लाहौल स्पीति की ऊंची चोटियों पर गिरे बर्फ के फाहे:धुंध का येलो अलर्ट; गगल में चार उड़ाने नहीं उतरी, 15 को फिर बर्फबारी

लाहौल स्पीति की ऊंची चोटियों पर गिरे बर्फ के फाहे:धुंध का येलो अलर्ट; गगल में चार उड़ाने नहीं उतरी, 15 को फिर बर्फबारी

हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्र बारालाचा और रोहतांग में बीती रात को कुछ देर के लिए बर्फ के फाहे गिरे। मगर बर्फ की सफेद चादर नहीं बिछ पाई। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहा। इससे 42 दिनों का लंबा ड्राइ स्पेल नहीं टूट पाया। प्रदेश में इससे सूखे जैसे हालात बने हुए है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आज भी सुबह से ही मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विभाग (IMD) ने बिलासपुर और मंडी जिला में घनी धुंध छाने का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों के कुछ क्षेत्रों में 16 नवंबर तक धुंध लोगों को परेशान करेगी। विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं धुंध के कारण कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर बीते कल चार उड़ाने नहीं उतर पाई और उन्हें रद्द करना पड़ा। 3 दिन साफ रहेगा मौसम IMD के अनुसार, अगले 3 दिन तक मौसम साफ बना रहेगा। 15 नवंबर को वेस्टर्न-डिस्टरबेंस फिर एक्टिव होगा। इससे चंबा और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर फिर से बर्फबारी के आसार है। मगर अन्य 10 जिलों में मौसम साफ बना रहेगा। 42 दिन से नहीं बरसी पानी की बूंद प्रदेश में बरसात के बाद यानी पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच 31.8 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू जिला में तो 42 दिन से पानी की एक बूंद नहीं बरसी। अन्य 6 जिलों में भी बूंदाबांदी हुई है। पर्यटन कारोबार और किसानों पर सूखे की मार सूखे के कारण राज्य के पर्यटन कारोबारी भी चिंतित है। किसानों पर भी सूखे की मार पड़ रही है। प्रदेश में इस बार गेंहू की बुवाई का उचित समय बीत चुका है। मगर अब तक 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुवाई कर पाया है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्र बारालाचा और रोहतांग में बीती रात को कुछ देर के लिए बर्फ के फाहे गिरे। मगर बर्फ की सफेद चादर नहीं बिछ पाई। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहा। इससे 42 दिनों का लंबा ड्राइ स्पेल नहीं टूट पाया। प्रदेश में इससे सूखे जैसे हालात बने हुए है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में आज भी सुबह से ही मौसम साफ बना हुआ है। मौसम विभाग (IMD) ने बिलासपुर और मंडी जिला में घनी धुंध छाने का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों के कुछ क्षेत्रों में 16 नवंबर तक धुंध लोगों को परेशान करेगी। विजिबिलिटी 50 मीटर से भी नीचे गिर जाएगी। इसे देखते हुए वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। वहीं धुंध के कारण कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर बीते कल चार उड़ाने नहीं उतर पाई और उन्हें रद्द करना पड़ा। 3 दिन साफ रहेगा मौसम IMD के अनुसार, अगले 3 दिन तक मौसम साफ बना रहेगा। 15 नवंबर को वेस्टर्न-डिस्टरबेंस फिर एक्टिव होगा। इससे चंबा और लाहौल स्पीति की अधिक ऊंची चोटियों पर फिर से बर्फबारी के आसार है। मगर अन्य 10 जिलों में मौसम साफ बना रहेगा। 42 दिन से नहीं बरसी पानी की बूंद प्रदेश में बरसात के बाद यानी पोस्ट मानसून सीजन में सामान्य से 98 प्रतिशत कम बारिश हुई है। एक अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच 31.8 मिलीमीटर बारिश होती है। लेकिन इस बार 0.7 मिलीमीटर बादल बरसे है। चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, सोलन, सिरमौर और कुल्लू जिला में तो 42 दिन से पानी की एक बूंद नहीं बरसी। अन्य 6 जिलों में भी बूंदाबांदी हुई है। पर्यटन कारोबार और किसानों पर सूखे की मार सूखे के कारण राज्य के पर्यटन कारोबारी भी चिंतित है। किसानों पर भी सूखे की मार पड़ रही है। प्रदेश में इस बार गेंहू की बुवाई का उचित समय बीत चुका है। मगर अब तक 10 फीसदी जमीन पर ही किसान गेंहू की बुवाई कर पाया है।   हिमाचल | दैनिक भास्कर