इटावा में सर्राफा कारोबारी ने अपनी दूसरी पत्नी समेत तीन बच्चों को मार डाला। 16 घंटे तक कारोबारी ने घटना को छुपाए रखा। रात करीब 8 बजे आरोपी ने डायल 112 कंट्रोल को परिवार के सुसाइड करने की कहानी बताकर फोन ऑफ कर दिया। आरोपी रेलवे स्टेशन पर मरुधर ट्रेन के नीचे आत्महत्या करने के इरादे से लेट गया। पूरी ट्रेन गुजर गई आरोपी को मामूली खरोच आई। आरपीएफ ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मोबाइल फोन के स्टेट्स देख आसपास के लोगों ने बड़े भाई को किसी अनहोनी की जानकारी दी। पड़ोसियों और परिजनों ने कमरे का ताला तोड़कर देखा तो सभी के होश उड़ गए। एक बेड पर तीन लोग मृत अवस्था में पड़े हुए थे। दूसरी मंजिल पर छोटी बेटी की लाश पड़ी थी। आरोपी से देर रात तक पुलिस गहन जांच पड़ताल में जुटी है। पहले पढ़िए पूरा मामला…
इटावा जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा मोहल्ले में सर्राफा कारोबारी के परिवार के चार लोगों की हत्या होने से हड़कंप मच गया है। मरने वालों में मां, दो बेटी और एक बेटा शामिल है। पारिवारिक कलह के चलते सराफा कारोबारी ने अपने परिवार के लोगों को नशीली दवाई खिलाकर उनकी हत्या कर दी। हालांकि हत्या किस तरीके से की गई इस बात की पुष्टि अभी तक पुलिस नहीं कर सकी है। लेकिन सभी मृतकों के गले पर निशान पाए गए हैं। जिससे माना जा रहा है कि सर्राफा कारोबारी ने नशीली दवाई खिलाकर सभी के गले दबाकर उनको मौत के घाट उतार दिया। चारों मृतकों में से दो वयस्क और दो नाबालिग बताए जा रहे हैं। मृतकों में सर्राफा कारोबारी हत्यारोपी मुकेश कुमार वर्मा की पत्नी रेखा वर्मा (45), बड़ी बेटी भव्या वर्मा (21), बेटी काव्य वर्मा (16), पुत्र अभीष्ट वर्मा (12) बताए जा रहे हैं। मृतक रेखा वर्मा हत्यारोपी मुकेश वर्मा की दूसरी पत्नी है। पहली पत्नी की मौत वर्ष 2005 में हो चुकी थी। जिससे एक बड़ी पुत्री भव्य वर्मा थी। बाकी दो बच्चे रेखा वर्मा से जन्मे हैं। 16 घंटे के बाद बड़ी बेटी के मोबाइल पर लगाया स्टेटस, लिखा- ये सब लोग खत्म
हत्यारोपी मनोज वर्मा ने चारों लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद 16 घंटे के बाद अपनी बेटी के मोबाइल फोन के व्हाट्सएप स्टेटस पर मृतकों की फोटो लगाकर लास्ट में कैप्शन लिखा “ये सब लोग खत्म”। इसके बाग परिवार के जिन जिन लोगों ने यह स्टेटस देखा तो सभी ने मृतक भव्या को फोन करके इस स्टेटस के बारे में जानकारी लेनी चाही, तो सभी के फोन बंद मिले। कमरे में पड़ा था ताला
रिश्तेदारों ने इसके बाद किसी अप्रिय घटना की आशंका जाहिर करते हुए मुकेश वर्मा के बड़े भाई एडवोकेट रत्नेश वर्मा को रिश्तेदारों ने फोन लगाकर इस घटनाक्रम की जानकारी दी। जब रत्नेश वर्मा अपने भाई के घर पहुंचे तो वहां पर पहले से ही आसपास के लोग मौजूद थे और घर के अंदर लगे कमरे के ताले को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। तीन की लाश एक साथ, छोटी बेटी की लाश दूसरी मंजिल पर मिली
उनके सामने जब ताला तोड़ा गया तो नीचे वाले कमरे में बेड पर मुकेश की पत्नी रेखा वर्मा, बड़ी बेटी भव्या वर्मा और सबसे छोटा बेटा अभीष्ट मृत अवस्था में लेटे हुए थे। जब उनको देखा गया तो वह सभी की मौत हो चुकी थी। छोटी बेटी घर के दूसरे मंजिल के कमरे में मृत अवस्था में पड़ी थी। उन्होंने बताया- हम शाम को पूजा करने पत्नी के साथ मंदिर गए हुए थे। तभी मुकेश ने मुझे करीब साढ़े छह बजे फोन किया, तो मैंने बोला पूजा करके फोन करते हैं। उसके बाद से रिश्तेदारों के फोन बजने लगे घर आकर देखा तो यह सब हुआ पड़ा था। हत्यारोपी मुकेश ने खुद डायल 112 पर दी जानकारी
सोमवार रात करीब 9:15 बजे एडवोकेट रत्नेश वर्मा ने पुलिस को इस बात की जानकारी देनी चाही, हालांकि डायल 112 से उनका संपर्क नहीं हो सका। इसके कुछ देर बाद घटना की जानकारी हत्यारोपी मुकेश वर्मा से मिलने पर थाना कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल को सील करते हुए फॉरेंसिक टीम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जांच पड़ताल करने में लग गए। पुलिस ने सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घरेलू क्लेश से तंग आकर घटना को दिया अंजाम
इटावा एसएसपी समेत कोतवाली पुलिस हिरासत में लिए गए हत्यारोपी मुकेश वर्मा से देर रात तक गहन पूछताछ करती रही। हालांकि मुकेश वर्मा अपनी एक ही थ्योरी पर अड़ा रहा कि वह घरेलू क्लेश से तंग आ चुका था। जिसके चलते परिवार के सभी लोगों ने आपसी सहमति ली और आत्महत्या कर ली। मृतक रेखा वर्मा ने भाई ने लगाया आरोप
मृतक रेखा वर्मा का भाई सतेंद्र सोनी ने इन सभी मौतों पर मुकेश वर्मा समेत अन्य लोगों पर हत्या करने की आशंका जताई है। उसका कहना है कि जमीन जायदाद के चलते मेरी बहन और उनके बच्चों की हत्या कर दी गई है। जीजा मुकेश दारू का अधिक सेवन करता था। घर में कभी किसी चीज को लेकर बाद विवाद नहीं सुना था। कल रात में बच्चों ने पिज्जा ऑर्डर किया था, कही कोई लड़ाई झगड़े की बात सुनने को नहीं मिली थी। पुलिस प्रथम दृष्टया सामूहिक आत्महत्या की थ्योरी मान रही
SSP संजय कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया- यह मुकेश वर्मा जो कि सर्राफा व्यापारी हैं, यह उनका परिवार है। उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 2005 में हो चुकी है। मृतक रेखा उनकी दूसरी पत्नी है। उनके परिवार में चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिसमें उनकी पत्नी और तीन बच्चे शामिल हैं। मुकेश वर्मा की गिरफ्तारी रेलवे स्टेशन से हुई है। जहां तक जानकारी मिली है कि वह स्वयं ट्रेन से आत्महत्या करने के लिए गया हुआ था। ट्रेन के सामने पटरी के बीच में लेट गया था। ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई। हालांकि हल्की खरोंचे आई हैं। मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन जब रुक गई तो आरपीएफ की टीम ने उनको उसके नीचे से निकाल लिया। मुकेश वर्मा से जो प्राथमिक पूछताछ की गई तो उसमें उन्होंने बताया कि घरेलू विवाद के चलते पत्नी समेत बच्चों ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया था। इसी के चलते नींद की गोलियां भी इन्होंने परिवार को दी थी और कुछ गोलियां घटना स्थल से बरामद भी हुई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पारिवारिक विवाद में इतना ज्यादा परेशान हो गया था। हमने और पत्नी समेत बच्चे आत्महत्या का निर्णय लिया था। जांच के बाद हत्या की असल कहानी आएगी सामने
इस मामले में और भी तथ्य हैं जिसकी जांच पड़ताल करने के लिए हमारी फॉरेंसिक टीम जुटी हुई है। सभी मृतकों के गले पर एक निशान भी दिखाई दे रहा है। खून का एक कतरा भी मृतकों के आसपास नहीं दिख रहा है। देखने से प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि इन सभी ने आपसी सहमति से अपनी मृत्यु को चुना है। बाकी इसमें फोरेंसिक जांच जो भी होगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की जानकारी दी जाएगी। आरोपी हिरासत में पुलिस नहीं कर सकी खुलासा
इस मामले में आगे जांच पड़ताल के बाद पूरा खुलासा जल्द किया जाएगा। आरोपी मुकेश वर्मा से लेकर उनके परिवार के लोगों से पूछताछ की गई है। कोई भी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बता पा रहा है। मुकेश वर्मा से पूछताछ के आधार पर यही लग रहा है कि इन लोगों ने आपसी सहमति के बाद ही आत्महत्या करने का रास्ता चुना है। उसमें यही बात निकाल कर आ रही है। मुकेश वर्मा के अनुसार सोमवार सुबह करीब 4 बजे बारी-बारी से सभी ने मृत्यु को स्वीकार किया है। ——————————- ये भी पढ़ें… सर्राफा कारोबारी की पत्नी और 3 बच्चों का सुसाइड:इटावा में खुद पटरी पर लेटा, ट्रेन ऊपर से गुजर गई…खरोंच तक नहीं आई; गिरफ्तार इटावा में सर्राफा कारोबारी की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बड़ी बेटी की लाश मकान के फर्स्ट फ्लोर के कमरे में थी। जबकि पत्नी और दो बच्चों के शव ग्राउंड फ्लोर के कमरे में एक बेड पर थे। सभी के गले पर निशान थे। सर्राफा कारोबारी ने पुलिस को खुद को फोन कर कहा- परिवार ने सुसाइड कर लिया है। वह खुद भी ट्रेन से कट कर जान देने जा रहा है। और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। पढ़ें पूरी खबर…. इटावा में सर्राफा कारोबारी ने अपनी दूसरी पत्नी समेत तीन बच्चों को मार डाला। 16 घंटे तक कारोबारी ने घटना को छुपाए रखा। रात करीब 8 बजे आरोपी ने डायल 112 कंट्रोल को परिवार के सुसाइड करने की कहानी बताकर फोन ऑफ कर दिया। आरोपी रेलवे स्टेशन पर मरुधर ट्रेन के नीचे आत्महत्या करने के इरादे से लेट गया। पूरी ट्रेन गुजर गई आरोपी को मामूली खरोच आई। आरपीएफ ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मोबाइल फोन के स्टेट्स देख आसपास के लोगों ने बड़े भाई को किसी अनहोनी की जानकारी दी। पड़ोसियों और परिजनों ने कमरे का ताला तोड़कर देखा तो सभी के होश उड़ गए। एक बेड पर तीन लोग मृत अवस्था में पड़े हुए थे। दूसरी मंजिल पर छोटी बेटी की लाश पड़ी थी। आरोपी से देर रात तक पुलिस गहन जांच पड़ताल में जुटी है। पहले पढ़िए पूरा मामला…
इटावा जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा मोहल्ले में सर्राफा कारोबारी के परिवार के चार लोगों की हत्या होने से हड़कंप मच गया है। मरने वालों में मां, दो बेटी और एक बेटा शामिल है। पारिवारिक कलह के चलते सराफा कारोबारी ने अपने परिवार के लोगों को नशीली दवाई खिलाकर उनकी हत्या कर दी। हालांकि हत्या किस तरीके से की गई इस बात की पुष्टि अभी तक पुलिस नहीं कर सकी है। लेकिन सभी मृतकों के गले पर निशान पाए गए हैं। जिससे माना जा रहा है कि सर्राफा कारोबारी ने नशीली दवाई खिलाकर सभी के गले दबाकर उनको मौत के घाट उतार दिया। चारों मृतकों में से दो वयस्क और दो नाबालिग बताए जा रहे हैं। मृतकों में सर्राफा कारोबारी हत्यारोपी मुकेश कुमार वर्मा की पत्नी रेखा वर्मा (45), बड़ी बेटी भव्या वर्मा (21), बेटी काव्य वर्मा (16), पुत्र अभीष्ट वर्मा (12) बताए जा रहे हैं। मृतक रेखा वर्मा हत्यारोपी मुकेश वर्मा की दूसरी पत्नी है। पहली पत्नी की मौत वर्ष 2005 में हो चुकी थी। जिससे एक बड़ी पुत्री भव्य वर्मा थी। बाकी दो बच्चे रेखा वर्मा से जन्मे हैं। 16 घंटे के बाद बड़ी बेटी के मोबाइल पर लगाया स्टेटस, लिखा- ये सब लोग खत्म
हत्यारोपी मनोज वर्मा ने चारों लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद 16 घंटे के बाद अपनी बेटी के मोबाइल फोन के व्हाट्सएप स्टेटस पर मृतकों की फोटो लगाकर लास्ट में कैप्शन लिखा “ये सब लोग खत्म”। इसके बाग परिवार के जिन जिन लोगों ने यह स्टेटस देखा तो सभी ने मृतक भव्या को फोन करके इस स्टेटस के बारे में जानकारी लेनी चाही, तो सभी के फोन बंद मिले। कमरे में पड़ा था ताला
रिश्तेदारों ने इसके बाद किसी अप्रिय घटना की आशंका जाहिर करते हुए मुकेश वर्मा के बड़े भाई एडवोकेट रत्नेश वर्मा को रिश्तेदारों ने फोन लगाकर इस घटनाक्रम की जानकारी दी। जब रत्नेश वर्मा अपने भाई के घर पहुंचे तो वहां पर पहले से ही आसपास के लोग मौजूद थे और घर के अंदर लगे कमरे के ताले को तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। तीन की लाश एक साथ, छोटी बेटी की लाश दूसरी मंजिल पर मिली
उनके सामने जब ताला तोड़ा गया तो नीचे वाले कमरे में बेड पर मुकेश की पत्नी रेखा वर्मा, बड़ी बेटी भव्या वर्मा और सबसे छोटा बेटा अभीष्ट मृत अवस्था में लेटे हुए थे। जब उनको देखा गया तो वह सभी की मौत हो चुकी थी। छोटी बेटी घर के दूसरे मंजिल के कमरे में मृत अवस्था में पड़ी थी। उन्होंने बताया- हम शाम को पूजा करने पत्नी के साथ मंदिर गए हुए थे। तभी मुकेश ने मुझे करीब साढ़े छह बजे फोन किया, तो मैंने बोला पूजा करके फोन करते हैं। उसके बाद से रिश्तेदारों के फोन बजने लगे घर आकर देखा तो यह सब हुआ पड़ा था। हत्यारोपी मुकेश ने खुद डायल 112 पर दी जानकारी
सोमवार रात करीब 9:15 बजे एडवोकेट रत्नेश वर्मा ने पुलिस को इस बात की जानकारी देनी चाही, हालांकि डायल 112 से उनका संपर्क नहीं हो सका। इसके कुछ देर बाद घटना की जानकारी हत्यारोपी मुकेश वर्मा से मिलने पर थाना कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल को सील करते हुए फॉरेंसिक टीम को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम समेत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी जांच पड़ताल करने में लग गए। पुलिस ने सभी के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घरेलू क्लेश से तंग आकर घटना को दिया अंजाम
इटावा एसएसपी समेत कोतवाली पुलिस हिरासत में लिए गए हत्यारोपी मुकेश वर्मा से देर रात तक गहन पूछताछ करती रही। हालांकि मुकेश वर्मा अपनी एक ही थ्योरी पर अड़ा रहा कि वह घरेलू क्लेश से तंग आ चुका था। जिसके चलते परिवार के सभी लोगों ने आपसी सहमति ली और आत्महत्या कर ली। मृतक रेखा वर्मा ने भाई ने लगाया आरोप
मृतक रेखा वर्मा का भाई सतेंद्र सोनी ने इन सभी मौतों पर मुकेश वर्मा समेत अन्य लोगों पर हत्या करने की आशंका जताई है। उसका कहना है कि जमीन जायदाद के चलते मेरी बहन और उनके बच्चों की हत्या कर दी गई है। जीजा मुकेश दारू का अधिक सेवन करता था। घर में कभी किसी चीज को लेकर बाद विवाद नहीं सुना था। कल रात में बच्चों ने पिज्जा ऑर्डर किया था, कही कोई लड़ाई झगड़े की बात सुनने को नहीं मिली थी। पुलिस प्रथम दृष्टया सामूहिक आत्महत्या की थ्योरी मान रही
SSP संजय कुमार वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया- यह मुकेश वर्मा जो कि सर्राफा व्यापारी हैं, यह उनका परिवार है। उनकी पहली पत्नी की मृत्यु 2005 में हो चुकी है। मृतक रेखा उनकी दूसरी पत्नी है। उनके परिवार में चार लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जिसमें उनकी पत्नी और तीन बच्चे शामिल हैं। मुकेश वर्मा की गिरफ्तारी रेलवे स्टेशन से हुई है। जहां तक जानकारी मिली है कि वह स्वयं ट्रेन से आत्महत्या करने के लिए गया हुआ था। ट्रेन के सामने पटरी के बीच में लेट गया था। ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई। हालांकि हल्की खरोंचे आई हैं। मरुधर एक्सप्रेस ट्रेन जब रुक गई तो आरपीएफ की टीम ने उनको उसके नीचे से निकाल लिया। मुकेश वर्मा से जो प्राथमिक पूछताछ की गई तो उसमें उन्होंने बताया कि घरेलू विवाद के चलते पत्नी समेत बच्चों ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया था। इसी के चलते नींद की गोलियां भी इन्होंने परिवार को दी थी और कुछ गोलियां घटना स्थल से बरामद भी हुई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पारिवारिक विवाद में इतना ज्यादा परेशान हो गया था। हमने और पत्नी समेत बच्चे आत्महत्या का निर्णय लिया था। जांच के बाद हत्या की असल कहानी आएगी सामने
इस मामले में और भी तथ्य हैं जिसकी जांच पड़ताल करने के लिए हमारी फॉरेंसिक टीम जुटी हुई है। सभी मृतकों के गले पर एक निशान भी दिखाई दे रहा है। खून का एक कतरा भी मृतकों के आसपास नहीं दिख रहा है। देखने से प्रथम दृष्टया यह लग रहा है कि इन सभी ने आपसी सहमति से अपनी मृत्यु को चुना है। बाकी इसमें फोरेंसिक जांच जो भी होगी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की जानकारी दी जाएगी। आरोपी हिरासत में पुलिस नहीं कर सकी खुलासा
इस मामले में आगे जांच पड़ताल के बाद पूरा खुलासा जल्द किया जाएगा। आरोपी मुकेश वर्मा से लेकर उनके परिवार के लोगों से पूछताछ की गई है। कोई भी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बता पा रहा है। मुकेश वर्मा से पूछताछ के आधार पर यही लग रहा है कि इन लोगों ने आपसी सहमति के बाद ही आत्महत्या करने का रास्ता चुना है। उसमें यही बात निकाल कर आ रही है। मुकेश वर्मा के अनुसार सोमवार सुबह करीब 4 बजे बारी-बारी से सभी ने मृत्यु को स्वीकार किया है। ——————————- ये भी पढ़ें… सर्राफा कारोबारी की पत्नी और 3 बच्चों का सुसाइड:इटावा में खुद पटरी पर लेटा, ट्रेन ऊपर से गुजर गई…खरोंच तक नहीं आई; गिरफ्तार इटावा में सर्राफा कारोबारी की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बड़ी बेटी की लाश मकान के फर्स्ट फ्लोर के कमरे में थी। जबकि पत्नी और दो बच्चों के शव ग्राउंड फ्लोर के कमरे में एक बेड पर थे। सभी के गले पर निशान थे। सर्राफा कारोबारी ने पुलिस को खुद को फोन कर कहा- परिवार ने सुसाइड कर लिया है। वह खुद भी ट्रेन से कट कर जान देने जा रहा है। और मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। पढ़ें पूरी खबर…. उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर