हिमाचल प्रदेश के तुर्किये में नौकरी कर रहे एक युवक ने ऑनलाइन निकाह किया। दुल्हा तुर्किये में और दुल्हन हिमाचल की छोटी काशी मंडी में थी। दोनों ने दुल्हन के बीमार दादा की इच्छा पूरी करने के लिए ऑनलाइन शादी की। दरअसल, बिलासपुर के रोड़ा सैक्टर-3 के रहने वाले मुहम्मद रफी का बेटा मुहम्मद अदनान तुर्किये में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। मुहम्मद अदनान ने निकाह के लिए छुट्टी मांगी थी। मगर कंपनी प्रबंधन ने छुट्टी नहीं दी। इधर, मंडी के डुगराई की मुस्लिम युवती के दादा बीमार पड़े हैं। उनकी इच्छा अपनी आंखों के सामने पोती का निकाह देखने की है। फिर दोनों परिवारों ने एक दूसरे से बात की और ऑनलाइन शादी का फैसला किया। डुगराई गांव से दोनों मोबाइल पर जुड़े इसके बाद बीते रविवार को मुहम्मद अदानन के परिजन और रिश्तेदार बारात लेकर मंडी के डुगराई गांव पहुंचे। मंडी से मोबाइल पर दुल्ला दुल्हन ऑनलाइन जुड़े। काजी ने निकाह की रस्में पूरी कराई और दुल्ला-दुल्हन दोनों ने कहा, कबूल है, कबूल है। इस दौरान दोनों ओर के गवाह भी मौजूद रहे। पहला ऑनलाइन निकाह संपन्न इस तरह दोनों का ऑनलाइन निकाह संपन्न हुआ। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है। खासकर बीमार दादा की पोती का निकाह देखने की इच्छा पूरी हो गई है। बीती शाम को मुहम्मद के परिजन दुल्हन को लेकर बिलासपुर लौट आए हैं। हिमाचल में इस तरह की पहली ऑनलाइन शादी है। खुशी-खुशी निकाह संपन्न: अकरम दूल्हे के ताया अकरम मुहम्मद ने बताया कि यह निकाह सबकी सहमति से खुशी खुशी संपन्न हो गया है। इस ऑनलाइन निकाह में दोनों परिवारों के साथ बिलासपुर की जामा मस्जिद के प्रधान मोहम्मद हारून भी विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने बताया यह सब तकनीक के कारण संभव हो गया है, क्योंकि उनके भतीजे को छुट्टी नहीं मिल पाई। हिमाचल प्रदेश के तुर्किये में नौकरी कर रहे एक युवक ने ऑनलाइन निकाह किया। दुल्हा तुर्किये में और दुल्हन हिमाचल की छोटी काशी मंडी में थी। दोनों ने दुल्हन के बीमार दादा की इच्छा पूरी करने के लिए ऑनलाइन शादी की। दरअसल, बिलासपुर के रोड़ा सैक्टर-3 के रहने वाले मुहम्मद रफी का बेटा मुहम्मद अदनान तुर्किये में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है। मुहम्मद अदनान ने निकाह के लिए छुट्टी मांगी थी। मगर कंपनी प्रबंधन ने छुट्टी नहीं दी। इधर, मंडी के डुगराई की मुस्लिम युवती के दादा बीमार पड़े हैं। उनकी इच्छा अपनी आंखों के सामने पोती का निकाह देखने की है। फिर दोनों परिवारों ने एक दूसरे से बात की और ऑनलाइन शादी का फैसला किया। डुगराई गांव से दोनों मोबाइल पर जुड़े इसके बाद बीते रविवार को मुहम्मद अदानन के परिजन और रिश्तेदार बारात लेकर मंडी के डुगराई गांव पहुंचे। मंडी से मोबाइल पर दुल्ला दुल्हन ऑनलाइन जुड़े। काजी ने निकाह की रस्में पूरी कराई और दुल्ला-दुल्हन दोनों ने कहा, कबूल है, कबूल है। इस दौरान दोनों ओर के गवाह भी मौजूद रहे। पहला ऑनलाइन निकाह संपन्न इस तरह दोनों का ऑनलाइन निकाह संपन्न हुआ। दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है। खासकर बीमार दादा की पोती का निकाह देखने की इच्छा पूरी हो गई है। बीती शाम को मुहम्मद के परिजन दुल्हन को लेकर बिलासपुर लौट आए हैं। हिमाचल में इस तरह की पहली ऑनलाइन शादी है। खुशी-खुशी निकाह संपन्न: अकरम दूल्हे के ताया अकरम मुहम्मद ने बताया कि यह निकाह सबकी सहमति से खुशी खुशी संपन्न हो गया है। इस ऑनलाइन निकाह में दोनों परिवारों के साथ बिलासपुर की जामा मस्जिद के प्रधान मोहम्मद हारून भी विशेष रूप से शामिल हुए। उन्होंने बताया यह सब तकनीक के कारण संभव हो गया है, क्योंकि उनके भतीजे को छुट्टी नहीं मिल पाई। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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