हिमाचल की वंशिका ने वर्ल्ड बॉक्सिंग में जीता गोल्ड मेडल:1.37 मिनट में जर्मनी की मुक्केबाज को दी शिकस्त, अमेरिका में हुआ अंडर-19 विश्व चैंपियनशिप

हिमाचल की वंशिका ने वर्ल्ड बॉक्सिंग में जीता गोल्ड मेडल:1.37 मिनट में जर्मनी की मुक्केबाज को दी शिकस्त, अमेरिका में हुआ अंडर-19 विश्व चैंपियनशिप

हिमाचल प्रदेश की वंशिका गोस्वामी ने कोलोराडो (अमेरिका) में विश्व मुक्केबाजी द्वारा आयोजित पहली अंडर-19 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। वहीं कुल भारतीय मुक्केबाजों ने 17 पदक जीत कर दमदार प्रदर्शन किया। वंशिका ने महिलाओं की 80 किलोग्राम वर्ग में जर्मनी की विक्टोरिया गैट को महज एक मिनट 37 सेकंड में शिकस्त दे दी। वंशिका गोस्वामी ने यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक अमेरिका के कोलोराडो में आयोजित इस चैंपियनशिप में वंशिका ने अपने शानदार प्रदर्शन से यह सफलता हासिल की। वंशिका गोस्वामी ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्टार 3 रेफरी कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में मुक्केबाजी का प्रशिक्षण शुरू किया था। राष्ट्रीय खेलों में भी जीती थी सिल्वर मेडल
वंशिका की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल भड़ोली और शिवालिक स्कूल ज्वालाजी से हुई। 12वीं कक्षा में उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, समलोटी (नगरोटा बगवां) से पढ़ाई की। वहां कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में वंशिका ने बॉक्सिंग का प्रशिक्षण शुरू किया और स्कूल गेम्स में स्टेट चैंपियन बनीं। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में भी रजत पदक जीतकर अपनी काबिलियत का परिचय दिया। बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है वंशिका
12वीं कक्षा पूरी करने के बाद कोच कैलाश शर्मा ने वंशिका को एडवांस ट्रेनिंग के लिए बाहर जाने की सलाह दी। वंशिका ने हरियाणा की एक निजी अकादमी से कोचिंग ली और साई रोहतक में उसका चयन हो गया। वंशिका ने साई रोहतक में मुख्य कोच अमनप्रीत के मार्गदर्शन में अपनी खेल प्रतिभा को निखारा। वर्तमान में वंशिका पंडित सुशील रतन राजकीय महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने के साथ-साथ बॉक्सिंग का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। कांगड़ा जिला की रहने वाली है वंशिका
वंशिका गोस्वामी जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी से संबंध रखती हैं। वंशिका गोस्वामी पुत्री शशि गोस्वामी और माता सालू गोस्वामी ज्वालाजी की निकटवर्ती पंचायत दरंग के निवासी हैं। उनके पिता पुलिस में सेवारत हैं और दादा दीपराज गोस्वामी भी पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका परिवार हमेशा से ही खेलकूद व अन्य सामाजिक गतिविधियों में अग्रणी रहा है। वर्तमान में वह भारतीय मुक्केबाजी टीम की मुख्य मुक्केबाजी कोच अमनप्रीत कौर के मार्गदर्शन में साई रोहतक में प्रशिक्षण ले रही हैं। हिमाचल प्रदेश की वंशिका गोस्वामी ने कोलोराडो (अमेरिका) में विश्व मुक्केबाजी द्वारा आयोजित पहली अंडर-19 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। वहीं कुल भारतीय मुक्केबाजों ने 17 पदक जीत कर दमदार प्रदर्शन किया। वंशिका ने महिलाओं की 80 किलोग्राम वर्ग में जर्मनी की विक्टोरिया गैट को महज एक मिनट 37 सेकंड में शिकस्त दे दी। वंशिका गोस्वामी ने यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर तक अमेरिका के कोलोराडो में आयोजित इस चैंपियनशिप में वंशिका ने अपने शानदार प्रदर्शन से यह सफलता हासिल की। वंशिका गोस्वामी ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्टार 3 रेफरी कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में मुक्केबाजी का प्रशिक्षण शुरू किया था। राष्ट्रीय खेलों में भी जीती थी सिल्वर मेडल
वंशिका की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल भड़ोली और शिवालिक स्कूल ज्वालाजी से हुई। 12वीं कक्षा में उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, समलोटी (नगरोटा बगवां) से पढ़ाई की। वहां कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में वंशिका ने बॉक्सिंग का प्रशिक्षण शुरू किया और स्कूल गेम्स में स्टेट चैंपियन बनीं। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में भी रजत पदक जीतकर अपनी काबिलियत का परिचय दिया। बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है वंशिका
12वीं कक्षा पूरी करने के बाद कोच कैलाश शर्मा ने वंशिका को एडवांस ट्रेनिंग के लिए बाहर जाने की सलाह दी। वंशिका ने हरियाणा की एक निजी अकादमी से कोचिंग ली और साई रोहतक में उसका चयन हो गया। वंशिका ने साई रोहतक में मुख्य कोच अमनप्रीत के मार्गदर्शन में अपनी खेल प्रतिभा को निखारा। वर्तमान में वंशिका पंडित सुशील रतन राजकीय महाविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने के साथ-साथ बॉक्सिंग का प्रशिक्षण भी ले रही हैं। कांगड़ा जिला की रहने वाली है वंशिका
वंशिका गोस्वामी जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी से संबंध रखती हैं। वंशिका गोस्वामी पुत्री शशि गोस्वामी और माता सालू गोस्वामी ज्वालाजी की निकटवर्ती पंचायत दरंग के निवासी हैं। उनके पिता पुलिस में सेवारत हैं और दादा दीपराज गोस्वामी भी पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनका परिवार हमेशा से ही खेलकूद व अन्य सामाजिक गतिविधियों में अग्रणी रहा है। वर्तमान में वह भारतीय मुक्केबाजी टीम की मुख्य मुक्केबाजी कोच अमनप्रीत कौर के मार्गदर्शन में साई रोहतक में प्रशिक्षण ले रही हैं।   हिमाचल | दैनिक भास्कर