अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सीमा पार से मादक पदार्थों (ड्रग्स) और हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान के दौरान एक महिला सहित 3 तस्करों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ और हथियार जब्त किए हैं। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 8.275 किलोग्राम हेरोइन, 6 किलोग्राम अफीम, 13.1 किलोग्राम रसायन (ड्रग्स उत्पादन में इस्तेमाल होने वाला पदार्थ), 4 पिस्तौल और 17 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। यह बरामदगी न केवल मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इसके साथ जुड़े हथियारों के कार्टेल पर भी कड़ी चोट है। मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला थाना इस्लामाबाद में दर्ज किया गया है। पुलिस वर्तमान में इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि इसके पीछे की पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके। जांच का मुख्य फोकस पिछले कनेक्शन का पता लगाना कि मादक पदार्थ और हथियार कहां से आए और इसे संचालित करने वाले लोग कौन हैं। आगे के कनेक्शन से पता लगाना कि यह खेप कहां भेजी जानी थी और इसमें शामिल अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क कौन-कौन से हैं। सरहदी इलाकों में बढ़ी तस्करी अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से न केवल पंजाब में नशे के कारोबार पर चोट पहुंचेगी, बल्कि सीमा पार से जुड़े नेटवर्क को भी कमजोर किया जा सकेगा। यह कार्रवाई इस बात को भी उजागर करती है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में नशे और हथियारों की तस्करी कितनी गंभीर समस्या बन गई है। अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सीमा पार से मादक पदार्थों (ड्रग्स) और हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान के दौरान एक महिला सहित 3 तस्करों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ और हथियार जब्त किए हैं। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 8.275 किलोग्राम हेरोइन, 6 किलोग्राम अफीम, 13.1 किलोग्राम रसायन (ड्रग्स उत्पादन में इस्तेमाल होने वाला पदार्थ), 4 पिस्तौल और 17 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। यह बरामदगी न केवल मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इसके साथ जुड़े हथियारों के कार्टेल पर भी कड़ी चोट है। मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला थाना इस्लामाबाद में दर्ज किया गया है। पुलिस वर्तमान में इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि इसके पीछे की पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके। जांच का मुख्य फोकस पिछले कनेक्शन का पता लगाना कि मादक पदार्थ और हथियार कहां से आए और इसे संचालित करने वाले लोग कौन हैं। आगे के कनेक्शन से पता लगाना कि यह खेप कहां भेजी जानी थी और इसमें शामिल अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क कौन-कौन से हैं। सरहदी इलाकों में बढ़ी तस्करी अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से न केवल पंजाब में नशे के कारोबार पर चोट पहुंचेगी, बल्कि सीमा पार से जुड़े नेटवर्क को भी कमजोर किया जा सकेगा। यह कार्रवाई इस बात को भी उजागर करती है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में नशे और हथियारों की तस्करी कितनी गंभीर समस्या बन गई है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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रेडक्रॉस की जमीन के आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई:पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन प्रधान बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश
रेडक्रॉस की जमीन के आरोप लगाने वालों पर कार्रवाई:पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन प्रधान बोले- मुझे बदनाम करने की साजिश रेड क्रॉस की जमीन को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगाए जा रहे आरोपों को खारिज करते हुए पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत मेहता ने कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साजिश है। आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस द्वारा जमीन को लीज पर देने का आरोप निराधार है। क्योंकि आज तक इस जमीन का लीज डीड हमारे नाम पर नहीं हुई। अखबार में दिया था विज्ञापन अमरजीत मेहता ने बताया कि रेड क्रॉस ने इस जमीन को लीज पर देने के लिए अखबार में बोली का विज्ञापन दिया था। जिस बाबत उनके बेटे पदमजीत सिंह मेहता ने प्रपोजल दी थी। उन्होंने कहा कि वह पिछले कई सालों से नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाकर पंजाब के बच्चों के लिए अच्छे प्रयास कर रहे हैं, और अब भी उनके बेटे ने इसे आगे बढ़ाने के उद्देश्य से ही यह प्रपोजल रेड क्रॉस सोसाइटी को अखबार में प्रकाशित हुई बोली के अनुसार दी है। उन्होंने कहा कि इस जमीन को लीज पर लेकर खिलाड़ियों और युवाओं की भलाई के लिए काम किया जाना था। जिसका फायदा बठिंडा के युवाओं और खिलाड़ियों को ही होना था। लीज का दिया हिसाब यहां यह भी बताना जरूरी है कि साल 2014 से यह जमीन 11 हजार से 30 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से लीज पर दी जाती रही है, और रेड क्रॉस ने साल 2014 से लेकर अब तक इस जमीन का किराया 24 लाख 60 हजार 700 रुपए ही वसूला है। साल 2022-23 में 2.83 लाख रुपए और 2023-24 में 3.36 लाख रुपए वार्षिक बोली की गई। लेकिन मेरे बेटे ने इस जमीन की प्रपोजल 10,12,500 रुपए प्रति वर्ष के हिसाब से दी है। जो अब तक की बोली से तीन गुना से भी ज्यादा बनती है। पीसीए प्रधान ने रेड क्रॉस द्वारा 2014 से 2024 तक लीज पर दी गई इस जमीन की लीज आय का ब्योरा भी दिया है। जिसमें रेड क्रॉस की इस जमीन की आखिरी बोली 3.36 लाख रुपए से भी कम है। आरोपों को बताया गलत अमरजीत मेहता ने कहा कि इस जमीन को लेकर मेरे ऊपर कई आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन ये सभी आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा, ”मेरे खिलाफ कोई विजिलेंस जांच नहीं चल रही है और न ही मुझ पर किसी बैंक का कोई पैसा बकाया है।” आरोप लगाने वालों ने मद्रास हाई कोर्ट के जो कागजात दिखाए, वे भी गलत हैं। क्योंकि उसमें मेरे खिलाफ कुछ भी नहीं है और हमारे पास जमीन के कागजात सहित नो-ड्यूज सर्टिफिकेट भी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई अन्य व्यक्ति इस जमीन को लीज पर लेना चाहता है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर रेडक्रॉस को फायदा होता है, तो यह अच्छी बात है। जिससे उनके परिवार के सदस्यों और खुद उनके लिए खतरा पैदा हो सकता है। उन्होंने कहा कि वह इस खतरे को देखते हुए प्रपोजल को आगे नहीं बढ़ाना चाहते और अपनी प्रपोजल को वापस लेंगे। मेरे पास नहीं है AAP का कोई पद- मेहता अमरजीत मेहता ने कहा कि ‘मुझे आम आदमी पार्टी का पदाधिकारी बताया जा रहा है। लेकिन मेरे पास आम आदमी पार्टी का कोई पद नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन एक गैर सरकारी संस्था है और इसका पंजाब सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। श्री मेहता ने कहा कि जबसे उन्होंने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के प्रधान का पद संभाला है। तब से पंजाब और बठिंडा के हित में कई अहम फैसले लिए गए हैं और ये भविष्य में भी जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बठिंडा के कल्याण के लिए किए जा रहे अच्छे कार्यों का एहसास नहीं हो रहा है और वह इसमें बाधा उत्पन्न करने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रहे हैं। अमरजीत मेहता ने कहा कि बिना तथ्यों के आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और इस संबंधी वह मानहानि का मामला मानयोग अदालत में दायर करेंगे। उनको यह डर है कि उनकी प्रपोजल को लेकर आर्थिक व जिस्मानी नुकसान पहुंचाने के लिए विरोधी किसी भी हद तक जा सकते हैं।
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पटियाला में 3 हत्यारोपी गिरफ्तार:पिग फार्म मालिक का किया था मर्डर, बीए स्टूडेंट भी शामिल, सुअर की चोरी को लेकर की थी हत्या पटियाला जिले के पसियाना थाना इलाके में पिग फार्म मलिक के मर्डर केस में पटियाला पुलिस ने बीए सेकंड ईयर के स्टूडेंट सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मर्डर करने वाले कोई और नहीं बल्कि पड़ोसी पिग फार्म का मालिक और उसके दो रिश्तेदार निकले। एसएसपी पटियाला डॉक्टर नानक सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि केसर सिंह पिग फार्म मालिक के मर्डर केस में प्रमोद कुमार उर्फ धीरा उम्र 50 साल, इसके बेटे हीरालाल निवासी धीरू माजरी और राहुल उर्फ गंजा निवासी रणजीत नगर उम्र 24 साल को अरेस्ट किया है। केसर सिंह के फार्म से सूअर चोरी करने के बाद बेचने के लिए उसका कत्ल किया गया था। 24 जून की रात को किया था मर्डर एसएसपी डॉक्टर नानक सिंह ने बताया कि आरोपी राहुल नशे का आदी है। जिसके मामा आरोपी प्रमोद कुमार ने गांव रवास बाहमना में पिग फार्म खोला हुआ था। प्रमोद कुमार के पड़ोस में ही केसर सिंह का पिग फार्म था। जिसे वह अकेला चलाता था। सुअरों के लालच में 24 जून की रात को इन लोगों ने बेसबॉल और लाठी से हमला करते हुए केसर सिंह का सोते समय कत्ल कर दिया। कत्ल करने के बाद लाश को चादर में लपेटकर बाइक से ले जाकर भाखड़ा नहर में फेंक दिया था। फार्म में रखा सामान भी इन लोगों ने नहर में फेंक दिया और फार्म में रखें सभी सूअर चोरी करने के बाद अपने फार्म में रख लिए। भांजे ने पुलिस से की थी शिकायत एसएसपी ने बताया कि 53 साल का केसर सिंह मोहाली के सोहाना थाना इलाके का रहने वाला था, जो पटियाला में 10 साल से पिग फार्मिंग कर रहा था। लंबे समय से मामा से बातचीत न होने पर अवतार सिंह अपनी बहन सुखविंदर कौर के साथ मामा के फार्म पर पहुंचा। लेकिन मामा का कोई सुराग नहीं था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को कंप्लेट कर दी। पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही थी कि इस दौरान चोरी के एक मामले में आरोपी राहुल उर्फ गंजा को प्रोडक्शन वारंट पर लाया गया। जिसने खुलासा किया कि इन लोगों में पिग फार्म मालिक केसर सिंह का कत्ल किया है। पुलिस ने मर्डर में शामिल तीनों लोगों को अरेस्ट करने के बाद वारदात में इस्तेमाल बाइक को रिकवर कर लिया है। जबकि डेड बॉडी की तलाश की जा रही है। यह है आरोपियों का रिकॉर्ड आरोपी राहुल के खिलाफ चोरी और नशे के कुल तीन मामले दर्ज है। 24 साल के आरोपी को नशे की लत है। दूसरा आरोपी हीरालाल 22 साल का है, जो मूंढा कॉलेज में बीए सेकंड ईयर का स्टूडेंट था।