वाराणसी में उद्योगपतियों और व्यापारियों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी वसूलने वाली युवती को शनिवार शाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सारनाथ थाने में पिछले दिनों एक उद्यमी ने केस दर्ज कराया था। मामले की जांच में पुलिस ने साक्ष्य और आरोप सही पाए। पुलिस ने शिवपुर स्थित उसके आवास में दबिश देकर दबोच लिया। महिला के मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो, फोटो और चैटिंग भी मिली, इसमें कई संदिग्ध नंबर भी मिले। पुलिस ने महिला को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से जज ने जेल भेज दिया। सारनाथ थाना क्षेत्र निवासी उद्योगपति शशिकान्त पांडेय की पहचान पिछले वर्ष शिवपुर थाना क्षेत्र निवासी एक युवती से हुई। युवती से नंबरों का आदान प्रदान हुआ फिर बातचीत होने लगी। इसके बाद उसने चैटिंग और फोटो वीडियो के नाम पर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। पहले तो शशिकांत मामला टालता रहा फिर बाद में उसने विरोध किया। इसके बाद महिला ने रंगदारी मांगनी शुरू कर दी। व्यापारी ने पैसे देने से मना किया तो उसने उसके खिलाफ शिवपुर थाना में तहरीर देकर दुष्कर्म और धोखाधडी का मुकदमा दर्ज करवा दिया। अब पुलिस ने गिरफ्तारी का दबाव बनाया तो शशिकांत ने थाने पहुंचकर पूरी बात बताई। शशिकांत पांडे ने सारनाथ पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया। इसमें बताया कि एक युवती से सामान्य संवाद हुआ, अब वह फर्जी दस्तावेज व फोटो बनवाकर ब्लैकमेल कर रही है। महिला ने किए पांच विवाह, सभी से वसूली मोटी रकम पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच की तो पता चला कि महिला ने पहले कई विवाह किए हैं और उन सभी के खिलाफ फर्जी मुकदमा लिखवा कर उनसे मोटी रकम वसूल की। पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो मामला सामने आ गया। उसने बताया कि शशिकांत पांडेय को फंसाकर षडयंत्र रचकर उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे वसूल रही थी। उसके खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा दबाव बनाने के लिए था। पुलिस जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वाराणसी में उद्योगपतियों और व्यापारियों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेलिंग और रंगदारी वसूलने वाली युवती को शनिवार शाम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सारनाथ थाने में पिछले दिनों एक उद्यमी ने केस दर्ज कराया था। मामले की जांच में पुलिस ने साक्ष्य और आरोप सही पाए। पुलिस ने शिवपुर स्थित उसके आवास में दबिश देकर दबोच लिया। महिला के मोबाइल से कई आपत्तिजनक वीडियो, फोटो और चैटिंग भी मिली, इसमें कई संदिग्ध नंबर भी मिले। पुलिस ने महिला को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से जज ने जेल भेज दिया। सारनाथ थाना क्षेत्र निवासी उद्योगपति शशिकान्त पांडेय की पहचान पिछले वर्ष शिवपुर थाना क्षेत्र निवासी एक युवती से हुई। युवती से नंबरों का आदान प्रदान हुआ फिर बातचीत होने लगी। इसके बाद उसने चैटिंग और फोटो वीडियो के नाम पर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। पहले तो शशिकांत मामला टालता रहा फिर बाद में उसने विरोध किया। इसके बाद महिला ने रंगदारी मांगनी शुरू कर दी। व्यापारी ने पैसे देने से मना किया तो उसने उसके खिलाफ शिवपुर थाना में तहरीर देकर दुष्कर्म और धोखाधडी का मुकदमा दर्ज करवा दिया। अब पुलिस ने गिरफ्तारी का दबाव बनाया तो शशिकांत ने थाने पहुंचकर पूरी बात बताई। शशिकांत पांडे ने सारनाथ पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज कराया। इसमें बताया कि एक युवती से सामान्य संवाद हुआ, अब वह फर्जी दस्तावेज व फोटो बनवाकर ब्लैकमेल कर रही है। महिला ने किए पांच विवाह, सभी से वसूली मोटी रकम पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच की तो पता चला कि महिला ने पहले कई विवाह किए हैं और उन सभी के खिलाफ फर्जी मुकदमा लिखवा कर उनसे मोटी रकम वसूल की। पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की तो मामला सामने आ गया। उसने बताया कि शशिकांत पांडेय को फंसाकर षडयंत्र रचकर उन्हें ब्लैकमेल करके पैसे वसूल रही थी। उसके खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा दबाव बनाने के लिए था। पुलिस जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
चंडीगढ़ में भूपेंद्र हुड्डा का आवास घेरने चले प्रदर्शनकारी, पुलिस ने चलाया वाटर कैनन
चंडीगढ़ में भूपेंद्र हुड्डा का आवास घेरने चले प्रदर्शनकारी, पुलिस ने चलाया वाटर कैनन <p style=”text-align: justify;”><strong>Chandigarh News:</strong> भारत चुनाव आयोग की तरफ से हरियाणा में चुनावी आचार संहिता के दौरान सरकारी भर्तियों का रिजल्ट जारी करने पर रोक लगाई गई है. जिसको लेकर हरियाणा बीजेपी की तरफ से कहा गया था कि कांग्रेस के भर्ती रोको गैंग ने युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया है. वहीं अब भर्तियों का रिजल्ट रोके जाने के विरोध में चंडीगढ़ में आज युवाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास की ओर बढ़ने लगे. जिन्हें चंडीगढ़ पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर रोका.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘युवाओं ने कांग्रेस को भर्ती में रोड़ा बताया’</strong><br />प्रदर्शनकारी युवाओं का कहना है कि कांग्रेस बीजेपी सरकार द्वारा निकाली गई भर्तियों को रोकना चाहती है. कांग्रेस चुनाव आयोग से अपनी शिकायत वापस ले ताकि भर्तियां हो सके. युवाओं का कहना है कि कांग्रेस की तरफ से चुनाव आयोग को पिटीशन दी गई, इसके बाद भर्ती परीक्षा के रिजल्ट पर चुनाव आयोग ने रोक लगाई है. युवाओं ने कांग्रेस को भर्ती में रोड़ा बताया. चंडीगढ़ में प्रदर्शनकारी युवा हरियाणा एमएलए हॉस्टल से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर की तरफ कूच करना चाहते थे जिन्हें चंडीगढ़ पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल कर रोका. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>‘सीएम सैनी पर कांग्रेस पर बोल चुके है हमला’</strong><br />मुख्यमंत्री नायब सिंह भी कई मौकों पर भर्ती रोकों गैंग बोलकर कांग्रेस पर निशाना साध चुके हैं. वहीं कुछ दिनों पहले एक सभा संबोधित करते हुए सीएम सैनी ने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक भर्ती रोको गैंग बना रखा है, हम कोई भी भर्ती निकालते है तो वो सबसे पहले जाकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं. फिर हमें भी कोर्ट में जाना पड़ता है उसके बावजूद भी हमारी सरकार ने डेढ़ लाख से ज्यादा बिना-पर्ची, बिना खर्ची के रोजगार दिया है. अभी कुछ और भर्तियां की जा रही थी, लेकिन उनका रिजल्ट 4 तारीख के बाद निकलेगा. मैं हरियाणा प्रदेश के युवाओं से कहना चाहता हूं कि कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है, सभी भर्तियों को पूरा करने का काम प्रदेश की डबल इंजन की सरकार करेगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>यह भी पढ़ें: <a title=”कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर बढ़ा गुस्सा, SGPC ने निर्माता को भेजा नोटिस, HC में याचिका दायर” href=”https://www.abplive.com/states/punjab/emergency-movie-controversy-spgc-filed-petition-in-punjab-haryana-high-court-kangana-ranaut-2770816″ target=”_blank” rel=”noopener”>कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर बढ़ा गुस्सा, SGPC ने निर्माता को भेजा नोटिस, HC में याचिका दायर</a></strong></p>
ताजमहल में गंगाजल चढ़ाया, क्या सच में शिव मंदिर है:कोर्ट ने मंदिर होने की याचिका को खारिज किया था, जानिए कब-क्या हुआ
ताजमहल में गंगाजल चढ़ाया, क्या सच में शिव मंदिर है:कोर्ट ने मंदिर होने की याचिका को खारिज किया था, जानिए कब-क्या हुआ आगरा के ताजमहल पहुंचे दो युवकों ने मुख्य मकबरे पर ऊपर से गंगाजल चढ़ाया। दीवार पर ओम का स्टिकर भी चिपकाया। उन्होंने इसका वीडियो भी बनाया, जिसमें वे कहते हैं कि अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच गए हैं। हिंदू महासभा का दावा है कि यह ताजमहल नहीं, तेजोमहालय शिव मंदिर है। विवाद क्या है? कोर्ट का रुख क्या रहा? ASI और सरकार क्या मानती है? इस रिपोर्ट में पढ़िए पूरी हकीकत… बड़ा सवाल: क्यों नहीं खोले जा सके ताजमहल के तहखाने के कमरे?
ताज के बंद दरवाजों को खोलने में एक नहीं कई अड़चनें हैं। पहली, वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा रखने वाली इमारत से छेड़छाड़ के लिए करोड़ों रुपए और हाईलेवल एक्सपर्ट्स की कई टीमें चाहिए होंगी। दूसरी वजह यह भी है कि ताजमहल वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट है, इसलिए UNESCO भी इस मामले में दखल देगा। सेंट्रल स्टडीज एंड हेरिटेज मैनेजमेंट रिसोर्सेज, पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट अहमदाबाद में ऑनरेरी डायरेक्टर देबाशीष नायक कहते हैं- ताजमहल वर्ल्ड हैरिटेज है, ऐसे में उसके ढांचे से छेड़छाड़ करने के लिए UNESCO से डिस्कस करना पड़ेगा। लॉजिक देना पड़ेगा। उसके बाद ही आप दरवाजे खोल सकते हैं। जयपुर के राज परिवार की सदस्य दीया कुमारी ने कहा था- ताजमहल की जमीन हमारे पुरखों की
साल 2022 में ही ताजमहल को लेकर एक और विवाद सामने आया था। राजस्थान के राजसमंद से तब बीजेपी सांसद और जयपुर के राजघराने की दीया कुमारी ने ताजमहल की जमीन को अपने पुरखों का बताया था। उन्होंने दावा किया कि आज ताजमहल जिस जमीन पर खड़ा है, वो कभी उनके पूर्वजों की थी। अगर इसे साबित करने के लिए किसी भी तरह के दस्तावेज की भी जरूरत पड़ती है तो कोर्ट के ऑर्डर पर वो उसे सामने रखेंगी। उन्होंने दावा किया कि ये दस्तावेज बताते हैं कि ताजमहल पहले जयपुर के पूर्व राजपरिवार का एक पैलेस था। इस पर शाहजहां ने कब्जा कर लिया। उनका कहना था कि तब मुगलों की सत्ता थी, इसलिए इसका विरोध नहीं कर सके। अब वो दो जवाब, जिससे स्पष्ट होता है कि ताजमहल मंदिर नहीं था 1. 2015 में 6 वकीलों ने याचिका लगाई थी। जिसका आधार पीएन ओक द्वारा अपनी पुस्तक ‘ताज की सच्ची कहानी’ में दिए गए साक्ष्य थे। उन्होंने मांग की थी कि ताजमहल के तहखाने को खोला जाए और ताजमहल के हिंदू मूल के सबूत के लिए सभी कमरों की तलाशी ली जाए। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ASI यानी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से जवाब मांगा था। जिला कोर्ट में ASI ने कहा था कि ताजमहल एक मकबरा है। यह मंदिर नहीं है। ASI ने साफ किया था कि याचिकाकर्ताओं की मांग का कोई आधार नहीं है। चूंकि, यह इस्लामिक इमारत है, इसलिए उनके पास इसमें पूजा या किसी भी तरह का धार्मिक अनुष्ठान करने का अधिकार नहीं है। 2. इससे पहले साल 2015 में लोकसभा में संस्कृति मंत्रालय ने इस बात को साफ किया था कि ताजमहल में किसी भी मंदिर का कोई प्रमाण नहीं है। 2022 में भाजपा नेता की याचिका खारिज हो जाने के बाद कोर्ट में इससे संबंधित कोई मामला नहीं चल रहा है। अब कहानी ताजमहल के बनने की मुगल शासक शाहजहां की पत्नी मुमताज बहुत कमजोर हो गई थीं। 14वें बच्चे को जन्म देने से पहले मुमताज ने बादशाह से एक नहीं, बल्कि 2 वादे लिए। पहला, उनके जाने के बाद वो किसी और महिला से बच्चा नहीं पैदा करेंगे। दूसरा, मुमताज ने कहा, ‘मैंने सपने में एक बेहद खूबसूरत महल और बाग देखा है, जैसा इस दुनिया में कहीं नहीं है। आपसे गुजारिश है कि आप मेरी याद में वैसा ही एक महल बनवाएं।’ बच्चे को जन्म देते समय मुमताज की मौत हो गई। ताजमहल की कहानी इन 6 स्लाइड से जानिए…. एक वक्त ऐसा भी हुआ था…
MP News: आबकारी विभाग का गजब कारनामा! पीएम आवास में खुली शराब की दुकान
MP News: आबकारी विभाग का गजब कारनामा! पीएम आवास में खुली शराब की दुकान <p style=”text-align: justify;”><strong>MP Latest News:</strong> बेघरों को पक्का घर उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) चलाई जा रही है. मध्य प्रदेश में आबकारी विभाग ने योजना को दरकिनार कर दिया. नियमों का उलंघ्घन कर आबकारी विभाग ने पीएम आवास योजना के तहत बने घर में शराब का ठेका खुलवा दिया. मामला रायसेन जिले के पठारी गांव का है. आबकारी विभाग की करतूत उजागर होने पर हड़कंप मच गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पीएम आवास में शराब दुकान खोलने का लाइसेंस बकायदा आबकारी विभाग की तरफ से जारी किया गया. मालूम हो कि शराब दुकान संचालित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने गाइडलाइन निर्धारित कर रखी है. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार शराब दुकान हाईवे से 100 मीटर की दूरी पर होनी चाहिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम आवास में शराब की दुकान?</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पीएम आवास में संचालित शराब की दुकान हाईवे से 100 मीटर की दूरी के अंदर है. आबकारी विभाग के एडीओ सुदीप तोमर का कहना है कि पीएम आवास में शराब ठेका होने की जानकारी नहीं थी. मामला संज्ञान में आने के बाद ठेकेदार को नोटिस जारी किया जा रहा है. मौके पर निरीक्षक को वस्तुस्थिति का पता लगाने के लिए भेजा जायेगा. जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a title=”मध्य प्रदेश में आधी रात को खाकी से पटी नजर आईं सड़कें, कॉम्बिंग गश्त के दौरान 8 हजार बदमाश पकड़े” href=”https://www.abplive.com/states/madhya-pradesh/mp-police-arrested-8-thousand-criminals-during-combing-patrolling-ann-2717658″ target=”_self”>मध्य प्रदेश में आधी रात को खाकी से पटी नजर आईं सड़कें, कॉम्बिंग गश्त के दौरान 8 हजार बदमाश पकड़े</a></strong></p>