पंजाब के जालंधर में श्री गुरु नानक मिशन चौक के पास देर रात श्रीनगर जा रहे एक ट्रक की चपेट में आने से मेडिकल स्टोर के मालिक की मौत हो गई। मृतक की पहचान जालंधर कैंट के रहने वाले सौरव दुआ (42) के रूप में हुई है। जिनके शव को पोस्टमार्टम के लिए देर रात भेज दिया गया था। साथ ही उनका संस्कार आज हरनामदासपुर श्मशान घाट पर किया जाएगा। थाना डिवीजन नंबर-4 के एसएचओ हरदेव सिंह ने बताया कि ये हादसा बुधवार को देर रात का है। सौरव पहले मकदूमपुरा में रहता था। मगर अब वह अपने परिवार के साथ जालंधर कैंट में शिफ्ट हो गया था। पिछले 6 माह से वह वहीं पर रह रहे थे। रात करीब 10 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में सूचित किया गया कि उक्त जगह पर हादसा हुआ था। जिसके बाद एसएचओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। ट्रक की चपेट में आने से शरीर के कई हिस्से हुए हादसा इतना भयानक था कि सौरव के शरीर के कई हिस्से हो चुके थे। ट्रक उनके ऊपर से गुजर जाने के बाद उनके शरीर के हिस्से काफी दूर दूर तक पड़े थे। ऐसे में पुलिस ने उक्त हिस्सों में लिफाफे में इकट्ठा किया और शव के साथ पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पारिवारिक सदस्यों को घटना के बारे में देर रात ही सुचित कर दिया गया था। उनके बयानों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एक्टिवा पर सवार होकर घर लौट रहा था दुआ मिली जानकारी के अनुसार सौरव दुआ रोजाना की तरह बीआर अंबेडकर (नकोदर चौक) से गुरु नानक मिशन चौक की आ रहे थे। इस दौरान ये हादसा हो गया। हालांकि हादसे के तुरंत बाद ट्रक चालक ने अपना ट्रक वहीं पर रोड दिया था। जिसे आसपास के लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस ने आने पर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने देर रात ट्रक भी अपने कब्जे में ले लिया था। पंजाब के जालंधर में श्री गुरु नानक मिशन चौक के पास देर रात श्रीनगर जा रहे एक ट्रक की चपेट में आने से मेडिकल स्टोर के मालिक की मौत हो गई। मृतक की पहचान जालंधर कैंट के रहने वाले सौरव दुआ (42) के रूप में हुई है। जिनके शव को पोस्टमार्टम के लिए देर रात भेज दिया गया था। साथ ही उनका संस्कार आज हरनामदासपुर श्मशान घाट पर किया जाएगा। थाना डिवीजन नंबर-4 के एसएचओ हरदेव सिंह ने बताया कि ये हादसा बुधवार को देर रात का है। सौरव पहले मकदूमपुरा में रहता था। मगर अब वह अपने परिवार के साथ जालंधर कैंट में शिफ्ट हो गया था। पिछले 6 माह से वह वहीं पर रह रहे थे। रात करीब 10 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में सूचित किया गया कि उक्त जगह पर हादसा हुआ था। जिसके बाद एसएचओ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। ट्रक की चपेट में आने से शरीर के कई हिस्से हुए हादसा इतना भयानक था कि सौरव के शरीर के कई हिस्से हो चुके थे। ट्रक उनके ऊपर से गुजर जाने के बाद उनके शरीर के हिस्से काफी दूर दूर तक पड़े थे। ऐसे में पुलिस ने उक्त हिस्सों में लिफाफे में इकट्ठा किया और शव के साथ पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पारिवारिक सदस्यों को घटना के बारे में देर रात ही सुचित कर दिया गया था। उनके बयानों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एक्टिवा पर सवार होकर घर लौट रहा था दुआ मिली जानकारी के अनुसार सौरव दुआ रोजाना की तरह बीआर अंबेडकर (नकोदर चौक) से गुरु नानक मिशन चौक की आ रहे थे। इस दौरान ये हादसा हो गया। हालांकि हादसे के तुरंत बाद ट्रक चालक ने अपना ट्रक वहीं पर रोड दिया था। जिसे आसपास के लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस ने आने पर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस ने देर रात ट्रक भी अपने कब्जे में ले लिया था। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना में हिसार के युवक की मौत:सड़ी-गली हालत में मिला शव, नस में लगा था इंजेक्शन
लुधियाना में हिसार के युवक की मौत:सड़ी-गली हालत में मिला शव, नस में लगा था इंजेक्शन पंजाब के लुधियाना में पुलिस को झाड़ियों में सड़ी-गली अवस्था में एक युवक का शव मिला। शव पर कीड़े रेंग रहे थे। मृतक के हाथ की नस में इंजेक्शन लगा हुआ मिला। किसी राहगीर ने झाड़ियों में शव पड़ा देखा तो उसने तुरंत शोर मचाया। जब आसपास के लोग इकट्ठा हुए तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। जानकारी के अनुसार, यह शव गांव मनकवाल के पास झाड़ियों में मिला। मृतक का नाम हर्षित है। मृतक करीब 20 दिन पहले हिसार से लुधियाना में मजदूरी करने आया था। शव की हालत इतनी खराब है कि उसे कीड़े खा रहे थे। हर्षित के दाहिने हाथ की नस में इंजेक्शन लगा हुआ मिला है। इसलिए आशंका है कि नशे की ओवरडोज से उसकी मौत हुई है। सूचना मिलने पर सदर थाना के अंतर्गत बसंत एवेन्यू पुलिस चौकी का स्टाफ मौके पर पहुंचा। युवक के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। पोस्टमार्टम के बाद मृतक की मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
लुधियाना सेंट्रल जेल में बोतल फेंकते दो तस्कर गिरफ्तार:1500 से 2 हजार के लालच में करते हैं तस्करी, तंबाकू से भरी कांच की बोतल बरामद
लुधियाना सेंट्रल जेल में बोतल फेंकते दो तस्कर गिरफ्तार:1500 से 2 हजार के लालच में करते हैं तस्करी, तंबाकू से भरी कांच की बोतल बरामद पंजाब के लुधियाना की सेंट्रल जेल के बाहर से दो युवकों जेल के अंदर कुछ सामान फेंकते पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जिन दो लोगों को पकड़ा है वे दोनों तस्कर हैं। जेल में जिस जगह इन तस्करों ने सामान फेंके हैं वहां से पुलिस को 1 कांच की बोतल तंबाकू से भरी हुई मिली। थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। 30 मई को पुलिस ने चैकिंग दौरान किया काबू पुलिस को जेल के सहायक सुपरीडेंट हरमिन्द्र सिंह ने जानकारी दी । उन्होंने कहा कि 30 मई को वह जेल में गश्त और चैकिंग कर रहे थे। जेल की दीवार टावर नंबर 60 नजदीक जेल कर्मचारियों को मोटरसाइकिल पर दो युवक जेल में कुछ फेंकते हुए दिखे। युवकों को चैकिंग के लिए रोका और सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि दोनों युवकों ने कांच की तंबाकू से भरी बोतल जेल में गिराई है। आरोपियों की पहचान कमलजीत सिंह और लुखविंदर सिंह के रूप में हुई है। जांच में यह बात सामने आई है कि करीब 1500 से 2 हजार रुपए के लालच में ये तस्कर जेल में सामान फेंकते हैं। पुलिस ने Prision ACT के तहत 52A,42,45 के तहत मामला दर्ज किया है।
जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई
जयपुर सेंट्रल जेल में हुआ लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू:SIT जांच में हुए खुलासे, राजस्थान सरकार बनी प्रतिवादी, 5 को सुनवाई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के जेल से इंटरव्यू मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। गैंगस्टर का पहला इंटरव्यू पंजाब के सीआईए खरड़ में पुलिस कस्टडी में हुआ था। जबकि, दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने यह जानकारी अपनी रिपोर्ट में दी है। वहीं, अब इस मामले में हाईकोर्ट के जस्टिस अनुपिंदर सिंह ग्रेवाल व जस्टिस लपिता बैनर्जी की खंडपीठ ने राजस्थान सरकार के गृह एवं न्याय विभाग को प्रतिवादी बनाया है। हाईकोर्ट ने राजस्थान सरकार के एडवोकेट जनरल (एजी) को वीडियों कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़ने के आदेश दिए हैं। मामले पर अगली सुनवाई पांच सितंबर को होगी। रिपोर्ट में SIT ने यह जानकारी दी पंजाब मानव अधिकार आयोग के हेड स्पेशल डीजीपी प्रबोध कुमार ने बतौर एसआईटी प्रमुख रिपोर्ट में कहा है कि पहला इंटरव्यू 3 व 4 सितंबर 2022 को हुआ है। लॉरेंस उस समय खरड़ सीआईए में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू के समय वह लॉरेंस की सेंट्रल जेल में था। हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान कहा था कि इस मामले में दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने आठ महीने बाद दी रिपोर्ट में कहा था कि यह संभव नहीं है कि लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब की जेल या पुलिस हिरासत में किया गया। खंडपीठ ने कहा कि यह कोर्ट की आंखों में धूल झोंकने अथवा अदालत की कार्रवाही को गुमराह करने का प्रयास है। जो गंभीर मामला है। सही समय आने पर इसे निपटा जाएगा। हाईकोर्ट ने पिछले फैसले में कहा था कि लॉरेंस के इंटरव्यू का टेलीकास्ट होने के बाद संभव है कि अपराध का ग्राफ बढ़ा है। ऐसे में डीजीपी बताएं कि मार्च 2023 से लेकर दिसंबर 2023 तक नौ माह में फिरौती, अपहरण और गवाहों को प्रभाव में लेने के कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था। जिसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूली थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रेंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था। इसलिए उसे मरवाया। एसआईटी रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने सीआईए की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है। वकील बोले- पंजाब पुलिस में काली भेड़ें इस बारे में इंटरव्यू के खिलाफ पिटीशन दायर करने वाले वकील गौरव ने कहा था सुनवाई में साफ हो गया गया कि पंजाब पुलिस में काली भेड़े हैं। जिन्होंने यह इंटरव्यू करवाया था। यह किसी आम आदमी का यह काम नहीं है। हालांकि इसे शुरू से ही दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि अदालत ने तय किया है कि जो भी इस मामले शामिल होंगे, उन पर सीधे कार्रवाई होगी। वहीं, इस मामले में जो भी सुपरवाइजर होंगे, उन पर भी कार्रवाई होगी। इस मामले में डीजीपी एफिडेविट फाइल करेंगे। इस मामले की अगली सुनवाई पांच नौ को तय की गई। फिलहाल गुजरात जेल में बंद है लॉरेंस गैंगस्टर लॉरेंस इस समय गुजरात की जेल में नशा तस्करी से जुडे़ केस में बंद है। उसे अहमदाबाद के साबरमती में हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। हाल ही में उसके पाकिस्तानी डॉन से ईद की बधाई को लेकर वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। आतंकी गैंग की तरह लॉरेंस का स्लीपर सेल आतंकियों की तर्ज पर लॉरेंस गैंग ने अपना ‘स्लीपर सेल’ तैयार कर लिया है। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे आम लोगों की तरह हमारे बीच में रहते हैं। ये पेशेवर अपराधी नहीं हैं, लेकिन आका (लॉरेंस) का इशारा मिलते ही टारगेट किलिंग करने से भी नहीं चूकते। लॉरेंस गैंग ने ब्रेन वॉश कर स्लीपर सेल में कई नाबालिगों को भी शामिल कर रखा है। ये नाबालिग हथियार सप्लाई, टारगेट किलिंग से लेकर हवाला के जरिए पैसा ठिकाने लगाने का काम कर रहे हैं। इस तथ्य का खुलासा लॉरेंस गैंग के गुर्गों द्वारा राजस्थान में अंजाम दी गई विभिन्न वारदात से जुड़ी जांच और अदालत में दाखिल चार्जशीट में हुआ है। पहली बार बाकायदा ‘स्लीपर सेल’ शब्द का इस्तेमाल किया गया। स्लीपर सेल से जुड़े गुर्गे पुलिस और जांच एजेंसियों से बचने के लिए बॉक्स कॉल के जरिए संपर्क में रहते हैं। बॉक्स कॉल करने के लिए मोबाइल से सिग्नल ऐप कॉल करने के बाद स्पीकर ऑन- हैंड्स फ्री कर बात की जाती है। बॉक्स कॉल करने से कॉल इंटरसेप्ट नहीं की जा सकती है, और ना ही कॉल लोकेट हो पाती है। सलमान खान के पीछे पड़ा गैंगस्टर लॉरेंस लॉरेंस इस वक्त सलमान खान के पीछे पड़ा है। सलमान पर आरोप है कि 1998 में फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान राजस्थान के जंगलों में काले हिरण का शिकार किया था। सलमान के अलावा सैफ अली खान, सोनाली बेंद्रे, तब्बू और नीलम कोठारी पर भी आरोप लगे थे। बिश्नोई समाज ने तब सलमान के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई थी। सलमान को इसके लिए जोधपुर कोर्ट ने पांच साल की सजा भी सुनाई थी, हालांकि बाद में उन्हें इस मामले में बेल मिल गई। इसी के चलते गैंगस्टर लॉरेंस सलमान खान को मारना चाहता है। वह कोर्ट में पेशी के दौरान इसकी धमकी तक दे चुका है। सलमान खान पर हमले की प्लानिंग में लॉरेंस के कई गुर्गों को दिल्ली और मुंबई पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। मगर फिर भी लॉरेंस अपने गैंगस्टर के गुर्गों को सलमान खाने के पीछे लगाए हुए हैं। कुछ दिन पहले ही मुंबई में सलमान खान के घर पर फायरिंग की जा चुकी है।