हरियाणा के फरीदाबाद में युवक के प्राइवेट पार्ट पर कुछ युवकों ने लोहे की पाइप में पोटाश (पोटेशियम) भरकर फोड़ दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना एक नवंबर को सेक्टर 22 स्थित शिवाजी नगर में हुई। युवक रमेश शौच करके लौट रहा था। तभी 8 युवकों ने उसे पकड़ लिया। बुधवार (6 नवंबर) को घायल युवक के परिजन थाने में पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। युवक की हालत बेहद ज्यादा खराब है। घायल रमेश ने बताया कि 4 युवकों ने उसके हाथ पैर पकड़ लिए। उसने हाथ पैर जोड़कर छोड़ने की गुहार भी लगाई, लेकिन युवकों ने सुनवाई नहीं की। उन्होंने मुझे कहा कि पीछे की तरफ मुड़ जाओ। मैं उनके कहे अनुसार हुआ तो उन्होंने मेरे पीछे पाइप से पोटाश फोड़ दिया। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप भारतीय मानव संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहतास चौधरी ने बताया कि उनके पास भी 1 नवंबर को इस मामले की सूचना आई थी। उसके बाद पीड़ित परिवार ने इसकी लिखित शिकायत थाना मुजेसर में दी, लेकिन आज तक थाना मुजेसर पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस आरोपियों का बचाव कर रही है। अभी तक उसका इलाज भी नहीं कराया गया। पत्नी बोलीं- गालियां देकर भगाया रमेश की पत्नी ने बताया कि 2 बार हम लोग थाने में गए थे। कोई कार्रवाई नहीं हो रही। पुलिस कर्मचारी उमेश ने महिलाओं को सबके सामने भद्दी-भद्दी गालियां दीं और भगा दिया। उनका व्यवहार बहुत खराब है। जब कार्रवाई नहीं होने पर SHO साहब को फोन किया तो उमेश ने कहा कि SHO को फोन क्यों किया? जब कार्रवाई नहीं होगी तो वे बड़े अधिकारियों को ही फोन करेंगे। पुलिस बोली- शिकायत नहीं मिली वहीं जब इस मामले की पुलिस कर्मचारी उमेश से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। जब शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी। हमें तो यही पता चला है कि शराब पी रखी थी। पति और पत्नी का झगड़ा है। हरियाणा के फरीदाबाद में युवक के प्राइवेट पार्ट पर कुछ युवकों ने लोहे की पाइप में पोटाश (पोटेशियम) भरकर फोड़ दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना एक नवंबर को सेक्टर 22 स्थित शिवाजी नगर में हुई। युवक रमेश शौच करके लौट रहा था। तभी 8 युवकों ने उसे पकड़ लिया। बुधवार (6 नवंबर) को घायल युवक के परिजन थाने में पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। युवक की हालत बेहद ज्यादा खराब है। घायल रमेश ने बताया कि 4 युवकों ने उसके हाथ पैर पकड़ लिए। उसने हाथ पैर जोड़कर छोड़ने की गुहार भी लगाई, लेकिन युवकों ने सुनवाई नहीं की। उन्होंने मुझे कहा कि पीछे की तरफ मुड़ जाओ। मैं उनके कहे अनुसार हुआ तो उन्होंने मेरे पीछे पाइप से पोटाश फोड़ दिया। पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप भारतीय मानव संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहतास चौधरी ने बताया कि उनके पास भी 1 नवंबर को इस मामले की सूचना आई थी। उसके बाद पीड़ित परिवार ने इसकी लिखित शिकायत थाना मुजेसर में दी, लेकिन आज तक थाना मुजेसर पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस आरोपियों का बचाव कर रही है। अभी तक उसका इलाज भी नहीं कराया गया। पत्नी बोलीं- गालियां देकर भगाया रमेश की पत्नी ने बताया कि 2 बार हम लोग थाने में गए थे। कोई कार्रवाई नहीं हो रही। पुलिस कर्मचारी उमेश ने महिलाओं को सबके सामने भद्दी-भद्दी गालियां दीं और भगा दिया। उनका व्यवहार बहुत खराब है। जब कार्रवाई नहीं होने पर SHO साहब को फोन किया तो उमेश ने कहा कि SHO को फोन क्यों किया? जब कार्रवाई नहीं होगी तो वे बड़े अधिकारियों को ही फोन करेंगे। पुलिस बोली- शिकायत नहीं मिली वहीं जब इस मामले की पुलिस कर्मचारी उमेश से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। जब शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी। हमें तो यही पता चला है कि शराब पी रखी थी। पति और पत्नी का झगड़ा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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HCS मीनाक्षी दहिया को रिश्वत मामले में हाईकोर्ट से झटका:जमानत याचिका खारिज; 5 महीने से फरार, HC ने कहा, कॉल-ट्रांसक्रिप्ट से संलिप्तता के संकेत
HCS मीनाक्षी दहिया को रिश्वत मामले में हाईकोर्ट से झटका:जमानत याचिका खारिज; 5 महीने से फरार, HC ने कहा, कॉल-ट्रांसक्रिप्ट से संलिप्तता के संकेत पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट न्यायालय ने रिश्वत के केस में HCS ऑफिसर मीनाक्षी दहिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। हाईकोर्ट के जस्टिस अनूप चितकारा ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि, प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता मीनाक्षी दहिया के साथ उनके रसोइए से 1 लाख रुपए की रिश्वत की वसूली के संबंध में साक्ष्य मौजूद हैं, जिसे 29 मई को रंगे हाथों पकड़ा गया था। न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा, “पुलिस ने उससे रिश्वत की रकम बरामद की है। कॉल और ट्रांसक्रिप्ट से याचिकाकर्ता की संलिप्तता का संकेत मिलता है, जिसकी पुष्टि शिकायतकर्ता के आरोप से होती है।” पंचकूला के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज होने के बाद दहिया ने अग्रिम जमानत के लिए अदालत का रुख किया था। इस मामले में शिकायत रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने दर्ज कराई थी, जिसमें सरकारी काम के बदले कथित तौर पर रिश्वत मांगने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। हिरासत में लेकर पूछताछ जरूरी जस्टिटस चितकारा ने कहा कि याचिकाकर्ता के वकील “कोई भी सख्त शर्त” लगाकर जमानत की मांग कर रहे थे। याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया था कि आगे की सुनवाई से पहले की कैद याचिकाकर्ता और उनके परिवार के साथ अपरिवर्तनीय अन्याय का कारण बनेगी।हालांकि, न्यायमूर्ति चितकारा ने कहा कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने याचिकाकर्ता की अग्रिम जमानत खारिज करते हुए मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया था और तर्क दिया था कि अपराध में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन को बरामद करने के लिए याचिकाकर्ता को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है। दहिया पर क्या हैं आरोप रिटायर जिला मत्स्य अधिकारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है, कि एक जांच अधिकारी ने उनके खिलाफ आरोपपत्र वापस लेने के लिए फाइल मत्स्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेजने से पहले उन्हें मामले में निर्दोष घोषित कर दिया था। उन्होंने संबंधित मंत्री को फाइल भेजने से पहले जांच रिपोर्ट स्वीकार कर ली, जिन्होंने अपनी मंजूरी दे दी और इस संबंध में आदेश जारी करने के लिए फाइल अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेज दी गई। उन्होंने कहा, “सीनियर एचसीएस अधिकारी और संयुक्त सचिव दहिया ने मुझे 17 अप्रैल को अपने स्टेनोग्राफर जोगिंदर सिंह के माध्यम से पंचकूला स्थित अपने कार्यालय में आदेश जारी करने के लिए बुलाया था और मुझसे एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। मैं अपने सरकारी काम के बदले मैडम को रिश्वत नहीं देना चाहता था और भ्रष्ट अधिकारी को रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।” मीनाक्षी 5 महीने से चल रही फरार रिश्वत के इस खेल में आरोपी एचसीएस ऑफिसर मीनाक्षी दहिया 5 महीने से फरार चल रही हैं। ACB की टीम लगातार दहिया की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक एसीबी को इसमें सफलता नहीं मिल पाई है। इस मामले में, वॉट्सऐप कॉल पर बातचीत के दौरान शिकायतकर्ता के मोबाइल में खास डिवाइस भी लगाई गई थी, जिससे पूरी कॉल रिकॉर्ड हो गई। फिलहाल मीनाक्षी दहिया फरार है और ACB की टीम उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है।
रोहतक में व्यापारी से ठगी:फ्रेंचाईजी के नाम पर 15.83 लाख की धोखाधड़ी, फीस के नाम पर रुपए एंठे
रोहतक में व्यापारी से ठगी:फ्रेंचाईजी के नाम पर 15.83 लाख की धोखाधड़ी, फीस के नाम पर रुपए एंठे रोहतक में एक व्यापारी से ठगी करने का मामला सामने आया है। व्यापारी ने फ्रेंचाईजी लेने के नाम पर ऑनलाइन लिंक पर आवेदन किया था, लेकिन वह ठगों के चक्कर में फंस गया और आरोपी व्यापारी से फीस के नाम पर पैसे जमा करवाते रहे। व्यापारी से कुल 15 लाख 83 हजार 560 रुपए की ठगी हुई। जब ठगी का पता लग तो इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। रोहतक की नेहरू कॉलोनी निवासी नरेश कुमार ने साइबर क्राइम थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि वह रोहतक में बिल्डिंग मटेरियल सप्लाई का काम करता है। उन्होंने अपनी पत्नी के नाम बैंक में खाता खुलवाया है। सितंबर माह में उन्होंने अपनी पत्नी के नाम से ब्लिंकिट की फ्रेंचाईजी लेने के लिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान उन्हें एक लिंक दिखाई दिया। उस लिंक पर क्लिक किया तो मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, फर्म का नाम व लोकेशन मांगी। जानकारी भरने के बाद एक कॉल आई और सामने वाले ने खुद को ब्लिंकिट कंपनी का कर्मचारी बताया। 15 लाख 83 हजार 560 रुपए की ठगी
कॉल करने वाले व्यक्ति ने ब्लिंकिट की फ्रेंकाईजी के लिए फार्म भरने के लिए कहा। 24 सितंबर को फार्म भरकर कागजात भेज दिए और कागजात भी भेज दिए। 30 सितंबर को मेल के माध्यम से अप्रूवल लेटर भेजा। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 49 हजार 560 रुपए जमा करवाए। इसके बाद फ्रेंचाईजी फीस, ट्रेड लाइसेंस फीस, सिक्योरिटी डिपोजिट आदि की फीस जमा करवाने के लिए रुपए जमा करवाने के लिए कहा। फीस के नाम पर 1 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक कुल 6 ट्रांजेक्शन में 15 लाख 83 हजार 560 रुपए जमा करवाए। साढ़े 4 लाख रुपए फीस जमा करवाने के लिए कहा तो हुआ शक
उन्होंने बताया कि 15 लाख 83 हजार 560 रुपए जमा करवाने के बाद उससे साढ़े 4 लाख रुपए फीस जमा करवाने के लिए कहा। जिसके बाद फोन पर बात करने वालों पर शक हुआ। इसके बाद रोहतक स्थित ब्लिंकिट कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया और इन सबके बारे में पूछताछ किया। इसके बाद पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। पता लगने के बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।