प्रयागराज में लोक सेवा आयोग कार्यालय (UPPSC) के सामने सोमवार सुबह 11 बजे से शुरू हुआ प्रदर्शन आज 21 घंटे बाद लगातार जारी है। आधी रात कमिश्नर] DM और आयोग के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। आयोग से बाहर आने के बाद DM ने छात्रों से वापस जाने और परीक्षा की तैयारी करने की अपील की, जिस पर छात्र नाराज हुए और धरना जारी रखने का फैसला लिया। सोमवार शाम तक प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या करीब 20 हजार पहुंच गई। रात में संख्या कुछ कम हुई। मंगलवार सुबह सभी छात्रों ने धरना वाली जगह पर ही राष्ट्रगान किया। उनके साथ सुरक्षा में लगे रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों ने भी राष्ट्रगान किया। अब धीरे-धीरे फिर छात्रों की संख्या बढ़ रही है। आंदोलन पर काबू पाने के लिए रात में स्ट्रीट लाइट भी काट दी गई। इसके बावजूद बड़ी संख्या में और छात्र वहां पहुंच गए। आयोग ने रात 10:18 बजे सात पॉइंट में बयान जारी किया। कहा- आयोग और सरकार ने छात्रों के भविष्य को देखते दो पालियों में परीक्षा का निर्णय लिया है। कुछ लोग छात्रों को बरगला रहे हैं। इससे पहले सोमवार सुबह पुलिस ने कैंडीडेट्स को लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। छात्रों के प्रदर्शन से जुड़ी 2 तस्वीरें… क्यों गुस्से में हैं छात्र, क्यों कर रहे प्रदर्शन
अयोग ने पीसीएस की प्री परीक्षा 7 और 8 जबकि RO/ARO की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को रखी है। दोनों परीक्षाएं दो दिन में होगी। आयोग ने पहली बार नॉर्मलाइजेशन यानी नॉर्मलाइज्ड स्कोर की प्रक्रिया लागू की है। छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि परीक्षा एक ही दिन कराई जाए। नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया निरस्त की जाए। नॉर्मलाइजेशन होता क्या है?
जो परीक्षाएं एक दिन में एक शिफ्ट में खत्म हो रही हैं, उसमें नॉर्मलाइजेशन नहीं अपनाया जाता। लेकिन, जो परीक्षा अलग-अलग डेट पर होती है, अलग-अलग प्रश्न पत्र होते हैं, उसमें यह अपनाया जाता है। क्योंकि हर पेपर के डिफिकल्टी लेवल में थोड़ा अंतर हो सकता है। इस कारण सरल आए पेपर के ही शिफ्ट के छात्रों को ही फायदा न हो, इसलिए नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस अपनाया जाता है। इसके लिए विभाग एक फॉर्मूले के आधार पर काम करता है। यहां पूरी खबर पढ़ें छात्रों के प्रदर्शन के पल-पल अपडेट के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… प्रयागराज में लोक सेवा आयोग कार्यालय (UPPSC) के सामने सोमवार सुबह 11 बजे से शुरू हुआ प्रदर्शन आज 21 घंटे बाद लगातार जारी है। आधी रात कमिश्नर] DM और आयोग के बीच हुई बैठक बेनतीजा रही। आयोग से बाहर आने के बाद DM ने छात्रों से वापस जाने और परीक्षा की तैयारी करने की अपील की, जिस पर छात्र नाराज हुए और धरना जारी रखने का फैसला लिया। सोमवार शाम तक प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या करीब 20 हजार पहुंच गई। रात में संख्या कुछ कम हुई। मंगलवार सुबह सभी छात्रों ने धरना वाली जगह पर ही राष्ट्रगान किया। उनके साथ सुरक्षा में लगे रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवानों ने भी राष्ट्रगान किया। अब धीरे-धीरे फिर छात्रों की संख्या बढ़ रही है। आंदोलन पर काबू पाने के लिए रात में स्ट्रीट लाइट भी काट दी गई। इसके बावजूद बड़ी संख्या में और छात्र वहां पहुंच गए। आयोग ने रात 10:18 बजे सात पॉइंट में बयान जारी किया। कहा- आयोग और सरकार ने छात्रों के भविष्य को देखते दो पालियों में परीक्षा का निर्णय लिया है। कुछ लोग छात्रों को बरगला रहे हैं। इससे पहले सोमवार सुबह पुलिस ने कैंडीडेट्स को लाठीचार्ज करके खदेड़ दिया। छात्रों के प्रदर्शन से जुड़ी 2 तस्वीरें… क्यों गुस्से में हैं छात्र, क्यों कर रहे प्रदर्शन
अयोग ने पीसीएस की प्री परीक्षा 7 और 8 जबकि RO/ARO की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को रखी है। दोनों परीक्षाएं दो दिन में होगी। आयोग ने पहली बार नॉर्मलाइजेशन यानी नॉर्मलाइज्ड स्कोर की प्रक्रिया लागू की है। छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि परीक्षा एक ही दिन कराई जाए। नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया निरस्त की जाए। नॉर्मलाइजेशन होता क्या है?
जो परीक्षाएं एक दिन में एक शिफ्ट में खत्म हो रही हैं, उसमें नॉर्मलाइजेशन नहीं अपनाया जाता। लेकिन, जो परीक्षा अलग-अलग डेट पर होती है, अलग-अलग प्रश्न पत्र होते हैं, उसमें यह अपनाया जाता है। क्योंकि हर पेपर के डिफिकल्टी लेवल में थोड़ा अंतर हो सकता है। इस कारण सरल आए पेपर के ही शिफ्ट के छात्रों को ही फायदा न हो, इसलिए नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस अपनाया जाता है। इसके लिए विभाग एक फॉर्मूले के आधार पर काम करता है। यहां पूरी खबर पढ़ें छात्रों के प्रदर्शन के पल-पल अपडेट के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर