परिवार को 2-2 गोलियां मारी…राजेंद्र के सिर-सीने में गनशॉट:कमरे में 3 फिंगर प्रिंट मिले, सहेली बोली- लव मैरिज की, अब दोनों शक करते थे

परिवार को 2-2 गोलियां मारी…राजेंद्र के सिर-सीने में गनशॉट:कमरे में 3 फिंगर प्रिंट मिले, सहेली बोली- लव मैरिज की, अब दोनों शक करते थे

वाराणसी में परिवार के सामूहिक हत्याकांड की गुत्थी अब उलझ गई है। पुलिस जांच के बाद पति-3 बच्चों की हत्या के बाद सुसाइड की थ्योरी बदलती दिख रही है। सबसे बड़ी वजह यह है कि कारोबारी के घर में फोरेंसिक को 3 फिंगर प्रिंट मिले हैं, जो कारोबारी और उनके परिवार के नहीं हैं। यही नहीं, कारोबारी को भी 2 गोली लग गई है। ऐसे में पुलिस को शक है कि कारोबारी और उसके परिवार की हत्या की गई। फोरेंसिक टीम के अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया-शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू और दो बेटों, बेटी को बहुत करीब से गोली मारी गई। वारदात की जगह अलग-अलग हैं, मगर पैटर्न एक है। सभी सिर और सीने में गोली मारी गई। यही नहीं, सेम हथियार भी हथियार इस्तेमाल किया गया। ऐसा लग रहा है कि किसी प्रोफेशनल ने सभी को गोली मारी है। अफसर ने बताया- पांचों के शरीर से 7.62 एमएम की बुलेट मिली है। घटनास्थल को देखकर ऐसा लग रहा है कि परिवार को गोली मारने से पहले कमरे के दरवाजे को बंद किए, ताकि आवाज दूर तक न जाए। क्राइम स्पॉट से 13 खोखे बरामद हुए। फिलहाल, पुलिस अफसर और फोरेंसिक टीमों हत्याकांड के बाद मिले सुराग के तार जोड़ना शुरू कर दिया है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने जांच और खुलासे के लिए DCP काशी और DCP वरुणा के नेतृत्व में 5 टीमें लगाई हैं। सभी को अलग-अलग टॉस्क सौंपे गए। बेटे को 3 गोली, बाकी लोगों को 2-2 गोली मारी
मंगलवार सुबह 4 बजे भेलूपुर के भदैनी इलाके में महिला और उसके तीनों बच्चों की हत्या कर दी गई। लेकिन वारदात का पता उस वक्त चला, जब नौकरी घर की सफाई करने पहुंची। देखा तो सभी की लाशें फर्श पर पड़ी थीं। मगर कारोबारी पति घर पर नहीं था। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच की। शुरुआती जांच के बाद ही पुलिस ने कह दिया कि पति ने पत्नी और बच्चों की हत्या कर सुसाइड किया है और आरोपी फरार है। 8 घंटे बाद 10 किलोमीटर दूर बिस्तर पर उसकी न्यूड लाश मिलती है। कोराबारी के शरीर में 2 जगह गोलियों के निशान मिले, लेकिन जिस हथियार से गोली मारी है। वह मौके से बरामद नहीं हुई। इधर, फोरेंसिक टीम कारोबारी के घर पहुंची। जांच में पता चला है कि पत्नी और 2 बच्चों को 2-2 गोली मारी गई। इसके अलावा एक बेटे को 3 गोली मारी गई। सभी के हत्या के पैटर्न एक था। इसके बाद पुलिस जांच हत्या के सुसाइड से शिफ्ट हो गई। 4 पॉइंट, जिनसे लग रहा है परिवार की हत्या की गई… पहली पत्नी के बेटे की लोकेशन बिहार में मिली
DCP काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी के बेटे की लोकेशन आसनसोल (बिहार) में मिली है। उसको पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं, देर रात बड़ा भतीजा जुगनू पुलिस के पास आया है। उसने बताया कि वह दिल्ली में था। वाराणसी आने के बाद सब कुछ पता चला। छोटा भतीजा विक्की अभी गायब है। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। पूछताछ के लिए मां शारदा देवी को भी पुलिस स्टेशन पुलिस में बुलाया था। उनके बयान को भी नोट कर लिया गया है। अब 1997 में जिस गार्ड की हत्या की गई थी। उसके परिवार के लोगों को भी थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हत्याकांड की पड़ताल करते हुए भास्कर नीतू की सहेली तक पहुंचा… 15 साल बड़े राजेंद्र से अफेयर, फिर शादी की
वारदात की सूचना पर कारोबारी की पत्नी नीतू की उनकी सहेलियां भी घटनास्थल पर पहुंच गईं। एक सहेली ने नीतू की पढ़ाई से लेकर शादी और अब तक के पहलुओं को दैनिक भास्कर से साझा किया। सहेली अनीता (काल्पनिक नाम) ने बताया कि नीतू स्कूल के समय से उसके टच में है। दरअसल, नीतू और राजेंद्र गुप्ता के घर आमने-सामने थे। दोनों में लव अफेयर हो गया। 17 जनवरी, 2020 को परिवार की मर्जी के बिना दोनों ने शादी कर ली, गैर जाति में शादी के बाद परिजनों ने संबंध तोड़ दिया। इसके बाद नीतू भदैनी पानी की टंकी के सामने सड़क पार गली में शिफ्ट हो गई। शादी के कुछ साल तक सब ठीक चला, लेकिन फिर दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई। कुछ साल पहले नीतू को राजेंद्र के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे पर शक करना शुरू कर दिया। कई बार फोन कॉल को लेकर भी विवाद होते थे। 25वीं सालगिरह की तैयारी में जुटी थी सहेलियां
नीतू की सहेली ने बताया कि 17 जनवरी, 2025 को नीतू की शादी की 25वीं वर्षगांठ थी। वह इसे धूमधाम से मनाना चाहती थी। पिछले दिनों सब मिले तो तय हुआ था कि रिसॉर्ट में पार्टी करेंगे। नीतू ने इसके लिए गेस्ट लिस्ट भी बनाई थी और सहेलियों से साझा की थी। उम्र में 15 साल बड़े राजेंद्र शादी के बाद उसे अपनी प्रगति का बाधक मानते थे। लगातार उसे लेकर कुछ न कुछ कहते थे, लेकिन सब दरकिनार करके नीतू अपने काम में लगी रहती थी। उसने ही मृत देवर के बेटा और बेटी को पालकर शादी कराई थी। सास के साथ मकान में रहती थी, किराया भी वसूलती थी
शादी के दौरान राजेंद्र और नीतू पैतृक मकान में रहते थे। लेकिन 15 साल पहले एक किमी दूर नए मकान में शिफ्ट हो गए थे। इस चार मंजिला मकान में मां शारदा देवी, राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बेटे नवेंद्र, सुवेंद्र और बेटी गौरांगी के साथ रहते थे। मकान की तीसरी मंजिल पर राजेंद्र ने अपने लिए एक-एक फ्लैट रखा था। जबकि बाकी अन्य कमरे और फ्लेटों में किरायेदार हैं। इन सभी कमरों का किराया नीतू वसूलती थी और अन्य मकानों से राजेंद्र गुप्ता खुद किराया लेते थे। राजेंद्र को प्रॉपर्टी फोबिया, संपत्ति की थी हत्याएं नीतू की सहेली की माने तो राजेंद्र गुप्ता को प्रॉपर्टी फोबिया जैसा था, उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। कई बार हाईपर होकर नीतू से झगड़ा करता था, लेकिन अब नीतू उसे छोड़ने की स्थिति में नहीं थी। नीतू से शादी के दौरान उसे लगा कि सब ठीक हो जाएगा और उसके परिवार की संपत्ति भी उसे मिल जाएगी। नीतू ब्राह्मण थी और उसके परिजनों ने राजेंद्र को स्वीकार नहीं किया। नीतू एक महिलाओं के एक क्लब से जुड़ी थी। सहेली ने बताया कि उसे आंशका थी कि पत्नी जिस क्लब से जुड़ी है, उन सहेलियों से क्या साझा करती है। उसके सोशल मीडिया पोस्ट पर भी सवाल उठाता था। 4 मकान में 100 से ज्यादा किराएदार
राजेंद्र गुप्ता के पास शहर में चार मकान थे। जिसमें 100 से अधिक किराएदार थे। इसके अलावा भदैनी में उसका दुकानों का मार्केट (कटरा) था। उसे भी किराए पर उठा रखा था। संपत्तियों को खरीदकर उसे किराए पर देना भी उसका व्यापार था।
माना जा रहा है कि इन मकानों से राजेंद्र को 5 लाख से ज्यादा किराया आता था। वहीं कुछ रुपया ब्याज पर भी उठा रखा था, जिसकी जानकारी भी पुलिस जुटा रही है। ————- अब भास्कर एक्सप्लेनर पढ़िए… चलते रहेंगे यूपी के 16 हजार मदरसे, सुप्रीम कोर्ट ने मदरसा एक्ट को क्यों कानूनी करार दिया, 7 सवालों में समझिए सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को पलटते हुए यूपी मदरसा एजुकेशन एक्ट को बरकरार रखा है। इसका मतलब है कि मदरसे चलते रहेंगे। इससे पहले हाईकोर्ट ने यूपी के मदरसों में पढ़ रहे सभी बच्चों का दाखिला सामान्य स्कूलों में कराने का आदेश दिया था। पढ़िए पूरी खबर… वाराणसी में परिवार के सामूहिक हत्याकांड की गुत्थी अब उलझ गई है। पुलिस जांच के बाद पति-3 बच्चों की हत्या के बाद सुसाइड की थ्योरी बदलती दिख रही है। सबसे बड़ी वजह यह है कि कारोबारी के घर में फोरेंसिक को 3 फिंगर प्रिंट मिले हैं, जो कारोबारी और उनके परिवार के नहीं हैं। यही नहीं, कारोबारी को भी 2 गोली लग गई है। ऐसे में पुलिस को शक है कि कारोबारी और उसके परिवार की हत्या की गई। फोरेंसिक टीम के अफसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया-शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू और दो बेटों, बेटी को बहुत करीब से गोली मारी गई। वारदात की जगह अलग-अलग हैं, मगर पैटर्न एक है। सभी सिर और सीने में गोली मारी गई। यही नहीं, सेम हथियार भी हथियार इस्तेमाल किया गया। ऐसा लग रहा है कि किसी प्रोफेशनल ने सभी को गोली मारी है। अफसर ने बताया- पांचों के शरीर से 7.62 एमएम की बुलेट मिली है। घटनास्थल को देखकर ऐसा लग रहा है कि परिवार को गोली मारने से पहले कमरे के दरवाजे को बंद किए, ताकि आवाज दूर तक न जाए। क्राइम स्पॉट से 13 खोखे बरामद हुए। फिलहाल, पुलिस अफसर और फोरेंसिक टीमों हत्याकांड के बाद मिले सुराग के तार जोड़ना शुरू कर दिया है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने जांच और खुलासे के लिए DCP काशी और DCP वरुणा के नेतृत्व में 5 टीमें लगाई हैं। सभी को अलग-अलग टॉस्क सौंपे गए। बेटे को 3 गोली, बाकी लोगों को 2-2 गोली मारी
मंगलवार सुबह 4 बजे भेलूपुर के भदैनी इलाके में महिला और उसके तीनों बच्चों की हत्या कर दी गई। लेकिन वारदात का पता उस वक्त चला, जब नौकरी घर की सफाई करने पहुंची। देखा तो सभी की लाशें फर्श पर पड़ी थीं। मगर कारोबारी पति घर पर नहीं था। पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच की। शुरुआती जांच के बाद ही पुलिस ने कह दिया कि पति ने पत्नी और बच्चों की हत्या कर सुसाइड किया है और आरोपी फरार है। 8 घंटे बाद 10 किलोमीटर दूर बिस्तर पर उसकी न्यूड लाश मिलती है। कोराबारी के शरीर में 2 जगह गोलियों के निशान मिले, लेकिन जिस हथियार से गोली मारी है। वह मौके से बरामद नहीं हुई। इधर, फोरेंसिक टीम कारोबारी के घर पहुंची। जांच में पता चला है कि पत्नी और 2 बच्चों को 2-2 गोली मारी गई। इसके अलावा एक बेटे को 3 गोली मारी गई। सभी के हत्या के पैटर्न एक था। इसके बाद पुलिस जांच हत्या के सुसाइड से शिफ्ट हो गई। 4 पॉइंट, जिनसे लग रहा है परिवार की हत्या की गई… पहली पत्नी के बेटे की लोकेशन बिहार में मिली
DCP काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी के बेटे की लोकेशन आसनसोल (बिहार) में मिली है। उसको पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं, देर रात बड़ा भतीजा जुगनू पुलिस के पास आया है। उसने बताया कि वह दिल्ली में था। वाराणसी आने के बाद सब कुछ पता चला। छोटा भतीजा विक्की अभी गायब है। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ है। पूछताछ के लिए मां शारदा देवी को भी पुलिस स्टेशन पुलिस में बुलाया था। उनके बयान को भी नोट कर लिया गया है। अब 1997 में जिस गार्ड की हत्या की गई थी। उसके परिवार के लोगों को भी थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हत्याकांड की पड़ताल करते हुए भास्कर नीतू की सहेली तक पहुंचा… 15 साल बड़े राजेंद्र से अफेयर, फिर शादी की
वारदात की सूचना पर कारोबारी की पत्नी नीतू की उनकी सहेलियां भी घटनास्थल पर पहुंच गईं। एक सहेली ने नीतू की पढ़ाई से लेकर शादी और अब तक के पहलुओं को दैनिक भास्कर से साझा किया। सहेली अनीता (काल्पनिक नाम) ने बताया कि नीतू स्कूल के समय से उसके टच में है। दरअसल, नीतू और राजेंद्र गुप्ता के घर आमने-सामने थे। दोनों में लव अफेयर हो गया। 17 जनवरी, 2020 को परिवार की मर्जी के बिना दोनों ने शादी कर ली, गैर जाति में शादी के बाद परिजनों ने संबंध तोड़ दिया। इसके बाद नीतू भदैनी पानी की टंकी के सामने सड़क पार गली में शिफ्ट हो गई। शादी के कुछ साल तक सब ठीक चला, लेकिन फिर दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई। कुछ साल पहले नीतू को राजेंद्र के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे पर शक करना शुरू कर दिया। कई बार फोन कॉल को लेकर भी विवाद होते थे। 25वीं सालगिरह की तैयारी में जुटी थी सहेलियां
नीतू की सहेली ने बताया कि 17 जनवरी, 2025 को नीतू की शादी की 25वीं वर्षगांठ थी। वह इसे धूमधाम से मनाना चाहती थी। पिछले दिनों सब मिले तो तय हुआ था कि रिसॉर्ट में पार्टी करेंगे। नीतू ने इसके लिए गेस्ट लिस्ट भी बनाई थी और सहेलियों से साझा की थी। उम्र में 15 साल बड़े राजेंद्र शादी के बाद उसे अपनी प्रगति का बाधक मानते थे। लगातार उसे लेकर कुछ न कुछ कहते थे, लेकिन सब दरकिनार करके नीतू अपने काम में लगी रहती थी। उसने ही मृत देवर के बेटा और बेटी को पालकर शादी कराई थी। सास के साथ मकान में रहती थी, किराया भी वसूलती थी
शादी के दौरान राजेंद्र और नीतू पैतृक मकान में रहते थे। लेकिन 15 साल पहले एक किमी दूर नए मकान में शिफ्ट हो गए थे। इस चार मंजिला मकान में मां शारदा देवी, राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बेटे नवेंद्र, सुवेंद्र और बेटी गौरांगी के साथ रहते थे। मकान की तीसरी मंजिल पर राजेंद्र ने अपने लिए एक-एक फ्लैट रखा था। जबकि बाकी अन्य कमरे और फ्लेटों में किरायेदार हैं। इन सभी कमरों का किराया नीतू वसूलती थी और अन्य मकानों से राजेंद्र गुप्ता खुद किराया लेते थे। राजेंद्र को प्रॉपर्टी फोबिया, संपत्ति की थी हत्याएं नीतू की सहेली की माने तो राजेंद्र गुप्ता को प्रॉपर्टी फोबिया जैसा था, उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। कई बार हाईपर होकर नीतू से झगड़ा करता था, लेकिन अब नीतू उसे छोड़ने की स्थिति में नहीं थी। नीतू से शादी के दौरान उसे लगा कि सब ठीक हो जाएगा और उसके परिवार की संपत्ति भी उसे मिल जाएगी। नीतू ब्राह्मण थी और उसके परिजनों ने राजेंद्र को स्वीकार नहीं किया। नीतू एक महिलाओं के एक क्लब से जुड़ी थी। सहेली ने बताया कि उसे आंशका थी कि पत्नी जिस क्लब से जुड़ी है, उन सहेलियों से क्या साझा करती है। उसके सोशल मीडिया पोस्ट पर भी सवाल उठाता था। 4 मकान में 100 से ज्यादा किराएदार
राजेंद्र गुप्ता के पास शहर में चार मकान थे। जिसमें 100 से अधिक किराएदार थे। इसके अलावा भदैनी में उसका दुकानों का मार्केट (कटरा) था। उसे भी किराए पर उठा रखा था। संपत्तियों को खरीदकर उसे किराए पर देना भी उसका व्यापार था।
माना जा रहा है कि इन मकानों से राजेंद्र को 5 लाख से ज्यादा किराया आता था। वहीं कुछ रुपया ब्याज पर भी उठा रखा था, जिसकी जानकारी भी पुलिस जुटा रही है। ————- अब भास्कर एक्सप्लेनर पढ़िए… चलते रहेंगे यूपी के 16 हजार मदरसे, सुप्रीम कोर्ट ने मदरसा एक्ट को क्यों कानूनी करार दिया, 7 सवालों में समझिए सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को पलटते हुए यूपी मदरसा एजुकेशन एक्ट को बरकरार रखा है। इसका मतलब है कि मदरसे चलते रहेंगे। इससे पहले हाईकोर्ट ने यूपी के मदरसों में पढ़ रहे सभी बच्चों का दाखिला सामान्य स्कूलों में कराने का आदेश दिया था। पढ़िए पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर