा कि जानबूझकर हालात बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हमने कभी अनशन तोड़ने को नहीं कहा। कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि आपका रवैया ही सुलह करवाने का नहीं है। कुछ तथाकथित किसान नेता गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं। इस केस में डल्लेवाल की एडवोकेट गुनिंदर कौर गिल ने पार्टी बनने की याचिका दायर की थी। इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “कृपया टकराव के बारे में न सोचें, हम किसानों से सीधे बातचीत नहीं कर सकते। हमने कमेटी बनाई है। किसानों से उसी कमेटी के जरिए बात करेंगे।” 8. 6 जनवरी- किसान मुलाकात के लिए तैयार
पंजाब सरकार ने कहा कि आंदोलन पर चल रहे किसान हाई पावर कमेटी से बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके बाद अदालत ने इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी तय की। इसके बाद कमेटी ने मुलाकात की। शंभू बॉर्डर का मामला ऐसे सुप्रीम कोर्ट पहुंचा… 1. फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून को लेकर 13 फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है। इसके अलावा खनौरी बॉर्डर पर भी किसान बैठे हैं। 2. 10 जुलाई 2024 को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने आदेश दिए थे कि एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर को खोला जाए। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। 3. 12 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने एंबुलेंस, सीनियर सिटीजन्स, महिलाओं, छात्रों के लिए शंभू बॉर्डर की एक लेन खोलने के लिए कहा। इसी दौरान सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई, जिसे सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता करनी थी। 4. सुप्रीम कोर्ट की यह कमेटी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जस्टिस नवाब सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई। इसमें पूर्व DGP बीएस संधू, कृषि विश्लेषक देवेंद्र शर्मा, प्रोफेसर रंजीत सिंह घुम्मन, कृषि सूचनाविद डॉ. सुखपाल सिंह और विशेष आमंत्रित सदस्य प्रोफेसर बलदेव राज कंबोज शामिल हैं। 5. कमेटी ने 10 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम रिपोर्ट सौंपी। इसमें कहा गया कि आंदोलन करने वाले किसान बातचीत के लिए नहीं आ रहे। किसानों से उनकी सुविधा के अनुसार तारीख और समय भी मांगा गया था, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद की मीटिंग में किसानों ने शामिल होने से इनकार कर दिया। आंदोलन में आगे क्या… ———————– किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसान ने सुसाइड किया, गीजर फटने से आंदोलनकारी झुलसा हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान 9 जनवरी को एक किसान ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। किसानों ने बताया- गुरुवार सुबह लंगर स्थल के पास ही तरनतारन जिले के पहूविंड गांव में रहने वाले रेशम सिंह (55) ने सल्फास खाया। उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पूरी खबर पढ़ें…
करनाल में तेज रफ्तार कार ने मारी बाइक को टक्कर:शुगर मिल कर्मचारी की मौत, लौट रहा था घर, कनाडा गया है इकलौता बेटा
करनाल में तेज रफ्तार कार ने मारी बाइक को टक्कर:शुगर मिल कर्मचारी की मौत, लौट रहा था घर, कनाडा गया है इकलौता बेटा हरियाणा में करनाल के बूटान खेड़ी गांव के पास सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई। व्यक्ति अपनी ड्यूटी से घऱ लौट रहा था। तेज रफ्तार एक कार ने व्यक्ति की बाइक का सामने से टक्कर मार दी। एक्सीडेंट में लगी गंभीर चोटों के कारण बाइक चालक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक का इकलौता बेटा है वो अभी विदेश में है। वहीं, आरोपी कार चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे ने लेकर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया। भादसों शुगर मिल में करता था काम मृतक की पहचान बीबीपुर जाटान निवासी 55 वर्षीय ओम प्रकाश के रूप में हुई हैं। वह भादसों शुगर मिल में काम करता था। मृतक के भाई कुलवंत ने बताया कि ओम प्रकाश 18 दिसंबर की देर शाम शुगर मिल से बाइक पर अपने घर लौट रहा था। जैसे ही उसकी बाइक बूटानखेड़ी गांव के पास पहुंची तो रास्ते में ट्रैक्टर ट्राली खड़ी हुई थी। जैसे ही उसने ट्राली के पीछे से अपनी बाइक को ओवरटेक किया तो सामने से आ रही कार ने बाइक को जबरदस्त टक्कर मार दी। इलाज के दौरान हुई मौत हादसा इतना भयंकर था कि ओम प्रकाश बाइक से नीचे सड़क पर जान गिरा। हादसा होते देख आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। हादसे में ओम प्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद उसे घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में लाया गया। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। एक बेटा वह भी विदेश में मृतक के भाई विजय ने बताया कि ओम प्रकाश का एक ही बेटा हैं और वह भी कनाडा गया हुआ हैं। एक साल पहले ही बेटे को ओम प्रकाश ने पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था। ओम प्रकश की मौत की बेटे के सिर पर पिता का साया उठ गया। अब बेटे के घर लौटने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज इंद्री थाना के SHO श्रीभगवान ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिया है। परिजनों की शिकायत के आधार पर कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
डिप्टी स्पीकर बोले- केजरीवाल के दिमाग में बुखार चढ़ा:अपनी मां के खिलाफ बोल रहे, जींद मेडिकल कॉलेज निर्माण का बजट बढ़ाया
डिप्टी स्पीकर बोले- केजरीवाल के दिमाग में बुखार चढ़ा:अपनी मां के खिलाफ बोल रहे, जींद मेडिकल कॉलेज निर्माण का बजट बढ़ाया डिप्टी स्पीकर और जींद से भाजपा विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने यमुना के पानी को लेकर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा उनकी मातृभूमि है और वह अपनी मां के खिलाफ बोलने का काम कर रहे हैं। ऐसे कपूत बेटे के बारे में लोगों को सोचना चाहिए। उनके दिमाग पर बुखार चढ़ गया है और वह शीशमहल का मोह त्याग नहीं पा रहे हैं। इस बार दिल्ली की सत्ता उनके हाथ से जाते दिख रही है, इसलिए उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं। डिप्टी स्पीकर आज जींद के मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे। यहां पत्रकारों से सवाल का जवाब देते हुए डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने कहा कि केजरीवाल ने हरियाणा के सीएम पर नहीं बल्कि पूरे हरियाणा पर आरोप लगाया है। केजरीवाल ने छोटी सोच का परिचय दिया है। हरियाणा से ज्यादा तो दिल्ली में ही यमुना में गंदगी डाली जा रही है। उस पर तो कभी कंट्रोल कर नहीं पाए। केजरीवाल कभी बयान देते हैं कि यमुना में पानी नहीं आया, कभी कहते हैं कि ज्यादा छोड़ दिया और कभी कहते हैं कि कम पानी छोड़ा। वह एक बयान पर नहीं टिकते। सबसे झूठ बोलने का काम कर रहे हैं। मेडिकल कालेज का बजट 565 करोड़ से 1085 करोड़ पहुंचा
जींद के हैबतपुर में बन रहे मेडिकल कॉलेज निर्माण का बजट बढ़ गया है। पहले मेडिकल कॉलेज निर्माण पर 565 करोड़ रुपए खर्च होने थे लेकिन अब इस प्रोजेक्ट पर 1085 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गुरुवार को डिप्टी स्पीकर मिढ़ा ने मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान HSRDC के अधिकारियों को दो टूक शब्दों में कहा कि अगर तय समय में निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो निर्माण कंपनी पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही गुणवत्ता को लेकर डीसी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी जो डिटेल रिपोर्ट तैयार करेगी। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि अतिरिक्त बजट के लिए वो जल्द ही सीएम नायब सैनी से मिलेंगे और बजट उपलब्ध करवाएंगे। निरीक्षण से पहले डिप्टी स्पीकर ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें डीसी मोहम्मद इमरान रजा, चंडीगढ़ से मेडिकल एजुकेशन और HSRDC के डायरेक्टर, निर्माण एजेंसी के चीफ कंसल्टेंट, डीएमसी गुलजार मलिक, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी बीएंडआर सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि अगर निर्माण कार्य में देरी होती है तो इसके लिए एल एंड टी निर्माण कंपनी को जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने एचएसआरडीसी के अधिकारियों से एक्सप्लेनेशन (स्पष्टीकरण) मांगा और वहीं निर्माण कंपनी LT अधिकारियों से भी नाराजगी जाहिर की। एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर हिसार के खिलाफ कार्रवाई को लिखा पत्र
मेडिकल कॉलेज निरीक्षण के बाद डिप्टी स्पीकर पिंडारा राजमहल होटल के पास दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ते को देखने पहुंचे। यहां उन्होंने स्पष्ट किया कि नेशनल हाईवे पर चढ़ने का रास्ता होना चाहिए। इसके लिए अंडरब्रिज या ओवरब्रिज के लिए NHAI प्रोजेक्ट डायरेक्टर हिसार से बात करनी चाही तो वो अनुपस्थित मिले। जिस पर डिप्टी स्पीकर ने तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेते हुए सड़क एवं परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग के सचिव को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा और डीसी को निर्देश दिए कि वो भी इसके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखें।