रोहतक PGI के दीक्षांत समारोह में पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल:बंडारू दत्तात्रेय बोले- चिकित्सा के क्षेत्र में रिसर्च का दृष्टिकोण रखना जरूरी

रोहतक PGI के दीक्षांत समारोह में पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल:बंडारू दत्तात्रेय बोले- चिकित्सा के क्षेत्र में रिसर्च का दृष्टिकोण रखना जरूरी

रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय पहुंचे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर को जनता भगवान का रूप मानती है। ऐसे में डॉक्टर को अपने पेशे को समाज सेवा का माध्यम मानना चाहिए। सेवाभाव से किए हुए कार्य से परिवार में अपने आप समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि, चिकित्सा के क्षेत्र में रिसर्च के दृष्टिकोण को अपना जरूरी है, जो देश व समाज तरक्की के लिए जरूरी है। दीक्षांत समारोह में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा पहुंचने थे, लेकिन वे नहीं पहुंच सके। समारोह में महानिदेशक सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाएं एवीएसएम वीएसएम सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. आरती सरीन विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुई। जिन्हें राज्यपाल द्वारा होनोरिस कौसा की डिग्री प्रदान की। समारोह में राज्यपाल ने चिकित्सा संस्थान से उत्तीर्ण 5806 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह बड़े हर्ष और गौरव की बात है कि जिन विद्यार्थियों ने डिग्री प्राप्त की है उनमें 3484 लड़कियां हैं। इसके साथ ही जिन 32 विद्यार्थियों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किए हैं, उनमें 23 लड़कियां हैं। उन्होंने चिकित्सा की डिग्री हासिल करने वाले और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों को अपनी तरफ से शुभकामनाएं दी। छात्र जीवन में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण
राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि डिग्री हासिल करने का दिन छात्र जीवन में बहुत महत्वपूर्ण और यादगार दिन होता है। यह कड़ी मेहनत का परिणाम है और इसके पीछे परिजनों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि डिग्री हासिल करने से पहले केवल पढ़ाई का कार्य होता है, लेकिन जिस दिन डिग्री हाथ में आ जाती है, उसी दिन से नया रास्ता तलाशना पड़ता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक सामान्य पेश ना होकर बहुत बड़ा पेशा है और समाजसेवा का सबसे बड़ा माध्यम है। अपना व्यवहार हमेशा मरीजों, परिजनों और अपने सहयोगियों के साथ अच्छा रखें इस दौरान सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. आरती सरीन ने कहा कि आप बहुत ही सम्मानित पेशे से जुड़े हुए हैं, इसलिए मेहनत करें और मरीजों को पूरी निष्ठा के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान करें। आपके मरीज आप पर विश्वास करते है तो ऐसे में आपकी भी जिम्मेदारी है कि आप उस पर खरा उतरें। अपना व्यवहार हमेशा मरीजों, परिजनों और अपने सहयोगियों के साथ अच्छा रखें। जहां भी आप कार्य करते हैं, वहां एक टीम के तौर पर कार्य करें, तभी संस्थान उन्नति करता है। हमेशा अपने जूनियर को गाइड करें, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वह भी समाज के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान कर सके। जल्द ही लीवर ट्रांसप्लांट होगा शुरू
कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए गर्व का विषय है, जिन्हें डिग्री मिल रही है। क्योंकि यह चीज उन्हें ताउम्र याद रहेगी। उन्होंने सभी को हिप्पोक्रेटिक शपथ दिलाते हुए कहा कि अधिक से अधिक रिसर्च को बढ़ावा दें। हेल्थ केयर प्रोफेशनल के बीच मरीजों के इलाज संबंधी जानकारी बढ़ाने के लिए सीयूजी प्लान के माध्यम से सभी विभागों को जोड़ा जा रहा है। संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू हो गया है और जल्दी लीवर ट्रांसप्लांट भी शुरू किया जाएगा। इन्हें मिले अवार्ड
बैचलर ऑफ मेडिसन में – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल पारस सचदेवा को व सिल्वर मेडल प्रिया गोयल को। पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल मोहित व सिल्वर मेडल हर्ष को मिला।
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी में – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल प्रिया पूरी को व सिल्वर मेडल शैरोन को, पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल अंजली राणा को व सिल्वर मेडल चेतना यादव को मिला।
बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल निधि को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल योगिता को मिला।
बैचलर आफ फार्मेसी – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल ट्विंकल को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल तरूणा को मिला।
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल प्रार्थना चौहान को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल भव्या सैनी को मिला। रोहतक के पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय पहुंचे। उन्होंने कहा कि डॉक्टर को जनता भगवान का रूप मानती है। ऐसे में डॉक्टर को अपने पेशे को समाज सेवा का माध्यम मानना चाहिए। सेवाभाव से किए हुए कार्य से परिवार में अपने आप समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि, चिकित्सा के क्षेत्र में रिसर्च के दृष्टिकोण को अपना जरूरी है, जो देश व समाज तरक्की के लिए जरूरी है। दीक्षांत समारोह में स्वास्थ्य मंत्री आरती राव व पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा पहुंचने थे, लेकिन वे नहीं पहुंच सके। समारोह में महानिदेशक सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवाएं एवीएसएम वीएसएम सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. आरती सरीन विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुई। जिन्हें राज्यपाल द्वारा होनोरिस कौसा की डिग्री प्रदान की। समारोह में राज्यपाल ने चिकित्सा संस्थान से उत्तीर्ण 5806 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह बड़े हर्ष और गौरव की बात है कि जिन विद्यार्थियों ने डिग्री प्राप्त की है उनमें 3484 लड़कियां हैं। इसके साथ ही जिन 32 विद्यार्थियों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किए हैं, उनमें 23 लड़कियां हैं। उन्होंने चिकित्सा की डिग्री हासिल करने वाले और स्वर्ण पदक प्राप्त करने वालों को अपनी तरफ से शुभकामनाएं दी। छात्र जीवन में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण
राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि डिग्री हासिल करने का दिन छात्र जीवन में बहुत महत्वपूर्ण और यादगार दिन होता है। यह कड़ी मेहनत का परिणाम है और इसके पीछे परिजनों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि डिग्री हासिल करने से पहले केवल पढ़ाई का कार्य होता है, लेकिन जिस दिन डिग्री हाथ में आ जाती है, उसी दिन से नया रास्ता तलाशना पड़ता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एक सामान्य पेश ना होकर बहुत बड़ा पेशा है और समाजसेवा का सबसे बड़ा माध्यम है। अपना व्यवहार हमेशा मरीजों, परिजनों और अपने सहयोगियों के साथ अच्छा रखें इस दौरान सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. आरती सरीन ने कहा कि आप बहुत ही सम्मानित पेशे से जुड़े हुए हैं, इसलिए मेहनत करें और मरीजों को पूरी निष्ठा के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान करें। आपके मरीज आप पर विश्वास करते है तो ऐसे में आपकी भी जिम्मेदारी है कि आप उस पर खरा उतरें। अपना व्यवहार हमेशा मरीजों, परिजनों और अपने सहयोगियों के साथ अच्छा रखें। जहां भी आप कार्य करते हैं, वहां एक टीम के तौर पर कार्य करें, तभी संस्थान उन्नति करता है। हमेशा अपने जूनियर को गाइड करें, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वह भी समाज के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान कर सके। जल्द ही लीवर ट्रांसप्लांट होगा शुरू
कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना ने कहा कि यह उन सभी विद्यार्थियों के लिए गर्व का विषय है, जिन्हें डिग्री मिल रही है। क्योंकि यह चीज उन्हें ताउम्र याद रहेगी। उन्होंने सभी को हिप्पोक्रेटिक शपथ दिलाते हुए कहा कि अधिक से अधिक रिसर्च को बढ़ावा दें। हेल्थ केयर प्रोफेशनल के बीच मरीजों के इलाज संबंधी जानकारी बढ़ाने के लिए सीयूजी प्लान के माध्यम से सभी विभागों को जोड़ा जा रहा है। संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट शुरू हो गया है और जल्दी लीवर ट्रांसप्लांट भी शुरू किया जाएगा। इन्हें मिले अवार्ड
बैचलर ऑफ मेडिसन में – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल पारस सचदेवा को व सिल्वर मेडल प्रिया गोयल को। पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल मोहित व सिल्वर मेडल हर्ष को मिला।
बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी में – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल प्रिया पूरी को व सिल्वर मेडल शैरोन को, पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल अंजली राणा को व सिल्वर मेडल चेतना यादव को मिला।
बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल निधि को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल योगिता को मिला।
बैचलर आफ फार्मेसी – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल ट्विंकल को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल तरूणा को मिला।
बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी – यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल प्रार्थना चौहान को व पीजीआईएमएस गोल्ड मेडल भव्या सैनी को मिला।   हरियाणा | दैनिक भास्कर